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प्रशासन की ओर से करनाल जिला के 5 स्थानों पर हुआ नागरिक सुरक्षा अभ्यास

सांय 4 बजे एयर स्ट्राइक के मद्देनजर बजे सायरन से सभी हो गए सचेत एवं सतर्क
डीसी उत्तम सिंह ने मॉक ड्रिल की हर गतिविधि पर रखी पैनी नजर

करनाल, (विसु)। राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास के तहत बुधवार शाम 4 बजे करनाल जिला में एयर स्ट्राइक के मद्देनजर मॉक ड्रिल का आयोजन हुआ। जिला में लघु सचिवालय परिसर, पुराना बस अड्डा, यूएचबीवीएन बिल्डिंग, गवर्नमेंट कॉलेज और पुरानी सब्जी मंडी के नजदीक पब्लिक हेल्थ के कार्यालय में निर्धारित समयावधि में मॉक ड्रिल हुई। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के चेयरमैन एवं डीसी उत्तम सिंह के नेतृत्व में जिला में योजनाबद्ध तरीके से नागरिक सुरक्षा अभ्यास किया गया जिसमें आपदा की स्थिति में हुई जान माल की रक्षा के लिए पर्याप्त व्यवस्था सुनिश्चित की गई।

डीसी एवं चेयरमैन उत्तम सिंह ने बताया कि गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आयोजित राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास के तहत करनाल जिला में नागरिक सुरक्षा तंत्र और आपातकालीन प्रतिक्रिया का परीक्षण और सुदृढ़ीकरण करने के उद्देश्य से मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। मॉक ड्रिल में सायं 4 बजे साइरन के साथ सभी चिन्हित स्थानों पर अभ्यास शुरू हुआ और जिन भवनों में प्रथम, द्वितीय व तृतीय तल पर लोग मौजूद थे वे तुरंत प्रभाव से भू तल पर आ गए और स्वयं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंच गए। जहां कहीं भी आपदा की स्थिति के दौरान लोग ऊपरी तलों पर फंस गए थे उन्हें सुरक्षित तरीके से फायर बिग्रेड कर्मियों, एसडीआरएफ, पुलिस व आपदा मित्रों द्वारा नीचे उतारा गया और इलाज के लिए निकटवर्ती अस्पताल में पहुंचाया गया।

आमजन को जागरूक करने के लिए की गई मॉक ड्रिल, अफवाहों पर न दे ध्यानः डीसी

 

डीसी उत्तम सिंह ने बताया कि शाम 4 बजे सायरन बजाकर सरकारी विभागों और स्वयंसेवकों सहित सभी हितधारकों को शामिल करते हुए महत्वपूर्ण और रणनीतिक स्थानों पर मॉक ड्रिल ऑपरेशन शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि इस मॉक ड्रिल के माध्यम से लोगों को जागरूक किया गया कि ऐसी स्थिति आने पर आश्रय के रूप में एक सुरक्षित आंतरिक कमरे या तहखाने की पहचान करें। फॅमिली ड्रिल्स का अभ्यास करें, लाइट बंद करें, 1-2 मिनट के भीतर सुरक्षित क्षेत्र में इकट्ठा हों। उन्होंने आमजन से अपील की है कि किसी तरह की अफवाह पर ध्यान न दें। सरकार व जिला प्रशासन द्वारा जारी सूचनाओं की अनुपालना करें।

 

क्षेत्र की गतिविधियों की रिपोर्ट तत्काल पुलिस को दें

 

डीसी उत्तम सिंह ने बताया कि यह मॉक ड्रिल आपातकालीन स्थिति में क्या करें और क्या न करें और क्या-क्या सावधानियां बरतने के उद्देश्य से करवाई गई है। उन्होंने आमजन से आह्वान किया वे अपने क्षेत्र में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत पुलिस और स्थानीय अधिकारियों को दें। राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत जिला और राज्य, दोनों स्तरों पर घटना प्रतिक्रिया प्रणाली (आईआरएस) को औपचारिक रूप से लागू कर दिया है। इस पहल का उद्देश्य प्रतिक्रिया तंत्र को सुव्यवस्थित करना, आपातकालीन स्थितियों के दौरान भ्रम को कम करना और तदर्थ उपायों पर निर्भरता को कम करना है। उन्होंने कहा कि इस अभ्यास का उद्देश्य नागरिकों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार करना तथा विकट स्थिति के दौरान बड़े पैमाने पर दहशत की संभावना को कम करना है।

 

ब्लैक आउट की अपील

 

मॉक ड्रिल के मद्देनजर डीसी उत्तम सिंह व एसपी गंगाराम पूनिया ने प्राधिकरण के सभी सदस्यों सहित अन्य गणमान्य प्रतिनिधि के साथ बैठक भी की और आपदा की स्थिति से निपटने के लिए किए जाने वाले प्रबंधों की समीक्षा की। करनाल जिला के शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में बुधवार की शाम 7:50 से 8:00 बजे तक मॉक ड्रिल में ब्लैक आउट करने की अपील भी की गई है। डीसी उत्तम सिंह ने आमजन से अपील की है कि वे अपने घर की लाइट उक्त अवधि में बंद रखें और इंडोर व आउटडोर की लाइट जिसमें इन्वर्टर से भी बिजली आपूर्ति चालू न रखें। खिड़कियों के पास फोन या एलईडी डिवाइस का इस्तेमाल करने से भी बचें।
इस दौरान एसपी गंगाराम पूनिया, एडीसी यश जालुका, एसडीएम अनुभव मेहता, सीटीएम मोनिका, रेडक्रास सचिव कुलबीर मलिक व अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

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