कृषि क्षेत्र में महिला सशक्तिकरण को मिली बढ़ावा
समस्तीपुर। डॉ राजेन्द्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के खेल मैदान में आयोजित तीन दिवसीय किसान मेला का समापन भव्य रूप से हुआ। मेला में किसानों के योगदान को सराहा गया और कृषि क्षेत्र में महिलाओं की बढ़ती सहभागिता को उजागर किया गया। कुलपति डॉ पी एस पांडेय ने समापन समारोह में कहा कि कृषि से जुड़े उच्च शिक्षा के लिए छात्रों के प्रतिभा का निखार लाना बेहद जरूरी है, और इस किसान मेला के माध्यम से विकसित भारत की संकल्पना को किसान और उनके सहयोग से मजबूती मिलेगी।
कुलपति ने मेला के आयोजकों और छात्र वैज्ञानिकों के दलों का धन्यवाद करते हुए उनके योगदान को सराहा। फसल तकनीक, पशुधन, पक्षी पालन, और बीज जैसे क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों और संस्थाओं को सम्मानित किया गया। इस वर्ष मेला में बिहार सहित अन्य प्रदेशों के किसान भी शामिल हुए थे।
मेला में जीबिका से जुड़ी महिलाओं ने कृषि क्षेत्र में अपनी भूमिका को प्रदर्शित किया और महिला सशक्तिकरण का एक अहम उदाहरण पेश किया। कृषि शिक्षा से जुड़े छात्रों ने भी तकनीकी जानकारी प्राप्त की, वहीं फूल, दलहन, पशुधन और अन्य कृषि तकनीकों का प्रदर्शन किया गया।
पुरस्कार वितरण के दौरान कस्टम हायरिंग सेंटर के लिए मुन्नी कुमारी, गोपाल कुमार, पार्वती देवी, रामबाबू को सम्मानित किया गया। वहीं, इंद्रा कुमारी, आशा चौधरी, राजेश कुमार और शशिवम डेयरी सहित अन्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले किसानों को भी पुरस्कार मिले।
समारोह में डॉ मीनाक्षी द्विवेदी ने संचालन किया, और धन्यवाद ज्ञापन डॉ विनीता सतपथी ने दिया। इस अवसर पर निदेशक प्रशार शिक्षा डॉ मयंक राय, निदेशक शिक्षा डॉ उमाकांत बेहरा, निदेशक अनुसंधान डॉ एके सिंह, और अन्य कई प्रमुख व्यक्ति उपस्थित थे।
कुलपति ने इस मेला को सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी और कृषि क्षेत्र में हो रहे इस तरह के आयोजनों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।