Category: पंजाब विधानसभा चुनाव

  • मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में लड़ा जाएगा जालंधर उपचुनाव, आम आदमी पार्टी भारी मतों से दर्ज करेगी जीत

    मुख्यमंत्री भगवंत मान की अगुवाई में लड़ा जाएगा जालंधर उपचुनाव, आम आदमी पार्टी भारी मतों से दर्ज करेगी जीत

    आम आदमी पार्टी (AAP) ने जालंधर पश्चिम विधानसभा उपचुनाव के लिए शनिवार को अपनी चुनावी अभियान की शुरुआत की। पार्टी ने उपचुनाव के लिए अपने 10 वादे जारी किए और जीत का दावा करते हुए कहा कि जनता काम करने वाली पार्टी को ही वोट करेगी।

    जालंधर में आप उम्मीदवार मोहिंदर भगत के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस कर पार्टी की ओर से कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल और श्री आनंदपुर साहिब से आप सांसद मलविंदर सिंह कंग ने 10 वादे वाला घोषणापत्र जारी किया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में आप विधायक रमन अरोड़ा, लोकसभा चुनाव के लिए जालंधर से पार्टी के उम्मीदवार रहें पवन कुमार टीनू भी मौजूद थे।

    इस मौके पर आम आदमी पार्टी पंजाब के मुख्य प्रवक्ता और सांसद मलविंदर सिंह कंग ने कहा कि आम आदमी पार्टी हमेशा अपने काम के आधार पर चुनाव लड़ती है। यह चुनाव भी हम मुख्यमंत्री भगवंत मान के लोक कल्याणकारी कार्यों के आधार पर लड़ेंगे।

    उन्होंने कहा कि मान सरकार ने पिछले दो सालों के दौरान हर क्षेत्र में काफी सुधार किया है। आज पंजाब के 90 प्रतिशत परिवार के बिजली बिल जीरो आ रहे हैं। खेतों को नहर का पानी मिल रहा है और किसानों को खेती के लिए दिन में ही पर्याप्त बिजली मुहैया कराई जा रही है।

    सरकार ने दो साल के दौरान करीब 43000 नौजवानों को बिना किसी रिश्वत और सिफारिश के सरकारी नौकरियां दी। हर तरह के माफिया पर लगाम लगाने के लिए सख्त कार्रवाई की जा रही है। वहीं शहीदों के परिवार को आप सरकार एक करोड़ रुपए की अनुग्रह राशि दे रही है।

    कंग ने कहा कि यह चुनाव भ्रष्ट और धोखेबाज बनाम ईमानदार और योग्य व्यक्ति के बीच है। हमें पूरा भरोसा है कि जनता इस चुनाव में धोखेबाजों को सबक सिखाएगी। उन्होंने कहा कि यह चुनाव ही पार्टी के साथ धोखा के कारण हो रहा है।

    उन्होंने कहा कि आप उम्मीदवार मोहिंदर भगत काफी पढ़े-लिखे और समझदार इंसान हैं। इनका परिवार दो पीढ़ी से जालंधर की जनता की सेवा कर रहा है। इनके पिता चुन्नी लाल भगत ने नगर निकाय मंत्री रहते हुए जालंधर और पंजाब के विकास के लिए काफी अच्छे काम किए।

    वहीं कैबिनेट मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान अब खुद जालंधर में रहेंगे। इससे पूरे दोआबा के लोगों को सीएम से मिलने और अपनी समस्याएं बताने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि यह चुनाव मुख्यमंत्री मान के नेतृत्व में लड़ा जाएगा हमें पूरा यकीन है कि मान सरकार के द्वारा पिछले दो सालों में पंजाब के विकास के लिए किए गए ऐतिहासिक कामों के कारण हम भारी अंतर से यह चुनाव जीतेंगे।

    1-हर इलाके में पीने का साफ पानी उपलब्ध कराने के लिए वाटर वर्क्स लगाए जाएंगे।

    2- पूरे हलके के लिए नया और बड़ा सीवरेज ट्रीटमेंट प्रोजेक्ट स्थापित किए जाएंगे।

    3- बस्ती शेख, बस्ती दानिशमंदां, बस्ती गुजा, बस्ती पीर दाद और मिठू बस्ती समेत हलके में बिजली के तारों के जाल को खत्म करने के लिए बिजली बोर्ड को लिखती निर्देश दिेए जाएंगे।

    4- हलके के हर गली-मोहल्ले में स्ट्रीट लाइट लगाए जाएंगे और उनके देख-रेख का प्रबंध किया जाएगा।

    5-नशा तस्करी खत्म करने के साथ-साथ, बस्ती दानिशमंदा, बस्ती भार्गव कैम्प और बस्ती थावा खेल में लाटरी माफिया का कानूनी तौर पर सफाया किया जाएगा

    6- वरयाना स्थित कूड़े के ढ़ेर को साफ किया जाएगा

    7- हर मोहल्ला क्लीनिक में माहिर डाक्टर, सभी टैस्ट और मुफ्त दवाईओं का मिलना यकीनी बनाया जाएगा

    8- हलके के लोगों की सुरक्षा के लिए जे.पी नगर, मॉडल हाउस और हरबंस नगर इलाके में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे

    9- सभी पुरानी सड़कों को नया बनाय जाएगा और साथ ही हलके की मुख्य सड़कें, बस्ती दानिशमंदां रोड और बस्ती थावा खेल रोड की चौड़ाई 120 फीट की जाएगी

    10- गौतम नगर में नया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा।

  • किसान आंदोलन को मुद्दा बनाएगी AAP, मोदी सरकार को घेरने की चुनावी रणनीति

    किसान आंदोलन को मुद्दा बनाएगी AAP, मोदी सरकार को घेरने की चुनावी रणनीति

    आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान आम आदमी पार्टी पंजाब और हरियाणा में अपनी ताकत दिखाने की कोशिश में जुटी हुई है। पंजाब और हरियाणा में इन दिनों एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर किसानों का आंदोलन गरमाया हुआ है और आप ने लोकसभा चुनाव के दौरान किसानों के इस बड़े आंदोलन को मुद्दा बनाने का फैसला किया है। आप से जुड़े हुए सूत्रों का कहना है कि लोकसभा चुनाव के दौरान आप नेताओं का मुख्य रूप से फोकस किसानों से जुड़ी हुई समस्याओं पर होगा। इसके जरिए आप विधानसभा चुनाव के बाद लोकसभा चुनाव में भी बड़ी कामयाबी हासिल करने की कोशिश में जुटी हुई है। इसी कारण पार्टी ने हरियाणा की सीमाओं पर डटे आंदोलनरत किसानों को खुला समर्थन देकर अपनी चुनावी संभावनाएं मजबूत बनाने की कोशिश की है।

    पंजाब में आप का कांग्रेस से गठबंधन नहीं

    विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया में अन्य दलों के साथ आप भी शामिल है। आप ने चार राज्यों में कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन किया है मगर पंजाब की लोकसभा सीटों को लेकर दोनों दलों के बीच कोई गठबंधन नहीं हुआ है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवान सिंह मान ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि पार्टी पंजाब की सभी 13 लोकसभा सीटों पर अपने दम पर चुनाव लड़ेगी। पंजाब पर आम आदमी पार्टी की मजबूत पकड़ मानी जाती है और माना जा रहा है कि एक बार फिर पार्टी राज्य में अपनी ताकत दिखाने में कामयाब हो सकती है। वैसे हरियाणा, दिल्ली, गोवा और गुजरात में पार्टी ने कांग्रेस के साथ सीट शेयरिंग के फॉर्मूले पर मुहर लगा दी है। दोनों दलों के बीच हुए गठबंधन के तहत हरियाणा के कुरुक्षेत्र लोकसभा सीट पर आप प्रत्याशी उतारा जाएगा। हालांकि पंजाब को लेकर दोनों दलों के बीच कोई गठबंधन नहीं हुआ है। पंजाब में कांग्रेस भी राज्य की सभी लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने की तैयारी में जुटी हुई है।

    पंजाब-हरियाणा में किसान आंदोलन पर फोकस

    पंजाब और हरियाणा में एमएसपी पर कानून की गारंटी लेकर किसानों ने केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है। दोनों राज्यों के किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर डेरा डाल रखा है और ऐसे में आप को किसान आंदोलन के रूप में बड़ा चुनावी मुद्दा मिल गया है। लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश में जुटी हुई है। आप के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि किसानों का आंदोलन जमीनी स्तर तक फैल चुका है। पंजाब और हरियाणा के लोकसभा चुनाव के दौरान हमारा मुख्य फोकस किसानों से जुड़े हुए मुद्दों पर ही होगा।आप की ओर से लगातार यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि किसानों के आंदोलन को कुचलने के लिए केंद्र सरकार की ओर से जो कदम उठाए जा रहे हैं, वह संविधान के खिलाफ हैं। पार्टी का कहना है कि संविधान के अंतर्गत शांतिपूर्वक इकट्ठा होने और सार्वजनिक बैठकें करने का अधिकार दिया गया है मगर मोदी सरकार यह अधिकार छीनने की कोशिश में जुटी हुई है। आप नेता ने कहा कि पंजाब और हरियाणा के गांवों में इस बात को लेकर काफी नाराजगी है कि किसानों को दिल्ली तक मार्च करने और अपनी मांगें केंद्र सरकार तक पहुंचाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। लोगों की आतिजाही और इंटरनेट पर पाबंदी पूरी तरह अलोकतांत्रिक है और इस कारण लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आगामी लोकसभा चुनाव के दौरान पार्टी की ओर से इस मुद्दे को जोरदार ढंग से उठाया जाएगा। इसके साथ ही चंडीगढ़ के मेयर चुनाव में की गई लोकतंत्र की हत्या का मामला भी गरमाने की तैयारी है। आम आदमी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की आज महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है और इस बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव में उतारे जाने वाले प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा की जाएगी। माना जा रहा है कि इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद पार्टी की ओर से कई सीटों पर प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया जा सकता है

  • कभी था खालिस्तानी चरमपंथी,आज हैं पंजाब का आम नागरिक

    कभी था खालिस्तानी चरमपंथी,आज हैं पंजाब का आम नागरिक

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    मैं एक समय पर बहुत ज़्यादा चरमपंथी था लेकिन अब मैंने अपनी सारी जमीन दवाखाना खोलने, स्कूल बनाने और शेल्टर होम के लिए दान कर दी हैं।मुझे बहुत बाद में समझ आया की ये राह ठीक नहीं हैं,ये कहना हैं वस्सन सिंह जफ्फरवाल का…

    कहानी चरमपंथी संगठन खालिस्तान कमांडो फोर्स के चीफ की…….

    मेरा नाम वस्सन सिंह जफ्फरवाल ,मैं पंजाब के धारीवाल का रहने वाला हु , मेरा सपना शुरू से ही था की मैं बड़ा होकर आर्मी में अफसर बनु लेकिन में बन ना सका मैं बना क्या मैं बना खालिस्तान कमांडो फोर्स का चीफ ,जट्ट परिवार में पैदा हुआ और बड़ा हुआ मेरा ध्यान शुरू से ही पढाई मे कम था,उन दिनों हमारा इलाका बहुत ज़्यादा पिछड़ा हुआ था,और 80 के शुरूआती दशक में हिंसा भड़कने लगी थी , हम परिवार में 6 लोग थे , मेरे पिताजी आकाली दल के सदस्य थे ,वो कई बार जेल जा चुके थे,उन दिनों पंजाब में खालिस्तान की मांग उठ रही थी,हमारा इलाका छावनी में बदल चूका था,उस समय मैं 8 कक्षा में था,उनदिनों के हालत को देखते हुए मैंने सोचा की मैं अब आगे नहीं पढूगा,मेरे दो बड़े भाई दिल्ली मे ट्रक चलाते थे,मैंने अपने घर के पास के ही कारखाने में काम करना शुरू कर दिया था ,मेरा एक छोटा भाई भी था जो घर में ही रहता था , पुलिस और प्रशासन बार-बार घर पर आ कर छोटे भाई को तंग करते थे,मेरा शुरू से ही ये था की मैं जहाँ रहू वहा चर्चा मे रहू इसी विचार के कारण में कारखाने के लोगो का नेता बन गया,कई हज़ार लोग मेरे साथ थे ,पढाई के दौरान मैंने NCC की थी जिस कारण से मेरे अंदर आर्मी का अफसर बनने की ललक थी , खालिस्तानी मूवमेंट को देख कर मुझे लगा की क्यों न में भी फ़ौज बनाऊ,

    उसी दौरान मेरे पिता को NSA लगाकर के गिरफ्तार कर लिया गया , बाद में पुलिस मेरे घर जा कर मेरे भाई और माँ को तंग करने लगी जो मुझे बरदासत नहीं हुआ ,मुझे लगा की मुझे कुछ करना चाहिए मैं नौकरी छोड़ कर वापस आ गया , लेकिन एक दिन मेरे छोटे भाई को पुलिस ने घेर कर बहुत मारा,उस दिन में बच गया और मैं समझ गया था , की अगर मैं यहा रहा तो पकड़ा जाऊगा और शायद मारा भी जाऊ , 1982-83 की बात है। पंजाब में बसें जलाई जा रही थीं। पुलिस ने छोटे भाई को पकड़ा वह उससे जानना चाहती थी कि बसें जलाने वाले कौन हैं, स्टूडेंट फेडरेशन वाले कौन हैं, भिंडरांवाला कहां है, भिंडरांवाला से तुम लोग कितनी बार मिले, क्या बातें हुईं।

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    मेरे भाई को पुलिस ने इतना मारा की वो आज तक कुछ करने लायक नहीं हैं ,मैं फिर वहा से दमदमी टकसाल चला गया ,मैंने वहा पर फिर खालिस्तान लिब्रशन आर्मी ज्वाइन कर ली और उसी के काम मे लग गया हम लोग गाँव-गाँव जाकर युवाओ को इकक्ठा करते थे,हम लोग अक्सर रात को ही सफर किया करते थे और कच्चे रास्तो पर चला करते थे , हमे कभी खाने-पीने की तकलीफ कभी नहीं हुई , क्युकी हमारा नेटवर्क बहुत ज़्यादा बढ़िया हो चूका था,जवान युवक मेरे साथ जुड़ रहे थे, उन दिनों हर बड़ा नेता और अधिकारी मेरा नाम जानता था,हमनें अपनी पार्टी का नाम खालिस्तानी लिब्रशन पार्टी से बदल कर खालिस्तान कमांडो फाॅर्स कर दिया था, मैं उसमे चीफ था ,

    उसी दिन पंथक कमेटी का गठन भी किया गया। उसमें कुल पांच सदस्य थे। मैं भी उसमें शामिल था। 1986 को हमने पंजाब को खालिस्तान बनाने का ऐलान किया। उन दिनों मैं गोल्डन टेंपल में ही रहता था। मैं समझ गया था कि अब यहां रहना संभव नहीं है। चिंगारी भड़क उठी है। पुलिस और एजेंसिया मेरे पीछे पड़ी थीं।

    पाकिस्तान में मिला आलीशान घर……

    सभी एजेंसी मेरे पीछे पड़ी थी उनदिनों हम लोगो का एक ही मेहफुज्ज़ अड्डा था वो था पाकिस्तान ,मैं बॉर्डर पार करके पाकिस्तान चला गया,पाकिस्तान सरकार हमे स्पोर्ट करती थी, नये-नये बच्चे बॉर्डर पार करके पाकिस्तान की शरण में आते मैंने वहा रहकर कम से कम 40,000 बच्चो को हथियार चलाना सिखाया ,मुझे वहा एक बहुत ही बड़ा आलिशान बांगला दिया था, वहा हमारी रोज ही लोगो से मीटिंग होती थी मैं लगभग 8 साल लाहौर में रहा उन दिनों पाकिस्तान सरकार हमारी बात मानती थी , हमने 15 लाख रुपया का खर्चा पाकिस्तान सरकार से करवाया , करतारपुर साहिब में सेवा के लिए,

    wassan singh
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    जैसें-जैसें वक़्त बीतता गया खालिस्तानी मूवमेंट ख़तम होता गया,मुझे समझ आ गया था,की पाकिस्तान में रह कर कुछ नहीं होने वाला मैंने पाकिस्तानी सरकार की मदद से अपनी आप को स्विट्ज़रलैंड पहुँचवाया,मैंने फिर वह होम्योपैथिक का कोर्स किया,समय बीतने के बाद मुझे गाँव की याद आने लगी इस दौरान में अपने पंजाब के दोस्तों से वापस कांटेक्ट करने लगा तो वे मुझसे ऐसे बर्ताव करने लगे जैसे मैं कोई आतंकवादी हु,मुझे जब थोड़ा-थोड़ा समझ आने लगा था की मैं गलत रास्ते पर निकल गया था मैं फिर 2001 में पंजाब वापस आ गया मुझे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और म/र्डर समेत 13 मामलो मे मुझे गिरफ्तार कर लिया, धीरे-धीरे मैं सभी आरोपों से बरी होता गया,

    अब मैंने अपनी नई ज़िन्दगी शुरू कर दी है, अब मैं सोचता हु की अगर मैं पढ़ा लिखा होता तो शयद मैं आर्मी मे अफसर होता,मुझे नहीं पता की आर्मी अफसर और खालिस्तानी चीफ में कितना फर्क होता,लेकिन अब मैं मानता हु की मैंने कितना समय बर्बाद कर दिया,अब मैं ऐसा कुछ करना चाहता हु की लोग मुझे एक अच्छे व्यक्ति के रूप में याद रखे,

  • Bhagwant Mann : नशे में होने के कारण फ्लाइट लेट कराने के आरोप

    Bhagwant Mann : नशे में होने के कारण फ्लाइट लेट कराने के आरोप

    पंजाब के CM Bhagwant Mann ने Twitter पर Tweet कर जानकारी दी कि उनकी सरकार पुरानी पेंशन योजना के समर्थन में और बहाली करने पर विचार कर रही है, देश के कई हिस्सों में कर्मचारी 2004 तक लागू पुरानी पेंशन को बहाल करने की मांग कर भी रहे है,

    लेकिन शाम होते होते मंत्री जी किसी दूसरी वजह से चर्चा का कारण बन गए, इन Twitter trends को ध्यान से देखने पर पता चला है कि मुख्यमंत्री नशे में होने के कारण किसी फ्लाइड Lufthansa के लेट होने के कारण बन गए है।

    क्या है मामला –

    दरअसल पिछले दिनों भगवन्त मान (Bhagwant Mann) ने पंजाब में बाहर से इन्वेस्टर लाने की बात कही जिसके लिए वे 11 सितम्बर से लेकर 18 सितम्बर तक के लिए जर्मनी गए हुए थे। और 19 सितम्बर की सुबह तक उन्हें दिल्ली वापस लौटना था।

    Bhagwant Mann इस दौरे में उनके साथ गए अफसरों को लेकर कैब से फ्रैंकफर्ट (Frankfurt) एयरपोर्ट पर पहुंच गए थे। लेकिन इसके बाद भारतीय दूतावास ने वहां के कैब स्टाफ से कहा कि वह मुख्यमंत्री को एयरपोर्ट से वापस ले आए क्योंकि वह तय फ्लाइट से भारत नहीं जा सके हैं।

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    फ्रैंकफर्ट (Frankfurt) एयरपोर्ट से Lufthansa की LH -760 की फ्लाइट शाम को 1:40 पर थी और यह पहले से ही 3 घंटे लेट हो चुकी थी।

    क्या कहा फ्लाइट के यात्रियों ने –

    रिपोर्टस के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि – ” सफेद कुर्ता-पजामा पहना हुआ एक शख्स पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान जैसा दिख रहा था और वह कुछ अन्य लोगों के साथ विमान के भीतर आया लेकिन थोड़ी देर बाद उनमें से 4-5 लोग विमान से बाहर चले गए।”

    इसके बाद विमान के पायलट ने फ्लाइट की लेट होने की जानकारी दी साथ ही बताया कि कुछ यात्रियों को वापस जाना पड़ा जिसके कारण लेट हुआ।

    क्या कहा CM Bhagwant Mann की सफाई में – 

    सफाई में आम आदमी पार्टी की ओर से नशे की बात से साफ इनकार किया गया और इसका कारण उनकी तबियत बिगड़ना बताया गया। साथ ही उनकी छवि को बिगाड़ने का प्रयास बताया है।

    साल 2019 में उन्होंने एक रैली में भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने एक रैली में जनता के सामने कहा था कि अब वह शराब को हाथ नहीं लगाएंगे और पंजाब की जनता का पूरा ध्यान रखेंगे। इसके बाद भी कई बार उनके शराब के नशें में होने के आरोप लगे हैं।

    Bhagwant Mann
    पंजाब में रैली के दौरान शराब न पीने की कसम खाते भगवंत मान

    भगवंत मान के सुबह के Tweet की चर्चा कहीं नीचे दब गई जबकि उनकी बात देश की एक बड़ी बात को प्रभावित करती है, देशभर में 2004 वाली पेंशन के बहाली की मांग एक बड़ा हिस्सा लंबे समय से कर रहा है। इस पर दिल्ली के CM ने भी उनकी सराहना भी की।

    Bhagwant Mann
    पुरानी पेंशन को बहाल करने की बात करते दिखे पंजाब के CM भगवंत मान

    भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने इस पेंशन के लिए मुख्य सचिव से पुरानी पेंशन लागू करने को लेकर व्यावहारिक पहलुओं का अध्ययन करने के का बात कही है। लेकिन दिनभर के पूरे ट्रेड शराब पर जा टिके। किसी भी नेता का राजनीतिक यात्राओं के दौरान नशा करना सही भी नही, लेकिन इस बात की पुष्टि होने का सब्र भी हमें करना चाहिए। बजाय बेवजह की बहस के।

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  • Shiv Sena Khalistan : पटियाला में शिवसेना-खालिस्तानी आमने सामने

    Shiv Sena Khalistan : पटियाला में शिवसेना-खालिस्तानी आमने सामने

    Shiv Sena Khalistan : पंजाब के पटियाला से शिवसेना और खालिस्तान (Shiv Sena Khalistan) समर्थकों के बीच की भिड़ंत की खबर आई । दोनों ओर पत्थर बाजी हुई और तलवार चलने तक की बात सामने आई जवाबी कार्यवाही में पुलिस ने हवाई फायर की।

    “खालिस्तान” समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस का मास्टरमांइड गुरपतवंत सिंह पन्नू ने 29 अप्रैल को “खालिस्तान दिवस मनाने का ऐलान किया था। साथ ही पंजाब के हर सरकारी इमारतों पर खालिस्तान का झंडा फहराने की घोषणा की थी। यही नहीं झंडे फहराने वाले को 1 लाख डॉलर की रकम देने की घोषणा की। इसी बात के विरोध में शिव सेना और खालिस्तान (Shiv Sena Khalistan) आमने सामने आ गए ।

    कौन है खालिस्तानी गुरपतवंत सिंह पन्नू Shiv Sena Khalistan –

    Shiv Sena Khalistan
    Shiv Sena Khalistan

    सिख फॉर जस्टिस (SFJ) संगठन को भारत सरकार ने UAPA के तहत एक आतंकवादी संगठन घोषित किया है। सिख फॉर जस्टिस संगठन का सरगना आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू पंजाब के गांव खानकोट का रहने वाला है। पन्नू अमेरिका में वकील है जिसने पंजाब यूनिवर्सिटी से LAW /लॉ की डिग्री हासिल की है।

    पन्न भारत का मोस्ट वांटेड आतंकवादी हैं। जो कि अमेरिका में बैठ कर भारत में आतंकवादी साजिश रचता है। 1 जुलाई 2020 को भारत सरकार ने पन्नू को आतंकवादी घोषित किया ।पंजाब पुलिस ने अमृतसर और कपूरथला में पन्नू के खिलाफ के राजद्रोह का मुकदमा दायर किया खा। ISI के सहयोग से खालिस्तान आंदोलन चलाता रहता है।

    पन्नू की घोषणा के विरोध में शिवसेना ने 29 अप्रैल को ही खालिस्तान मुर्दाबाद मार्च निकालने की घोषणा की थी। पंजाब शिवसेना कार्यकारी हरीश सिंगला ने  कहा कि शिवसेना पंजाब में कभी खालिस्तान बनने नहीं देगी।शिवसेना का मार्च आर्य समाज चौक से शुरू हुआ। इस मार्च को अलग अलग जगहों से निकला था।

    बताया जा रहा कि दो खालिस्तान विरोधी मार्च के बीच (Shiv Sena Khalistan) कुछ खालिस्तानी आए जिसके बाद हिंसा और झड़प (Shiv Sena Khalistan) के मामले सामने आए। एक तरफ से जय श्री राम तथा दूसरी तरफ से खालिस्तान समर्थन के नारे लगे। खालिस्तान समर्थकों ने फाइटेन चौक पर जाम लगा दिया साथ ही खालिस्तान समर्थन के नारे लगाए गए। यही पर पथराव और तलवार निकाले जाने की खबर आई। पुलिस कर्मी के घायल होने की खबर भी आई। पटियाला के SSP के अनुसार 2 पुलिसकर्मी और 2 नागरिकों के घायल होने की खबर आएगी।

    जिसके चलते पुलिस को हवाई फायर करना पड़ा पुलिस के अनुसार स्थिति अह कंट्रोल में है। साथ ही पटियाला में कानून स्थिति बनाए रखने के लिए कर्फ्यू लगा दिया है ।

    जानिए क्यों चुप है दिल्ली के CM केजरीवाल 

    शिवसेना-खालिस्तानी (Shiv Sena Khalistan) भिड़त के बाद की प्रतिक्रियाएँ –

    शिवसेना ने हरीश सिंगला को पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त पाए जाने के चलते पार्टी से निकाल दिया है। हिंसा की खबर आते ही विपक्षी पार्टियों के बयान सामने आने लगे BJP के नेता मनजिंदर सिंह ने आप पार्टी पर जानबूझ कर हिंसा भड़काने देने के लिए जिम्मेदार ठहराया। मनजिंदर ने पुलिस पर भी आरोप लगाया कि उन्हें हिंसा का अंदेशा होने के बाद भी पंजाब पुलिस फेल हुई ये प्रशासन की बड़ी चूक हैं।

    इसके अलावा अकाली दल के नेताओं ने पंजाब सरकार से राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने का अपील की। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी पंजाब को शांत राज्य बता कर पंजाब से आ रही फुटेज पर दुख जाहिर किया। सीएम भगवंत मान ने घटना पर चर्चा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों की एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। सीएम ने कथित तौर पर अधिकारियों से कहा कि वे किसी को भी पंजाब की मेहनत से मिली शांति में खलल न डालने दें।

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    Shiv Sena Khalistanशिवसेना-खालिस्तानी (Shiv Sena Khalistan) भिड़त पर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया

    सीएम मान ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘पटियाला में झड़प की घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने डीजीपी से बात की है, क्षेत्र में शांति बहाल कर दी गई है। हम स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं और किसी को भी राज्य में अशांति का माहौल पैदा नहीं करने देंगे.’’ उन्होंने कहा कि पंजाब में शांति और सद्भाव बहुत महत्वपूर्ण है।

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    शिवसेना-खालिस्तानी (Shiv Sena Khalistan) भिड़त पर CM Bhagwant mann की प्रतिक्रिया

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    मुख्यमंत्री कार्यालय के एक प्रवक्ता ने बताया कि सुखविंदर सिंह चिन्ना को पटियाला का नया आईजी बनाया गया है। वहीं दीपक पारिक और वजीर सिंह को पटियाला का क्रमश: नया एसएसपी और एसपी बनाया गया है। इस मामले में तीन एफआईआर दर्ज की गई है। इसमें आर्म्स एक्ट के तहत क्रॉस केस दर्ज किया गया है। इसके अलावा पटियाला में सुबह 9:30 से शाम 6 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई हैं।

  • WORRY ABOUT COAL SHORTAGE IN INDIA :- बिजली संकट और कोयला के कमी के बीच राज्य सरकारें केंद्र से लगा रही गुहार

    WORRY ABOUT COAL SHORTAGE IN INDIA :- बिजली संकट और कोयला के कमी के बीच राज्य सरकारें केंद्र से लगा रही गुहार

    COAL SHORTAGE IN INDIA :- देश के कई राज्यों में बिजली काटौती (COAL SHORTAGE IN INDIA) की समस्या बढ़ गई हैं। बाते कुछ दिनों सें कई राज्यों में कई घंटों बिजली कटौती (COAL SHORTAGE IN INDIA) की जा रही है, जिसके कारण उघोगों और कृषि पर खास़ा असर पड़ रहा हैं। इसके अलावा दूसरी ओर पावर प्लांट्स में कोयले की कमी (COAL SHORTAGE IN INDIA) की खबरें सरगरमी पकड़ रही हैं। इसी बीच राज्य सरकारें केंद्र सरकार से बिजली संकट को लेकर गुहारे लगा रही हैं।

    अब सवाल यह उठता हैं, कि आखिर बिजली कटौती और कोयला कमी क्यों हुई? तो आपको बता देते हैं, कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा हैं। दरअसल, हर साल गर्मी के मौसम में देश में बिजली की मांग बढ़ जाती है। जिससे बिजली की पूर्ति करने के लिए कई घंटो बिजली कटौती (COAL POWER CRISIS) की जाती है।

     

    COAL SHORTAGE IN INDIA
    भारत में कोयले की कमी आखिर क्यों ?

    इस वर्ष गर्मी का मौसम मार्च के मध्य से ही शुरू हो गया था। जिससें बिजली की मांग एकदम से बढ़ी।  इसी बीच कोयले की कमी की किल्लत सें देश में  बिजली की कमी (COAL POWER CRISIS) हो गई हैं। अब बिजली की कमी के कारण 7 राज्यों में बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हो गई हैं। वें 7 राज्य पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और गोवा हैं। जिनमें कोयले की कमी के कारण बिजली कटौती की समस्या (COAL POWER CRISIS) चरम पर आ पहुंची हैं। इन राज्यें को बिजली कटौती के कारण कृषि और उघोंगों में भारी दिक्कत का सामना कर पड़ रहा हैं।

      राज्य कर रहें केंद्र से मांग

    ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह ने रविवार को दिल्ली में सभी पदाधिकारियों की एक बैठक थी। जिसमें बिजली संकट और कोयले की कमी को निराधार ठहराया हैं। और कहा है, कि “दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी।” उन्होंने कहा कि “संकट न तो कभी था और न आगे होगा।”

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    ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि “ हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज्याद़ा का औसतन स्टॉक है, हमारे पास प्रतिदिन स्टॉक आता है। कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टॉक आया।” पहले की तरह कोयले का 17 दिन का स्टॉक नहीं हैं। लेकिन 4 दिन का स्टॉक हैं। कोयले की ये स्थिति इसलिए है क्योंकि हमारी मांग बढ़ी है और हमने आयात कम किया है। ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि “ हमें अभी कोयले की उत्पादन क्षमता बढ़ानी हैं हम इसके लिए कार्यवाही कर रहे हैं।”

    COAL POWER/ COAL SHORTAGE IN INDIA
    भारत में कोयले की कमी आखिर क्यों ?

     (COAL POWER CRISIS) भारत पर वैश्विक झड़प का असर!!!!!

    देश में गर्मी के मौसम में बिजली की मांग बढ़ जाती हैं। और यह 1,88,576 मेगावाट बताई जा रही हैं। जिसमें 3,002 मेगावाट की ही कमी बताई जा रही हैं। कमी के कारण कई राज्य ऐसें हैं, जिन्हें कटौती की मार झेलनी पड़ रही हैं। इसी कारण अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से बिजली की मांग कर रहें हैं। एक तरफ बिजली की ज्यादा मांग और दूसरी ओर वैश्विक तनाव की वजह के कोयले का आयात न होना। दोनों ही कारणों से भारत के कई राज्यों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा हैं। कहीं न कहीं देखा जा सकता हैं कि यूक्रेन संकट के कारण भारत कोयले की कमी (COAL POWER CRISIS) को झेल रहा हैं।

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    मुख्यमंत्रियों ने चिठ्ठी भेजकर मांगी गुहार  (COAL SHORTAGE IN INDIA)

    भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बिजली संकट की आंशका के कारण केंद्र सरकार को पत्र लिखे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री हो या पंजाब के ,सभी ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर बिजली संकट पर चिंता जताई हैं।

    आखिर क्यों अब 32 नहीं 28 ही होते हैं दांत!

    कोयले से बनने वाली बिजली कितनी जरूरी है?

    हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं कि कोयला जलाने से प्रदूषण होता हैं।,इसके अलावा बिजली पानी, हवा, धूप से बनती हैं, यहां तक कि जम़ीन के अंदर से निकलने वाली भाप से भी बनती हैं। य़े सब बातें अपनी-अपनी जगह सही हैं। परन्तु 2022 में अब तक हमें ज्यादातर बिजली कोयले से हीं मिलती हैं। तथा हमें  मिलनें वाली दो तिहाई बिजली फिलहाल कोयले से ही मिलती हैं। इसका मतलब ये हैं कि कोयले से मिलने वाली बिजली हमारे लिए बहुत-बहुत जरूरी हैं।

  • AAP की पंजाब इकाई ने डिप्टी CM पद के लिए दूसरी बार चुनाव जीतने वाले 3 MLAs के नाम किए आगे

    AAP की पंजाब इकाई ने डिप्टी CM पद के लिए दूसरी बार चुनाव जीतने वाले 3 MLAs के नाम किए आगे

    अगर नामित CM भगवंत मान कोई डिप्टी नियुक्त नहीं करने का फैसला करते हैं, तो हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवान, और अमन अरोड़ा वित्त, गृह, और स्थानीय निकायों जैसे मलाईदार विभागों के उम्मीदवार हैं.

    द न्यूज 15 

    नई दिल्ली।   विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार आदमी पार्टी (आप), जिसने पंजाब असेम्बली चुनावों में ज़बर्दस्त जीत हासिल करते हुए 117 सीटों में से 92 पर कब्ज़ा किया, उसके विधायक और जिलास्तरीय पदाधिकारी उप-मुख्यमंत्री पद के लिए तीन नाम आगे बढ़ा रहे हैं- हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवान और अमन अरोड़ा। ये तीनों ही दूसरी बार विधायक के तौर पर चुने गए हैं।  इस बार, आप के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चुनाव से पहले पार्टी के डिप्टी सीएम चेहरे को लेकर कोई ऐलान नहीं किया था।  2017 के असेम्बली चुनावों से पहले उन्होंने घोषणा की थी कि अगर आप सत्ता में आती है तो उसका डिप्टी सीएम चेहरा कोई दलित होगा। पार्टी ने 20 सीटें जीतीं और प्रमुख विपक्षी दल बन गई।  2018 में जब भारी अंदरूनी कलह के बीच सुखपाल खैरा ने बग़ावत की, तो पार्टी ने दलित चेहरे हरपाल सिंह चीमा को नेता प्रतिपक्ष नियुक्त कर दिया।

    पंजाब के वरिष्ठ आप नेता ने बताया कि इस बात की भी संभावना है कि नामित-सीएम भगवंत मान कोई डिप्टी नियुक्त न करने का फैसला कर लें। ऐसी स्थिति में हरपाल सिंह चीमा, कुलतार सिंह संधवान और अमन अरोड़ा वित्त, गृह और स्थानीय निकायों जैसे, सर्वाधिक मांगे जाने वाले मलाईदार विभागों के शीर्ष दावेदार बन जाते हैं। रविवार को, केजरीवाल अमृसर में थे जहां वो मान के साथ एक रेडियो शो को संबोधित कर रहे थे। वरिष्ठ पार्टी नेताओं ने बताया कि रोड शो के बाद दोनों नेताओं को कैबिनेट के गठन पर विचार करना था। उन्होंने आगे कहा कि मान को 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी है, और उस समय तक मंत्रिमंडल के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।  शुक्रवार को मोहाली में सभी विधायकों को संबोधित करते हुए मान ने कहा था कि पंजाब मंत्रिमंडल में सीएम को छोड़कर 17 मंत्रियों के लिए जगह होती है। इन अटकलों के बीच कि दिल्ली से केजरावाल अंतिम फैसले लेंगे, शुक्रवार को विधायकों के साथ बैठक के बाद, पार्टी के पंजाब सह-प्रभारी राघव चड्ढा ने मीडिया से कहा था, ‘ये भगवंत मान की सरकार है। वो तय करेंगे कि मंत्रियों के तौर पर कौन शपथ लेगा’  दिरबा चुनाव क्षेत्र से निर्वाचित विधायक चीमा, पंजाब विधान सभा में पूर्व- नेता प्रतिपक्ष हैं. वो एक जाना-माना दलित चेहरा भी हैं, और कई पार्टी पदाधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल और मान के साथ, वो हर जगह पार्टी के पोस्टरों में नज़र आते थे। उनकी संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर, चीमा ने मीडिया से कहा: ‘मैं हमेशा से एक ऐसा योद्धा रहा हूं, जिसने पार्टी के लिए हर लड़ाई मोर्चे पर आगे रहकर लड़ी है. मुझे विश्वास है कि लोगों को मुझ पर भरोसा है, और इसीलिए उन्होंने मुझे दोबारा चुनकर भेजा है. अंतिम निर्णय पार्टी आलाकमान द्वारा लिया जाएगा। कोटकापुरा विधायक कुलतार सिंह संधवान भी पंजाब में आम का एक प्रमुख चेहरा हैं, और एक दूसरे वरिष्ठ नेता ने बताया, कि संधवान का फरीदकोट, बठिंडा और मोगा जिलों में अच्छा प्रभाव है। इस बीच, सुनाम विधायक अमन अरोड़ा भी पार्टी का एक प्रमुख हिंदू चेहरा हैं, जिन्हें मान का क़रीबी माना जाता है. 2018 में, जब केजरीवाल के शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया पर, ड्रग व्यापार में लिप्त होने का आरोप लगाने के बाद उनसे माफी मांगने पर मान ने पार्टी के पंजाब अध्यक्ष पद से इस्तीफा दिया, तो अमन ने भी आप को छोड़ दिया था। केजरीवाल के इस मामले में दख़ल देने के बाद, दोनों नेताओं को फिर से पार्टी में शामिल होने के लिए मना लिया गया था। संधवान और अरोड़ा दोनों ने इस संभावना पर बोलने से इनकार कर दिया कि शीर्ष कैबिनेट पद के लिए उनके नामों पर विचार किया जा सकता है।

  • भगवंत मान ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए, 16 मार्च को भगत सिंह के गांव में लेंगे CM पद की शपथ

    भगवंत मान ने अरविंद केजरीवाल के पैर छुए, 16 मार्च को भगत सिंह के गांव में लेंगे CM पद की शपथ

    द न्यूज 15 
    चंडीगढ़। पंजाब में सभी दावों को धताते हुए आम आदमी पार्टी ने पूरे सूबे में झाड़ू चला दी है। प्रदेश में रिकॉर्ड 92 सीटें जीतकर आप सरकार बनाने जा रही है। भगवंत मान 16 मार्च को शहीदे आजम सरदार भगत सिंह के गांव में सीएम पद की शपथ लेंगे। 13 मार्च को मान अमृतसर में रोड शो भी निकालेंगे। इससे पहले शुक्रवार को जीत के बाद भगवंत मान ने केजरीवाल के पैर छुए और आशीर्वाद मांगा।
    पंजाब में आम आदमी पार्टी पहली बार सरकार बनाने जा रही है। 1970 के बाद यह पहला मौका है जब कोई बाहरी पार्टी यहां सरकार बनाएगी। आप के सीएम फेस भगवंत मान 16 मार्च को सीएम पद की शपथ लेंगे। सीएम शपथ कार्यक्रम के लिए पार्टी ने खास तैयारी की है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि शपथ कार्यक्रम के लिए शहीदे आजम भगत सिंह के गांव धरती खटकड़ कलां को खास तौर सजाया जा रहा है। इस मौके पर अरविंद केजरीवाल भी मौजूद रहेंगे। पार्टी कार्यकर्ता अभी से इस कार्यक्रम को लेकर बेहद गंभीर हैं और भव्य कार्यक्रम की तैयारियां कर रहे हैं। इससे पहले मान 13 मार्च को अमृतसर में रोड शो करेंगे और ऐतिहासिक जीत के लिए जनता का अभिवादन करेंगे।
    केजरीवाल के पैर छुए मांगा आशीर्वाद : पंजाब में बहुमत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी पंजाब में उत्साह से भरी हुई है। मतगणना के अगले दिन मान ने पार्टी सुप्रीमो और दिल्ली मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पंजाब आने का न्यौता दिया था। केजरीवाल और मनीष सिसोदिया दोनों ने मान से मुलाकात की और उन्हें शानदार जीत की बधाई दी। इस मौके पर भगवंत मान ने केजरीवाल के पैर छुए और आशीर्वाद मांगा। केजरीवाल ने इस दौरान मान को गले से लगा लिया।

  • जो पंजाब से प्यार करता है उसे चुनाव परिणामों की परवाह नहीं; करारी हार पर बोले सिद्धू

    जो पंजाब से प्यार करता है उसे चुनाव परिणामों की परवाह नहीं; करारी हार पर बोले सिद्धू

    द न्यूज 15

    अमृतसर। पंजाब विधानसभा चुनाव में करारी हार मिलने के बाद नवजोत सिंह सिद्धू के तेवर नरम पड़ गए हैं। पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को कहा कि जो पंजाब से प्यार करता है उसे चुनाव परिणामों की परवाह नहीं है। उनका लक्ष्य पंजाब का विकास है। विधानसभा चुनाव सिद्धू पार्टी को हारने से तो बचा नहीं पाए साथ में खुद चुनाव हार गए। सिद्धू को आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार जीवन ज्योत कौर ने अमृतसर पूर्व विधानसभा सीट पर 6,750 वोटों के अंतर से मात दे दिया।
    अमृतसर पूर्व सीट से चुनाव हारने वाले सिद्धू ने कहा, ‘मेरा लक्ष्य पंजाब का विकास है। मैं पंजाब के समर्थन में खड़ा था और रहूंगा। जो पंजाब से प्यार करता है उसे जीत या हार की परवाह नहीं है।’ कांग्रेस के राज्य में सत्ता बनाए रखने में विफल रहने के फैसले को स्वीकार करते हुए सिद्धू ने कहा, ‘लोगों की आवाज भगवान की आवाज है।’
    पंजाब विधानसभा चुनाव परिणामों की बात करे तो राज्य में आम आदमी पार्टी को 92 सीटें, सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस के खाते में केवल 18 सीटें और बीजेपी को दो सीट मिली है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) को तीन सीटें मिलीं, जबकि बहुजन समाज पार्टी एक सीट जीतने में सफल रही। पंजाब में सभी स्टार चेहरे चरणजीत सिंह चन्नी, प्रकाश सिंह बादल, सुखबीर सिंह बादल, अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू सभी आप उम्मीदवारों से हार गए।

  • AAP ने दिल्‍ली में गली-गली शराब बेची, इसलिए पंजाबियों ने जिता दिया- BJP नेता अनिल विज

    AAP ने दिल्‍ली में गली-गली शराब बेची, इसलिए पंजाबियों ने जिता दिया- BJP नेता अनिल विज

     द न्यूज 15  

    चंडीगढ़ । पंजाब में आम आदमी पार्टी की बंपर जीत हुई है। इस जीत को लेकर बीजेपी नेता और हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने बड़ा बयान दे दिया है। विज ने कहा है कि आप ने दिल्ली में गली-गली शराब बेची है, इसलिए पंजाबियों ने उन्हें जिता दिया है।

    दरअसल आप की पंजाब में बंपर जीत हुई है, इस राज्य में कांग्रेस तो हारी ही हैं, साथ ही बीजेपी गठबंधन भी सफल नहीं हो पाया है। गठबंधन के मुख्य चेहरों में से एक कैप्टन अमरिंदर सिंह खुद चुनाव हार गए हैं। कुल मिलाकर बीजेपी गठबंधन दो सीटों पर आगे है। इसी को लेकर जब हरियाणा के मंत्री अनिल विज से सवाल पूछा गया तो उन्होंने शराब को जीत की वजह बता दी।

    उन्होंने कहा- “चार प्रदेशों में भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में नतीजे आए हैं। केवल पंजाब में आम आदमी पार्टी रुझान लेते हुए नजर आ रही है और वो भी कारण ये है कि आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में जो शराब के मामले में गली-गली में बेचने की महारत हासिल की है। उसको पंजाब के लोगों ने सराहा है। क्योंकि पंजाब में नशे का बहुत ज्यादा कारोबार है। इससे पंजाब की हालत बहुत ज्यादा खराब होगी। उनकी नीतियों पर पंजाब के लोगों ने वोट नहीं किया है”।

    वहीं आप के सीएम फेस के उम्मीदवार भगवंत मान ने धुरी सीट से जीत हासिल कर ली है। जीत के बाद उन्होंने कहा है कि वो भगत सिंह के पैतृक गांव में शपथ लेंगे। वहीं विधानसभा में विपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने भी अपनी सीट जीत ली है।