जी दोस्तों मोहब्बत और इंसानियत ही इबादत है। इबारत है। जीवन का यही अंतिम सत्य है। इसे जीना होगा। हमको और आपको। सबको। वरना मौलाना और पंडित जी भड़काते रहेंगे। हमारी भावनाओं को। बांटते रहेंगे हमें, हमारे धर्म के आधार पर। पर हम बटेंगे नहीं। कहां बंटे हैं। तो हमने एक कोशिश की है। हास्य और व्यंग के जरिए सच बताने की। उम्मीद है। आपका साथ मिलेगा। अगले हफ्ते चीप टॉप लेकर फिर हाजिर होंगे। तब तक आप देखते रहिए द न्यूज़ 15.