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Developed India Sankalp Yatra : नव भारत निर्माण में मील का पत्थर

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रमेश पोखरियाल “निशंक”

स्वतंत्र भारत के इतिहास में प्रधान मंत्री मोदी उन चुनिंदा राजनेताओं मैं है जिनसे जमीनी स्तर का आम आदमी भी एक जुड़ाव महसूस करता है। पी एम मोदी के संकल्पों में उसे अपना और अपने परिवार कल्याण नज़र आता है। उनकी प्रतिबद्धता में उन्हें नए भारत की तस्वीर दिखती है। हाल में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 09 दिसंबर को ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ के लाभार्थियों के साथ वर्चुअली बातचीत करते हुए, सरकार द्वारा लागू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में विस्तार से बात करते हुए एक बड़ी बात कही कि समाज के गरीब और वंचित वर्ग उनके वीआईपी हैं। उन्होंने हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत के लिए लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “समाज के गरीब और दलित वर्ग मेरे वीआईपी हैं।” हर मां, हर बेटी मेरी वीआईपी है। हर किसान मेरा वीआईपी है।” प्रधानमंत्री यहीं नहीं रुके उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा के उदेश्यों को स्पष्ट करते हुए कहा “विकसित भारत संकल्प यात्रा सरकारी लाभों को संतृप्त करने पर केंद्रित है, यह सुनिश्चित करते हुए कि वे पूरे भारत में नागरिकों तक पहुंचें”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ सरकार की एक महत्त्वपूर्ण और व्यापक कार्यक्रम है जो भारत के कोने कोने तक जान जागरूकता फैलाने और भारत को विकसित देश बनाने के लिए एक प्रतिज्ञा लेने के लिए प्रेरित करता है। इसके साथ ही, इस यात्रा से वो लोग जिन्हें अभी तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की योजनाओं का लाभ नहीं मिला है, उन्हें उन योजनाओं के लाभ प्राप्त करने की सुनिश्चितता दी जाएगी। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ 15 नवंबर को शुरू हुई थी। जनजातीय नायक बिरसा मुंडा की जयंती के दिन यानी 15 नवंबर को, जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने झारखंड के खूंटी जिले से ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ को हरी झंडी दिखाई।सरकार के प्रमुख कल्याणकारी कार्यक्रमों के संदेश प्रचारित करने वाली 5 विशेष रूप से डिजाइन की गई आईईसी (सूचना, शिक्षा और संचार) वैन खूंटी जिले और आसपास के क्षेत्रों में स्थित बड़ी आदिवासी आबादी वाली विभिन्न ग्राम पंचायतों से रवाना की गईं। इसी तरह की आईईसी वैनों को देश भर के बड़ी आदिवासी आबादी वाले 68 जिलों से राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, केंद्रीय मंत्रियों, राज्य मंत्रियों जैसे महत्वपूर्ण गणमान्य व्यक्तियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा का मुख्य लक्ष्य सभी योजनाएं को लेकर लोगों तक पहुंचना है। मैंने इस बात को स्वयं यात्रा के दौरान महसूस किया है कि विकसित भारत संकल्प यात्रा उन लोगों तक पहुँचने का एक बड़ा माध्यम बन गई है जो अब तक सरकारी योजनाओं से नहीं जुड़ पाए हैं” प्रधानमंत्री मोदी की अगुवाई में सम्पूर्ण भारत की यह संकल्प यात्रा सभी हितधारकों को साथ लेकर सशक्त भारत का संकल्प है। “संकल्प विकसित भारत’ एक राष्ट्रव्यापी अभियान है जो सरकारी योजनाओं को पूरी तरह से देशभर में पहुंचाने के लिए संचार कार्यों के माध्यम से जागरूकता फैलाने के साथ लोगों भारतीय सरकार के सभी ग्राम पंचायतों, नगर पंचायतों और शहरी स्थानीय निकायों को आच्छादित करेगा ।
अगर इस महान अभियान के उद्देश्यो पर दृष्टिपात पात किया जाए तो हम कह सकते हैं कि यह समाज के वंचित, पिछड़े गरीब तबके तक पहुँचने की कवायद है जो वर्ग जो विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत पात्र हैं, लेकिन अभी तक उन्होंने इसका लाभ नहीं उठाया है। सूचना प्रसार और जागरूकता उत्पन्न कर लोगों को सरकारी योजनाओं के बारे में शिक्षित करना इस संकल्प का महत्वपूर्ण उद्देश्य है। इसके लिए योजनाओं के लाभार्थियों से उनकी व्यक्तिगत अनुभवों और कहानियों के माध्यम से संवाद कर यात्रा के दौरान वे विवरण जुटाकर उन्हें नामांकित किया जाना है जो योजनाओं के पात्र हैं लेकिन उन्होंने अभी तक लाभ नहीं उठाया है।

पूर्ण तौर पर समावेशिता के सिद्धांत पर आधारित यह यात्रा समग्र, सहयोगात्मक दृष्टिकोण अपनाकर सभी हितधारकों की भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ एक विशेष प्रकार की विलक्षण यात्रा है जो केंद्र सरकार की उपकारी और कल्याणकारी योजनाओं को आम जनता तक पहुंचाने के लिए शुरू की गई थी लेकिन आज यह लोगों के भीतर एक नए उत्साह, ऊर्जा का संचार कर रही है । इस यात्रा का मुख्य ध्यान लोगों तक पहुंचाने में है, ताकि उन्हें विभिन्न सरकारी योजनाओं के बारे में जानकारी मिल सके और वे विभिन्न सुविधाओं का लाभ उठा सकें। इस यात्रा में कई कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार किया जाएगा जैसे कि आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वलता योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, और अटल पेंशन योजना। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है विभिन्न सरकारी योजनाओं की समाप्ति तक पहुंच जाना और लोगों को इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करना है ।
प्रधानमंत्री मोदी ने भी कहा है , “‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ सरकारी योजनाओं को जिन लोगों तक पहुंचाने में असमर्थ थे, वो इसमें जुड़ सके हैं। उन्होंने आगे बताया कि ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’की यात्रा अब तक कम से कम एक महीने में 40 हजार गांव पंचायतों और कई शहरों तक पहुंची है जहां 1.25 करोड़ से अधिक लोगों ने ‘मोदी की गारंटी’ वाहन से जुड़ा। उन्होंने लोगों की आभारी भावना को देखकर खुशी व्यक्त की और साफाई अभियान, जागरूकता के लिए प्रभात फेरी, बच्चों के बीच विकसित भारत की चर्चा, रंगोली बनाना और हर घर के द्वार पर दीप जलाने जैसी कई गतिविधियों का उल्लेख किया।
मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि यात्रा की स्वागत के लिए पंचायतों ने खास समितियाँ बनाई हैं और वहां की शैक्षिक संस्थाओं में बच्चों और वृद्धों की भागीदारी भी कार्यक्रम में सुनिश्चित हुई है । प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत नए लाभार्थियों की संख्या, आयुष्मान कार्डों की वितरण, लाखों लोगों का स्वास्थ्य जाँच, और अयुष्मान आरोग्य मंदिरों की यात्रा की सुविधा से लोगों की जिंदगी बहुत आसान बनी है । प्रधानमंत्री ने एक बार कहा सरकार माँ-बाप नहीं, बल्कि माँ-बापों के लिए सेवा करने वाली सरकार हैं। प्रधानमंत्री का यह कथन कि देश का हर गरीब वीआईपी है , नारी, बहन, बेटी, किसान, और युवाओं भी अत्यंत महत्वपूर्ण है -यह सब प्रधानमंत्री की कल्याणकारी योजनाओं में शुमार है । मुझे अच्छी बात यह लगी कि देश की कल्याणकारी योजनाओं में महिलायें सबसे अधिक लाभान्वित रही । प्रधानमंत्री आवास योजना में 70 प्रतिशत महिला लाभार्थी हैं और 4 करोड़ घरों में से 7 में से 10 लोग महिलाएं हैं। उन्होंने युवाओं और गरीबों की समर्थन की सराहना की और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन की बात की। प्रधानमंत्री ने यात्रा की लोगों के जीवन मंत्र बनाने की अपील की और सबका प्रयास से ही भारत विकसित होगा, ये सारी कोशिशें हमें मिलकर करनी हैं। जिस प्रकार से संकल्प यात्रा को लोगों का सहयोग, स्नेह और समर्थन मिल रहा है उससे यह पक्का है की नए विकसित भारत के निर्माण में यह यात्रा मील का पत्थर साबित होगी।

(लेखक भारत के पूर्व शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मंत्री हैं)