अनुप जोशी
रानीगंज- 13 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आखिरकार वामपंथियों का गढ़ कहे जाने वाले रानीगंज शहर के बस स्टैंड में बंद सीटू ट्रेड यूनियन कार्यालय को सीटू के स्थापना दिवस पर खोल दिया गया।
13 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद,वामपंथी श्रमिक संगठन के सदस्यों ने पार्टी कार्यालय के सामने झंडा फहराया। एक नई पहल के साथ सेंटर फॉर इंडियन ट्रेड यूनियंस के साथ सीटू पार्टी कार्यालय खुला,यहां सीटू का 55 वां स्थापना दिवस मनाया गया 30 मई को रानीगंज कोयला अंचल और औद्योगिक क्षेत्रों में सम्मान के साथ मनाया जाता है। संगठन के कार्यकर्ताओं ने रानीगंज मिनीबस ट्रांसपोर्ट यूनियन (सीटू) कार्यालय के बाहर लाल झंडा फहराया, जिस पर 2011 में तृणमूल का कब्जा हुआ था। इस अवसर पर शहीद वेदी पर पुष्पांजलि अर्पित सुप्रिया रॉय, हेमंत प्रभाकर, दिव्यांदु मुखर्जी समेत कई नेता शामिल हुए।
कोयला श्रमिक भवन,श्रमिक कार्यालय, विभिन्न यूनियन कार्यालयों तथा बल्लभपुर सहित श्रमिक जिलों में बड़ी संख्या में कामकाजी लोगों की उपस्थिति में सीटू का स्थापना दिवस मनाया गया। बंसरा,रानीगंज गराई ऑयल मिल,मंगलपुर शिल्पा नगरी में स्थापना दिवस समारोह हुआ। संगठन सदस्यों ने एकता एवं मेहनत कस लोगों के अधिकार के लिए एवं एवं आंदोलन को मजबूत करने की शपथ ली।