
अभिजीत पाण्डेय
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 2010 से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मांगना शुरू किया था। लेकिन, कांग्रेस ने विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया था। आज केंद्र पूरी मदद कर रही है, विशेष पैकेज दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आप लोग मेरा हाय हाय कर रहे हैं… आप लोगों का हाय हाय आप लोगो का हाय आप लोगो का हाय।
बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के तीसरे दिन विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सदन में विपक्ष के विधायकों पर भड़क गए। नीतीश कुमार ने कहा कि कहा कि सारे पार्टियों के साथ मेरी पहल पर जातिगत गणना करवाया था। आप लोग बैठ कर इस पर चर्चा करते, लेकिन, आप लोग सुनना नहीं चाहते है। सारे पार्टियों ने जातिगत गणना का सपोर्ट किया था। नीतीश कुमार आरजेडी महिला विधायक पर भड़क गए और कहा कि आप लोग सुनना नहीं चाहते हैं। 2005 के बाद हमने महिलाओं को आगे बढ़ाया था।
सदन की कार्यवाही के दौरान नीतीश कुमार ने विपक्षी विधायकों के हंगामे के बीच कहा कि जातिगत गणना में हमने सब कुछ की जानकारी ली. उसके बाद आरक्षण का दायरा भी बढ़ाया। जातिगत गणना के बाद 94 लाख गरीबो की पहचान की। उनके विकास के लिए सरकार ने तय किया, दो दो लाख रुपया देना शुरू कर दिया।
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि आरक्षण को लेकर पटना हाईकोर्ट ने रोक लगाई है।लेकिन, राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। साथ ही नौवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए भी आग्रह किया।
सीएम ने नीतीश कुमार ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि 2010 से बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मांगना शुरू किया था। लेकिन, कांग्रेस ने विशेष राज्य का दर्जा नहीं दिया था। आज केंद्र पूरी मदद कर रही है, विशेष पैकेज दिया जा रहा है। नीतीश कुमार ने विरोधियों पर निशाना साधते हुए कहा कि आप लोग मेरा हाय हाय कर रहे हैं… आप लोगों का हाय हाय आप लोगो का हाय आप लोगो का हाय।
सबसे पहले आरजेडी, कांग्रेस और माले के विधायकों ने विधानसभा के पोर्टिको में नारेबाजी की। विधायक नए आरक्षण को 9वींअनुसूची में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। वहीं इससे पहले बुधवार को कांग्रेस विधायक झाल बजाते हुए विधानसभा पहुंचे। कांग्रेस ने कहा कि अगले पांच साल झाल बजाएंगे।