G-20 के मद्देनजर दिल्ली को भिखारी मुक्त बनाने पर जोर, सरकार ने 4 सदस्यीय समिति का किया गठन

ज्यादातर दूतावास और होटल लुटियंस जोन में स्थित हैं और यह क्षेत्र प्रमुख स्थान होंगे, जहां G-20 देशों के प्रतिनिधि आएंगे। 

नई दिल्ली । दिल्ली में G-20 समिट (G-20 Summit) की तैयारियां चल रही है। इसके लिए दिल्ली सरकार (Delhi Government) हर स्तर पर तैयारी कर रही है और राजस्थानी को स्वच्छ बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी क्रम में दिल्ली सरकार के रडार पर वो बेघर लोग हैं जो फ्लाईओवर और फुटपाथ के नीचे रहते हैं।

अधिकारियों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि 4 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। यह लोग उन स्थानों पर जाएंगे जहां पर फ्लाईओवर के नीचे गरीब और भिखारी रहते हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार सीएमओ (Delhi CMO) के आदेश के बाद DUSIB ने तीन स्थानों (हनुमान मंदिर, यमुना बाजार, यमुना पुश्ता) (आईएसबीटी के पास) पर भिक्षा-मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए कई उपाय किए हैं। इस संबंध में 16, 18 और 22 जनवरी को तीन विशेष बचाव अभियान चलाए गए।

भिखारियों सहित कुल 570 बेघर व्यक्तियों को आईएसबीटी के पास से हटाकर गीता कॉलोनी, अवंतिका, रोहिणी और द्वारका सेक्टर 3 में आश्रय घरों में शहर के बाहरी इलाकों में स्थानांतरित कर दिया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि डीयूएसआईबी ने नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) और लुटियंस इलाकों में 1,000 से अधिक भिखारियों की पहचान की है। बोर्ड ने उनके पुनर्वास के लिए अभियान भी शुरू कर दिया है। दूतावास और होटल लुटियंस जोन में स्थित हैं और यह क्षेत्र प्रमुख स्थान होंगे जहां G20 देशों के प्रतिनिधि आएंगे।

समाज कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हम भिखारियों को बचाने और उन्हें आश्रय गृहों में स्थानांतरित करने के लिए एक अध्ययन कर रहे हैं और इसके लिए एक समिति बनाई गई है। योजना नई दिल्ली, मध्य दिल्ली और अन्य प्रमुख स्थानों को G20 शिखर सम्मेलन से पहले भीख-मुक्त बनाने की है। लेकिन हम पूरी राजधानी को भीख-मुक्त बनाने की योजना बना रहे हैं।

राज कुमार आनंद ने कहा, “समाज कल्याण विभाग भी आश्रय घरों को बढ़ाने की योजना बना रहा है और सेवा कुटीर और लामपुर में दो नए कौशल केंद्र बना रहा है। इस साल तक काम पूरा हो जाएगा और भिखारियों को ब्यूटीशियन, सिलाई और अन्य पाठ्यक्रमों जैसे व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किए जाएंगे। ताकि वे भीख मांगना बंद कर सकें और एक अच्छा सम्मानित जीवन अपना सकें। हम चाहते हैं कि हर कोई काम करे और एक अच्छा जीवन जिए।”

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