प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकसभा है वाराणसी। कबीरचौरा पर सरकारी मंडलीय अस्पताल है। एक हफ्ते से अस्पताल के कर्मचारी, मरीज़, तीमारदार आदि नलों से बदबूदार पानी आने की शिकायत कर रहे थे।
बदबू ज़्यादा बढ़ गई तो अस्पताल के एसआईसी डॉक्टर एसपी सिंह टंकी की सफाई करने का फैसला लिया। सफाईकर्मचारी जब सौ फिट ऊंची टंकी के ऊपर पहुंचे तो उसके अंदर एक लाश तैरती दिखी। लाश सड़ कर इतनी फूल गई थी कि दो फिट चौड़े रास्ते से निकालना मुश्क़िल। पुलिस ने हाथ खड़े कर दिए। NDRF आई। 9 घंटे में पूरा काम खत्म हुआ। डेडबॉडी का जूस पीने को मजबूर लोगों का क्या हाल हुआ होगा। सोच कर सिहरन होती है। शिकायत पर निबटारा यदि पहले दिन ही हो जाता तो यह नौबत न आती। ख़ैर, इतने बड़े देश में ऐसी घटनाएं होती रहती हैं। आपको बस कमल के बटन पर फोकस रखना है।