इंद्री(सुनील शर्मा)
आर्य समाज मंदिर इंद्री में संगीतमय श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा का दिव्य आयोजन शुरू किया गया । यह श्रीमद्भागवत कथा 16 मार्च से लेकर 23 मार्च तक चलेगी । पहले दिन कथा वाचक आचार्य दिनेश शरण ने भागवत कथा की महिमा का सुन्दर गान किया । उन्होने अपने कथा वाचन में बताया गया कि श्रीमद्भागवत एक भगवान का दिव्य स्वरूप है और श्री कृष्ण का स्वरूप है । उन्होने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा को सुनने मात्र से ही मनुष्य के पाप नष्ट हो जाते है । उन्होने अपने कथा वाचन मे बताया कि धुंधुकारी अपने बुरे कर्मों के कारण प्रेत योनि में चला गया तब उसके भाई गोकर्ण ने उसे श्रीमद्भागवत कथा सुनाकर प्रेत योनि से मुक्ति दिलाई । भागवत कथा कामधेनु व कल्पवृक्ष के समान सम्पूर्ण इच्छाओं को पूरा करने वाला है । उन्होने बताया कि श्रीमद्भागवत कथा की बहुत बड़ी महिमा है जो अपने सनातन धर्म व सनातन संस्कृति को छोडक़र इधर उधर भटक रहे हैं उनको यह कथा अपने धर्म में वापिस लाने काम करती है । जितना हो सके हमें उतना इस कथा के रस का पान करना चाहिए । इस मौके पर मास्टर जीया लाल वर्मा, कमल वर्मा, विजय वर्मा, गोपाल वर्मा, विराज, अजय, विक्रम,जीयांश,प्रीत, गोपाल, आनंद व सचिन कांबोज सहित काफी संख्या मे श्रद्धालु महिलाए उपस्थित रही ।