द न्यूज़ 15
नई दिल्ली। एक बार फिर से कोरोना के बढ़ते मामलों के कारन देशभर में व्यापारिक संगठनों को व्यापार में नुकसान होने की चिंता सताने लगी है। कॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक, विभिन्न राज्यों द्वारा अनेक प्रकार के प्रतिबन्ध लगाए जाने का सीधा असर देश भर में व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियों पर पड़ा है। देश भर में विभिन्न सामानों का व्यापार पिछले 10 दिनों में औसतन 45 फीसदी कम हुआ है। वहीं देश में कुल रिटेल व्यापार लगभग 125 लाख करोड़ रुपये का होता है।
कैट ने केंद्र सरकार और सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहा है कि, कोरोना से बचाव के लिए हर संभव कदम उठाये जाएं, लेकिन प्रतिबंधों के साथ व्यापारिक और आर्थिक गतिविधियां भी सुचारू रूप से चलती रहें। देश भर के व्यापारी संगठनों के साथ सलाह भी लें और उसके बाद कोई फैसला करें।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया, “कोरोना के विभिन्न प्रकार के प्रतिबंधों के चलते देश भर में पिछले दस दिनों के व्यापार में औसतन 45 प्रतिशत की गिरावट आई है। शहर से बाहर का आने वाला खरीददार अपने शहर से बाहर नहीं निकल रहा है जबकि रिटेल की खरीददारी करने के लिए उपभोक्ता भी जरूरत पड़ने पर ही सामान खरीदने के लिए बाजार जा रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “शादियों के सीजन का व्यापार जो मकर संक्राति के दिन 14 जनवरी से शुरू होगा और जिसमें आगामी ढाई महीने में लगभग 4 लाख करोड़ रुपये के व्यापार होने का अनुमान था, उसमें विभिन्न सरकारों द्वारा शामिल होने वाले लोगों पर लगाए गए प्रतिबंधों से इस व्यापार में सीधे लगभग 75 प्रतिशत की गिरावट आई है।”
कैट के अनुसार, एफएमसीजी में 35 फीसदी, इलेक्ट्रॉनिक्स में 45 फीसदी, मोबाइल में 50 फीसदी , दैनिक उपभोग की वस्तुओं में 30 फीसदी, फुटवियर में 60 फीसदी ज्वेलरी में 30 फीसदी, खिलौनों में 65 फीसदी, गिफ्ट आइटम्स में 65 फीसदी, बिल्डर हार्डवेयर में 40 फीसदी, कॉस्मेटिक्स में 25 फीसदी, फर्नीचर में 40 फीसदी के व्यापार की अनुमानित गिरावट है।