Category: अपराध

  • कार खरीदने के बहाने बुलाया, नशीली रबड़ी खिलाई फिर…ऐसे हुई थी बजरंग दल नेता की हत्‍या

    कार खरीदने के बहाने बुलाया, नशीली रबड़ी खिलाई फिर…ऐसे हुई थी बजरंग दल नेता की हत्‍या

    द न्यूज 15

    लखनऊ। लखनऊ के मलिहाबाद में बजरंग दल के सह संयोजक राहुल गौतम की हत्या करने वाले तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बदमाशों ने कार खरीदने का बहाना बना कर राहुल से सम्पर्क किया था। मलिहाबाद में मुलाकात होने के बाद आरोपियों ने राहुल को नशीली रबड़ी खिलाई थी। उसके बेहोश होते ही आरोपियों ने गला दबा कर हत्या कर दी थी।शव रेलवे लाइन किनारे फेंक कर भाग निकले थे। पुलिस ने राहुल की कार भी बरामद कर ली है।

    एसपी ग्रामीण हृदयेश कुमार के मुताबिक धनवंत राय नई बस्ती निवासी राहुल गौतम का शव शनिवार सुबह दिलावर नगर रेलवे लाइन पर पड़ा मिला था। शिनाख्त होने पर पत्नी रेशमा ने बताया था कि राहुल शुक्रवार रात को घर से कार लेकर निकला था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा था। एसपी के मुताबिक रेशमा से बात होने पर पुलिस ने राहुल के फोन को सर्विलांस पर लगवाया था। जांच में संदिग्ध नम्बर मिले थे। इस पर तीन संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। जिनमें मलिहाबाद निवासी सरफराज, विकासनगर निवासी शहाबुद्दीन व हरदोई अतरौली निवासी इमरान अली शामिल थे। पूछताछ किए जाने पर सरफराज ने बताया कि राहुल कार बेचना चाहता था। इसके लिए वह सरफराज से बात कर रहा था, लेकिन सरफराज ने कार खरीदने की जगह लूटने का मन बना लिया था। सरफराज ने साजिश में इमरान और शहाबुद्दीन को शामिल किया था। इसके बाद सरफराज ने शुक्रवार रात फोन कर राहुल को मिलने बुलाया था।

    चारों लोग कार से काकोरी पहुंचे थे। वहां आरोपियों ने रबड़ी खाने के बहाने से कार रुकवा दी थी। फिर राहुल को नशे वाली रबड़ी दी गई थी। जिसे खाने के बाद वह बेसुध हो गया था। फिर आरोपियों ने तार से गला कस कर राहुल की हत्या कर दी थी और कार लेकर सरफराज के कहला स्थित घर आ गए थे।
    सम्पत्ति विवाद की बात हुई खारिज : राहुल की पत्नी रेशमा ने सम्पत्ति विवाद को लेकर रिश्तेदारों पर हत्या करने का शक जताया था। एएसपी ग्रामीण हृदयेश कठेरिया के मुताबिक नामजद आरोपियों से पूछताछ करने के साथ ही उनके मोबाइल की लोकेशन खंगाली गई थी। लेकिन राहुल की हत्या में उनकी संलिपत्ता नहीं मिली। इसके बाद ही लूट की दिशा में जांच शुरू की गई थी।

  • पत्नी संग कमरे में सुहागरात मना रहा था दूल्हा, पुलिस की दबिश पड़ी तो दीवार फांदकर भागा 

    पत्नी संग कमरे में सुहागरात मना रहा था दूल्हा, पुलिस की दबिश पड़ी तो दीवार फांदकर भागा 

    द न्यूज 15 
    रामपुर । यूपी के रामपुर जिले से बेहद ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है। इस मामले न केवल पुलिस को चकरघिन्नी बना दिया बल्कि जिसने भी सुना वह भी हैरान रह गया। एक युवक का युवती से काफी समय से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों एक-दूसरे से बेपनाह मोहब्बत करते थे। इसी दौरान दोनों के बीच अवैध संबंध भी हो गए थे। युवती प्रेमी पर शादी का दबाव बना रही थी लेकिन प्रेमी शादी के लिए राजी नहीं था।
    एक दिन प्रेमी ने शादी करने से सीधे मना कर दिया। इसके बाद युवती ने थाने जाकर प्रेमी के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट लिखा दी। इससे प्रेमी घबरा गया। दोनों के परिवार वालों ने सुलह-समझौता कराकर दोनों की शादी करा दी। इधर पुलिस रिपोर्ट लिखने के बाद आरोपी को तलाश कर रही थी। सुहागरात पर पुलिस दबिश देने पहुंच गई। पुलिस को आता देखकर दूल्हा डर के मारे सुहागरात बिना मनाए ही दीवार फांदकर वहां से भाग निकला।
    मामला रामपुर जिले के सैदनगर के अजीमनगर थाना क्षेत्र का है। यहां एक गांव की युवती का पड़ोसी युवक से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों प्यार में इस कदर डूब गए कि सारी हदें पार कर दीं। इस दौरान दोनों के बीच शारीरिक संबंध भी हो गए। इसके बाद प्रेमी अक्सर प्रेमिका से मिलकर संबंध बनाने लगा था। प्रेमिका ने इसके बाद प्रेमी से शादी करने को कहा, लेकिन प्रेमी हर बार प्रेमिका की बात को टालता था। प्रेमी ने एक दिन सीधे शादी करने से मना कर दिया। दो दिन पहले प्रेमिका सीधे थाने पहुंच गई और प्रेमी के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज करवा दिया। मुकदमा दर्ज होते ही पुलिस युवक की तलाश करने लगी। अपने ऊपर दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज होने की खबर जब युवक को लगी तो वह घबरा गया। पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए दोनों परिवार वालों ने समझौता कर लिया और युवक का उसी युवती के साथ निकाह करा दिया। निकाह के बाद युवक अपनी पत्नी को लेकर घर चला गया। दोनों कमरे में सुहागरात की तैयारी कर रहे थे। पुलिस को दोनों के शादी होने की जानकारी नहीं थी। वह दुष्कर्म के आरोपी के तौर पर उसकी तलाश कर रही थी। सुहागरात के बीच में ही पुलिस दबिश देने युवक के घर पहुंच गई। दूल्हे को जैसे ही पुलिस के आने की जानकारी मिली तो वह डर के मारे पत्नी को कमरे में छोड़कर दीवार फांदकर फरार हो गया।
  • सुहागरात से पहले दुल्हन संग दूल्हे के रिश्तेदार ने की अजीब हरकत, अगले दिन थाने पहुंच गई नई-नवेली बहू

    सुहागरात से पहले दुल्हन संग दूल्हे के रिश्तेदार ने की अजीब हरकत, अगले दिन थाने पहुंच गई नई-नवेली बहू

    द न्यूज 15

    अमरोहा। यूपी के अमरोहा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने सभी को हैरान कर दिया है। रिश्ता तय होने के बाद लड़की ने जो ख्वाब देखे थे सब धरे के धरे रह गए। न तो यहां उसका ससुराल वालों ने साथ दिया था और न ही उसके पति ने। यहां नई-नवेली दुल्हन के साथ जो हुआ, उस बारे में उसने कभी ख्वाब में भी नहीं सोचा था। लड़की को मजबूरन सुहागरात से पहले ही सीधे थाने जाना पड़ गया। दरअसल एक लड़की शादी के बाद मायके से विदा होकर अपनी ससुराल पहुंची थी।

    ससुराल की चौखट पर पहुंचते ही दूल्हे के एक रिश्तेदार ने उससे छेड़खानी कर दी। यह देखकर दुल्हन आब बबूला हो गई। दुल्हन ने जब इसका विरोध किया तो उल्टा उसके साथ ही मारपीट शुरू कर दी गई। इतना ही नहीं ससुराल वालों ने उसे कमरे में बंद कर दिया और भूखा-प्यासा भी रखा। अगले दिन लड़की के घर वाले पहुंचे तो बेटी को लेकर सीधे थाने पहुंच गए। लड़की और उसके घर वालों ने कोतवाली पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी है।

    मामला डिडौली कोतवाली क्षेत्र के एक गांव का है। यहां के निवासी एक किसान की बेटी की रविवार को बारात आई थी। निकाह के बाद शाम में दुल्हन विदा होकर ससुराल पहुंची। नव विवाहिता का आरोप है कि ससुराल में कदम रखने से पहले पति के एक रिश्तेदार ने उसके साथ छेड़छाड़ की। विरोध करने पर उसकी पत्नी ने झूठा आरोप लगाने की बात कहकर उसके साथ मारपीट की। कमरे में बंद कर बाहर से दरवाजे की कुंडी लगा दी।
    रात में उसे खाना भी नहीं दिया गया। अगले दिन मायके वाले पहुंचे तो नव विवाहिता उनके साथ घर आ गई। यहां से वह सीधे कोतवाली पहुंची और पुलिस को पूरा किस्सा सुनाकर आरोपी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी। पुलिस फिलहाल इस मामले की जांच कर रही है। वहीं, सुलह समझौते के लिए दोनों पक्षों में पंचायत भी जुटी हुई है। एसओ सुनील मलिक ने बताया कि पारिवारिक विवाद है। दोनों पक्षों में समझौते का प्रयास चल रहा है। नतीजा नहीं निकलने पर कार्रवाई की जाएगी।

  • छत्तीसगढ़: सरकारी क्वार्टर में महिला कॉन्स्टेबल का शव, पिता का आरोप- हत्या कर शव लटका दिया

    छत्तीसगढ़: सरकारी क्वार्टर में महिला कॉन्स्टेबल का शव, पिता का आरोप- हत्या कर शव लटका दिया

    द न्यूज 15  

    नई दिल्ली । छत्तीसगढ़ के एक सरकारी क्वार्टर में महिला कॉन्स्टेबल के साथ क्या हुआ? कोई नहीं जानता…पुलिस इस मामले की तफ्तीश में जुटी हुई है। हालांकि, पुलिसिया जांच के बीच लेडी कॉन्स्टेबल के पिता ने बेहद ही संगीन आरोप लगाए हैं। मामला जांजगीर कोतवाली इलाके का है। मनीराम फर्रे की 30 साल की बेटी सीमा फर्रे नैला भाटापारा इलाके की रहने वाली थीं। वो जांजगीर के एसपी कार्यालय में पदस्थ थीं।
    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सीमा फर्रे यहां पुलिस कॉलोनी निलयम के सरकारी क्वार्टर में अकेले ही रहती थीं। सुबह जब उनके पड़ोसियों की नजर क्वार्टर की खिड़की पर पड़ी तो अंदर सीमा फर्रे फांसी के फंदे से झूलती नजर आ रही थीं।
    यह भयानक मंजर देख कर पड़ोसी सिहर उठे। पड़ोसियों ने तुरंत पुलिस को इस बात की सूचना दी। हालांकि, जब तक पुलिस मौके पर पहुंची तब तक सीमा की मौत हो चुकी थी। पुलिस ने आगे की कार्रवाई करते हुए उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
    करीब 9 साल से पुलिस सेवा में शामिल सीमा फर्रे के साथ अचानक क्या हुआ यह कोई नहीं जानता। फिलहाल इस मामले में आशंका जताई जा रही है कि सीमा फर्रे ने फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली है। लेकिन सीमा ने आत्महत्या क्यों की? इसका जवाब अभी किसी के पास नहीं है, लेकिन इधर बेटी की मौत के बाद उनके पिता ने कई ऐसी बातें कही हैं जिससे ऐसा लगता है कि इस मामले में गहरी तफ्तीश की जरूरत है। मृतक कॉन्स्टेबल सीमा के पिता के मुताबिक, उनकी बेटी आत्महत्या जैसा कदम नहीं उठा सकती क्योंकि वो काफी सुलझी हुई लड़की थी।

    पिता के संगीन आरोप : पिता का यह भी कहना है कि वो पिछले 2 दिनों से कॉर रिसीव नहीं कर रही थी। पिता ने आशंका जताई है कि उनकी बेटी की हत्या की गई है और फिर शव को लटका दिया गया है। बहरहाल पिता के इन संगीन आरोपों के बाद अब पुलिस अलग-अलग एंगल से इस मामले की छानबीन कर रही है।

  • दिल्ली ट्रिपल मर्डर : दाल को लेकर शुरू हुआ था झगड़ा, बेटे को थप्पड़ मारने पर बिगड़ी बात, पति ने पत्नी और दो सालों को गोलियों से भूना

    दिल्ली ट्रिपल मर्डर : दाल को लेकर शुरू हुआ था झगड़ा, बेटे को थप्पड़ मारने पर बिगड़ी बात, पति ने पत्नी और दो सालों को गोलियों से भूना

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    नई दिल्ली | दिल्ली के शकूरपुर इलाके में घरेलू कलह के कारण प्रॉपर्टी डीलर ने अंधाधुंध फायरिंग कर पत्नी और दो सालों की हत्या कर दी। नेताजी सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर वारदात में इस्तेमाल की गई लाइसेंसी रिवॉल्वर को कब्जे में ले लिया है।  घटना रविवार देर रात की है।
    पुलिस के अनुसार, शकूरपुर गांव में 45 वर्षीय हितेंद्र यादव अपनी पत्नी सीमा और दो बच्चों जय और विजय (हनी) के साथ रहता है। जय ने एमबीबीएस में एडमिशन लिया है, जबकि हनी अशोक विहार स्थित एक नामी स्कूल में कक्षा दसवीं का छात्र है। पेशे से प्रॉपर्टी डीलर हितेंद्र के पास शकूरपुर गांव में चार मंजिला मकान है जिसकी चौथी मंजिल पर वह परिवार सहित रहता है। इस मकान के अन्य हिस्से और गांव में मौजूद अन्य प्रॉपर्टी से लाखों रुपये का किराया आता है।
    सीमा की मां चंद्रप्रभा ने बताया कि वर्ष 2001 में बेटी की शादी हितेंद्र से हुई थी, लेकिन शादी के बाद से ही दोनों में विवाद होता रहता था। इसे लेकर दोनों परिवारों के बीच कई बार पंचायत हुई थी। सीमा की ओर से पुलिस में शिकायत देने की वजह से बात थाने तक पहुंच गई थी। हालांकि, हर बार समझौता होने की वजह से मामला रफा-दफा हो जाता था। बेटे को थप्पड़ मारने पर बिगड़ी बात : बताया जा रहा है कि सीमा कई बार आपसी विवाद में मायके वालों को बुला चुकी थी। यह देखकर हितेंद्र ने अपने दोस्त ललित को भी बुला लिया। रात करीब 11 बजे ललित पहुंचा तो उसे बाहरी कहकर विजय ने आने पर ऐतराज जताया। इस पर हितेंद्र और उसके बड़े बेटे जय ने बाहरी कहने का विरोध किया। फिर सीमा ने जय को थप्पड़ मार दिया, इसके बाद उसके भाई विजय ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। अपने बेटे को पिटता देखकर हितेंद्र ने छुड़ाने की कोशिश की, लेकिन दोनों भाइयों ने उस पर हमला कर दिया। इस पर हितेंद्र अपने बेडरूम में गया और अलमारी से रिवॉल्वर निकालकर फायरिंग करनी शुरू कर दी।
    पति को बचाने आई बबिता को पैर में मारी गोली : जब गुस्साए हितेंद्र ने अपने साले विजय पर रिवॉल्वर तानी तो अपने पति को बचाने के लिए बबिता बीच में आ गई। पहले तो हितेंद्र ने उससे हटने के लिए कहा, लेकिन जब वह नहीं मानी तो उसने उसके पैर में गोली मार दी। फिर दोनों सालों के सिर और सीने में चार गोलियां मार दीं। उधर, फायरिंग होती देख कर बबिता के भाई चंद्रकांत ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया।
    दोनों सालों को गोली मारने के बाद हितेंद्र तेजी से नीचे भागा। उसके पीछे दोनों बच्चे और ललित भी भागे। वह फिर लौटा और पत्नी सीमा के सिर में गोली मार दी। इसके बाद उसने खुद को गोली मारने की कोशिश की, लेकिन रिवॉल्वर खाली होने की वजह से उसकी जान बच गई। फिर बच्चों ने रिवॉल्वर छीनकर बेड के नीचे फेंक दी। इसके बाद ललित ने पुलिस को फोनकर घटना की सूचना दी।
    मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को भगवान महावीर अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन तीनों-भाई बहन की मौत हो चुकी थी। वहीं, बबिता की हालत स्थिर थी। घायलों का पोस्टमॉर्टम बीएसए अस्पताल में कराया गया।
    गली में सन्नाटा पसरा : महावीर एंक्लेव के विनोद पुरी की एक गली में सुबह से सन्नाटा पसरा हुआ था। गली में रहने वाले स्वर्गीय धर्म सिंह के दो बेटों और एक बेटी की हत्या की खबर सुनने के बाद लोग गमगीन हो गए। घटना की जानकारी होने के बाद धीरे-धीरे घर पर रिश्तेदारों और परिचितों का तांता लगा रहा। जब तीनों भाई-बहनों की लाश यहां पहुंची तो पूरे इलाके में मातम पसर गया।

    दोनों घरों में छाया मातम : जरा सी बात पर शुरू हुए विवाद का परिणाम इतना घातक रहा कि दोनों घरों में मातम पसर गया। दोनों घरों में कोई भी ऐसा नहीं बचा है जो परिवार की जिम्मेदारी संभाल सके। हालत यह हो गई थी कि बीएसए अस्पताल के पोस्टमॉर्टम हाउस पर शवों की पहचान के लिए नजदीकी रिश्तेदारों को ढूंढ़ने की समस्या खड़ी हो गई थी। नेताजी सुभाष प्लेस पुलिस ने मृतकों की मां 65 वर्षीय चंद्रप्रभा देवी की तहरीर पर एफआईआर दर्ज कर आरोपी दामाद को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।

  • अंबिकापुर में व्यवसायी ने दो बच्चों को जहर देकर खुद लगा ली फांसी, पिता-पुत्री की मौत, बेटा आईसीयू में भर्ती

    अंबिकापुर में व्यवसायी ने दो बच्चों को जहर देकर खुद लगा ली फांसी, पिता-पुत्री की मौत, बेटा आईसीयू में भर्ती

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    अंबिकापुर । छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर शहर में युवा व्यवसायी ने रविवार की रात अपनी 8 साल की बेटी व ढाई साल के बेटे को कुरकुरे में जहर मिलाकर खिला दिया और खुद फांसी लगा ली। घटना के पूर्व उसने अपनी पत्नी और साले को मार्केट भेज दिया था। जब वे घर लौटे तो उन्होंने तीनों को अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों ने व्यवसायी व उसकी पुत्री को मृत घोषित कर दियाा। वहीं पुत्र की हालत गंभीर है, जिसे आईसीयू में भर्ती किया गया है।

    अंबिकापुर के गोधनपुर स्थित वसुंधरा विहार कॉलोनी निवासी सुदीप मिश्रा (40 वर्ष) अपनी पत्नी के अलावा पुत्री सृष्टि व पुत्र त्रशय के साथ रहता था। वह गोधनपुर-प्रतापपुर रोड पर सीमेंट व हार्डवेयर की दुकान संचालित करता था। रविवार की रात करीब 8 बजे सुदीप दुकान से घर लौटा। उसने अपनी पत्नी व साले को मार्केट भेज दिया। जब दोनों बाजार चले गए तो व्यवसायी ने पुत्र व पुत्री को कुरकुरे में कोई विषैला पदार्थ मिलाकर खिला दिया। इसके बाद खुद भी फंदा बनाकर हाल में फांसी लगा ली। सुदीप मिश्रा के साथ उसके माता-पिता भी रहते हैं, जो कुछ दिन पहले अपनी पुत्री से मिलने बाहर गए हुए थे। अंबिकापुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    दरवाजा तोड़कर घर के अंदर हुए दाखिल : बाजार से जब व्यवसायी की पत्नी व साला घर लौटे तब भीतर से दरवाजा बंद था। उन्होंने दरवाजा खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। मशक्कत के बाद पड़ोसियों की मदद से उन्होंने दरवाजा खुलवाकर भीतर प्रवेश किया तो नजारा देखकर उनका दिल दहल गया। दोनों बच्चे हॉल में ही फर्श पर बेसुध पड़े थे। पास में ही कुरकुरे भी पड़ा हुआ था। वहीं व्यवसायी हॉल में ही फंदे पर लटका हुआ था। सभी ने मिलकर व्यवसायी को फंदे से उतारा और सभी को लेकर अस्पताल पहुंचे। जांच के बाद डॉक्टरों ने व्यवसायी व उसकी पुत्री को मृत घोषित कर दिया। वहीं मासूम पुत्र अभी आईसीयू में भर्ती है।

    मृतक ने 6 पन्ने का सुसाइड नोट भी छोड़ा :  आत्महत्या करने से पहले व्यवसायी ने 6 पन्ने का सुसाइड नोट भी लिखा था। पुलिस ने सुसाइड नोट जब्त कर लिया है। व्यवसायी ने लिखा है कि उसे किसी से कोई परेशानी नहीं है। उसका लेन-देन भी सबसे क्लियर हैं। बस मैं अपने बच्चों को नहीं संभाल पाया, इसलिए उन्हें भी अपने साथ ले जा रहा हूं। अंबिकापुर पुलिस मामले की जांच कर रही है।

    स्वयं की मेहनत से खड़ा किया था व्यापार : मृत व्यवसायी सुदीप मिश्रा मेहनती था। उसके पिता जल संसाधन विभाग के रिटायर्ड इंजीनियर हैं। पिता ने विवाह के बाद सुदीप मिश्रा को अलग कर दिया था। सुदीप ने स्वयं की मेहनत से व्यवसाय खड़ा किया था। वह लेनदेन में पक्का था और व्यवहार कुशल भी था। उसे कोई आर्थिक परेशानी भी नहीं थी और व्यवसाय भी अच्छा खसा चल रहा था। सुदीप के इस तरह का कदम उठाने से परिवार के लोग भी हतप्रभ है।

  • रिश्ते का खूनः प्रेमिका से मिलने से रोका तो बेटे ने पिता का गला रेता 

    रिश्ते का खूनः प्रेमिका से मिलने से रोका तो बेटे ने पिता का गला रेता 

    द न्यूज 15 

    खूंटी । झारखंड से रिश्ते के कत्ल की खबर है। एक कलियुगी बेटे ने अपने पिता को गला रेत कर मार डाला। वजह है प्रेमिका। पिता ने बेटे को किसी वजह से प्रेमिका से मिलने से मना किया था। घटना खूंटी के तोरपा की है। यह वारदात शनिवार रात खूंटी के तोरपा के कनकलोया कोरकोटोली गांव में हुई। मृतक के बड़े बेटे दानियल ने अपने भाई विलवन के खिलाफ प्राथमिकी कराई है। दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि प्रेमिका से मिलने से रोकने से नाराज एक बेटे ने पिता की गला रेत कर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी विलवन को गिरफ्तार कर लिया है। जिस चाकू से गला रेता गया था उसे पुलिस द्वारा बरामद कर लिया गया। थाने दर्ज प्राथमिकी के अनुसार कनकलोया कोरकोटोली के धीरन मुंडा किसान थे। उनका छोटा बेटा विलवन कोई काम-धंधा नहीं करता है। विलवन का एक विवाहिता से प्रेम-प्रंसग चल रहा था। विवाहिता से बेटे का प्रेम संबंध परिवार वालों को स्वीकार नही था। इसलिए पिता धीरन मुंडा बेटे को उस महिला से मिलने से रोकते थे। इसको लेकर दोनों में अक्सर झगड़ा भी होता था। शनिवार रात इसी बात को लेकर बाप बेटे के बीच विवाद हुआ। आक्रोशित विलवन ने चाकू से पिता की गर्दन पर वार कर दिया। गर्दन कटने से धीरन खून से लथपथ हो गिर गए। जब मां बचाने आयी तो विलवन ने उसकी कलाई पर भी चाकू से वार कर दिया। साथ ही छाती में पैर से प्रहार करने लगा। सूचना पर दानियल पहुंचा। तब तक पिता की मौत हो चुकी थी।

  • किन्नर से प्यार करता था युवक, ब्रेकअप हुआ हुआ तो नए आशिक समेत प्रेमिका को मार दी गोली

    किन्नर से प्यार करता था युवक, ब्रेकअप हुआ हुआ तो नए आशिक समेत प्रेमिका को मार दी गोली

    द न्यूज 15 

    बेतिया। एक पुरानी कहावत है कि दिल लगी दीवार से तो हूर क्या चीज है। ऐसा ही हुआ बिहार के पश्चिम चंपारण जिले के बेतिया में जहां एक युवक को एक किन्नर से प्यार हो गया। प्यार इतना गहरा था कि युवक उससे ब्रेकअप बर्दाश्त नहीं कर सका और प्रेमिका किन्नर को उसके नए आशिक समेत गोली मार दी> बेतिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है।
    दरअसल बेतिया के आरएलएसवाई कॉलेज के समीप  आईटीआई कॉलोनी में रहने वाली पंडिताईन किन्नर के घर पर आधा दर्जन अपराधियों ने रविवार को हमला बोल दिया। उस वक्त पंडिताईन किन्नर के साथ सद्दाम हुसैन (24) नाम का युवक मौजूद था। हमलावरों ने दोनो  को गोली मारकर जख्मी कर दिया। इस बीच, मौके पर मौजूद किन्नरों ने हमलावरों में शामिल एक युवक मृत्युंजय को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
    जीएमसीएच बेतिया में इलाजरत पंडिताईन किन्नर ने बताया कि चनपटिया के पुरैना पांडेय टोला निवासी गुड्डू अंसारी उसके साथ रहता था। दोनों के बीच प्रेम संबंध था। लेकिन करीब दो साल पहले उनका संबंध टूट चुका था। पंडिताईन ने कहा कि वह प्रतिदिन सात से आठ हजार रुपया कमाकर गुड्डू पर खर्च करती थी। लेकिन कुछ कारणों से आपसी मतभेद हुआ और दोनों के संबंध खत्म हो गए। तब से दोनों अलग अलग रहते थे।
    इसी बीच पंडिताईन का संपर्क मुफस्सिल थाना के लालगढ़ पंचायत के खसुआर निवासी सद्दाम हुसैन से हो गया। दोनों एक दूसरे के साथ रहने लगे। यह बात गुड्डू अंसारी को नागवार गुजर रही थी। गुड्डु किन्नर प्रेमिका से दूरी सहन नही कर पा रहा था। वह बार-बार पंडिताईन के साथ रहने के लिए उससे बात करता था। लेकिन पंडिताईन ने इनकार कर दिया था।
    करीब 15 दिन पहले गुड्डू अंसारी ने रामलखन सिंह यादव कॉलेज के समीप घर पर आकर धमकी दिया था। उसने कह  कि तुम सद्दाम से अपना संबंध तोड़ लो। अगर संबंध नहीं तोड़ा तो तुम्हारी हत्या कर दी जाएगी। लेकिन इस बात को पंडिताईन ने गंभीरता से नहीं लिया। शनिवार की दोपहर 12 बजे भी गुड्डू अंसारी उसके घर पर पहुंच धमकी दी। लेकिन पंडिताईन ने पुलिस को सूचना नहीं दी। रविवार ने गुड्डु अंसारी ने अपने साथियों के साथ मिलकर पंडिताईन और सद्दाम को गोली मार दी। सद्दाम के कमर में गोली लगी है तो पंडिताईन की जांघ में गोली लगी है। दोनों की हालत ठीक है।
    इस मामले में मुफस्सिल थानाध्यक्ष उग्रनाथ झा ने बताया कि पंडिताईन को जब पहली बार धमकी दी गयी थी। उसी वक्त उसे इस मामले की जानकारी पुलिस को देनी चाहिए थी। शिकायत मिलने पर पुलिस पहले से कार्रवाई करती तो गुड्डु इतनी हिमाकत नही करता।
    एसडीपीओ मुकुल परिमल पांडेय ने बताया कि एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। मौके से एक खोखा मिला है। घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। मुख्य आरोपी चनपटिया के पुरैना पांडेय टोला का गुड्डू अंसारी है। उसका आपराधिक इतिहास रहा है।

  • पटना : प्यार के बीच आई परिवार की दीवार, प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में भरा सिंदूर और फिर की आत्महत्या 

    पटना : प्यार के बीच आई परिवार की दीवार, प्रेमी ने प्रेमिका की मांग में भरा सिंदूर और फिर की आत्महत्या 

    द न्यूज 15

    मसौढ़ी। पटना के लालाबिगहा गांव निवासी प्रेमी युगल ने शनिवार की देर रात पेड़ से लटककर एक साथ जीवनलीला समाप्त कर ली। रविवार की सुबह गांव से पश्चिम आम के पेड़ में फांसी लगाकर लटके युवक-युवती के शवों को देखकर इलाके में सनसनी फैल गई। मृतकों में युवक कृष्णा कुमार (22) लालाबिगहा निवासी झलख प्रसाद यादव का पुत्र था, जबकि 17 वर्षीया युवती नीतू कुमारी गांव के अनिल साव की बेटी थी। दोनों की आत्महत्या की वजह परिजनों के विरोध के कारण प्रेम विवाह नहीं हो पाना बताया जाता है।
    मसौढ़ी पुलिस ने दोनों के शवों को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए पीएमसीएच भेजा दिया। बताया जाता है कि कृष्णा कुमार और नीतू के बीच लंबे समय से प्रेम संबंध चला आ रहा था। प्रेमी युगल जातीय बंधन तोड़ शादी करना चाहते थे। परिजनों ने दबाव बनाकर युवक कृष्णा की शादी 26 जनवरी को दूसरे जगह कर दी। शादी के बाद भी दोनों की बातचीत होती थी। युवती की भी शादी परिजनों ने दूसरी जगह तय कर दी थी, जिसका वह घर में विरोध कर रही थी। पारिवारिक दबाव में प्रेम विवाह कर साथ जीने की तमन्ना पूरी होता नहीं देख दोनों एकसाथ मरने का निर्णय ले लिया।
    शनिवार की देर रात दोनों घर से निकले। गांव से पश्चिम सरकारी विद्यालय से सटे आम के पेड़ के पास युवक ने प्रेमिका की मांग में सिंदूर भरकर शादी की रस्म अदा की। फिर पेड़ पर चढ़कर युवती ने दुपट्टा और युवक ने मफलर से गले में फंदा लगाकर लटक गया, जिसमें दोनों की मौत घटनास्थल पर ही हो गई। दोनों की मौत के बाद लालाबिगहा गांव में शोक और मातम पसर गया। थानाध्यक्ष रंजीत रजक ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला प्रेम प्रसंग में विफलता को लेकर आत्महत्या का प्रतीत होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद  आगे की कार्रवाई की जाएगी।

  • गाजियाबाद : मां और बेटे के बाद 2 बच्चियों ने भी दम तोड़ा, पति की बीमारी से परेशान महिला ने 3 बच्चों संग खा लिया था जहर

    गाजियाबाद : मां और बेटे के बाद 2 बच्चियों ने भी दम तोड़ा, पति की बीमारी से परेशान महिला ने 3 बच्चों संग खा लिया था जहर

    द न्यूज 15 
    गाजियाबाद । दिल्ली से सटे गाजियाबाद के लोनी में जहरीला पदार्थ खाने से मां-बेटे की मौत के बाद उपचाराधीन दोनों बहनों की भी रविवार को मौत हो गई। एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत के बाद क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन ने परिवार के मुखिया को नकद सहायता राशि दी है, जबकि मुख्यमंत्री राहत कोष से भी मदद का आश्वासन दिया गया है।
    गौरतलब है कि ट्रॉनिका सिटी थाने के ईलायचीपुर गांव की अमन गार्डन कॉलोनी में रविवार दोपहर मोनिका पत्नी मोनू ने अपनी बेटी मनाली, साक्षी और बेटे अंश को जहरीला पदार्थ खिलाकर खुद भी जहर खा लिया था। बच्चियों की हालत बिगड़ने पर इलाज के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बच्चियों को भर्ती कराते समय मां ने जहर देने की बात नहीं कही थी। दिन ढलने पर मां-बेटे की घर में ही मौत हो गई थी, जबकि इलाज के दौरान रविवार तड़के दोनों बच्चियों ने भी जीटीबी अस्पताल में दम तोड़ दिया है।
    पुलिस ने मां-बेटे के शव शनिवार रात ही पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया था, जबकि दोनों बच्चियों के शवों का जीटीबी में पोस्टमॉर्टम किया गया है। पति की बीमारी से तनाव में मोनिका : मोनिका ने सन 2010 में मोनू से प्रेम विवाह किया था। करीब छह माह पूर्व मोनिका के ससुर रामसिंह की टीबी की बीमारी से मौत हो गई थी। करीब ढाई माह से मोनू भी टीबी की बीमारी से ग्रस्त था। पति की बीमारी से मोनिका अवसादग्रस्त रहने लगी थी। लोगों का कहना है कि पति मोबाइल रिपेयर का काम करता है। सीमित आय और पति की बीमारी व घर खर्च पूरा नहीं हो पा रहा था। इसके चलते महिला काफी परेशान रहती है। इस बात का जिक्र उसने कई लोगों से भी किया था। आशंका है कि इसी कारण उसने तीनों बच्चों को जहरीला पदार्थ खिलाकर खुद भी जहर खा लिया।

    प्रशासन ने दी आर्थिक मदद : एसडीएम संतोष कुमार राय ने बताया कि पति की बीमारी के कारण मोनिका अवसादग्रस्त थी। पीड़ित मोनू को प्रशासन की तरफ से 10 हजार रुपये की नकद मदद दी गई है, जबकि डीएम साहब ने भी रेडक्रॉस की तरफ से 25 हजार रुपये का चेक भेजा है। शवों के अंतिम संस्कार के लिए ग्राम प्रधान की तरफ से पांच हजार रुपये की आर्थिक मदद दिलाई जा रही है। इसके अलावा मुख्यमंत्री राहत कोष आदि से भी पीड़ित परिवार को उचित आर्थिक मदद दिलाई जाएगी।