प्रवर्तन निदेशालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सत्येंद्र जैन को वीआईपी ट्रीटमेंट देने की शिकायत की थी, इसी के बाद एमएचए ने रिपोर्ट तलब की है
जेल में बंद आम आदमी पार्टी के नेता सत्येंद्र जैन को वीआईपी ट्रीटमेंट देने का आरोप है। अब इस मामले में गृह मंत्रालय ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी से रिपोर्ट मांगी है। दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से सत्येंद्र जैन को वीआईपी ट्रीटमेंट देने की शिकायत की थी। इसी के बाद एमएचए ने रिपोर्ट तलब की है। ईडी ने गृह मंत्रालय को अपनी शिकायत में कहा है कि सत्येंद्र जैन की जेल के अधिकारियों से मिलीभगत है और उन्हें तमाम रियायत दी जा रही है।
ईडी ने अदालत को इस मामले में एक हलफनामा भी सौंपा है, जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी ने बताया कि सत्येन्द्र जैन को तिहाड़ जेल में पैर और पीठ की मालिक समेत सभी सुविधाएं मुहैया कराई जा ही हैं। ईडी ने कोर्ट को बताया कि सत्येंद्र जैन मंत्री भी हैं और वह अपने पद का दुरुपयोग पर अनुचित लाभ उठा रहे हैं।
12 जून से जेल में हैं दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन
ज्ञात हो कि 2 जून को दिल्ली के मंत्री सत्येंद्र जैन मनी लांड्रिांग केस में जेल में बंद हैं। सत्येंद्र जैन की जमानत की याचिका पर 5 नवम्बर को सुनवाई होनी है। सत्यंेद्र जैन की ओर से वरिष्ठ वकील हरिहरन ने कोर्ट को बताया कि जैन किसी भी कंपनी के मालिक खुद नहीं है। इस वजह से उन पर कोई मामला नहीं बनता है। इसलिए उन्हें जमानत दी जानी चाहिए। ५ नवम्बर को दिल्ली के मंत्री की जमानत की याचिका प्रवर्तन निदेशालय के वकील भी अपना पक्ष अदालत में रखेंगे।
जेल में अन्य आरोपियों से भी हाती है जैन की घंटों तक मीटिंग
ईडी ने बताया था कि सत्येंद्र जैन की पत्नी पूनम जैन उनसे मिलने के लिए जेल में आती थीं और निर्धारित समय से ज्यादा देर तक उनकी मुलाकात चलती थी। ये पूरी तरह से गलत है सीसीटीवी फुटेज का हवाला देते हुए ईडी ने आगे बताया कि इस मामले के दो अन्य आरोपी अंकुश जैन और वैभव जैन भी आए दिन सत्येंद्र जैन से मुलाकात करने आते हैं और घंटों उनकी मीटिंग होती रहती है। वहीं तिहाड़ जेल प्रशासन ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा था कि सत्येंद्र जैन की सेल से बाहर से कोई नहीं आया है।