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  • डेढ़ करोड़ मूल्य के 7.5 किलो नशीले पदार्थ के साथ तस्कर गिरफ्तार

    डेढ़ करोड़ मूल्य के 7.5 किलो नशीले पदार्थ के साथ तस्कर गिरफ्तार

     तस्करों के सरगना की हुई पहचान

    मोतिहारी: पूर्वी चंपारण पुलिस ने नशीले पदार्थों की तस्करी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए नकारदेई थाना क्षेत्र में एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उसके पास से 7.5 किलोग्राम नशीले पदार्थ बरामद किया, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपए बताई जा रही है। बाकी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी पुलिस टीम के द्वारा किया जा रहा है। तस्कर गिरोह का मास्टरमाइंड नूर मोहम्म्द का नाम सामने आया है। एसपी स्वर्ण प्रभात ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि नेपाल से एक तस्कर नशीला पदार्थ लेकर आ रहा है। इस पर नकारदेई थाना पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और तस्कर को पकड़ लिया। जांच के दौरान पता चला कि यह तस्करी एक बड़े गिरोह का हिस्सा था। पुलिस ने गिरोह से जुड़े चार और तस्करों की पहचान कर ली है। जिनमें मुख्य सरगना नूर मोहम्मद भी शामिल है। वह इस नेटवर्क का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। पुलिस की टीमें फरार तस्करों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही हैं।
    एसपी ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ अभियान जारी रहेगा और इस नेटवर्क को खत्म करने के लिए विशेष रणनीति बनाई गई है। पकड़े गए तस्कर से पूछताछ की जा रही है, जिससे गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी मिलने की उम्मीद है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

  • टी-शर्ट ने चलते नहीं दी संसद, लोकसभा अध्यक्ष को कड़ी आपत्ति!

    टी-शर्ट ने चलते नहीं दी संसद, लोकसभा अध्यक्ष को कड़ी आपत्ति!

    सांसदों की टी शर्ट पर लिखे नारे देख भड़के ओम बिड़ला  

    परिसीमन के मुद्दे पर डीएमके सांसदों का प्रदर्शन, दिनभर रुकी रही संसद की कार्यवाही 

    द न्यूज 15 ब्यूरो 
    नई दिल्ली। टी-शर्टों पर नारे लिखकर विरोध प्रकट करने के कारण गुरुवार को संसद की कार्यवाही बाधित हो हुई। दरअसल डीएमके सांसद परिसीमन के मुद्दे पर प्रदर्शन करते हुए टी-शर्ट पर नारे पहनकर सदन में पहुंचे थे, जिसके चलते लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कड़ी आपत्ति दर्ज की और सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
    स्थिति यह रही कि राज्यसभा में शुरुआती मिनटों की कार्यवाही के बाद न तो कोई प्रश्न पूछा जा सका और न ही किसी विषय पर सदन में कोई चर्चा हुई। कुछ यही हाल लोकसभा का भी रहा। दोनों सदनों की कार्यवाही बाद में शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
    दरअसल डीएमके के सांसद संसद में परिसीमन का लगातार विरोध कर रहे हैं। यह परिसीमन लोकसभा की सीटों के संबंध में है। डीएमके के सांसदों ने संसद में इस पर अपना विरोध प्रकट किया। सदन के बाहर संसद परिसर में इस विषय पर पोस्टर-बैनर के साथ प्रदर्शन किया गया।

    डीएमके सांसद नारे लिखा टी-शर्ट पहनकर पहुंचे थे संसद

    डीएमके सांसद परिसीमन के संबंध में नारे लिखी हुई टी-शर्ट पहनकर सदन में पहुंचे थे। जिसे लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कड़ी आपत्ति दर्ज की और सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

    यूं ही नहीं हुआ संसद में हंगामा?

    यह हंगामा संसद में परिसीमन के मुद्दे पर हुआ। सदन में नारे लिखी हुई टी-शर्ट पहनने को लेकर आपत्ति जताई गई। लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि सदन में किसी भी प्रकार के नारेबाजी लिखकर लाना सही नहीं है। ऐसी टी-शर्ट पहनकर सदन में आना ठीक नहीं है।

    कार्यवाही शुरू होते ही हुआ हंगामा

    लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में कार्यवाही शुरू होने के कुछ देर बाद स्थगित कर दी गई। राज्यसभा में सदन की कार्यवाही को पहले 12 बजे तक के लिए स्थगित किया गया। कार्यवाही स्थगित करते हुए राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह हाउस के सभी फ्लोर लीडर्स से चर्चा करेंगे। दोबारा प्रारंभ होते ही कार्यवाही को 12.15 बजे तक के लिए स्थगित किया गया।

    लोकसभा में नहीं हो पाई कार्यवाही

    वहीं, लोकसभा में भी यही स्थिति रही। सदन में तमिलनाडु के सांसद डिलिमिटेशन के मुद्दे पर विरोध जताने के लिए नारे लिखी हुई टी-शर्ट पहनकर आए। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सदन की कार्यवाही को एक बार फिर स्थगित कर दिया। दूसरी तरफ 12.15 बजे राज्यसभा की कार्यवाही प्रारंभ होते ही इसे दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। दोपहर 2 बजे राज्यसभा की कार्यवाही प्रारंभ हुई तो इसे शुक्रवार तक के लिए स्थगित कर दिया गया।

    न शून्यकाल हुआ ना ही प्रश्नकाल

    इस दौरान राज्यसभा में न तो शून्य काल हुआ और न ही प्रश्न काल। इसके अलावा राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा भी होनी थी। इसमें आंतरिक सुरक्षा समेत गृह मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले विभिन्न विभागों पर चर्चा की जानी थी। चर्चा के अंत में गृह मंत्री अमित शाह को जवाब देना था। लेकिन, सदन की कार्यवाही स्थगित होने के कारण चर्चा भी नहीं हो सकी। बता दें कि गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा की शुरुआत बुधवार शाम को हुई थी। इस पर विपक्ष और सत्ता पक्ष के कुछ सांसदों ने अपनी बात भी रखी थी। लेकिन, सदन का समय पूरा होने के कारण बुधवार को चर्चा पूरी नहीं हो सकी थी।
  • दो दिनों में 20 कौओं की मौत से दहशत

    दो दिनों में 20 कौओं की मौत से दहशत

    भोजपुर में बर्ड फ्लू का खतरा?

    आरा। बिहार के भोजपुर जिले में अचानक कई कौओं की मौत से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। जिले के कोईलवर प्रखंड स्थित हरहंगी टोला गांव में पिछले दो दिनों में 18 से 20 कौओं की रहस्यमयी तरीके से मौत हो गई है। इससे ग्रामीणों में चिंता और भय का माहौल व्याप्त है।

    ग्रामीणों में दहशत, बीमारी की आशंका:

    स्थानीय निवासी हरे राम राय ने बताया कि पिछले दो दिनों से गांव के सागवान के बगीचे में लगातार कौओं की मौत हो रही है। पहले दिन 5-6 कौए मृत पाए गए, लेकिन धीरे-धीरे संख्या बढ़ती गई। ग्रामीणों को आशंका है कि यह किसी बीमारी का संकेत हो सकता है, जिससे अन्य पक्षियों के साथ-साथ इंसानों पर भी खतरा मंडरा सकता है।

    पशुपालन विभाग की टीम ने शुरू की जांच:

    घटना की सूचना मिलते ही पशुपालन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और प्रारंभिक जांच शुरू की। पशु चिकित्सक डॉ. विशाल शर्मा के नेतृत्व में पहुंची टीम ने मृत कौओं का परीक्षण किया। डॉ. शर्मा ने बताया कि मृत कौओं में फिलहाल बर्ड फ्लू के कोई लक्षण नहीं मिले हैं, जिससे राहत की बात है।

    बर्ड फ्लू की संभावना कम, सतर्कता बरकरार:

    डॉ. शर्मा ने बताया कि गांव के 5 किलोमीटर के दायरे में कोई भी पोल्ट्री फार्म नहीं है, जिससे बर्ड फ्लू के प्रसार की आशंका कम है। हालांकि, विभाग सतर्कता बरतते हुए इस घटना की गहराई से जांच कर रहा है।

    संक्रमण रोकने के लिए उपाय:

    एहतियात के तौर पर मृत कौओं को गड्ढे में दफनाकर चूना और मिट्टी से ढक दिया गया है, ताकि किसी भी तरह के संक्रमण का खतरा न रहे। पशुपालन विभाग की टीम लगातार निगरानी कर रही है और ग्रामीणों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

    जांच जारी, ग्रामीणों को सतर्क रहने की सलाह:

    पशुपालन विभाग ने ग्रामीणों से अपील की है कि यदि आसपास किसी भी पक्षी के असामान्य व्यवहार या अचानक मौत के मामले सामने आएं, तो तुरंत स्थानीय प्रशासन या पशुपालन विभाग को सूचित करें। विभाग ने कहा है कि बर्ड फ्लू से जुड़ी किसी भी आशंका का पूरी गंभीरता से आकलन किया जाएगा।

  • तेतरिया के फौजदार चौक पर दंगल प्रतियोगिता का आयोजन

    तेतरिया के फौजदार चौक पर दंगल प्रतियोगिता का आयोजन

    बक्सर की शिवानी ने छपरा के कृष्णा पहलवान को हराया

    मोतिहारी। तेतरिया प्रखंड स्थित फौजदार चौक पर आयोजित सुंदरकांड पाठ परिक्रमा महायज्ञ व मां संतोषी मेला में गुरुवार को महिला पुरुष दंगल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उक्त आयोजन का उद्घाटन पूर्व विधायक शिवजी राय ने फिता काटकर किया। दंगल प्रतियोगिता में विभिन्न राज्य से आए हुए नामचीन महिला व पुरुष पहलवानों ने अपने दांव पेंच दिखाए। दंगल प्रतियोगिता का नेतृत्व कर रहे अशोक यादव उर्फ महंगी पहलवान ने कोच की भूमिका निभाई ।वहीं पुरुष वर्ग की प्रतियोगिता में बेतिया के योगेंद्र पहलवान ने राजस्थान के संजय पहलवान को पटकनी दी। वहीं पुरुष महिला दंगल प्रतियोगिता में बक्सर की शिवानी ने छपरा के कृष्णा पहलवान को पटकनी दी। दंगल प्रतियोगिता को देखने के लिए काफी भीड़ लगी हुई थी। मौके पर अग्निधर प्रसाद यादव ,राधा मोहन सिंह यादव, कामता प्रसाद यादव, विद्याकांत राय, रविंद्र कुमार उर्फ बाबा यादव सहित अन्य उपस्थित रहे।

  • वैशाली में पीएनबी सीएसपी लूटकांड, 6 घंटे में 3 अपराधी गिरफ्तार

    वैशाली में पीएनबी सीएसपी लूटकांड, 6 घंटे में 3 अपराधी गिरफ्तार

     हथियार और नकदी बरामद

    वैशाली। गोरौल थाना क्षेत्र के गोढ़िया स्थित लक्ष्मी साह मार्केट में पीएनबी ग्राहक सेवा केंद्र से हथियार के बल पर डेढ़ लाख रुपये की लूट के मामले में पुलिस ने 6 घंटे के भीतर तीन अपराधियों को धर दबोचा, जबकि एक फरार है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से 25,000 रुपये नकद, देसी पिस्टल और बाइक बरामद की गई है।

    तेजी से कार्रवाई, पुलिस को मिली बड़ी सफलता:

    घटना के तुरंत बाद वैशाली एसपी के निर्देश पर डीआईयू टीम को गोरौल भेजा गया। अवर निरीक्षक अरविंद कुमार और थानाध्यक्ष रौशन कुमार की अगुवाई में पुलिस टीम ने महज दो घंटे के अंदर अपराधियों की पहचान कर लूटकांड का खुलासा कर दिया।

    गिरफ्तार अपराधी और बरामदगी:

    गिरफ्तारी गोरौल थानान्तर्गत नारायणपुर बेदौलिया गांव में हुई, जहां पुलिस ने घेराबंदी कर तीन अपराधियों को पकड़ा, जबकि एक फरार हो गया।

    एक अपराधी अब भी फरार, पुलिस की छापेमारी जारी

    गिरफ्तार अपराधियों ने लूटकांड में अपनी संलिप्तता कबूल कर ली है। पुलिस फरार अपराधी की तलाश में लगातार छापेमारी कर रही है। वैशाली एसपी ने जल्द ही चौथे अपराधी की गिरफ्तारी का दावा किया है।

  • अत्यधिक महत्वकांक्षा से टूटती परिवार के रिश्तों की डोर

    (बिखर रहे चूल्हे सभी, सिमटे आँगन रोज। नई सदी ये कर रही, जाने कैसी खोज॥)

    पिछले कुछ समय में पारिवारिक ढांचे में काफ़ी बदलाव हुआ है। मगर परिवारों की नींव का इस तरह से कमजोर पड़ना कई चीजों पर निर्भर हो गया है। अत्यधिक महत्त्वाकांक्षी होना ही रिश्ते टूटने की प्रमुख वज़ह है। जब परिवारों में होड लगनी शुरू हो जाये एवं एक दूसरे के सुख-दुख से ज़्यादा परस्पर प्रतिस्पर्धा का भाव जग जाये। समझना कि परिवार अथवा रिश्ते अपनी अंतिम सांस गिन रहे है। परिवार के टूटने के कारण अचानक पैदा नहीं होते। कई बार और समस्याएँ भी हो सकती है जैसे पैसा, प्रॉपर्टी, पसंद-नापसंद आदि। छोटे-मोटे झगड़े, किसी सदस्य की अनदेखी वगैराह के चलते भी अक्सर परिवारों में मनमुटाव हो जाता है। पर जो भी हो परिवार सबसे बडे सर्पोट सिस्टम में से एक होता है। इसलिए कोशिश करनी चाहिए की परिवार की मूल अवधारणा ज़िंदा बनी रहे और केवल मर्दस डे, फार्दस डे या सोशल मीडिया तक सीमित होकर न रह जाए।

    प्रियंका सौरभ

    आज सभी को एक संस्था के रूप में पारिवारिक मूल्यों और परिवार के बारे में सोचने-समझने की बेहद सख्त ज़रूरत है और साथ ही इन मूल्यों की गिरावट के कारण ढूँढकर उनको दुरुस्त करने की भी ज़रूरत है। इसके लिए समाज के कर्णधार कवि / लेखकों / गायकों / नायक / नायिकाओं / शिक्षक वर्गों और अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ-साथ राजनीतिज्ञों को एक संस्था के रूप में परिवार के पतन के निहितार्थ के बारे में भी लिखना और सोचना चाहिए। खुले मंचो से इस बात पर चर्चा होनी चाहिए कि इस गिरावट के कारण क्या है? और इस गिरावट से कैसे उभरा जा सकता है? युवा कवि डॉ सत्यवान सौरभ ने इस स्थिति को अपने शब्दों में कहते हुए सही लिखा है कि-

    ” टूट रहे परिवार हैं, बदल रहे मनभाव।
    प्रेम जताते ग़ैर से, अपनों से अलगाव॥
    बिखर रहे चूल्हे सभी, सिमटे आँगन रोज।
    नई सदी ये कर रही, सौरभ कैसी खोज॥”

    परिवार, भारतीय समाज में, अपने आप में एक संस्था है और प्राचीन काल से ही भारत की सामूहिक संस्कृति का एक विशिष्ट प्रतीक है। नैतिक मजबूती के साथ-साथ यह व्यक्ति के परिवार के सदस्यों, रिश्तेदारों को बिना किसी हिचकिचाहट के कठिन समय में भरोसा करने के लिए लचीलापन प्रदान करता है। यह कठिनाइयों से निपटने के लिए अनैतिक साधनों के उपयोग से बचाता है। परिवार लोगों को सांसारिक समस्याओं के प्रति स्त्री के दृष्टिकोण को विकसित करने में मदद करता है। मगर वर्तमान दौर में हम संस्था के रूप में परिवार में गिरावट का कटु अनुभव झेल रहे है।

    ” घर-घर में मनभेद है, बचा नहीं अब प्यार॥
    फूट-कलह ने खींच दी, हर आँगन दीवार॥
    स्नेह और आशीष में, बैठ गई है रार।
    अरमानों के बाग़ में, भरा जलन का खार॥”

    गिरावट के प्रतीक के रूप में आज परिवार खंडित हो रहा है, वैवाहिक सम्बन्ध टूटने, आपसे भाईचारे में दुश्मनी एवं हर तरह के रिश्तों में कानूनी और सामाजिक झगड़ों में वृद्धि हुई है। आज सामूहिकता पर व्यक्तिवाद हावी हो गया है। वर्तमान स्थिति में भड़काऊ रवैया परिवारों के बिखरने का प्रमुख कारण है। परिवार के अन्य सदस्यों को उच्च आय और कम जिम्मेदारी ने विस्तारित परिवारों को विभाजित किया है। आज के अधिकांश सामाजिक कार्य, जैसे कि बच्चे की परवरिश, शिक्षा, व्यावसायिक प्रशिक्षण, बुजुर्गों की देखभाल आदि; बाहर की एजेंसियों, जैसे क्रेच, मीडिया, नर्सरी स्कूलों, अस्पतालों, व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्रों, धर्मशाला संस्थानों ने ठेकेदारों के तौर पर संभाल लिए हैं जो कभी परिवार के बड़े लोगों की जिम्मेवारी होती थी।

    ” बड़े बात करते नहीं, छोटों को अधिकार।
    चरण छोड़ घुटने छुए, कैसे ये संस्कार॥
    कहाँ प्रेम की डोर अब, कहाँ मिलन का सार।
    परिजन ही दुश्मन हुए, छुप-छुप करे प्रहार॥”

    परिवार संस्था के पतन ने हमारे भावनात्मक रिश्तों में बाधा पैदा कर दी है। एक परिवार में एकीकरण बंधन आपसी स्नेह और रक्त से सम्बंध हैं। एक परिवार एक बंद इकाई है जो हमें भावनात्मक सम्बंधों के कारण जोड़कर रखता है। नैतिक पतन परिवार के टूटने में अहम कारक है क्योंकि वे बच्चों को दूसरों के लिए आत्म सम्मान और सम्मान की भावना नहीं भर पाते हैं। पद-पैसों की अंधी दौड़ से आज सामाजिक-आर्थिक सहयोग और सहायता का सफाया हो गया है। परिवार अपने सदस्यों, विशेष रूप से शिशुओं और बच्चों के विकास और विकास के लिए आवश्यक वित्तीय और भौतिक सहायता तक सिमित हो गए हैं, हम आये दिन कहीं न कहीं बुजुर्गों सहित अन्य आश्रितों की देखभाल के लिए, अक्षम और दुर्बल परिवार प्रणाली की गिरावट की बातें सुनते और देखते हैं जब उन्हें अत्यधिक देखभाल और प्यार की आवश्यकता होती है।

    भविष्य में संस्था के रूप में परिवार में गिरावट समाज में संरचनात्मक परिवर्तन लाएगी। सकारात्मक पक्ष पर, भारतीय समाज में जनसंख्या की वृद्धि में कमी देखी जा सकती है और संस्था के रूप में परिवार में गिरावट के प्रभाव के रूप में हो सकता है। हालाँकि, संयुक्त परिवार से परिवार के संरचनात्मक परिवर्तनों को समझने की आवश्यकता है, कुछ मामलों में इसे परिवार प्रणाली की गिरावट नहीं कहा जा सकता है। जहाँ परिवार प्रणाली किसी सकारात्मक परिवर्तन के लिए संयुक्त परिवार से एकल परिवार में परिवर्तित होती है। वैसे भी भारतीय समाज भी परिवार के संलयन और विखंडन की अनूठी विशेषता का निवास करता है जिसमें भले ही परिवार के कुछ सदस्य अलग-अलग स्थानों में अलग-अलग रहते हैं, फिर भी एक परिवार के रूप में रहते हैं।

    ” बच पाए परिवार तब, रहता है समभाव।
    दुःख में सारे साथ हो, सुख में सबसे चाव॥
    अगर करें कोई तीसरा, सौरभ जब भी वार॥
    साथ रहें परिवार के, छोड़े सब तकरार॥”

    परिवार एक बहुत ही तरल सामाजिक संस्था है और निरंतर परिवर्तन की प्रक्रिया में है। आधुनिकता समान-लिंग वाले जोड़ों (एलजीबीटी सम्बंध) , सहवास या लिव-इन सम्बंधों, एकल-माता-पिता के घरों, अकेले रहने वाले या अपने बच्चों के साथ तलाक का एक बड़ा हिस्सा उभरने का गवाह बन रहा है। इस तरह के परिवारों को पारंपरिक रिश्तेदारी समूह के रूप में कार्य करना आवश्यक नहीं है और ये सामाजीकरण के लिए अच्छी संस्था साबित नहीं हो सकती। भौतिकवादी युग में एक-दूसरे की सुख-सुविधाओं की प्रतिस्पर्धा ने मन के रिश्तों को झुलसा दिया है।

    कच्चे से पक्के होते घरों की ऊँची दीवारों ने आपसी वार्तालाप को लुप्त कर दिया है। पत्थर होते हर आंगन में फ़ूट-कलह का नंगा नाच हो रहा है। आपसी मतभेदों ने गहरे मन भेद कर दिए है। बड़े-बुजुर्गों की अच्छी शिक्षाओं के अभाव में घरों में छोटे रिश्तों को ताक पर रखकर निर्णय लेने लगे है। फलस्वरूप आज परिजन ही अपनों को काटने पर तुले है। एक तरफ़ सुख में पडोसी हलवा चाट रहें है तो दुःख अकेले भोगने पड़ रहें है। हमें ये सोचना-समझना होगा कि अगर हम सार्थक जीवन जीना चाहते है तो हमें परिवार की महत्ता समझनी होगी और आपसी तकरारों को छोड़कर परिवार के साथ खड़ा होना होगा तभी हम बच पायंगे और ये समाज रहने लायक होगा।

  • राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दरड़ में बच्चों को करवाया गया सूर्य नमस्कार अभ्यास

    राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दरड़ में बच्चों को करवाया गया सूर्य नमस्कार अभ्यास

    इन्द्री(सुनील शर्मा)
    आयुष विभाग, शिक्षा विभाग, खेल विभाग व हरियाणा योग आयोग के संयुक्त तत्वाधान में 12 जनवरी से लेकर 12 फरवरी 2025 तक हर घर सूर्य नमस्कार अभियान के तहत सभी स्कूल, कॉलेज, व्यायामशाला,आंगनबाड़ी केंद्र व प्राथमिक चिकित्सा केन्द्रों सहित सभी उप स्वास्थ्य केंद्र में सूर्य नमस्कार का अभ्यास करवाया जा रहा है।
    आयुष विभाग के योग सहायक अनुराग एवं योग इंस्ट्रक्टर श्री मति भावना द्वारा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय दरड़ में बच्चों को सूर्य नमस्कार करवाया गया है। योग सहायक अनुराग ने सूर्य नमस्कार के बारे में विस्तृत रूप से बताया कि सूर्य नमस्कार’ का शाब्दिक अर्थ सूर्य को अर्पण या नमस्कार करना है। यह योग आसन शरीर को सही आकार देने और मन को शांत व स्वस्थ रखने का उत्तम तरीका है। उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार में टोटल 12 स्टेप्स होते हैं और सूर्य नमस्कार के नियमित अभ्यास करने से शरीर में मन दोनों स्वस्थ रहते हैं शरीर में लचीलापन आता है मांसपेशियां मजबूत होती है इसके नियमित अभ्यास करने से शरीर में विभिन्न प्रकार की असाध्य बीमारियों से छुटकारा मिलता है।
    योग इंस्ट्रक्टर श्रीमती भावना ने बताया कि सूर्य नमस्कार की 12 स्थितियां हमारे शरीर को संपूर्ण अंगों की विकृतियों को दूर करके निरोग बना देती हैं। यह पूरी प्रक्रिया अत्यधिक लाभकारी है। उन्होंने बताया कि इसके अभ्यास करने से हाथों-पैरों के दर्द दूर होकर उनमें सबलता आ जाती है। उन्होंने बताया कि सूर्य नमस्कार के द्वारा त्वचा रोग समाप्त हो जाते हैं । नियमित अभ्यास से कब्ज आदि उदर रोग समाप्त हो जाते हैं और पाचनतंत्र की क्रियाशीलता में वृद्धि हो जाती है। इस अभ्यास के द्वारा हमारे शरीर की छोटी-बड़ी सभी नस-नाडिय़ां क्रियाशील हो जाती हैं, इसलिए आलस्य, अतिनिद्रा आदि विकार दूर हो जाते हैं। सूर्य नमस्कार करने से पहले बच्चों से कुछ सूक्ष्म व्यायाम का अभ्यास भी करवाए।
    आयुष विभाग के अधिकारी जितेंद्र कुमार ने सभी से आह्वान किया है कि वह भी विभाग की वेबसाइट पर अपना पंजीकरण करें और इस अभियान का हिस्सा बन सूर्य नमस्कार का प्रमाण पत्र प्राप्त करें। इस मौके पर मुख्य रूप से स्कूल प्रधानाचार्य संजीव कौशिक एवं स्कूल का स्टाफ उपस्थित रहा

  • चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न कहीं आप भी तो नहीं खा रहे?

     नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रहा जहर

    दीपक कुमार तिवारी

    पटना/अररिया। भारत नेपाल के वाणिज्य सचिव स्तर की बैठक चार साल के बाद नेपाल के काठमांडू में गुरुवार से होगी। लंबे समय के बाद हो रही बैठक में भारत और नेपाल के बीच अन्य वाणिज्यिक मुद्दों के साथ मुख्य मुद्दा चीन से नेपाल के रास्ते भारत के बाजार में पहुंच रहे चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न का है।
    वाणिज्य सचिव स्तर की वार्ता चार साल बाद 9 और 10 जनवरी को काठमांडू में आयोजित है। बैठक में भारत की ओर से सुनील बर्थवाल के नेतृत्व में टीम रहेगी तो नेपाल की ओर से गोविन्द बहादुर कार्की हैं। इससे पहले दोनों देशों के बीच वाणिज्य सचिव स्तर की वार्ता 2020 में हुई थी। वार्ता का मुख्य एजेंडा तय है।
    भारत नेपाल मामलों के जानकार एवं भारत नेपाल सामाजिक सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष राजेश कुमार शर्मा बताते हैं कि नेपाल के विभिन्न रास्तों के माध्यम से भारतीय बाजारों में अवैध रूप से चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न बड़े पैमाने पर पहुंच रहे हैं। भारत सरकार चाइनीज लहसुन के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य को लेकर अति गंभीर है। फलस्वरूप प्राथमिकता के तौर पर वार्ता का विषय रखा गया है।
    बैठक में मुख्य रूप से तीन एजेंडों पर वार्ता होगी। नेपाल के वाणिज्य मंत्रालय के प्रवक्ता बाबूराम अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि दो दिवसीय वार्ता में नेपाल-भारत व्यापार संधि 2009, नेपाल-भारत परिवहन संधि 2023 और अनाधिकृत व्यापार समझौता 2009 के परिधि के निहित वार्ता होगी।
    नेपाल में चीन से लहसुन के आयात में आशातीत बढ़ोतरी हुई है। चालू वित्तीय वर्ष में 5 माह के दौरान नौ गुणा आयात बढ़ा है। राजेश शर्मा बताते हैं कि चीन से नेपाल में होने वाली चाइनीज लहसुन की आयात को तस्करी के माध्यम से भारतीय बाजारों में धड़ल्ले से पहुंचाया जा रहा है।
    नेपाली आयातकर्ता चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न का आयात चीन की सीमा से नेपाल तातोपानी, रसुवा, कांकरभिट्ठा, विराटनगर सहित अन्य नाका से करते हैं। आयातकर्ता की ओर से भंसार बिंदु में जांच और पास कर चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न को गोदाम में न लाकर वहीं से बिक्री कर देते हैं।
    चीन के बाद भारत लहसुन उत्पादन का दूसरा सबसे बड़ा देश है। भारत में लहसुन की सबसे ज्यादा खेती मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश में होती है। भारत से लहसुन का निर्यात इंडोनेशिया, ब्राजील, मलेशिया, वियतनाम और अमेरिका जैसे देशों में होती है।
    इस साल भारत में कम उत्पादन होने का लाभ नेपाल के व्यापारी उठा रहे हैं। नेपाल के व्यापारियों की ओर से तस्करी के माध्यम से अवैध रूप से चाइनीज लहसुन को भारतीय बाजारों में भेजा जा रहा है। चाइनीज लहसुन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। यही कारण है कि भारत सरकार की ओर से चीन में उत्पादित लहसुन के आयात पर 2014 से ही प्रतिबंध लगा रखा है।
    पिछले दिनों पूर्णिया में राजेश गुप्ता नामक एक व्यापारी के गोदाम से पटना से आई डीआरआई की टीम ने करोड़ों रुपये मूल्य के चाइनीज लहसुन को जब्त किया था। नेपाल से केरिंग कर कोचगामा के रास्ते भारत लाए गए चाइनीज लहसुन को एसएसबी की ओर से भी जब्ती की गई।
    मामले में एसएसबी ने तीन लोगों को हिरासत में भी लिया था। एक दिन पहले ही मंगलवार को किशनगंज सीमा एसएसबी ने लाखों रुपये मूल्य के चाइनीज पॉपकॉर्न भी जब्त किया है। नेपाल के रास्ते भारत पहुंच रही चाइनीज लहसुन और पॉपकॉर्न से भारतीय अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान पहुंच रहा है तीसरे देश चीन का लहसुन प्रतिबंध के बावजूद भारतीय बाजारों में पहुंच रहा है।

  • सीएम नीतीश ने वैशाली को दिया करोड़ों की सौगात

    सीएम नीतीश ने वैशाली को दिया करोड़ों की सौगात

    -नगवा में मुख्यमंत्री का भव्य स्वागत
    -जीविका दीदियों की जमकर की तारीफ

     

    मोहन कुमार सुधांशु/ वैशाली

    जिला में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात योजना पर अपनी मोहर लगाई है। जिसमें बाया नदी का उराही, बरैला चौर का विकाश और सौनदर्जी करण महुआ मे ग्रिड सब स्टेशन तथा चार प्रखंडो मे पावर सब स्टेशन का निर्माण, हाजीपुर शहर से जल निकासी और नाला का निर्माण, गोरौल मे डिग्री कालेज की स्थापना, गंडक नदी के हाजीपुर साइड मे छूटे हुये भाग मे तटबंध का निर्माण एवं सुदृद्धिकरण का कार्य और आमस -दरभंगा के किनारे एक हजार 293 एकड भूमि पर बड़ा अधोगिकी पार्क का निर्माण कराने की घोषणा की।इन कार्यों पर करोड़ो रूपये खर्च होने की बात कही
    पटेढ़ी बेलसर प्रखंड के नगवा गांव में प्रगति यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जीविका दीदियों का हाल पूछा. जीविका समूह के प्रखंड परियोजना प्रबंधक शोभा कुमारी के नेतृत्व में जीविका दीदियों द्वारा स्वागत किया गया। वही जीविकादीदी कंचन देवी, अंजू देवी,रीना देवी,बबिता देवी, निर्मला देवी, शोभा,नीतू कुमारी, गुड़िया कुमारी,मीना देवी,नीला देवी सहित अन्य जीविका दीदियों द्वारा पर्दशनी लगाई गई थी ,जिसमे नीरा, डिजिटल टेबलेट, स्वास्थ्य किट, ग्राहक सेवा केंद्र , मशरूम, श्री अन्य,शहद उत्पादन, दीदी की नर्सरी, सहित विभिन्न सामग्रियों का पर्दशनी लगाया गया था. साथ ही जीविका से जुड़ी महिलाओ ने सीएम से रोजगार देने की मांग भी किया। अगरबती,पापड़, कपड़ा, सिलाई मशीन सहित अन्य रोजगार की जानकारी सीएम ने लिया। सीएम के स्वागत में रंगोली भी बनाई गई थी. वही जीविका दीदियों को सतत जीविकोपार्जन योजना के तहत ई रिक्सा सौपा. साथ ही मुख्यमंत्री श्री कुमार ने आवास योजना के तहत जीविका दीदियों को आवास की चाभी सौपी। प्रगति यात्रा के दौरान दिव्यंगों को मोटरचालित ट्राई साइकिल दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दिव्यांग कमलेश कुमार, पवन कुमार साह, रामनाथ कुमार, मो आजम एवं नीरज कुमार को बैट्री चलित ट्राई साइकिल की चाभियां सौपी। साथ ही हेमलेट भी सौं।. सभी दिव्यांग ट्राई साइकिल पाकर काफी खुश दिख रहे थे।
    नगवा गांव मे प्रगति यात्रा के दौरान स्वागत करने में विद्यालय के छात्र, छात्राएं भी पीछे नही रहे। कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय के बर्डेन स्मिता कुमारी के नेतृत्व में बच्चों ने स्वागत गान एवं रंगोली बनाकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का स्वागत किया। साथ ही लोगो ने विद्यालय में पुस्तकालय स्थापित करने की मांगे रखी.

  • आदर्श विद्या निकेतन इंटर कॉलेज केला वाला के निर्विरोध प्रबंधक बने संजीव कुमार राजपूत 

    आदर्श विद्या निकेतन इंटर कॉलेज केला वाला के निर्विरोध प्रबंधक बने संजीव कुमार राजपूत 

    समाज की और से बधाई देने वालों का लगा तांता 

    द न्यूज 15 ब्यूरो 

    बिजनौर। संजीव कुमार राजपूत आदर्श विद्या निकेतन इंटर कॉलेज केला वाला शहबाजपुर का सर्वसम्मति से निर्विरोध विद्यालय प्रबंधक बन गए हैं। जानकारी के अनुसार संजीव कुमार के पिताजी पूर्व ग्राम प्रधान नाथू सिंह का विद्यालय निर्माण में बहुत बड़ा योगदान रहा है।

    संजीव कुमार राजपूत के निर्विरोध प्रबंधक बनाए जाने पर खबर मिलते ही उनके चाहने वालों में खुशी की लहर दौड़ गई और बधाई देने वालों का तांता लगने लगा। शिव कुमार राजपूत अध्यक्ष रवा राजपूत सभा जनपद बिजनौर ने विधायक प्रधानाचार्य गिरिराज सिंह एवं समस्त स्टाफ,प्रबंध कार्यकारिणी का आभार व्यक्त करते हुए प्रधानाचार्य गिरिराज सिंह,प्रबंध कार्यकारिणी एवं समस्त स्टाफ के साथ संजीव कुमार राजपूत को बधाई देते हुए कामना की कि संजीव कुमार राजपूत सदैव ऊर्जावान रहे और विद्यालय को प्रगति की ओर अग्रसर करें,सत्यवीर सिंह महासचिव रवा राजपूत सभा जनपद बिजनौर,चरण सिंह राजपूत वरिष्ठ पत्रकार एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता भारतीय सोशलिस्ट मंच,ठाकुर इंदल सिंह संस्थापक अखिल आर्यावर्त रवा राजपूत एकता एवं सेवा समिति,आदित्य शेखर सिंह महासचिव अखिल रवा राजपूत एकता एवं सेवा समिति बिजनौर, पवन कुमार मीडिया प्रभारी अखिल आर्यावर्त रवा राजपूत सभा जनपद बिजनौर, एवं मीडिया प्रभारी भारतीय सोशलिस्ट मंच बिजनौर, विकास कुमार प्रचार मंत्री अखिल आर्यावर्त रवा राजपूत एकता एवं सेवा समिति बिजनौर, मास्टर तिलक राम अध्यक्ष अखिल आर्यावर्त रवा राजपूत एकता एवं सेवा समिति,सोहन पाल सिंह राणा अध्यक्ष रवा राजपूत सभा पूर्वी दिल्ली,पंकज राणा नोएडा, सुरेंद्र पाल सिंह मौघा, मनीषा चौहान , मास्टर कुंवरपाल सिंह नयागांव,सत्यवीर सिंह,,सुरेश कुशवाह,सुशांत सिंह राजपूत खेड़ी, शेर सिंह, नवनीत सुखानंदपुर,राजकुमार खेड़ी,विशाल देव तीतरवाला आदि लोगों ने संजीव कुमार जी को बधाई दी।