Category: राजनीति

  • संसद में स्वस्थ चर्चा चाहती है सरकार : राजनाथ

    संसद में स्वस्थ चर्चा चाहती है सरकार : राजनाथ

    नई दिल्ली, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को शीतकालीन सत्र से पहले सरकार और राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच एक बैठक में कहा कि सरकार संसद में स्वस्थ चर्चा चाहती है। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अपने उद्घाटन भाषण में सोमवार से शुरू हो रहे संसद के आगामी सत्र के बारे में बात की।

    जोशी ने कहा, “सरकार प्रक्रिया के नियमों के तहत अनुमति के अनुसार किसी भी मुद्दे पर सदन के पटल पर चर्चा के लिए हमेशा तैयार है।”

    उन्होंने सभी दलों से सदन के सुचारु संचालन के लिए सहयोग देने का भी अनुरोध किया।

    बैठक को संबोधित करते हुए उपस्थित सभी दलों के नेताओं को सुनने के बाद रक्षा मंत्री सिंह ने कहा कि चर्चा बहुत स्वस्थ थी और महत्वपूर्ण मुद्दों को हरी झंडी दिखाई गई थी।

    उन्होंने कहा कि पार्टियों ने संसद में और अधिक चर्चा की आवश्यकता व्यक्त की थी, जिसके संबंध में उन्होंने कहा कि सरकार भी संसद में स्वस्थ चर्चा चाहती है।

    जोशी ने सभी राजनीतिक दलों के सदन के नेताओं को सूचित किया कि सत्र 25 दिनों की अवधि में कुल 19 बैठकें प्रदान करेगा।

    जोशी ने कहा, “आगामी शीतकालीन सत्र के दौरान अस्थायी रूप से 37 आइटम, जिनमें 36 बिल और 1 वित्तीय आइटम शामिल हैं, को शीतकालीन सत्र के दौरान उठाए जाने के लिए पहचाना गया है।”

    अध्यादेशों की जगह लेने वाले तीन विधेयक – नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (संशोधन) अध्यादेश 2021, केंद्रीय सतर्कता आयोग (संशोधन) अध्यादेश 2021, और दिल्ली विशेष पुलिस स्थापना (संशोधन) अध्यादेश, 2021 को अंतर-सत्र अवधि के दौरान प्रख्यापित किया जाना आवश्यक है। संसद की पुन: बैठक से छह सप्ताह की अवधि के भीतर संसद के अधिनियमों के रूप में अधिनियमित किया जाना है।

    बैठक में राजनाथ सिंह, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल और जोशी ने भाग लिया। संसदीय मामलों के राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल और ए.वी. मुरलीधरन भी बैठक में शामिल हुए।

    बैठक में भाजपा के अलावा कांग्रेस, द्रमुक, तृणमूल कांग्रेस, वाईएसआरसीपी, जद (यू), बीजद, बसपा, टीआरएस, शिवसेना, राकांपा, समाजवादी पार्टी सहित तीस दलों के नेता मौजूद थे।

  • पीएम मोदी के उत्तराखंड दौरे की तैयारियों को लेकर जेपी नड्डा ने की बैठक

    पीएम मोदी के उत्तराखंड दौरे की तैयारियों को लेकर जेपी नड्डा ने की बैठक

    नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी उत्तराखंड दौरे की तैयारियों को लेकर शनिवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी नेताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठक की। नई दिल्ली में जेपी नड्डा के आवास पर हुई बैठक में पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव बी.एल.संतोष, उत्तराखंड के चुनाव प्रभारी प्रल्हाद जोशी और राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शामिल हुए। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 4 दिसंबर को प्रस्तावित राज्य के दौरे को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। प्रधानमंत्री के उत्तराखंड दौरे के कार्यक्रम के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएम मोदी 4 दिसंबर को देहरादून में कई पुरानी योजनाओं का उद्घाटन और नई योजनाओं का शिलान्यास भी करेंगे।

    प्रधानमंत्री मोदी की जनसभा की तैयारियों के बारे में बताते हुए धामी ने दावा किया कि पार्टी ने प्रधानमंत्री की रैली में एक लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है।

    बैठक की तस्वीर को ट्वीट करते हुए सीएम धामी ने लिखा, “भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के आगामी उत्तराखंड आगमन एवं जनसभा के संबंध में आज दिल्ली में भाजपा के माननीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी.एल. संतोष जी एवं उत्तराखंड चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी जी से मिलकर चर्चा की।”

    बताया जा रहा है कि राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर लगभग 2 घंटे तक चली बैठक में उत्तराखंड विधान सभा चुनाव की तैयारियों को लेकर भी चर्चा हुई। पार्टी उत्तराखंड के राजनीतिक इतिहास को बदलते हुए राज्य में लगातार दूसरी बार सरकार बनाने के लक्ष्य को लेकर विधानसभा चुनाव में उतरने जा रही है।

    विधानसभा चुनाव के लिहाज से 4 दिसंबर के प्रधानमंत्री मोदी के दौरे को पार्टी काफी महत्वपूर्ण मानकर चल रही है, इसलिए उनके दौरे और जनसभा की तैयारियों को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने स्वयं नई दिल्ली में यह बैठक बुलाई थी।

  • दिल्ली दौरे में ममता ने नहीं की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से मुलाकात, अटकले जारी

    दिल्ली दौरे में ममता ने नहीं की कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया से मुलाकात, अटकले जारी

    ई दिल्ली, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी चार दिनों तक दिल्ली में थी। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात न करके कांग्रेस के अन्य नेताओं से भेंट की। मेघालय में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है और पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा कुछ दिन पहले टीएमसी में शामिल हो गए थे। वहीं, दिल्ली में कीर्ति आजाद और अशोक तंवर भी ममता की पार्टी में शामिल हो गए। हालांकि, तंवर ने 2019 में टीएमसी छोड़ दी थी।

    ममता बनर्जी ने इस सप्ताह अपने दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की, लेकिन जब उनसे सोनिया गांधी से मुलाकात के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि हर बार सोनिया से मिलना मेरे लिए जरूरी नहीं है। वहीं, ममता बनर्जी का अगला दौरा मुंबई का है जिसमें उनके राकांपा सुप्रीमो शरद पवार और शिवसेना पार्टी के नेताओं से मुलाकात करने की संभावना है।

    हालांकि कांग्रेस इन घटनाक्रमों पर कड़ी नजर बनाए हुए है, लेकिन मामले में अभी तक ममता बनर्जी पर कोई टिप्पणी नहीं की है। कांग्रेस ने प्रशांत किशोर पर कांग्रेस नेताओं को टीएमसी में शामिल करने का आरोप लगाया है।

    बता दें कि, ममता बनर्जी बंगाल के अलावा अन्य राज्यों में भी अपनी पार्टी को बढ़ाना चाहती हैं और अन्य राज्यों में टीएमसी का उतरना विपक्ष को संकट में डाल सकती है। जिसका सीधा उदाहरण मेघायल में देखा जा सकता है।

    कांग्रेस के गोवा प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने प्रशांत किशोर पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि वह टीएमसी प्रमुख को गुमराह कर रहे हैं। उनके इरादे और कुछ हैं, वो यहां सिर्फ बीजेपी की मदद के लिए आए हैं। और मुझे नहीं पता कि ममता दीदी यह जानती हैं या नहीं। लेकिन जो लोग इस पार्टी को चला रहे हैं, उनका एक अलग एजेंडा है। मुझे लगता है, वे ममता दीदी को भी धोखा दे रहे हैं।

    हालांकि, संसद के शीतकालीन सत्र से पहले कांग्रेस सरकार के खिलाफ मजबूत गठबंधन बनाने के लिए टीएमसी से बात चल रही है। संविधान दिवस पर विपक्ष ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया था लेकिन अब कांग्रेस टीएमसी को शक की नजर से देख रही है। मेघालय के विभाजन ने पार्टी में कोहराम मचा दिया है क्योंकि कांग्रेस पहले से ही पूर्वोत्तर में भाजपा के हमले का सामना कर रही थी।

    मुकुल संगमा ने कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद कहा था, एक प्रभावी विपक्षी दल बनने और लोगों की इच्छा के अनुसार उनकी सेवा करने के लिए हम तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए हैं। विंसेंट एच पाला ने कहा कि जो नेता छोड़ के जा रहे हैं उससे पार्टी पर कोई असर नहीं पड़ेगा। लेकिन मैं कांग्रेस छोड़ रहे नेताओं को रोकने के लिए कुछ खास नहीं कर सका। कांग्रेस इन सभी नेताओं को उच्च सदन में नहीं भेज सकी। यह राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पंजाब को छोड़कर अधिकांश राज्यों में सत्ता से बाहर है और महाराष्ट्र और झारखंड में गठबंधन सरकार चला रही है।

    बता दें कि, मेघालय में कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है, कांग्रेस के 12 विधायक तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। उनमें मेघालय के पूर्व मुख्यमंत्री मुकुल संगमा भी शामिल हैं। वह पार्टी के राज्य में दिग्गज नेता माने जाते थे।

  • जेवर एयरपोर्ट वायरल तस्वीर को लेकर प्रियंका ने बोला बीजेपी पर हमला, कहा, ‘इनका काम केवल झूंठा प्रचार करना’

    जेवर एयरपोर्ट वायरल तस्वीर को लेकर प्रियंका ने बोला बीजेपी पर हमला, कहा, ‘इनका काम केवल झूंठा प्रचार करना’

    महोबा, कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा ने जेवर एयरपोर्ट के वायरल तस्वीर को लेकर प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा कि इनका काम केवल झूंठा प्रचार करना है।

    प्रियंका गांधी शनिवार को महोबा के छत्रसाल स्टेडियम में प्रतिज्ञा रैली को संबोधित कर रही थीं। दरअसल जेवर एयरपोर्ट में बीते दिनों हुई वायरल तस्वीर को विपक्षी चीन में बीजिंग के दाक्सिंग इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बता रहे हैं। इसी मामले को लेकर प्रियंका ने हमला बोला और कहा कि आपने देखा है कि झूठे विज्ञापन भी प्रचार करते हैं। कहा कि जेवर में शिलान्यास करने गए मोदी जी ,चाइना की फोटो लगाते हैं।

    तो इनको कोई परवाह ही नहीं है कि सच बोलना चाहिए। ये चुनाव के लिए झूठे प्रचार करते हैं चुनाव के जाति के लिए झूठ प्रचार करते हैं।

    उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए भाजपा के नेता सिर्फ झूठ का सहारा लेते हैं। ऐसे नेता को हराइये जो झूठ बोलते हैं। मैं आपसे ये कहने आयी हूं अगर बड़े-बड़े हवाई जहाज खरीदने का पैसा है तो आपके लिए क्यों नहीं। यह लोग उद्योगपति मित्रों को मदद करते हैं लेकिन आपके लिए क्यों नही करते हैं।

    प्रियंका ने कहा कि कुछ हफ्ते पहले मैं ललितपुर गयी थी, खाद लेने में किसानों की जान चली गयी थी। मैं उन किसानों के परिवारों से मिलने गयी, छोटे से घर मे उनके परिवार के सदस्य बैठे थे, पता चला कि सिंचाई का पानी नहीं मिल रहा था।

    गांधी ने कहा कि छुट्टा जानवर की समस्या हर जगह है लेकिन सरकार की नीयत सही तो आवारा पशु की समस्या को समाप्त किया जा सकता है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री वहां गोबर भी खरीद रहे हैं वहां छुट्टा जानवरों का समस्या खत्म हो गयी। लेकिन उत्तर प्रदेश में हालात खराब हैं।

    अकेले बुंदेलखंड में 1650 से ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है। ये सरकार की नीयत है किसानों की चिंता कोई नहीं है। जब कोरोना के समय लोग पैदल आ रहे थे तब हमने बसों की व्यवस्था की।

    उन्होंने कहा कि हमने ये भी तय किया है जिन परिवारों को सबसे ज्यादा आर्थिक मार कोरोना की पड़ी है, जिनके छोटे-छोटे कारोबार बंद हुए उनको 25000 आर्थिक सहायता दी जाएगी।

    हमने ये भी तय किया कि 20 लाख सरकारी रोजगार देंगें। हमारी सरकार बनने के बाद कोई भी बीमारी हो तो 10 लाख तक सरकार इलाज कराएगी।

    प्रियंका बीते दस दिनों में बुंदेलखंड में यह उनका दूसरा दौरा है, इससे पहले वह मध्य प्रदेश के सीमा वाले चित्रकूट के रामघाट पर महिलाओं से संवाद करने आई थीं। प्रधानमंत्री की महोबा में जनसभा के बाद कांग्रेस की रैली को लेकर सियासी चर्चाएं भी तेज हो गई हैं।

    प्रतिज्ञा रैली में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि प्रियंका गांधी बदलाव की आंधी हैं, यह लोगों की आवाज हैं और विश्वास और भरोसा हैं। उन्होंने कहा कि आज बुंदेलखंड के लोगों को जरूरत है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की, क्योंकि वह जानते हैं कि वो जो वादा करेंगे वो निभाएंगे।

    रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूपी के सीएम पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि संत-महात्माओं के चरणों में बैठकर राजा महाराज उनसे ज्ञान लिया करते थे लेकिन आज उनके कंधे पर हाथ रखा जा रहा है, ये संत महात्माओं का अपमान है। विरोधी दल के नेता संत महात्मा से ऊपर उठ गए हैं, ये हमारी भारतीय परंपरा का अपमान है।

  • मोदी जी नए कोरोना वेरिएंट वाले देशों से उड़ानें रोकें : केजरीवाल

    मोदी जी नए कोरोना वेरिएंट वाले देशों से उड़ानें रोकें : केजरीवाल

    नई दिल्ली, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना और हांगकांग से उन उड़ानों को रोकने का आग्रह किया जहां कोरोनावायरस के नए वेरिएंट का पता चला है। केजरीवाल ने आज सुबह ट्वीट किया, “मैं माननीय प्रधानमंत्री से उन देशों से उड़ानें बंद करने का आग्रह करता हूं जो नए वेरिएंट से प्रभावित हुए हैं। बड़ी मुश्किल से हमारा देश कोरोना से उबर चुका है। हमें इस नए वेरिएंट को भारत में प्रवेश करने से रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।”

    उनका यह ट्वीट आज कोरोना की स्थिति और टीकाकरण पर प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक के तत्वाधान आया है।

    कैबिनेट सचिव राजीव गौबा, पीएम के प्रधान सचिव पीके मिश्रा, केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण और नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वीके पॉल बैठक में शामिल होंगे।

    यह नया कोरोना वेरिएंट ‘ओमाइक्रोन’ दक्षिण अफ्रीका में पाया गया है। भारत में वैज्ञानिकों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कहा है कि संक्रमण की नई लहर आने का अनुमान है और जब तक हम जल्दी से टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी नहीं कर लेते हैं तो देश में संभवत यह फैल सकता है।

    विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस वेरिएंट को बेहद संक्रामक चिंताजनक स्वरूप करार दिया है।

  • बुखार की शिकायत के बाद लालू प्रसाद एम्स में भर्ती

    बुखार की शिकायत के बाद लालू प्रसाद एम्स में भर्ती

    नई दिल्ली, राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद को बुखार की शिकायत के बाद शुक्रवार शाम अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के आपातकालीन वार्ड में भर्ती कराया गया है। एम्स के एक डॉक्टर ने कहा कि अनुभवी राजनेता बुखार से पीड़ित हैं, लेकिन उनकी हालत अभी गंभीर नहीं दिख रही है। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने डेंगू, मलेरिया और टाइफाइड के लिए निगेटिव टेस्ट किया है, लेकिन उन्हें डॉक्टरों की कड़ी निगरानी में रखा गया है।

    बीमार राजद प्रमुख फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।

    बिहार के 73 वर्षीय पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री ने बुधवार सुबह पटना में थोड़ी दूरी के लिए अपनी जीप चलाकर सभी को आश्चर्यचकित कर दिया था और वीडियो को सोशल मीडिया पर साझा किया था।

  • प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद बोले हरियाणा के सीएम, ‘एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं’

    प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात के बाद बोले हरियाणा के सीएम, ‘एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं’

    नई दिल्ली, एमएसपी पर कानून बनाने को लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि इस पर कानून बनाना संभव नहीं लग रहा है। शुक्रवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद मीडिया से बात करते हुए हरियाणा के सीएम ने विशेषज्ञों की राय का हवाला देते हुए कहा कि एमएसपी पर कानून बनाना संभव नहीं है क्योंकि ऐसा करने से सरकार पर सारी फसलें खरीदने का दबाव आ जाएगा, जो संभव नहीं है। हरियाणा के मुख्यमंत्री के इस बयान को इसलिए भी बड़ा बयान माना जा रहा है क्योंकि तीनों कृषि कानूनों की वापसी के ऐलान के बावजूद किसान संगठनों का धरना और आंदोलन अभी जारी है। किसान संगठन केंद्र सरकार से एमएसपी पर कानून बनाने की मांग कर रहे हैं। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मुलाकात के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का यह बयान अपने आप में काफी महत्वपूर्ण हो जाता है।

    पीएम मोदी के साथ हुई मुलाकात के बारे में बताते हुए हरियाणा सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ कृषि कानूनों पर भी चर्चा हुई, पीएम साहब चिंता कर रहे थे कि किसानों को वापस जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कृषि कानून वापस लेने की घोषणा से अच्छा संदेश गया है और संसद के शीतकालीन सत्र में कानून वापस होने के बाद निश्चित ही किसान अपने घरों को लौट जाएंगे।

    मनोहर लाल ने बताया कि पीएम के साथ प्रदूषण , पराली , स्वच्छता , बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई और उन्होने राज्य की कई नई योजनाओं के बारे में भी पीएम को बताया। मुलाकात के दौरान हरियाणा के सीएम ने पीएम मोदी को गीता जयंती उत्सव का निमंत्रण दिया और उनसे आर्बिटर रेल कॉरिडोर के शिलान्यास करने का भी अनुरोध किया।

    एचपीएससी के मुद्दे पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अंधेरे में तीर मारने की जरूरत नहीं है अगर विपक्ष के पास कोई पुख्ता जानकारी है, तो हमें दें हम उसको जांच के दायरे में लाएंगे।

    हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सस्पेंस बना रहे इसी में सबको आनंद है।

  • सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की

    सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की

    नई दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। पिछले कई महीनों से मनमोहन सिंह अस्वस्थ है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार देर रात मनमोहन सिंह और उनकी पत्नी गुरशरण कौर से मुलाकात की। बीते 13 अक्टूबर को डॉ. मनमोहन सिंह को बुखार से ग्रसित होने के बाद एम्स में भर्ती कराया गया था। यहां वरिष्ठ डॉक्टरों की एक टीम लगातार उनका चेकअप और निगरानी कर रही थी। 31 अक्टूबर को उनके स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद उन्हें एम्स अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी।

    इससे पहले 2009 में, मनमोहन सिंह की दिल्ली के एम्स में ही एक कोरोनरी बाईपास सर्जरी हो चुकी है। इस सर्जरी के बाद डॉक्टर के निर्देशानुसार मनमोहन सिंह सामान्य जांच के लिए अस्पताल जाते रहते हैं। डॉक्टर मनमोहन सिंह अप्रैल महीने में कोरोना संक्रमित भी हो गए थे। इसके बाद भी उन्हें एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था।

    गौरतलब है कि इन दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कांग्रेस नेता मनीष तिवारी की किताब चर्चा में है। इसमें उन्होंने अपनी किताब ’10 फ्लैश पॉइंट, 20 ईयर्स – नेशनल सिक्योरिटी सिचुएशन देट इम्पैक्ट इंडिया’ में मनमोहन सिंह की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। तिवारी ने मुंबई में हुए 26/11 हमले के बाद पाकिस्तान पर किसी तरह का एक्शन न लेने को कमजोरी बताया है। तिवारी ने लिखा है कि मुंबई हमले के बाद तत्कालीन सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए थी।

    डॉक्टर मनमोहन सिंह यूपीए सरकार के दौरान दो बार प्रधानमंत्री रह चुके हैं। मनमोहन सिंह ने 2004 के आम चुनाव के बाद 22 मई 2004 को प्रधानमंत्री के रूप के शपथ ली और फिर 22 मई 2009 को दूसरी बार प्रधानमंत्री बने।

  • राष्ट्रपति की सुरक्षा जानकारी लीक होने के मामले में दिए गए जांच के आदेश

    राष्ट्रपति की सुरक्षा जानकारी लीक होने के मामले में दिए गए जांच के आदेश

    कानपुर, राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की दो दिवसीय कानपुर यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था के ब्योरे वाले एक दस्तावेज के लीक होने के बाद मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं। कुछ व्हाट्सएप ग्रुपों पर विवरण सामने आया था।

    सुरक्षा, बेड़ा, राष्ट्रपति कोविंद द्वारा भाग लेने वाले स्थानों पर बलों की तैनाती और अन्य प्रोटोकॉल के विवरण के साथ दस्तावेज वरिष्ठ अधिकारियों को वितरित किया गया था, लेकिन यह सोशल मीडिया पर सर्कुलेट हो गया।

    कानपुर के पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने अब इस संबंध में जांच के आदेश दिए हैं।

    उन्होंने कहा कि जांच एडीसीपी (यातायात) राहुल मिठास को दे दी गई है। अधिकारी को दस्तावेज को सार्वजनिक करने के लिए जिम्मेदार लोगों की पहचान स्थापित करने और इसके पीछे के तथ्यों और मंशा का पता लगाने के लिए कहा गया है।

    राष्ट्रपति बुधवार और गुरुवार को कानपुर में थे।

    उनके आने से पहले कमिश्नरेट पुलिस ने उनकी सुरक्षा को लेकर सुरक्षा का खाका तैयार किया था।

    76 पृष्ठों की इस पुस्तिका में राष्ट्रपति के मिनट टू मिनट प्रोटोकॉल, उनके बेड़े के बारे में, विभिन्न स्थानों पर बल की तैनाती के अलावा खुफिया रिपोर्ट भी थी। इसमें सभी पुलिस कर्मियों और उनकी भूमिकाओं के नाम, पदनाम और संपर्क नंबर भी थे।

    इस पुस्तिका में यह भी स्पष्ट लिखा था कि यह दस्तावेज इंटरनेट मीडिया पर वायरल नहीं होना चाहिए।

  • राजा भैया ने की सपा संरक्षक मुलायम सिंह से मुलाकात, अटकलों का बाजार गर्म

    राजा भैया ने की सपा संरक्षक मुलायम सिंह से मुलाकात, अटकलों का बाजार गर्म

    उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दल अपने-अपने तरीके से गठबंधन के फॉर्मूले पर काम कर रहे है। इसी सिलसिले में अखिलेश यादव सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के संरक्षक से लखनऊ में भेंट की। विधायक के रूप में 25 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद अपनी पार्टी जनसत्ता दल राजनैतिक का गठन करने वाले राजा भैया ने आज मुलायम सिंह यादव से भेंट की है। इसे लेकर अटकलों का बाजार भी गर्म है। हालांकि, मुलाकात के बाद राजा भैया ने कहा कि नेता जी (मुलायम सिंह यादव) के जन्मदिन पर मैं हमेशा मिलकर शुभकामनाएं देते रहा हूं। लेकिन इस बार मैं बाहर था इसलिए जन्मदिन पर शुभकामनाएं देने नहीं आ पाया था। इलेक्शन से जोड़कर इसे ना देखा जाए इसका कोई अलग से निहितार्थ न निकाला जाए।

    लखनऊ में गुरुवार को प्रतापगढ़ के कुंडा से निर्दलीय विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव से उनके आवास पर जाकर मुलाकात की। करीब आधा घंटा की इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि इस मुलाकात को चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है।

    इस मुलाकात के बाद राजा भैया ने ट्वीट भी किया है। रघुराज प्रताप सिंह प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीट पर चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। बीते दिनों अपनी पार्टी की रथ यात्रा भी शुरू की है।

    सूत्रों का कहना है कि बीती रात अखिलेश यादव से फोन पर उनकी बात हुई थी। इसके बाद आज उन्होंने लखनऊ में मुलायम सिंह यादव से मुलाकात की। गौरतलब है कि पिछले दिनों राजा भैया ने कहा था कि उनकी पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी और वहां से कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं करेगी जहां से योगी आदित्यनाथ उम्मीदवार होंगे। मुलायम सिंह यादव के करीबी रहे राजा भैया पिछले काफी समय से अपनी पार्टी को मजबूत करने पर जोर दे रहे हैं। अखिलेश यादव सरकार में प्रभावी रहे राजा भैया के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार से भी नजदीकी की चर्चा सियासी गलियारों में रहती है। इधर, समाजवादी पार्टी लगातार छोटे दलों को अपने बैनर तले एकजुट करने में जुटी है। गुरुवार को सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव से उनकी मुलाकात को इसी से जोड़कर देखा जा रहा है।