तिहाड़ जेल में सांड आश्रम!

प्रोफेसर राजकुमार जैन आपातकाल में खौफनाक माहौल बना हुआ था। घर वालों को भी पता नहीं था कि मैं कहां हूं। 3 महीने के बाद पहली बार मेरी मां को…

अमीर नेता को कोई हक़ नहीं गरीब-अमीर के बीच बढ़ती की खाई के बारे में बोलने का  ?

चरण सिंह   संविधान के 75 साल पूरे होने पर लोकसभा में चर्चा के दौरान सपा मुखिया के भाषण में पीडीए और अमीर और गरीब के बीच बढ़ती खाई मुझे महत्वपूर्ण…

शुक्रिया कैसे करूं, क्योंकि शब्दहीन हूं मैं

राजकुमार जैन 52 साल से हमसफर साथी प्रोफेसर हरीश खन्ना (भूतपूर्व विधायक दिल्ली विधानसभा दिल्ली) ने कुछ पैबंदों को जोड़कर मेरी तस्वीर के कुछ पहलुओं को कलमबंद कर कई लेखो…

योगी जी को 2027 में हैट्रिक लगाने से रोक पाना अखिलेश के लिए मुश्किल ही नहीं न मुमकिन सा है ।

अफसार मंसूरी योगी जी को यूपी की सत्ता से हटा पाना किसी भी राजनैतिक दल के लिए फिलहाल मुश्किल सा होता दिखाई दे रहा है खासकर यूपी की मुख्य विपक्षी…

टूट की ओर इंडिया गठबंधन, बिहार होगी शुरुआत!

चरण सिंह  विपक्ष संसद में तो एकता दिखा रहा है पर चुनाव में बिखर जा रहा है। दिल्ली में जहां आप और कांग्रेस अलग अलग चुनाव लड़ रही है वहीं…

कम उम्र के बच्चों के लिए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म का प्रतिबंध

पहुँच को प्रतिबंधित करने से माता-पिता और अभिभावकों को अपने बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों को बेहतर ढंग से निर्देशित करने और यह सुनिश्चित करने में मदद मिलती है कि वे…

सार्वजनिक संस्थानों में अग्नि सुरक्षा की लापरवाही

भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) द्वारा चलाए जाने वाले जागरूकता अभियान अग्नि रोकथाम और आपातकालीन प्रतिक्रिया के बारे में ज्ञान फैलाने में मदद कर सकते हैं। अग्नि सुरक्षा मानकों का अनुपालन…

बीमा सखी योजना: ग्रामीण महिलाओं को बनायेगी सशक्त

भारत के प्रधानमंत्री 9 दिसम्बर 2024 को पानीपत से महिलाओं के लिए ‘बीमा सखी’ योजना शुरू करेंगे। उल्लेखनीय है कि उन्होंने 22 जनवरी 2015 को पानीपत से ‘बेटी बचाओ बेटी…

खतरनाक होता बायोमेडिकल वेस्ट

स्वास्थ्य सेवा गतिविधियों द्वारा उत्पन्न कुल अपशिष्ट में से लगभग 85% सामान्य, गैर-खतरनाक अपशिष्ट है। शेष 15% को खतरनाक सामग्री माना जाता है जो संक्रामक, विषाक्त, कैंसरकारी, ज्वलनशील, संक्षारक, प्रतिक्रियाशील,…

Increasing Burden on Women : परिवार नियोजन में पुरुषों की कम भागीदारी

कई पुरुष इसे अपनी “मर्दानगी” पर आघात मानते हैं। वहीं, पारंपरिक धारणाएँ और ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों की कमी ने भी इस प्रक्रिया को अपनाने में रुकावटें खड़ी…