बिट्टू कुमार
पश्चिम चम्पारण/बेतिया। पुरे भारत को बंद का ऐलान किया गया था। यह विरोध सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के खिलाफ था, जिसे ऐतिहासिक इंदिरा साहनी मामले में लिए गए कोर्ट के निर्णय के खिलाफ बताया गया है। इसको देखते हुए पूरे भारत में सभी दुकानें, बाजार, सार्वजनिक सेवाएं और अन्य सुविधाएं को बंद करने का आह्वान किया गया था। कुछ जगहों पर धरना-प्रदर्शन भी देखा गया जबकि कुछ जगहों पर स्थिति सामान्य थी। भारत बंद का समर्थन विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने किया जिसमे प्रमुख रूप से बहुजन समाज पार्टी(बसपा), राष्ट्रीय लोक दल(प), आजाद समाज पार्टी(कांशीराम) और अन्य संगठनों की ओर से भी भारत बंद का समर्थन किया गया, साथ ही पंचशील बौद्ध विहार ने भी शांतिपूर्ण भारत बंद का समर्थन किया। वही पंचशील के झंडा लेकर संत घाट, इलम राम चौक, छावनी, चेक पोस्ट तथा शहर के सटे विभिन्न क्षेत्रों से समाहरणालय गेट पहुंच कर अपना ज्ञापन जिला अधिकारी को दिए। पंचशील बौद्ध विहार के संचालक रामदास बैठा उर्फ बुद्धदास बौद्ध का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के संवैधानिक अधिकारों का हनन होगा। क्योंकि, यह पहले से लागू आरक्षण में विशेष आरक्षण है। अब यह मुद्दा राजनीतिक दिशा में बढ़ गया है, जिसके तहत विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के द्वारा इसका विरोध जताया जा रहा है।