सुशासन बाबू का खेल बिगाड़ने में लगे मुकेश सहनी
2020 की तरह नीतीश की घेराबंदी में लगी बीजेपी
नीतीश ने बनाई बीजेपी से अधिक सीटें जीतने की रणनीति
122 सीटों से कम पर मानने को तैयार नहीं नीतीश
क्या हैं जीतन राम मांझी के 20 सीटें मांगने के मायने ?
चरण सिंह
नई दिल्ली/पटना। क्या 2025 के विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार का खेल बिगाड़ने के लिए विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी तैयार किये जा रहे हैं ? क्या मुकेश सहनी नीतीश के लिए वह दिक्क्तें खड़ी करने जा रहे हैं जो दिक्क्तें 2020 के चुनाव में चिराग पासवान ने खड़ी की थी ? क्या मुकेश सहनी को बीजेपी बढ़ावा दे रही है ? क्या मुकेश सहनी महागठबंधन में रहकर बीजेपी की मदद करेंगे ? यह सब प्रश्न मुकेश सहनी के नीतीश कुमार को राजनीति से संन्यास लेने की सलाह के बाद बिहार की राजनीतिक गलियों में चक्कर काट रहा है।
दरअसल विकासशील इंसान पार्टी के संस्थापक मुकेश सहनी ने मधेपुरा में एक कार्यक्रम के दौरान किसान युवाओं से बात करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने 20 साल में बिहार के लिए क्या किया है ? नीतीश कुमार को संन्यास ले लेना चाहिए। नीतीश कुमार को न तो बिहार से मतलब है और न ही बिहार के लोगों से उन्हें तो मतलब बस अपनी कुर्सी से है। ऐसे में प्रश्न उठता है कि 2022 तक नीतीश सरकार में मंत्री रहे मुकेश सहनी बीजेपी पर तो हमला नहीं बोल रहे हैं पर नीतीश कुमार पर पूरी तरह से आक्रामक हैं। तो क्या मुकेश सहनी बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं ? क्योंकि नीतीश की कमजोरी के फायदा बीजेपी को मिलेगा न कि आरजेडी को। आरजेडी तो चाहती ही है कि बीजेपी को रोकने के लिए नीतीश कुमार का बिहार की राजनीति में सक्रिय रहना जरूरी है। यह अपने आप में दिलचस्प है कि एक ओर नीतीश कुमार किस भी हालत में बिहार का मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो एक ओर उनके ही मंत्री रहे मुकेश सहनी उनको संन्यास लेने की सलाह दे रहे हैं।
देखने की बात यह है कि नीतीश कुमार ने बीजेपी को बैकफुट पर लाकर खड़ा कर दिया है। नीतीश कुमार किसी भी हालत में 122 सीटों से कम पर नहीं मानने जा रहे हैं। जानकारी मिल रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नीतीश कुमार को 122 सीटें देने को कह भी दिया है। ऐसे में बीजेपी का प्रयास होगा कि जिस तरह से 2020 के विधानसभा चुनाव में चिराग पासवान ने जदयू के वोट काटे थे तो ऐसे ही 2025 में कोई नेता जदयू के वोट काटे। तो क्या यह काम मुकेश सहनी करने जा रहे हैं।