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बीजेपी में प्रधानमंत्री पद को लेकर बड़े टकराव के आसार!

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चरण सिंह
तो बीजेपी में प्रधानमंत्री पद को लेकर बड़ा टकराव होने जा रहा है। गृहमंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ में जो कहा वह तो विवाद बढ़ाने वाला ही लग रहा है। दरअसल अमित शाह ने कहा है कि विपक्ष कुछ भी कहता रहे यह सरकार पांच साल तक चलेगा और 2029 में भी मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे। मतलब प्रधानमंत्री मोदी 75 साल की उम्र में कोई संन्यास नहीं लेने जा रहे हैं। जबकि कहा तो यह जा रहा है कि आरएसएस ने मोदी को अपना यह संदेश भिजवा दिया है कि अगले साल आप 75 साल के होने जा रहे हैं तो संन्यास लेना ही होगा।
दरअसल अमित शाह बीजेपी में खुलकर खेल रहे हैं। बताया तो यह भी जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की लामबंदी भी अमित शाह के शह पर की जा रही है। माना जा रहा है कि अमित शाह को लगता है कि पूरी बीजेपी में एकमात्र नेता योगी आदित्यनाथ ही हैं जो उनसे टकराने का माद्दा रखते हैं। हालांकि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी केन्द्र सरकार की नीतियों पर उंगली उठा रहे हैं। अभी हाल ही में उन्होंने वित्तमंत्री सीतारमन को पत्र लिखकर कहा कि हेल्थ एंड मेडिकल इंश्योरेंस के प्रीमियम पर 18 फीसदी जीएसटी क्यों लगाई जा रही है। उन्होंने यह जीएसटी हटाने की मांग की है। हालांकि गडकरी खुलकर सामने नहीं आ रहे हैं। पर योगी आदित्यनाथ की गतिविधियां तो खुलकर मोर्चा लेने वाली लग रही हैं। दिल्ली में मुख्यमंत्री परिषद की बैठक में जिस तरह से योगी आदित्यनाथ का अमित शाह को नमस्ते न करने का वीडियो वायरल हो रहा है, उससे तो यही लग रहा है कि अब योगी आदित्यनाथ खुलकर अमित शाह के सामने आ गये हैं। माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ की पीठ पर आरएसएस का हाथ है।
देखने की बात यह है कि एक ओर अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ के खिलाफ मोर्चा खुलवा रखा है तो दूसरी ओर वह २०२९ में मोदी के प्रधानमंत्री बनने की बात कर रहे हैं। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी ऐसा ही बोल चुके हैं। दरअसल जब दिल्ली के मुख्यमंत्री ने लोकसभा चुनाव के दौरान कहा कि यदि बीजेपी प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में आई तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके पद से हटा देंगे। उन्होंने कहा था कि अगले साल प्रधानमंत्री ७५ साल के हो जाएंगे और उन्हें संन्यास लेना पड़ेगा। ऐसे में अमित शाह प्रधानमंत्री पद के बड़े दावेदार योगी आदित्यनाथ को निपटाना चाहंेगे। हालांकि भाजपा को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला और भाजपा उत्तर प्रदेश में 33 सीटों पर ही सिमट कर रह गई। अब उत्तर प्रदेश में हार का ठीकरा योगी आदित्यनाथ के सिर पर फोड़ने की कवायद केशव प्रसाद मौर्य, ब्रजेश पाठक और उनके समर्थक कर रहे हैं।