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  • चैनपुर में भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा यज्ञ

    चैनपुर में भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा यज्ञ

    वैशाली (मोहन कुमार सुधांशु)।

    गोरौल प्रखंड के लोदीपुर पंचायत स्थित चैनपुर गाँव में मंगलवार को नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान महायज्ञ का शुभारंभ भव्य कलश यात्रा के साथ हुआ। धार्मिक उल्लास और भक्तिभाव से ओतप्रोत इस यात्रा में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि और सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए।

    कलश यात्रा का नेतृत्व विधायक सिद्धार्थ पटेल, उप मुख्य पार्षद धनमंती देवी, और जिला पार्षद रूबी कुमारी ने ध्वजा लेकर किया। यात्रा में लगभग 551 कन्याएं और महिलाएं शामिल रहीं। पहलेजा घाट से लाया गया पवित्र गंगाजल, आचार्य रमा शंकर मिश्रा और महंत राम नारायण दास जी महाराज के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मांगनपुर गांव के वाया नदी तट पर कलशों में भरा गया।

    इसके बाद गाजे-बाजे, घोड़े और भक्तों के जयकारों के साथ कलश यात्रा ने लगभग 3 किलोमीटर की दूरी तय कर यज्ञ स्थल तक प्रवेश किया। वहां मंडप के चारों ओर कलश सजाए गए। यज्ञ और श्रीमद्भागवत कथा के लिए अयोध्या से पधारे श्री छोटे बापू जी महाराज मुख्य वाचक हैं। उनके साथ देश के कई प्रमुख संत और आचार्य भी कथा में सम्मिलित हुए हैं।

    संतों की दिव्य उपस्थिति:

    कथा में वाराणसी से ऋतुराज जी महाराज, आचार्य रोहित साकृतयायन, आचार्य समीर शास्त्री, पंडित मृत्युंजय शास्त्री, पंडित शिवेंद्र शास्त्री जी महाराज, और व्यास सियाराम दास जी महाराज जैसे विद्वानों की उपस्थिति भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है।

     

    रोज शाम 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक होगी कथा, रासलीला भी आयोजन

    कथा का आयोजन प्रतिदिन शाम 6 बजे से 10 बजे रात तक किया जाएगा। रात्रि में रासलीला का विशेष आयोजन भी होगा। यज्ञ स्थल पर 108 देवी-देवताओं की प्रतिमा स्थापित की गई है, और विशाल मेले का भी आयोजन किया गया है।

     

    भक्तों के लिए निशुल्क आवास एवं भंडारा

    श्रद्धालुओं के लिए यज्ञ समिति द्वारा ठहरने, भोजन एवं पेयजल की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। विधायक श्री पटेल ने कथा स्थल पर उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए कहा कि “श्रीमद्भागवत कथा रूपी अमृत से आत्मा का शुद्धिकरण होता है। यह कथा जीवन के कल्याण का मार्ग है।”

     

    समिति में सक्रिय लोग:

     

    इस आयोजन में संजय कुमार उर्फ पप्पू सिंह, अजय सिंह, सतीश सिंह, धर्मेंद्र कुमार, प्रमोद सिंह, संजीव कुमार सिंह सहित सैकड़ों स्थानीय लोग सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।

  • दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने हेतु लगा शिविर

    दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने हेतु लगा शिविर

    राजापाकर। संजय श्रीवास्तव।

    सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रखंड कार्यालय के परिसर में दिव्यांग  सह यूडीआईडी कार्ड बनाने हेतु शिविर आयोजित किए गए। प्रखंड के विभिन्न पंचायतों से अनेक दिव्यांग महिला पुरुषों ने शिविर में ऑनलाइन आवेदन दिया,जिसकी जांच कर डॉक्टरों की टीम द्वारा दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाया गया। महुआ अनुमंडल अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉक्टर कुशाग्र एवं सदर अस्पताल हाजीपुर के इएनटी स्पेशलिस्ट डॉक्टर यशस्वी द्वारा दिव्यांग बच्चों महिलाओं पुरुषों की जांच कर दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाए गए। वही बीडीओ सौरभ कुमार बरनवाल  सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र राजापाकर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉक्टर एस पी उपाध्याय बीआरसी राजापाकर के आरटी अनिल कुमार नरेंद्र कुमार एवं सरस्वती सिंह संजू कुमारी राजू कुमार आदि ने कार्य में सहयोग किया। शिविर में आंख के कोई भी स्पेशलिस्ट डॉक्टर की उपस्थिति नहीं होने पर दिव्यांगजनों ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि इतनी दूर से शिविर में आए हैं जिन्हें डॉक्टर द्वारा आंख से दिव्यांग वाले व्यक्ति को सदर अस्पताल हाजीपुर रेफर किया गया तो फिर शिविर में आने से क्या फायदा। ुचंशिविर में आए डॉक्टर ने बताया कि जिले में मात्र दो आंख के स्पेशलिस्ट हैं।जबकि आज चार जगह दिव्यांग शिविर लगाए गए हैं तो कहीं दो जगह ही डॉक्टर जाएंगे। शिविर में आज तीन नये दिव्यांग प्रमाण पत्र बने। सदर अस्पताल‌ हाजीपुर में ग्यारह दिव्यांग को रेफर किया गया। पुराने दिव्यांग पत्र जिनका बन गया था  वैसे 25 लोगों का  यूडीआईडी कार्ड बनाए गए एवं नए तीन दिव्यांग जनों का यूडीआईडी कार्ड बनाए गए।

  • अररिया: झमटा में भीषण आग से मची तबाही, 20 घर जलकर खाक

    अररिया: झमटा में भीषण आग से मची तबाही, 20 घर जलकर खाक

    अररिया। झमटा वार्ड नंबर 12 में सोमवार को भीषण आग लगने की घटना ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया। आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि दमकल की गाड़ियों के पहुंचने और लगातार प्रयासों के बावजूद लपटें काबू में नहीं आ सकीं। आग अब आसपास के बांस के पेड़ों तक फैल गयी, जिससे खतरा और बढ़ गया ।

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग इतनी तेजी से फैली कि ग्रामीणों को अपने घर खाली करने तक का मौका नहीं मिला। अब तक लगभग 15 से 20 घर इसकी चपेट में आ चुके हैं। कई परिवारों का सारा सामान, कपड़े, अनाज और जरूरी कागजात जलकर राख हो गए।

    स्थानीय प्रतिनिधि ने की प्रशासन से मांग:

    घटनास्थल पर पहुंचे जिला पार्षद प्रतिनिधि फैसल जावेद यासीन ने स्थिति का जायजा लिया और पीड़ित परिवारों से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि इस गांव में पिछले एक महीने से आग लगने की घटनाएं लगातार हो रही हैं, जो गंभीर चिंता का विषय है।

    फैसल जावेद ने जिला प्रशासन से मांग की है कि झमटा गांव में अस्थायी रूप से एक दमकल वाहन की तैनाती की जाए, ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई हो सके। इसके साथ ही उन्होंने इन बार-बार हो रही आगजनी की घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी की है।

    ग्रामीणों में दहशत का माहौल:

    लगातार हो रही आगजनी की घटनाओं ने ग्रामीणों को भयभीत कर दिया है। लोग अपने घरों में चैन से नहीं रह पा रहे हैं और हर वक्त खतरे की आशंका बनी रहती है।

  • लाल डोरा क्षेत्र वासियों को जारी करें प्रॉपर्टी कार्ड, 30 अप्रैल तक पूरा करें प्रॉपर्टी आई.डी. स्व-प्रमाणिकरण कार्य, 92 विज्ञापन साईट ई-ऑक्शन के लिए पोर्टल पर की अपलोड, अमरूत 2.0 का कार्य करेगा नगर निगम : डॉ. वैशाली शर्मा

    लाल डोरा क्षेत्र वासियों को जारी करें प्रॉपर्टी कार्ड, 30 अप्रैल तक पूरा करें प्रॉपर्टी आई.डी. स्व-प्रमाणिकरण कार्य, 92 विज्ञापन साईट ई-ऑक्शन के लिए पोर्टल पर की अपलोड, अमरूत 2.0 का कार्य करेगा नगर निगम : डॉ. वैशाली शर्मा


    जिला नगरायुक्त ने निगम अधिकारियों तथा पालिका सचिवों के साथ की समीक्षा बैठक, विकास परियोजनाएं समय पर मुकम्मल करने तथा अवैध विज्ञापन पर कार्रवाई करने के दिए सख्त निर्देश

    करनाल, (विसु)। जिला नगर आयुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने सोमवार को शहर में चल रही विकास परियोजनाओं, प्रॉपर्टी आई.डी. स्व प्रमाणिकरण व आपत्ति, मुख्यमंत्री घोषणा, आवारा पशु मुक्त, विज्ञापन तथा अनाधिकृत कॉलोनी को पक्का करने जैसे विभिन्न बिन्दूओं को लेकर नगर निगम अधिकारियों तथा नगर पालिका सचिवों के साथ समीक्षा बैठक की।
    लाल डोरा क्षेत्र वासियों को वितरित करें प्रॉपर्टी कार्ड- उन्होंने क्षेत्रीय कराधान अधिकारी तथा नगर पालिका सचिवों को निर्देश दिए कि लाल डोरा क्षेत्र में रहने वाले नागरिकों को प्रॉपर्टी कार्ड वितरण करने का कार्य तेजी से करें। उन्होंने कहा कि ऐसी प्रॉपर्टी आई.डी. को स्व-प्रमाणित भी किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि 30 अप्रैल 2025 तक प्रॉपर्टी आई.डी. को 100 प्रतिशत स्व-प्रमाणिकरण का लक्ष्य रखा गया है, इसे पूरा करें। इसके लिए अलग से कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाए। कितनी आई.डी. स्व-प्रमाणित की जा रही हैं, उसकी जानकारी रोजाना भेजी जाए।
    आपत्तियों का समय से किया जाए निपटान- उन्होंने निर्देश दिए कि प्रॉपर्टी आई.डी. में दर्ज डाटा को दुरूस्त करवाने के लिए आई आपत्ति का समय से निपटान किया जाए। कोई भी आपत्ति आर.टी.एस. से बाहर नहीं जानी चाहिए। नगर निगम क्षेत्र में 500 तथा पालिका क्षेत्र में 100 से अधिक आपत्ति पोर्टल पर नहीं दिखाई देनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि बिना वजह किसी भी आपत्ति का रिवर्ट नहीं करना है, दस्तावेजों की अच्छे से जांच की जाए।
    विकास परियोजनाएं हो समय पर पूरी- उन्होंने कार्यकारी अभियंताओं तथा नगर पालिका इंजीनियरों को निर्देश दिए कि उनके अधीन क्षेत्र में जितनी भी विकास परियोजनाएं चल रही हैं, सभी टाईम लाईन में मुकम्मल करवाई जाएं। उन्होंने गुणवत्ता बनाए रखने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि अगर कोई निर्माण एजेंसी सही से कार्य नहीं करती तो उसे ब्लैक लिस्ट किया जाए, ताकि वह दोबारा से कार्य न कर सके। उन्होंने बैठक में कॉमर्शियल स्पेस प्रोजेक्ट, स्काडा तथा दिव्य नगर योजना जैसी बड़ी परियोजनाओं पर भी अभियंताओं के साथ चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री की घोषणाओं को भी समय पर करने के उन्होंने निर्देश दिए। जन संवाद व हरपथ पोर्टल पर आने वाली शिकायतों को भी गम्भीरता से लिया जाए।
    92 विज्ञापन साईट पोर्टल पर की अपलोड- बैठक में जिला नगर आयुक्त ने बताया कि नगर निगम क्षेत्र की 92 विज्ञापन साईट को ई-ऑक्शन के लिए पोर्टल पर अपलोड किया गया है। इनमें बस क्यू शैल्टर की 16, साईकिल स्टैण्ड की 13 तथा यूनिपोल की 63 साईटें शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कोई भी वैंडर अगर यह साईट लेना चाहता है, तो वह 28 अप्रैल 2025 तक ऑनलाईन पोर्टल ulb.project247.in पर आवेदन कर सकता है। एक मई को ई-ऑक्शन की जाएगी। उन्होंने बताया कि इससे पहले यूनिपोल की 24 साईटों को ऑक्शन की जा चुकी है।
    अवैध विज्ञापन करने वालों पर करें कार्रवाई- उन्होंने विज्ञापन शाखा के प्रवर्तन दल को सख्त निर्देश दिए कि अवैध विज्ञापन करने वालों के खिलाफ सख्ती से निपटा जाए। उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से शहर में कोई भी विज्ञापन नहीं लगना चाहिए। अगर कोई व्यक्ति लगाता है, तो उसे जुर्माना नोटिस जारी किया जाए। अगर वह फिर भी नहीं मानता, तो उसकी एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाए। उन्होंने कहा कि देखने में आया है कि हाल ही में करवाई गई पेंटिंग पर भी कुछ लोगों द्वारा पोस्टर इत्यादि लगाए गए हैं, उनकी भी एफ.आई.आर. करवाई जाए। उन्होंने कहा कि शहर की सुंदरता को बनाए रखने के लिए नगर निगम कार्य करता है, उन्होंने शहरवासियों को इसमें सहयोग करने की अपील की।
    अमरूत 2.0 का कार्य जल्द किया जाए शुरू- उन्होंने बताया कि अमरूत 2.0 का कार्य जन स्वास्थ्य विभाग की बजाए नगर निगम करेगा, इसे लेकर सरकार की ओर से निर्देश जारी हो गए हैं। उन्होंने निगम अभियंताओं को निर्देश दिए कि जल्द से जल्द अपनी तैयारियां शुरू कर दी जाएं, ताकि शहरवासियों को सीवरेज व वाटर सप्लाई जैसी बेहतर सुविधाएं दी जा सकें।
    आवार पशु मुक्त हो शहर- उन्होंने निगम के सफाई अधिकारियों व पालिका सचिवों को निर्देश दिए कि अपने क्षेत्र को आवारा पशुओं से मुक्त किया जाए। इसे लेकर लगातार अभियान चलाया जाए। उन्होंने सफाई व्यवस्था पर भी जोर देते कहा कि सफाई कार्य अच्छे से चल रहा है, इसे ओर बेहतर बनाया जाए।
    बैठक में मुख्य नगर योजनाकार धर्मपाल सिंह, कार्यकारी अभियंता प्रदीप कल्याण, मोनिका शर्मा व प्रियंका सैनी, तकनीकी विशेषज्ञ महीपाल सिंह व सतीश शर्मा, क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अंकुश पराशर, सहायक नगर योजानकार संदीप राठी, सफाई निरीक्षक, सहायक सफाई निरीक्षक तथा नगर पालिका सचिव मौजूद रहे।

  • आईसीएआर–केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान (सीएसएसआरआई), करनाल द्वारा कर्नाटक सरकार के वाटरशेड विकास अधिकारियों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

    आईसीएआर–केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान (सीएसएसआरआई), करनाल द्वारा कर्नाटक सरकार के वाटरशेड विकास अधिकारियों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ

    करनाल, (विसु)। आईसीएआर–केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान (सीएसएसआरआई), करनाल द्वारा आज कर्नाटक सरकार के वाटरशेड विकास अधिकारियों के लिए छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। “समस्या युक्त मृदाओं का सुधार एवं प्रबंधन” विषय पर आधारित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम 7 अप्रैल से 12 अप्रैल, 2025 तक आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य मृदा क्षरण से जुड़ी चुनौतियों के समाधान हेतु तकनीकी क्षमताओं को सुदृढ़ करना है। इस प्रशिक्षण में कर्नाटक के आठ जिलों—बेंगलुरु, बेलगावी, बागलकोट, चित्रदुर्ग, धारवाड़, कोप्पल, विजयपुरा एवं मैसूरु—से वाटरशेड विकास विभाग के कुल 30 अधिकारी (संयुक्त निदेशक, उपनिदेशक, सहायक निदेशक, एवं कृषि अधिकारी) भाग ले रहे हैं।प्रशिक्षण के दौरान सोडिक, लवणीय एवं जलभरित मृदाओं की पहचान, विशेषताएं एवं प्रबंधन, निम्न गुणवत्ता वाले सिंचाई जल का उपयोग, भूजल पुनर्भरण, एवं तटीय लवणता प्रबंधन जैसे विविध विषयों को सम्मिलित किया जाएगा।

    उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता आईसीएआर–सीएसएसआरआई के निदेशक डॉ. राजेन्द्र कुमार यादव ने की, जो इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भी रहे। अपने संबोधन में डॉ. यादव ने 1969 में संस्थान की स्थापना के बाद से देशभर में 22.2 लाख हेक्टेयर सोडिक भूमि के सुधार में संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने संस्थान के तीन प्रमुख नवाचारों को विशेष रूप से रेखांकित किया जो टिकाऊ कृषि के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित हुए हैं: सोडिक भूमि के सुधार हेतु जिप्सम तकनीक, (ख) जलभरित लवणीय मृदाओं के प्रबंधन हेतु उप सतही जल निकासी (SSD), एवं लवणता सहनशील फसल किस्मों का विकास। इन नवाचारों ने लवण प्रभावित क्षेत्रों में कृषि उत्पादकता एवं ग्रामीण आजीविका को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।इस अवसर पर वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. सुरेश कुमार ने प्रशिक्षण कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की एवं मृदा अपरदन तथा रासायनिक क्षरण की चुनौतियों से निपटने में वाटरशेड विकास अधिकारियों की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया। उन्होंने ज्ञान विनिमय, व्यवहारिक प्रशिक्षण, एवं कौशल विकास के लिए प्लेटफार्म उपलब्ध कराने की संस्थान की प्रतिबद्धता को दोहराया।
    इस कार्यक्रम में वरिष्ठ संकाय सदस्य एवं प्रशिक्षण समन्वयक डॉ. राज कुमार, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं कार्यक्रम समन्वयक डॉ. कैलाश प्रजापत, प्रशिक्षण सह-समन्वयक एवं जन संपर्क अधिकारी डॉ. आर.के. फगोडिया की उपस्थिति रही। कार्यक्रम का समन्वय डॉ. कैलाश प्रजापत द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन वैज्ञानिक इंजीनियर अशलम पठान द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिन्होंने कार्यक्रम के आयोजन में योगदान देने वाले सभी सहयोगियों का आभार प्रकट किया।आईसीएआर–सीएसएसआरआई की यह पहल क्षमता निर्माण, सतत मृदा प्रबंधन एवं भारत के विभिन्न भागों में क्षतिग्रस्त परिदृश्यों की पुनर्स्थापना के लिए कार्यरत क्षेत्रीय अधिकारियों के सशक्तिकरण के प्रति उसकी सतत प्रतिबद्धता को दर्शाती है।

  • आरा: तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में भीषण आग, करोड़ों का नुकसान

    आरा: तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में भीषण आग, करोड़ों का नुकसान

    आरा । बिहार के आरा शहर के बीच बाजार स्थित तनिष्क ज्वेलरी शोरूम में मंगलवार को भीषण आग लग गई, जिससे अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। आग लगने की जानकारी मिलते ही शोरूम में मौजूद करीब 30 से 40 ग्राहक और स्टाफ किसी तरह अपनी जान बचाकर बाहर निकलने में कामयाब रहे।

    वेल्डिंग से लगी चिंगारी बनी हादसे की वजह:

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शोरूम के बेसमेंट में वेल्डिंग का काम चल रहा था, और संभवतः वेल्डिंग से निकली चिंगारी ने आग को भड़काया। आग इतनी भीषण थी कि बेसमेंट में खड़ी दर्जनों बाइक और एक कार जलकर राख हो गईं। हालांकि, किसी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं है।

    छत पर चढ़कर बचाई जान:

    शोरूम में मौजूद ग्राहक उमेश कुमार सिंह ने बताया कि वे परिवार सहित मंगलसूत्र खरीदने आए थे। अचानक नीचे से धुआं उठने लगा, जिससे स्टाफ और ग्राहक घबरा गए। बाहर निकलने का मार्ग अवरुद्ध था, इसलिए सभी लोग छत पर चढ़ गए और वहां से दूसरी इमारत पर कूदकर किसी तरह जान बचाई।

    अधिकारियों का बयान:

    विधि व्यवस्था बनाए रखने में मौजूद ट्रैफिक डीएसपी मनोज कुमार सुधांशु ने बताया कि शोरूम के बेसमेंट में वेल्डिंग का काम चल रहा था, और उसी से आग लगने की आशंका है। वहीं, फायर सेफ्टी ऑफिसर सुभाष सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही चार फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। टीम ने आग पर काबू पा लिया है और मशीन से गैस और धुआं बाहर निकाला जा रहा है।

    हालिया लूटपाट से जुड़ी चिंता:

    गौरतलब है कि 10 मार्च को इसी तनिष्क शोरूम में 10 करोड़ की लूट हुई थी। इसके बाद सुरक्षा को लेकर पहले से ही सवाल उठ रहे थे, और अब आग लगने की घटना ने प्रशासन की तैयारियों पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़ा कर दिया है।

  • अमित शाह के दौरे पर तेजस्वी का पलटवार: चुनाव आते ही झूठ बोलने लगते हैं

    अमित शाह के दौरे पर तेजस्वी का पलटवार: चुनाव आते ही झूठ बोलने लगते हैं

    पटना। बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दो दिवसीय बिहार दौरे की शुरुआत लालू प्रसाद के गढ़ गोपालगंज से की। चुनावी सभा में शाह ने लालू परिवार पर जमकर निशाना साधा।

    अमित शाह के बिहार पहुंचते ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पलटवार किया। तेजस्वी ने शाह पर झूठ बोलने और झूठे वादे करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय अमित शाह बिहार आकर बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वे वादे जुमला बनकर रह जाते हैं।

    जन्मदिन पर कोलकाता में थे लालू परिवार:

    अमित शाह के दौरे के दौरान लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार कोलकाता में थे। तेजस्वी की बेटी कात्यायनी का जन्मदिन मनाने परिवार कोलकाता गया था। इस बीच अमित शाह ने पटना से लेकर गोपालगंज तक विरोधियों पर तीखे हमले बोले।

    एयरपोर्ट पर तेजस्वी का आक्रोश:

    कोलकाता से पटना लौटने पर एयरपोर्ट पर मीडियाकर्मियों ने तेजस्वी से सवाल किए, जिस पर वे भड़क उठे। उन्होंने कहा, “अमित शाह बिहार आकर सिर्फ झूठ बोलते हैं। चुनाव के वक्त बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही सब जुमला बन जाता है।”

    तेजस्वी ने सवाल उठाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को जो करोड़ों रुपये देने की बात कही थी, वे कहां दिए गए? उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले 20 वर्षों में केंद्र सरकार ने बिहार के विकास के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।

    लालू परिवार पर हमले का फैशन:

    तेजस्वी यादव ने कहा कि लालू प्रसाद को गाली देना आजकल एक फैशन बन गया है, लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने अमित शाह और भाजपा पर चुनावी राजनीति के लिए बिहार आने और झूठे वादे करने का आरोप लगाया।

  • खेलों से मिलती है नई ऊर्जा : हरविंद्र कल्याण

    खेलों से मिलती है नई ऊर्जा : हरविंद्र कल्याण

    खिलाड़ी हरियाणा सरकार की खेल नीति का उठाएं लाभ

    करनाल (विसु)। हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने कहा कि खेलों से जीवन में नई ऊर्जा मिलती है। उन्होंने खिलाडिय़ों का आह्वान किया कि वे हरियाणा सरकार की खेल नीति का लाभ उठाएं और खेलों में अच्छा प्रदर्शन करके अपने देश व प्रदेश का नाम रोशन करें।

    हरविंद्र कल्याण गांव कुटेल के पी.एम.श्री स्कूल में आयोजित क्रिकेट प्रतियोगिता में बतौर मुख्यातिथि खिलाडिय़ों को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने प्रतियोगिता में आए बच्चों के साथ मिलकर क्रिकेट भी खेला। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं को खेलों के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार की कोशिश है कि प्रदेश के खिलाडिय़ों को जरूरी बुनियादी सुविधाएं मिलें ताकि वे खेलों में और अधिक बेहतर प्रदर्शन करते हुए देश-प्रदेश का नाम रोशन कर सके।
    हरविंद्र कल्याण ने युवा पीढ़ी से आह्वान किया कि वे खेलों में बढ़-चढ़ कर भाग लें। उन्होंने बुजुर्गों से भी अपील की कि वे बच्चों को खेलों में आगे बढऩे के अवसर प्रदान करें। उन्होंने कहा कि खेलने से बच्चों को अच्छा स्वास्थ्य मिलेगा और साथ ही वे नशे जैसी कुरीतियों से भी दूर रहेंगे ।

  • वैज्ञानिक साक्ष्य के बिना प्राचीन इतिहास जातक कथा : प्रो. जयदेव

    वैज्ञानिक साक्ष्य के बिना प्राचीन इतिहास जातक कथा : प्रो. जयदेव

    पटना । आनंद कुमार।

    भारत के गौरवशाली इतिहास के प्रचार प्रसार हेतु कार्यरत स्वैच्छिक संस्था “संधान” तथा बी डी महाविद्यालय मीठापुर के भारतीय एवं एशियाई अध्ययन विभाग द्वारा परिचर्चा आयोजित की गई मुख्य अतिथि प्रोफेसर जयदेव मिश्रा महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर विवेकानंद सिंह,” संधान” के सचिव संजीव कुमार तथा भारतीय एवं एशियाई इतिहास विभाग की विभाग अध्यक्ष प्रोफेसर नीतू तिवारी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उद्घाटन संबोधन करते हुए स्वैच्छिक संस्था “संधान” के सचिव संजीव कुमार ने बताएं कि आधुनिक बिहार छठी सदी में भारतीय राजनीति का केंद्र रहा है यही सता का केंद्र बिंदु रहा और एशिया महादेश में राजनीति का सबसे शक्तिशाली क्षेत्र रहा है! जो पाटलिपुत्र कुसुमपुर नाम से विख्यात रहा संजीव जी ने इतिहास के जिज्ञासु विद्यार्थियों के लिए ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण तथा विस्तृत जानकारी की योजना बताई। पटना विश्वविद्यालय के “प्राचीन इतिहास एवं पुरातत्व विभाग के पूर्व विभाग अध्यक्ष एवं कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर जयदेव मिश्र के अनुसार प्राचीन इतिहास के बड़े हिस्से का अनुसंधान एशिया खासकर भारत और बिहार के भूमि पर होना है अब तक जो अनुसंधान हुए पुराण तथा जातक कथाओं पर आधारित है इनके प्रामाणिकता के लिए पुरातत्व विज्ञान का सहयोग लिया जाता है इसमें जीव विज्ञान रसायन विज्ञान मृदा विज्ञान आदि का उपयोग किया जाता है आपने आगे बताया प्रचलित वाक्य में कई नाम अपभ्रंश हो गए हैं जैसे नालम से नालंदा,विक्रमशिल- विक्रमशिला तथा तक्षशिल- तक्षशिला हो गया परिचर्चा के दौरान एक श्रोता ने बौद्ध साहित्य के हवाले से वर्तमान पाटलिपुत्र का अस्तित्व बताया । प्रोफेसर जयदेव ने उत्तर दिया कि साहित्य में पाटलिपुत्र का उल्लेख है किंतु स्थान नहीं बताया गया कि किस क्षेत्र को पाटलिपुत्र कहा जाता था अभी गंगा के किनारे के जितने बड़े भाग है उसका कौन सा क्षेत्र पाटलिपुत्र था यह अनुसंधान का विषय है। बिहार के बाहर सभी प्रांतों में प्राचीन इतिहास विज्ञान विषय है। प्रोफेसर जयदेव ने चीनी यात्री ह्वेनसांग के हवाले से बताया की पाटलिपुत्र के भव्यता का जिक्र करते हुए लिखा कि विशाल अभेद्यऔर मनोहारी राजमहल लकड़ी से निर्मित है। ऐसे ही इतिहास के अनेक रहस्यमय में और अनछुए वैज्ञानिक पहलू हैं जो हमारे नई पीढ़ी के जानकारी में जातक कथा के समान है।अध्यक्षीय उद्बोधन करते हुए प्राचार्य प्रो विवेकानंद जी ने बताया की प्राचीन इतिहास को प्रमाणिक तथ्यों के साथ प्रचारित करने की आवश्यकता है यह आम जनों तक पहुंचे क्योंकि इसमें हमारे पुरखों के गौरव महिमा छुपी है। कार्यक्रम के अंत में प्राचीन इतिहास विभाग की अध्यक्ष नीतू तिवारी ने विद्यार्थी तथा अन्य श्रोताओं को संयम से कार्यक्रम को सुनने और समझने के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया।

  • बीमा कंपनी से छिपाई ‘शराब की लत’ तो नहीं मिलेगा इंश्योरेंस क्लेम

    बीमा कंपनी से छिपाई ‘शराब की लत’ तो नहीं मिलेगा इंश्योरेंस क्लेम

    सुप्रीम कोर्ट ने LIC ने एक व्यक्ति के क्लेम को कर दिया खारिज 
    ‘जीवन आरोग्य’ स्कीम के अंतर्गत स्कीम में छिपाई थी शराब की लत 

    द न्यूज 15 ब्यूरो

    नई दिल्ली। इंश्योरेंस को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा है कि अगर कोई व्यक्ति पॉलिसी खरीदते समय शराब पीने की आदत के बारे में जानकारी नहीं देता है, तो बीमा कंपनी उसके क्लेम को रद्द कर सकती है। यह फैसला जस्टिस विक्रम नाथ और संदीप मेहता की बेंच ने दिया है। दरअसल, LIC ने एक व्यक्ति की ‘जीवन आरोग्य’ स्कीम के तहत अस्पताल में भर्ती होने के क्लेम को रद्द कर दिया था। कोर्ट ने LIC के इस फैसले को सही ठहराया। क्योंकि पॉलिसी खरीदते समय व्यक्ति ने अपनी शराब पीने की आदत के बारे में गलत जानकारी दी थी।

    पॉलिसी लेने के एक साल बाद उठा दर्द

    मामला 2013 का है। शख्स ने ‘जीवन आरोग्य’ पॉलिसी खरीदी थी। इस पॉलिसी में उसे नॉन-ICU में भर्ती होने पर हर दिन 1,000 रुपये और ICU में भर्ती होने पर हर दिन 2,000 रुपये मिलने थे। पॉलिसी खरीदने के एक साल बाद उसे पेट में तेज दर्द हुआ और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। एक महीने बाद उसकी मौत हो गई।

    शराब पीने पर नहीं अप्लाई होगी पॉलिसी

    LIC ने पॉलिसीधारक की पत्नी के क्लेम को खारिज कर दिया। LIC ने कहा कि मृतक ने अपनी पुरानी शराब की लत के बारे में जानकारी छिपाई थी। LIC ने ‘जीवन आरोग्य’ प्लान के क्लॉज 7(xi) का हवाला दिया। इस क्लॉज के मुताबिक खुद को चोट पहुंचाने या आत्महत्या करने की कोशिश, या किसी भी ड्रग या शराब के इस्तेमाल या दुरुपयोग और उससे होने वाली जटिलताओं को पॉलिसी में शामिल नहीं किया जाएगा। इसका मतलब है कि अगर किसी व्यक्ति को शराब पीने की वजह से कोई बीमारी होती है, तो उसे पॉलिसी का लाभ नहीं मिलेगा।

    कंज्यूमर फोरम से आया था ये आदेश

    बता दें कि मृतक की पत्नी ने कंज्यूमर फोरम में शिकायत की थी। कंज्यूमर फोरम ने LIC को मेडिकल खर्च का भुगतान करने का आदेश दिया। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रिड्रेसल कमीशन के आदेश से असहमति जताई।

    SC ने एलआईसी के फैसले को बताया सही

    कोर्ट ने कहा कि मृतक को शराब की लत बहुत पहले से थी, जिसे उसने पॉलिसी लेते समय जान बूझकर छुपाया। कोर्ट ने आगे कहा, तथ्यों को छिपाने के कारण, LIC ने क्लेम को खारिज करने का सही फैसला किया। इसका मतलब है कि पॉलिसी लेते समय सही जानकारी देना बहुत जरूरी है। अगर आप कोई जानकारी छिपाते हैं, तो बीमा कंपनी आपके क्लेम को रद्द कर सकती है।