ईडी की चार्जशीट में खुली पोल

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 पटना। TRE-3 को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। ईओयू ने TRE-3 पेपर लीक मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। जांच में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, माफियाओं ने TRE-2 का पेपर भी लीक किया था। जानकारी अनुसार माफियाओं ने टीआर-3 का पेपर भी लीक किया था। मालूम हो कि टीआर-2 की परीक्षा 2023 में 7 से 15 दिसंबर के बीच टीआर-3 की परीक्षा हुई थी। वहीं अब इस खुलासे के बाद अभ्यर्थियों में हड़कंप मच गया है। TRE-2 में करीब 1.23 लाख अभ्यर्थी पास हुए थे।
जानकारी अनुसार भोजपुर के शिवकांत सिंह और राहुल ने पटना से मोतिहारी के लिए TRE-2 का प्रश्नपत्र लेकर निकले थे। सराय टोल प्लाजा पर बिहार सरकार की गाड़ियों में सवार कुछ लोगों ने पिकअप से प्रश्नपत्र वाला बॉक्स लिया और बदले में कुछ और दिया। मुजफ्फरपुर में फिर से दोनों गाड़ियां मिलीं और प्रश्नपत्र को वापस पिकअप में रखा गया। शिवकांत और सुमित पेपर लेकर मोतिहारी डीएम ऑफिस गए। शिवकांत को इस काम के लिए 5 हजार रुपये दिए गए थे। पिकअप के मालिक रामनिवास चौधरी ने भी पेपर लीक में अपनी संलिप्तता स्वीकारी और बताया कि उसे 8 हजार रुपये मिले थे।
TRE-3 में भी डीटीडीसी ने प्रश्नपत्र भेजने के लिए इसी पिकअप वैन का इस्तेमाल किया था और पेपर लीक हुआ था। इस दौरान नगरनौसा के एक ढाबे पर पिकअप वैन रोककर प्रश्नपत्र लीक किया गया। इस काम के लिए वैन चालक रामभवन पासवान को 7,000 रुपए दिए गए। पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया और उसका बेटा डॉ. शिव था। जानकारी अनुसार शिव को पुलिस ने पहले ही उज्जैन से सिपाही बहाली पेपर लीक मामले में उसकी गर्लफ्रेंड और साथियों के साथ गिरफ्तार किया था। शिव वर्तमान में बेऊर जेल में बंद है।
वहीं अब पटना के तीन कोचिंग संचालकों की तलाश ईओयू को टीआरई-3 पेपर लीक मामले में है। बताया जा रहा है कि इन्हीं कोचिंग संस्थानों में प्रश्नपत्र सॉल्वर कराए गए थे। संजीव मुखिया और उसके गिरोह ने टीआर-3 पेपर लीक मामले में शामिल थे। संजीव मुखिया के गिरोह ने कोंचिंग संस्थानों को पेपर दिया जिसके बाद उसे अभ्यर्थियों को भेजा गया। मालूम हो कि TRE-3 की परीक्षा पहले 15 मार्च को होनी थी लेकिन पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द हो गई। जिसके बाद दोबारा TRE-3 की परीक्षा 19 से 22 जुलाई 2024 तक हुई। बीते 13 नवंबर को आयोग ने परीक्षा का परिमाण भी घोषित किया है।
बता दें कि, TRE-3 पेपर लीक मामले में ईओयू लगातार जांच कर रही है। अब तक ईओयू ने 266 लोगों की गिरफ्तारी की है। वहीं अब ईओयू की चार्टशीट में खुलासा हुआ है कि TRE-2 का भी पेपर लीक हुआ था। बता दें कि इस घटना के जरिए सैकड़ों अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी हुई है। फिलहाल ईओयू मामले की जांच कर रही है।

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