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पुलिस कस्‍टडी में फंदे से लटका मिला युवक का शव, पूरी चौकी सस्‍पेंड

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ऋषि तिवारी
ग्रेटर नोएडा। बिसरख थाना इलाके की चिपियान चौकी ग्रेटर नोएडा वेस्ट के वीरवार को पुलिस हिरासत में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक का शव फांसी के फंदे से चौकी के अंदर लटका हुआ मिला है। आनन-फानन में पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लखनऊ स्थित डीजीपी मुख्यालय के लोक शिकायत प्रकोष्ठ से आई दुष्कर्म के आरोप की जांच में पूछताछ के लिए पुलिस युवक को हिरासत में लेकर पुलिस चौकी लाई थी।

मृतक एक बेकरी में काम करता था। आरोप लगाने वाली युवती भी उसी बेकरी में काम करती थी। हिरासत में मौत के बाद अब इस मामले में पुलिस पर गंभीर आरोप लगे है। परिजनों ने पांच लाख रुपये की रिश्वत पुलिस को न देने पर हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर चिपियाना पुलिस चौकी पर तैनात सभी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके बाद भी मृतक के परिजनों ने हंगामा किया और दोषी पुलिस कर्मियों को गिरफ्तार किए जाने की मांग करते हुए सड़क पर जाम लगा कर प्रदर्शन किया।

मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने उन्हें समझा बुझा कर शांत किया और शव का पंचनामा भर तीन डाक्टरों का पैनल गठित कर पोस्टमार्टम कराया गया। जिसकी विडियो रिकार्डिंग भी की गई। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। जो शव को अपने पैतृक गांव ले गए। इस दौरान पुलिस कर्मी ने जेवर बार्डर तक शव के साथ रहे। पुलिस को आशंका था कि शव को रास्ते में कहीं रख कर परिजन प्रदर्शन न कर दे। पुलिस ने देर रात मृतक के परिजनों की शिकायत पर दो महिलाओं के खिलाफ केस दर्ज किया है।

 

परिजनों ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप

 

घटना के बाद मृतक योगेश के परिजनों ने चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक के भाई जितेंद्र ने पुलिस पर पैसे न देने पर हत्या करने का आरोप लगाया है। जितेंद्र ने बताया कि बुधवार को पुलिस मेरे भाई को उठाकर चिपियाना चौकी लाई थी। उसे छोडऩे की एवज में पुलिस ने जितेंद्र से पांच लाख रुपये मांगे थे। जितेंद्र ने बताया कि रात में ही पुलिस को 50 हजार रुपये दे दिए और उन्हें एक हजार रुपये शराब के लिए दिए थे। बचे हुए साढ़े चार लाख रुपये सुबह देने थे। उन्होंने कहा कि सुबह के समय पुलिस ने उसे छोडऩे को कहा, लेकिन पुलिस ने योगेश को फांसी लगाकर मार दिया।

 

पूरी पुलिस चौकी सस्पेंड, मचा हडक़ंप

 

पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह के निर्देश पर घटना की गंभीरता को देखते हुए पूरी पुलिस चौकी पर तैनात प्रशिुक्ष दारोगाओं को छोड़ कर पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पूरी घटना की जांच एडिशनल डीसीपी नोएडा को सौंपी गई है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि घटना में लापरवाही सामने आने पर दोषी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पूरी पुलिस चौकी निलबिंत होने के बाद पुलिसकर्मियों से लेकर आला अधिकारियों तक हडक़ंप मचा हुआ है।

 

बदनामी के डर से मौत को लगाया गले या पुलिस की पिटाई से हुई मौत

 

योगेश की मौत पुलिस की पिटाई के दौरान हुई या फिर योगेश ने समाज में अपनी बदनामी के डर से मौत को गले लगाया। यह अब जांच का विषय है। पुलिस कमिश्नरेट से मिली जानकारी के मुताबिक, योगेश की सहकर्मी ने दुष्कर्म करने के आरोप में एक प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसकी पूछताछ के लिए योगेश को चौकी पर पूछताछ के लिए बुलाया गया। सुबह चौकी क्षेत्र में एक आत्महत्या की घटना हुई थी। जिस पर चौकी पर तैनात पुलिस कर्मी वहां चले गए। उसी बीच चौकी के कमरे में मौजूद योगेश ने गमछे से खिडक़ी की ग्रिल से फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। आशंका है कि योगेश ने बदनामी होने के डर से खुद की जीवन लीला समाप्त कर ली। सूत्रों के मुताबिक इससे पहले भी इस प्रकरण की जांच बिसरख थाना पुलिस के पास आई थी जहां दोनों पक्षों ने अपनी अपनी बात रखी थी। युवती के अडियल रवैये से योगेश परेशान था। जांच में उस वक्त कुछ नहीं पाया गया था। इसके बाद युवती ने लखनऊ में जाकर शिकायत दे दी। परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। फील्ड यूनिट की मदद से मौके से सबूत एकत्र किए गए हैं।