नई दिल्ली| कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा कि डिजिटल कौशल (स्किल) अब प्रत्येक भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक भाजपा सांसद के एक सवाल के जवाब में, मंत्री ने कहा, “कोविड युग ने इस तथ्य को सामने ला दिया है कि डिजिटल कौशल हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है और तदनुसार कार्यक्रमों के नए सेट तैयार किए गए हैं और मौजूदा कार्यक्रमों के साथ हाइब्रिड मोड में पेश किए जा रहे हैं।”
भाजपा सदस्य ने जानना चाहा कि चूंकि 80 प्रतिशत किसान ‘डिजिटल’ का अर्थ भी नहीं समझते हैं, तो उन्हें इसमें प्रशिक्षित कैसे किया जाएगा।
इस पर चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार कौशल विकास के माध्यम से रोजगारपरकता और आय में वृद्धि पर काम करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
जनजातीय युवाओं और आबादी के बीच कौशल विकास का जिक्र करते हुए मंत्री ने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत व्यावसायिक प्रशिक्षण को शिक्षा में एकीकृत किया गया है। सरकार जल्द ही महाराष्ट्र की आदिवासी आबादी और देश के आदिवासी क्षेत्रों के अन्य हिस्सों में कौशल नेटवर्क पर एकलव्य स्कूलों के माध्यम से व्यावसायिक और कौशल कार्यक्रम वितरित करेगी।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ के तहत, महाराष्ट्र में 15 लाख से अधिक युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें से तीन लाख से अधिक आदिवासी युवाओं को पीएमकेवीवाई के तहत प्रशिक्षित किया गया है। इसके लिए महाराष्ट्र सरकार को 90 करोड़ रुपये से अधिक का अनुदान दिया गया है।
एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने बताया, “रोजगार योग्यता हमारे द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का एक महत्वपूर्ण परिणाम है और विभिन्न योजनाएं अलग-अलग रोजगार के परिणाम प्रदान करती हैं। रोजगार और आय में वृद्धि एक ऐसी चीज है, जिसे हम हर योजना के लिए सुनिश्चित करना चाहते हैं।”
भाजपा सदस्य एस. एस. अहलूवालिया के इस सवाल पर कि प्रशिक्षण स्थानीय भाषा में दिया गया है या नहीं, मंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण के लिए स्थानीय भाषाओं का इस्तेमाल किया जाता है।