अबू धाबी, डेक्कन ग्लैडिएटर्स ने बिना कोई विकेट गंवाए दिल्ली बुल्स को 56 रनों से हराकर अपना पहला अबू धाबी टी10 खिताब जीता। ग्लैडिएटर्स के सलामी बल्लेबाज आंद्रे रसेल और टॉम कोहलर-कैडमोर ने ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए टीम में 159 रन जोड़े। लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली बुल्स सात विकेट खोकर 103 रन ही बना पाई।
बुल्स के सलामी बल्लेबाज चंद्रपॉल हेमराज ने आगे बढ़ाने की कोशिश की, उन्होंने पांचवें ओवर में रसेल को दो चौके और एक छक्का लगाया। हालांकि, वह दूसरे छोर पर साझेदारों को खोते रहे। हेमराज ने 20 गेंदों पर 42 रनों की तेजतर्रार पारी खेली, लेकिन क्रीज पर उनका रुकना तब खत्म हुआ जब उन्हें छठे ओवर में श्रीलंका के वानिंदु हसरंगा ने आउट किया।
बुल्स के ओडियन स्मिथ, वानिंदु हसरंगा और टाइमल मिल्स ने दो-दो विकेट लिए। इससे पहले आंद्रे रसेल और टॉम कोहलर-कैडमोर ने अबू धाबी टी10 के इतिहास में सबसे ज्यादा साझेदारी दर्ज की। सलामी बल्लेबाजों ने 10 ओवर में 159/0 बनाए। आंद्रे रसेल ने 32 गेंदों में नौ चौकों और सात छक्कों की मदद से 90 रनों की शानदार पारी खेली और टॉम कोहलर-कैडमोर ने उनका समर्थन किया, जिन्होंने 28 गेंदों में 59 रन बनाए। कोहलर-कैडमोर ने अपनी पारी के दौरान तीन चौके और पांच छक्के लगाए।
टूर्नामेंट में छह विकेट लेने वाले दिल्ली बुल्स के शिराज अहमद ने ‘यूएई प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ का पुरस्कार जीता। डोमिनिक ड्रेक्स ने ‘बॉलर ऑफ द टूर्नामेंट’ का पुरस्कार जीता। दिल्ली बुल्स के तेज गेंदबाज ने अबू धाबी टी10 में 19 विकेट चटकाए।
रहमानुल्ला गुरबाज को ‘बैटर ऑफ द टूर्नामेंट’ का पुरस्कार मिला। दिल्ली बुल्स के बल्लेबाज ने टूर्नामेंट में 343 रन बनाए। वनिंदु हसरंगा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। डेक्कन ग्लैडिएटर्स के लेग स्पिनर भी 21 विकेट के साथ सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे।
संक्षिप्त स्कोर: डेक्कन ग्लैडिएटर्स 159/0 (आंद्रे रसेल 90 नाबाद, टॉम कोहलर-कैडमोर नाबाद 59 नाबाद) ने दिल्ली बुल्स को 103/7 (चंद्रपॉल हेमराज 42, आदिल राशिद 15 नाबाद; वनिन्दु हसरंगा 2/20) को 56 रनों से हराया।