आरा। बिहार के भोजपुर जिले में गंगा नदी का कहर जारी है। शाहपुर प्रखंड के जवइनिया गांव में बाढ़ के पानी ने भारी तबाही मचाई है। कई घर बह गए हैं और सैकड़ों लोग बेघर हो गए हैं। जवइनिया गांव में गंगा नदी का जलस्तर रातोंरात बढ़ गया। इससे पहले कि लोग कुछ समझ पाते, बाढ़ का पानी उनके घरों में घुस गया। अब तक चार-पांच घर नदी में समा चुके हैं और दस से ज़्यादा घर खतरे में हैं। नदी किनारे रहने वाले करीब 300 लोग अपना घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। कुछ लोग अपने रिश्तेदारों के यहां शरण लिए हुए हैं तो कुछ लोग गांव के सरकारी स्कूल में रहने को मजबूर हैं।
जवइनिया गांव में घर के साथ-साथ लोग अपने सपनों को, अपनी उम्मीदों को भी पीछे छोड़ने को मजबूर हैं। गंगा नदी को देखकर बच्चों से लेकर बूढ़ों तक, सभी के चेहरे पर दहशत और बेबसी साफ़ झलक रही है। कई माताएं अपने दूधमुंहे बच्चों को गोद में लिए हुए हैं तो कोई अपने बच्चों को कंधे पर बिठाकर सुरक्षित स्थानों की ओर भाग रहा है। लोग ट्रैक्टरों की मदद से अपने घरों से सामान निकाल रहे हैं। जितना सामान हो सकता है, लोग अपने साथ ले जा रहे हैं। दरवाज़े, खिड़कियां, बर्तन, लोग सब कुछ सर पर उठाकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंच रहे हैं।
बाढ़ पीड़ितों की परेशानी यहीं खत्म नहीं होती। पिछले कई दिनों से लोग भूखे पेट रहने को मजबूर हैं। घरों में चूल्हा नहीं जल पा रहा है। छोटे-छोटे बच्चे, बूढ़ी माँएं, जो अपने घर छोड़कर बाहर आये हैं, उन्होंने कल से कुछ नहीं खाया है। घर उजड़ चुका है, खाने बनाने के लिए कोई जगह नहीं बची है। लगभग आठ साल बाद गंगा ने इतना भयानक रूप दिखाया है। लोग रात-रात भर जागकर काट रहे हैं।
इस बीच जिला प्रशासन की टीम मौके पर राहत कार्य में जुटी हुई है। शाहपुर के विधायक राहुल तिवारी भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा कर रहे हैं और पीड़ितों की हर संभव मदद कर रहे हैं। प्रशासन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रहा है ताकि जान-माल का नुकसान कम से कम हो।
आरा में गंगा का कहर : 5 मकान पानी में विलीन -जवइनिया गांव में बाढ़ से 300 परिवारों ने छोड़े अपने घर
