135 आरजेडी, 55 कांग्रेस और 29 पर वामपंथी दलों को टिकट!
चिराग पासवान को महागठबंधन में लाने का हो रहा प्रयास
बी प्लान में जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा पर डोरे!
सी प्लान में बीजेपी, जदयू, हम के बागी नेताओं को टिकट
नीतीश को महागठबंधन में न लेना को हुआ निर्णय!
चरण सिंह
नई दिल्ली। ऐसे ही लालू प्रसाद ने आरजेडी की कमान अपने छोटे बेटे तेजस्वी यादव को नहीं दी है ? ऐसे ही तेजस्वी यादव चाचा को महागठबंधन न लेने की बात कर रहे हैं। दरअसल तेजस्वी यादव ने बिहार में महागठबंधन की सरकार बनाने का एक ब्लूप्रिंट तैयार किया है। उस ब्लू प्रिंट से लालू प्रसाद, राहुल गांधी और वामपंथी दल भी संतुष्ट हैं।
दरअसल इस ब्लू प्रिंट में आरजेडी ने अपने पास 135 सीटें रखी हैं तो कांग्रेस को 55 भाकपा (माले) को 19 भाकपा को 6 और माकपा को 4 सीटें दी गई हैं। 24 सीटों के लिए चिराग पासवान को मनाया जा रहा है। यदि चिराग पासवान नहीं मानते हैं तो बी प्लान में जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा पर डोरे डाले जाएंगे। यदि यहां भी बात नहीं बनती है तो फिर बीजेपी, जदयू, लोजपा (आर) और हम के बागी नेताओं को टिकट देने का प्लान है।
दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी 144 सीटों पर लड़ा था और 75 सीटें जीती थी। कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 सीटें जीती थी। भाकपा (माले) 19 पर लड़ी और 12 जीती, भाकपा 6 पर लड़ी और दो जीती ऐसे ही माकपा 4 पर लड़ी और दो सीट जीती। मतलब महागठबंधन को 110 सीटें मिली थी।
2020 के विधानसभा चुनाव में 125 सीटें जीतकर एनडीए ने सरकार बनाई थी। बीजेपी ने 74 सीटें जीती थी तो जदयू 43 पर सिमट गई थी। कम सीटें जीतने के बावजूद नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाया गया था। तब यह खबर निकलकर सामने आई थी कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर ऐसा किया गया था। तब ऐसी खबर निकलकर सामने आ आई थी कि मुख्यमंत्री बनाने के निर्णय की बैठक में उपस्थित राजनाथ सिंह जेपी नड्डा और भूपेंद्र यादव ने विशेष रूप से नीतीश कुमार से बोला था कि पीएम मोदी के निर्देश हैं कि आपको ही मुख्यमंत्री बनाया जाए, क्योंकि आपके चेहरे पर चुनाव लड़ा गया है। यही वजह है कि अब नीतीश कुमार ने विधानसभा चुनाव से पहले खींचतान के चलते पीएम मोदी को एक पत्र लिख दिया है।
दरअसल एनडीए में चिराग पासवान नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं तो जीतन राम मांझी ने टिकटों को लेकर बगावत कर दी है। खुद नीतीश कुमार के दो सिपहसालारों के गृह मंत्री अमित शाह से सटने की ख़बरें आ रही हैं। ऐसे में तेजस्वी यादव एनडीए में चल रही फुट का फायदा चुनाव लड़ने और सरकार बनाने में उठाना चाहते हैं।