
करनाल, (विसु)। राजकीय कन्या महाविद्यालय में प्राथमिक चिकित्सा एवं नागरिक सुरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयुक्त तत्वाधान में छात्राओं को आपातकालीन स्थितियों का सामना करने और दुर्घटना में घायल व्यक्तियों को तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए आवश्यक जानकारी दी गई। इस मौके पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ विवेक रंगा ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया।
इस अवसर पर जिला रेडक्रॉस सोसायटी के सचिव कुलबीर मलिक ने छात्राओं को कई तरह की आपदाओं के बारे में भी विस्तार से बताया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला रेड क्रॉस की प्राथमिक सहायता के प्रवक्ता नरेश कुमार ने दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति की प्राथमिक चिकित्सा के माध्यम से कैसे जान बचाई जा सकती है, इस बारे में बहुत ही सरलता से छात्राओं को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सर्वप्रथम दुर्घटना में घायल व्यक्ति के रक्तस्राव को रोकने का प्रयास करना चाहिए। प्राथमिक उपचार एक घायल व्यक्ति को दी जाने वाली प्रारंभिक देखभाल है। उन्होंने कहा कि धैर्य बनाए रखें और घायल व्यक्ति को जल्द से जल्द चिकित्सा सहायता उपलब्ध करवाने के लिए एंबुलेंस को सही लोकेशन की जानकारी दें।
उन्होंने बताया कि यदि व्यक्ति बेहोश है और उसे सांस लेने में परेशानी हो रही है तो उसे धीरे से करवट दें, उसके कपड़े ढीले करें और उसके सिर को पीछे की ओर झुकाए ताकि उसका वायु मार्ग से खून या उल्टी जैसी कोई रुकावट दूर हो सके। उन्होंने बताया कि दुर्घटना में घायल हुए व्यक्तियों को यदि तुरंत प्राथमिक उपचार उपलब्ध हो जाए तो दुर्घटनाग्रस्त लोगों की जान बच सकती है और चोटों के प्रभाव को रोका जा सकता है। एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर संजीव कुमार ने बताया बाढ़, चक्रवात, भूकंप, भूस्खलन,ट्रेन और सडक़ दुर्घटनाओं, रासायनिक, जैविक रेडियोलॉजिकल और जंगल के आदि जैसी सभी प्रकार की आपदाओं से निपटने में सक्षम है। उन्होंने बताया कि आपदा के समय लिफ्ट का प्रयोग ना करें। घर के बच्चों में महिलाओं को आपदा के समय होने वाले खतरों के बारे में जागरूक अवश्य करें। उन्होंने प्राकृतिक एवं मानवीय आपदाओं से बचने के लिए मॉक ड्रिल भी करके दिखाई। इस मौके पर डॉ दीपक शर्मा, डॉ बलबीर सैनी,डॉ रमेश कुमार , डॉ जीवन ज्योति, डॉ निशा, रेड क्रॉस रेड, रेड रिबन क्लब के प्रभारी डॉ सुमन चौधरी, सीमा, दीपल आदि मौजूद रहे।