मुंगेर। भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति, बिहार द्वारा सरस्वती विद्या मंदिर, मुंगेर में पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती वर्ष के मौके पर विभाग स्तरीय मातृशक्ति सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन एवं विद्यालय की बहनों द्वारा वंदना के साथ हुआ।
आचार्या शीला मेहता ने अतिथियों का परिचय कराया और स्वागत किया। सरस्वती शिशु मंदिर सादीपुर की आचार्या अल्पना शर्मा ने कार्यक्रम की प्रस्तावना रखते हुए कहा कि पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती वर्ष को यादगार बनाने के लिए विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान द्वारा देश भर में चलने वाले सभी सरस्वती शिशु/विद्या मंदिरों में अनेक प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
विशिष्ट अतिथि, प्रख्यात स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. कविता वर्णवाल ने कहा कि पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर नारियों के लिए प्रेरणास्रोत हैं। वह अपनी न्यायप्रियता के लिए प्रसिद्ध हैं। जो संघर्ष के साथ आगे बढ़ता है उसे समाज का भी सहयोग मिलता है। अपनी सभ्यता और संस्कृति को कायम रखते हुए आगे बढ़ें। महिलाओं के स्वास्थ्य और जागरूकता पर चर्चा की।
मुख्य अतिथि, भाजपा महिला मोर्चा की क्षेत्रीय प्रभारी स्वाति सिंह ने महिलाओं की सशक्त भूमिका और शिक्षा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हम सभी माताएं भी अपने अंदर की ऊर्जा को जगाकर अहिल्याबाई होलकर बन सकते हैं।
मौके पर उपस्थित मुंगेर नगर निगम की महापौर कुमकुम देवी ने मुंगेर की महिलाओं की समस्याओं को समाधान करने का आश्वासन दिया।
भारती शिक्षा समिति एवं शिशु शिक्षा प्रबंध समिति के प्रदेश सचिव प्रदेश सचिव प्रदीप कुमार कुशवाहा ने अपने संबोधन में मातृशक्ति को समाज का आधार बताते हुए कहा कि महिलाएं परिवार और समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
अध्यक्षीय उद्बोधन में सरस्वती विद्या मंदिर पुरानीगंज के बालिका खंड की प्रधानाचार्या कीर्ति रश्मि ने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी।
कार्यक्रम का सफल संचालन आचार्या मधु यादव जबकि आभार ज्ञापन आचार्या खुशबू झा ने किया। कार्यक्रम का समापन वंदे मातरम के साथ हुआ।
विभाग स्तरीय मातृशक्ति सम्मेलन आयोजित
