चरण सिंह
अक्सर नेता कार्यकर्ताओं को गुलाम समझते हैं। उनके स्वास्थ्य आराम और सुविधा से उनको कोई मतलब नहीं होता है। उन्हें तो बस कार्यकर्ताओं पर हुक्म ही झड़ना होता है। गृह मंत्री अमित शाह की कितनी भी आलोचना की जाती हो पर लिवर दिवस पर जो उन्होंने अच्छे स्वास्थ्य की टिप्स बीजेपी कार्यकर्ताओं को दी वह तो हर व्यक्ति को मान लेनी चाहिए। इसके पीछे बड़ा टी तर्क है कि आज की तारीख में अमित शाह ने अपने को पूरी तरह से फिट कर लिया है। अब वह खुद को एलोपैथिक दवाओं और इन्सुलिन से मुक्त बता रहे हैं। हां यह जरूर कहा जा सकता है कि स्वस्थ रहने के लिए आदमी का आत्मनिर्भर होना भी जरूरी है। ऐसे में रोजगार पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
देखने में भारी भरकम लगने वाले अमित शाह जितनी भागदौड़ करते हैं। उसके पीछे वह नियमित रूप से व्यायाम करना, पूरी नींद लेना, पानी खूब पीना और पोष्टिक आहार बता रहे हैं। मतलब आज की तारीख में उन्होंने अपने को स्वस्थ कर रखा है। अमित शाह ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को भी स्वस्थ रहने की टिप्स दी है। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कम से कम छह घंटे नींद लेने, दिमाग से सकारात्मक सोचने।
पानी खूब पीने नियमित रूप से व्यायाम करने की बात कही है। अमित शाह का यह बयान भले ही राजनीतिक हो पर इसे विशुद्ध रूप से सामाजिक रूप लेना चाहिए। उनकी टिप्स लेकर यदि स्वस्थ रहा जा सकता है तो फिर उनकी यह सलाह मानने से किसी को परहेज नहीं होना चाहिए।हां यह जरूर कहा जा सकता है कि आज की तारीख में अमित शाह बीजेपी ने दूसरे नंबर के नेता हैं। उन्हें लोगों के आत्मनिर्भर करने के भी प्रयास करने चाहिए। जिससे आम लोग भी पौष्टिक आहार ले सकें। स्वस्थ शरीर के लिए आदमी का आत्मनिर्भर होना भी बहुत जरूरी है।
आदमी है कि भागा चला जा रहा है। जब उससे पूरी नींद लेने की बात करो, नियमित रूप से व्यायाम करने की बात करो। पानी खूब पीने को कहो तो अक्सर आदमी यह कह देता है कि उसके पास समय नहीं है। जरा सोचिए यदि आदमी बीमार पड़ जाए तो फिर समय कैसे मिल जाता है ? यदि कोई गंभीर बीमारी लग जाये फिर तो पूरा ही समय मिल जाता है। आदमी चल बसे तो … । मतलब आदमी को कम से कम अपने लिए तो समय निकालना चाहिए।
मैं खुद बचपन से नियमित रूप से व्यायाम करता हूं। मेरा प्रयास होता है कि कम से कम छह घंटे नींद ली जाए। पानी खूब पीता हूं।
पौष्टिक आहार लेने की कोशिश करता हूं। मतलब मेरी पहली प्राथमिकता मेरा स्वास्थ्य है। अच्छे स्वास्थ्य की वजह से मैं एक से बढ़कर के समस्या से लड़ा और उसे हल किया। अक्सर देखा जाता है कि कितने लोग अरबो खरबो में खेल रहे होते हैं पर न तो मीठा खा पाते हैं और न ही कोई चटपटी डिस। और दूसरे शौक भी पूरे नहीं कर पाते हैं। तो फिर यह धन उनके किस काम का। वैसे भी कहा जाता है कि जान है तो जहान है। निश्चित रूप से पैसा कमाना चाहिए पर स्वास्थ्य से खिलवाड़ करके नहीं। आदमी स्वस्थ होगा तभी सभी समस्याओं से लड़ पाएगा। आज के दौर में जब अच्छे खासे आदमी को हार्ट अटैक आ जा रहा है। हर तीसरा आदमी बीमार नजर आ रहा है। खाद्य सामग्री में मिलावट है। खेतों में भी केमिकल युक्त खाद्य सामग्री तैयार हो रही है। आदमी आराम तलबी में डूबा है। वातानुकूलित माहौल में रहना पसंद कर रहा है। ऐसे में शरीर से पसीना निकलना बहुत जरूरी है। पूरी नींद लेना, नियमित रूप से व्यायाम करना, खूब और खुश रहना ही स्वस्थ रहने की टिप्स है।