
इस्लामाबाद/नई दिल्ली। जिस तरह से सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली जा रही हैं कि पाकिस्तान को जाने वाली नदियां सूख गई हैं। ऐसा कुछ नहीं है। ये नदियां सामान्य रूप से बह रही हैं। यह जानकारी इंडिया टुडे की OSINT टीम के सरकारी आंकड़ों और सैटेलाइट तस्वीरों के विश्लेषण में पाया गया है। दरअसल कश्मीर के पहलगाम में बीते महीने हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने अहम कई कदम उठाए हैं। इनमें पाक नागरिकों का वीजा रद्द करने, बॉर्डर बंद करने, हवाई स्पेस बंद करने और सिंधु जल समझौता तोड़ने जैसे फैसले शामिल हैं। इनमें खासतौर से सिंधु जल संधि (IWT) को लेकर कई तरह के दावे हैं।
पाकिस्तान को जाने वाला पानी फिलहाल सामान्य तरीके से बह रहा है लेकिन इसका यह मतलब यह नहीं है कि IWT पर भारत की ओर से लिए गए फैसले का कोई असर नहीं होने जा रहा है। रिपोर्ट कहती है कि भारत की ओर से पाकिस्तान को पानी छोड़ने के बारे में डाटा नहीं दिया जाएगा तो पाक में सिंचाई का सिस्टम गड़बड़ा जाएगा। इससे वहां खेती के साथ-साथ बाढ़ को रोकने की व्यवस्था पर भी असर होगा।
यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने भी सैटेलाइट से सिंधु समझौते के तहत आने वाली नदियों की तस्वीरें ली हैं। इससे पता चला है कि IWT निलंबन के बाद नदियों में पानी के बहाव में कोई बदलाव नहीं आया है। भारत में बने आखिरी बांधों- झेलम नदी पर उरी बांध, चिनाब पर बगलीहार बांध और सिंधु पर नीमू बाजगो बांध में पानी का बहाव सामान्य है। इसी तरह पाकिस्तान में इन नदियों पर बने पहले बांधों- मंगला, मराला और जिन्ना बैराज में भी पानी सामान्य तरीके से बह रहा है।