पोषण के लिए तीन किस्तों में मिलती है पांच हजार रुपए की राशि, बेहतर मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य में अहम भूमिका निभा रही है मातृ वंदना योजना : सीएमओ
फिरोजाबाद । मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के साथ माताओं एवं शिशुओं को बेहतर स्वास्थ्य और पोषण प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (पीएमएमवीवाई) प्रभावी रूप से कार्य कर रही है। योजना से मातृ पोषण की राह आसान हुई है |
सीएमओ डॉ. डीके प्रेमी ने बताया कि वर्ष 2017 से अब तक 67962 से अधिक गर्भवतियों ने योजना का लाभ प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्रथम बार गर्भवती होने पर प्रोत्साहन राशि देकर गर्भस्थ शिशु और माता को पौष्टिक आहार और बेहतर स्वास्थ्य देना है।एसीएमओ/नोडल अधिकारी डॉ. अशोक ने बताया कि योजना का लाभ सरकारी सेवा से जुड़ी महिलाओं को छोड़कर पहली बार गर्भधारण करने वाली और धात्री को दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पंजीकरण कराने के साथ ही गर्भवती को प्रथम किस्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व एक जांच होने पर दूसरी किस्त में 2000 रुपए और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूरा होने पर तीसरी किस्त के रूप में 2000 रुपये दिए जाते हैं।
योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक मुसैबउद्दीन ने बताया कि योजना की राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में आती है। उन्होंने कहा कि प्राइवेट अस्पताल में प्रसव कराने पर भी इस योजना का लाभ दिया जाता है।
योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी दस्तावेज-
योजना के जिला कार्यक्रम सहायक समन्वयक अंबिका पांडे ने बताया कि आवेदन के लिए आधार, बैंक तथा पोस्ट ऑफिस की खाता बुक की फोटो कॉपी तथा मातृ एवं शिशु सुरक्षा कार्ड जरूरी है। योजना की लाभार्थी मधु (परिवर्तित नाम) जनपद निवासी ने बताया कि मातृ वंदना योजना से मिली राशि से उनको गर्भावस्था में पोषण आहार लेने में सुविधा मिली, फल तथा हरी साग-सब्जी, भुने हुए चने, सोयाबीन का भरपूर मात्रा में सेवन किया जिससे गर्भावस्था और प्रसव तक स्वास्थ्य ठीक रहा।
लाभार्थी रानी (परिवर्तित नाम) ने बताया कि आशा, एएनएम और डॉक्टरों की सलाह पर प्रसव पूर्व जांच कराईं तथा आयरन और कैल्शियम गोलियों का सेवन किया और योजना से मिली राशि से पौष्टिक आहार लेने में सुविधा हुई।