Category: केंद्र सरकार

  • जम्मू (Jammu) में पीएम (PM) के दौरे से पहले आतंक का वार, अब तक पाँच आतंकी ढेर

    जम्मू (Jammu) में पीएम (PM) के दौरे से पहले आतंक का वार, अब तक पाँच आतंकी ढेर

    जम्मू (Jammu) में पीएम मोदी (PM) के दौरे से पहले आतंक का वार, अब तक पांच आतंकी ढेर –

    जम्मू (Jammu) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm Modi Jammu Kashmir)  24 अप्रैल को दौरा करेंगें।। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सांबा जिले में होने वाले कार्यक्रम में शामिल होगें। बता दें, कि अनुच्छेद 370 हटने के बाद यह पीएम (pm Modi Jammu Kashmir) का पहला दौरा होने वाला हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm Modi Jammu Kashmir) पंचायत दिवस (Panchayat Diwas)  पर होने वाले कार्यक्रम में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ,ग्रामीण विकास पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह के साथ शामिल होंगें।

    जम्मू (Jammu) में सीआईएसएफ (CISF) के जवानों पर हुआ आतंकी हमला!

    Latest Jammu News in Hindi

    प्रधानमंत्री के दौरे से पहले जम्मू घाटी में आतंकी घटनाऐं शुरू हो चुकी हैं। बीते दो दिन से लगातार घाटी में आंतकी हमले हो रहे है, जिसमें जवानों की आतंकियों से मुठभेड़ भी हुई और दो दिन में चार से पांच आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया, जबकि एक जवान शहीद भी हुआ।

    जम्मू में पीएम मोदी के आगमन से दो दिन पहले सुंजवा इलाके में CISF के जवानों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ होना पीएम मोदी के जम्मू (Jammu) दौरे पर खासा असर डाल सकता है।

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    जानकारी अनुसार, आपकों बता दें, कि शुक्रवार  तड़के सुबह करीब 3:45 बजे CISF के जवान बस में मॉर्निग शिफ्ट पर जा रहे थे। तभी बस पर आतंकियों ने हमला कर दिया। CISF जवानों ने आतंकियों का डटकर सामना किया। मुठभेड़ के दौरान एक ASI  एसपी पटेल शहीद और छ: जवान घायल हो गये। वही करारी जबाबदेही देते हुए दो आतंकियों को मार कर ढेर कर दिया। बस में करीब 15 जवान मौज़ूद थें। मारे गये आतंकी जैश-ए-मुहमद से जुड़े बताए गए हैं।

    (Jammu) जम्मू में ढेर हुए चार आतंकी Latest Jammu News in Hindi
    (Jammu) जम्मू में ढेर हुए चार आतंकी Latest Jammu News in Hindi

    गुरूवार को भी हुआ था आतंकी हमला !

    कश्मीर (Kashmir) के बारामुला जिल़े में गुरूवार को भी आतंकी हमला हुआ था जिसमें सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के शीर्ष कमांडर युसूफ कांतरू सहित चार आतंकियों को मार गिराया था। लश्कर कमांडर युसूफ 2000 से आतंक से जुड़ा हुआ था। और 2017 से लश्कर के लिए काम कर रहा था।

    पुलिस अधिकारियों अनुसार, युसूफ घाटी के टॉप 10 आतंकियों में से एक था। जिसे मार गिराना सुरक्षाबलों के लिए एक बड़ी कामयाबी साबित हुआ है।

    पीएम मोदी का जम्मू दौरा क्यों, जानें विस्तार से………………

    जम्मू (Jammu) के इस कार्यक्रम में पीएम मोदी के कई मायने सामने आ रहे हैं। इसको लेकर कार्यक्रम में कड़ी सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा हैं। जम्मू में होने वाले पंचायती कार्यक्रम (Program) में देश के कई अलग अलग हिस्सों से पंचायती राज संस्थाओं के तमाम सदस्यों को ऑनलाइन(Online) भी जोड़ा जाएगा।

    देश में यह पहली बार हो रहा है जब देश के कई हिस्सों में कार्बन न्यूट्रन पंचायत का आयोजन हो रहा है। जो दिन में 11:30 बजे से शुरू होकर करीबन तीन घंटे तक चलेगा। जिसमें पीएम मोदी सबसे पहले ग्राम सभा की बैठक करेंगें। जो कि सीधे लाइव प्रसारण पर दिखाया जाएगा।

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    देश के किसी हिस्से में कार्बन न्यूट्रन पंचायत का होना और उसके सारे रिकार्ड डिजिटल होना, ऐसा देश में पहली बार हो रहा है। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी पंचायतों के हजारो प्रतिनिधियों को संबोधित करेंगें और अच्छे काम वाले पंचायतों को सम्मानित करेंगें। पीएम मोदी का आज़ादी के अमृत महोत्सव पर हर ज़िले में 75 तालाब बनाने का लक्ष्य है।

    जम्मू (Jammu) में सीआईएसएफ के जवानों पर हमला Latest Jammu News in Hindi
    जम्मू (Jammu) में सीआईएसएफ के जवानों पर हमला Latest Jammu News in Hindi

    पीएम मोदी 2 हाइड्रो पॉवर प्रोजेक्टस का शिलान्यास और जम्मू- कश्मीर (Jammu-Kashmir) टनल का लोकार्पण भी करेंगें। आपको बता दें कि, अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर ( Jammu Kashmir) को आगे ले जाने वाला रोड तेज़ी से तैयार किया गया है। जिससे वहां के युवको को रोजगार के अवसर मिलें और देश के खुबसूरत केंद्र-शासित प्रदेश (United territories) को विकास के नए आयाम मिलें।

    आतंकी हमले के बाद सुरक्षाबलों की कार्यवाही –

    आतंकी हमले के बाद जम्मू (Jammu) के सुंजवां शहर के आस-पास कड़ी सुरक्षा के इंतजाम कर दिए हैं। शहर के भीतरी औऱ बाहरी इलाको के नाको पर से जाने वाले प्रत्येक वाहन की जाँच की जा रही है। सुरक्षा कारणों के चलते जम्मू (Jammu) में इंटरनेट (Internet) सेवा भी बंद कर दी गई है।

    देखना यह होगा कि पीएम मोदी के जम्मू (Jammu) दौरे पर इन आतंकी हमलों का कितना असर पड़ेगा।

     

  • Riots : भारत मे सांप्रदायिक दंगो का पूरा घटनाक्रम

    Riots : भारत मे सांप्रदायिक दंगो का पूरा घटनाक्रम

    Riots : इस समय भारत देश Riots यानि दंगों की आग में दहक रहा है। आए दिन पथराव, हिंसा और आगजनी की खबरे सामने आ रही हैं। जिसको लेकर हम आपको बताएंगे कि पिछले 9 दिनों में देश के किस हिस्से में दंगा(Riots) हुए। दंगों (Riots) की शुरूआत 10 अप्रैल यानी के राम नवमी के दिन से हुई, जिसमें दिल्ली, यूपी, मध्य प्रदेश, गुजरात और झारखण्ड शामिल हैं, तो चलिए एक-एक करके आपको सभी दंगों के बारे में बताते हैं।

    दिल्ली मे दंगों/Riots की कहानी –

    देश का सबसे बड़ा साम्प्रदायिक मामला जो राम नवमी के दिन हुआ वह दिल्ली का है जो दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके मे हनुमान जयंती के अवसर पर हुआ था जो शोभा यात्रा मे मौजूद भक्तो की भीड़ व जहांगीरपुरी मस्जिद मे मौजूद लोगो के बीच हुआ दरअसल शोभा यात्रा में मौजूद लोग जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। वही दूसरी ओर जहांगीरपुरी मस्जिद में रोजे खोलने से पहले नमाज़ अदा की जा रही थी।

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    जब शोभा यात्रा मस्जिद की ओर आती हैं तब दो पक्षों में भिड़त हो जाती हैं जिससे मामला बढ़ जाता है दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हो जाती है और तलवारे भी चलती हुई पायी जाती हैं। उसी भीड़ मे से  कुछ लोग मस्जिद पर भगवा झंडे लगाने का प्रयास करते है परन्तु झंडे  अंदर गिर जाते है यह दावे भी किये जा रहे है की ये एक साजिश है जिसमे धार्मिक हिंसा का प्रयास किया गया है हालाँकि पुलिस ने कार्यवाही कर 20 लोगो को नामजद कर गिरफ्तार कर लिया है जिसमे 15 मुसलमान और पांच हिन्दू है l

    गुजरात दंगे/Riots –

    देश में हुए दंगों में सबसे ताजा मामला गुजरात का है, जो गुजरात के खंभात और हिम्मतनगर का है जहाँ राम नवमी के दिन जुलूस के बीच दो गुटों मे आपसी झड़प हो गयी जिसमे एक व्यक्ति की मौत व कई लोग घायल हुए हैं, इस झड़प के बीच पत्थरबाज़ी भी हुई जिसमे पुलिस को भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।

    मध्यप्रदेश दंगे/Riots –

    Riots : मध्यप्रदेश के खरगौन में हुए पथराव
    Riots : मध्यप्रदेश के खरगौन में हुए पथराव

    देश में हुए कई हिंसा और पत्थराव के मामलो में एक मामला मध्यप्रदेश का भी है, जो मध्यप्रदेश के खरगोन में राम नवमी के दिन हुआ राम नवमी के दिन कई जगहों पर शोभा यात्रा निकाली जा रही थी। जब शोभा यात्रा मुस्लिम बहुल इलाके में पहुंची  तब यात्रा में शामिल लोगो पर पत्थराव होने लगाl

    उपद्रवियों ने आतंक फैलाते हुए कई घरो को आग लगा दी और तोड़फोड़ भी की गयी जिससे काफी लोग घायल हुए और जान-माल का भी काफी नुकसान हुआ। हालाँकि  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने उपद्रवियों और हिंसा फैलाने वालो के खिलाफ आदेश  दिया जिसमे उन्होंने  उपद्रवियों के घरो पर बुल्डोज़र चलाने की बात कही जिसके चलते कई उपद्रवियो के परिजन घर छोड़ने पर मज़बूर हो चुके है।

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    उत्तरप्रदेश दंगे/Riots –

    अब आये दिन पत्थराव और हिंसा के मामले सामने आ रहे है जिसमे17/04/2022 को अलीगढ़ मे भी मस्जिद पर पथराव का मामला सामने आया है दरअसल  मौजूद लोगो का कहना है की कुछ युवक मुस्लिम महिलाओ से अभद्रता कर रहे थे। रोके जाने पर युवको ने मस्जिद पर पत्थर बाज़ी शुरू कर दी, और  नमाज़ पढ़ने का विरोध किया  घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी गयी  उसी दौरान मस्जिद पर पत्थरबाज़ी होने लगी।

    झारखण्ड दंगे/Riots –

    एक और मामला जिसमे पत्थराव, हिंसा और आगजनी घटनाये हुई यह मामला झारखण्ड के लोहरदगा का है  जिसमे राम नवमी के अवसर पर निकली शोभा यात्रा पर कुछ उपद्रवियों ने पथराव किया जिसमे कई लोग घायल हुए राम नवमी के दिन झारखण्ड में लगे मेले मे भी उपद्रवियो ने तनाव पैदा किया जिसमे कई दुकानों और ठेलो को तोड़ कर जलाया, लोगो के साथ मारपीट भी की गयी भीड़ मे पैदा इस तनाव को कम करने के लिए पुलिस बल की तैनाती की गयी।

    भारत  के कई राज्यों मे हुई इन हिंसाओं के कारण  धारा 144  लगाई गयी  और पुलिस बलो की भी तैनाती की गयी साम्प्रदायिक हिंसा की वजह से  इन राज्यों मे तनाव की स्थिति बनी हुई है जिसे पुलिस बल टीमों का गठन करके काबू मे लाने की कोशिश  कर रही है।

  • Water Train : राजस्थान के जोधपुर से पाली के बीच चलेगी Water Train

    Water Train : राजस्थान के जोधपुर से पाली के बीच चलेगी Water Train

    Water Train : राजस्थान सरकार द्वारा अब Water Train की सहायता से एक जगह से पानी भरकर दूसरी जगह तक ले जाया जाएगा। और इस साल भी ये Water Train चलाई जाएगी जो कि जोधपुर से लेकर पाली तक का सफर तय करेगीं। बताया जा रहा है कि इस बार इन दोनों शहरों के बीच सबसे लम्बे समय तक यह Water Train चलाई जा सकती है। इस काम की सारी तैयारियां की जा चुकी है और यह ट्रेन जोधपुर से रवाना हो चुकी हैं। ये ट्रेनें दिन में दो बार चलेगी ।

    आपने गर्मी के समय लोगों को अलग-अलग बर्तन में पानी ढोते हुए तो देखा ही होगा। भारत में मिलने वाले डिब्बे, गैलन ये सभी पानी ढोने का ट्रेडमार्क बन चुके हैं लेकिन सरकारों ने इससे एक कदम आगे जा कर इस काम के लिए ट्रेनों को लगा दिया हैं, राजस्थान में कुछ ऐसा ही होने जा रहा हैं वो भी पानी ढोने के लिए।

    बढ़ती गर्मी के चलते इस साल देशभर में नींबू महंगा (lemon price) हो गया लोग सोशल मीडिया पर नींबू के बढ़ते कीमत को लेकर लतीफे बना रहे वह गर्मी आने के साथ भारत में जगह-जगह पानी की किल्लत हम सभी झेलते है और राजस्थान उन राज्यों में सबसे आगे हैं जहां लोग पानी की किल्लत को सबसे ज्यादा झेलते है ऐसे में सरकारों ने जल स्रोतों को बचाने की जगह एक नया रास्ता निकाल लिया है।

    Water Train को जोधपुर के भगत की कोठी स्टेशन से रवाना हुई है जिसे राज्यसभा सांसद राजेन्द्र गहलोत और विधायक मनीषा पवार इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। रेल्वे तथा जलदाय विभाग सभी अपने कार्य में लगे हुए हैं।प्रशासन की पूरी तैयारी रहेगी की वह दिन मे दो बार पानी पानी पहुंच सकें। ट्रेनें एक बार पाली पहुंच कर वापस खालीआएगीं।

    जानिए कितना कारगर है आपके मोबाइल का डार्क मोड

    अब इसे कुदरत की मार कहें या क्लाइमेट चेन्ज पर गर्मी के समय में हर साल राजस्थान में ट्रेनों की मदद से पानी की पूर्ति की जा रही हैं। और इस साल ये सबसे लम्बी दुरी तय करने जा रही है, चलिये जानते है ये काम ट्रेनों की मदद से कैसे किया जाता है इसमे कितना खर्चा आता हैं सब कुछ जानेगें विस्तार से आज के इस वीडियो में।

    कितना पानी? कितना खर्चा? Water Train चलाने में –

    चलने को तैयार राजस्थान की Water Train
    चलने को तैयार राजस्थान की Water Train

    वाटर ट्रेनों का कॉन्सेप्ट नया नहीं है ये राजस्थान में 2 दशकों से चलाई जा रही है पर इस बार ये सबसे अधिक समय तक अपनी सेवा प्रदान करेंगी। जिससे पाली के लोगो की पानी की समस्याएं हल होगीं।

    मानसून के आने तक ये ट्रेनें एक बार में कुल 40 वेगन बोगी के साथ 20 लाख लीटर पानी एक बार में ढोकर जोधपुर से पाली ले जाएगी। अब खर्चे की बात करते है ट्रेन को एक बार पानी से पूरा भर जोधपुर से पाली तक ले जाने का खर्चा चार से साढ़े चार लाख तक का आएगा यानी दिन में जितने चक्कर उतना खर्चा।

    ऐसा अनुमान है कि 1 मई से ये ट्रेनें दिन के चार चक्कर लगाएगी यानी प्रतिदिन 18 से 20 लाख और महीने के 5 करोड़ का खर्चा। अभी ट्रेनें जोधपुर नहीं पहुंची है इनकी धुलाई कोटा तथा रतलाम में हो रही है इसके बाद यह ट्रेनें पहुँचने के 3 दिन बाद जोधपुर से चलने को तैयार हो जाएगी।

    यहां क्लिक करके इस खबर पर आप हमारा वीडियो भी देख सकते हैं

    राजस्थान की पिंक सिटी भी है जल संकट में लोग सड़क पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे। महिलाओं ने भी इसमें हिस्सा लिया और मटके को फोड़ कर विरोध प्रदर्शन दिखाया। लोग बता रहे कि वे टैंकर माफिया से भी परेशान हैं।

    उम्मीद है राजस्थान की सरकार पानी की समस्या से निपटने के लिए जल स्त्रोतों की देखभाल पर भी खर्च करेंगी। वृक्षारोपण, सोख्ता गड्ढा, वाटर हार्वेस्टिंग जैसे पानी को बचाने वाले उपायों पर भी लोगों और हमारे नेताओं का ध्यान जाएगा। बाकी आपको ये वीडियो कैसा लगा उसके बारे में कमेट जरूर करें,, अच्छी लगे तो वीडियो को शेयर भी करें।

  • Delhi Jahangirpuri: देश अचानक साम्प्रदायिक हिंसा की चपेट में कैसे आ गया?

    Delhi Jahangirpuri: देश अचानक साम्प्रदायिक हिंसा की चपेट में कैसे आ गया?

    Delhi : देश अचानक साम्प्रदायिक हिंसा की चपेट में कैसे आ गया? 2020 में हुए दंगे के बाद Delhi में  एक बार फिर साम्प्रदायिक माहौल बन रहा जिसमें हिंसा की खबर सामने आ रहीं। Delhi में नवरात्रि के आते ही दक्षिण से शुरु साम्प्रदायिकता Delhi तक पहुंच गई। South Delhi के मेयर मुकेश सुर्यान के नवरात्रि में मांस की दुकानें बंद कराने के फैसले के बाद से शुरू हुआ विवाद अब जहांगीरपुरी में पथराव तक पहुँच गया।

    Delhi में पथराव, हिजाब, अजान लाउडस्पीकर या फिर हनुमान जयंती इन सभी का तार कही ना कही एक दूसरों से जुड़ा है मतलब नफरत की आग जाती और धर्म की आग। इस आग में जलने का कारण क्या है और इसके पीछे की कहानी क्या है तो चलिए विस्तार से  जानते है। गुजरात और आध्रप्रदेश से भी पथराव की खबर आ रही हैं।

    Delhi के जहांगीरपुरी मामले की अपडेट-

    अब बात करते है Delhi के जहांगीरपुरी (Jahangirpuri violence) में हनुमान जयंती के शोभायात्रा पर हुआ पथराव मामले की तो पुलिस ने CCTV कैमरे की फुटेज के आधार पर जांच शुरु कर दी हैं, अब तक 22 लोगों की गिरफ्तारी का मामला सामने आया हैं। पुलिस फुल एक्शन मोड पर नजर आ रही। पुलिस ने बिना वर्दी के शिनाख्त शुरु कर दी हैं।

    The Delhi Files : The Kashmir Files के बाद अब Delhi की बारी

    क्या हुआ था Delhi के जहांगीरपुरी में –

    Delhi Jahangirpuri: हिंसा के बाद पुलिस की तैनाती
    Delhi Jahangirpuri: हिंसा के बाद पुलिस की तैनाती

    दरअसल हनुमान जयंती के मौके पर Delhi के जहांगीरपुरी इलाके में शोभा यात्रा निकलने के दौरान दो समुदाय के बीच में पथराव जैसी घटनाएं हुई, जिसके कारण इस घटना में पुलिसकर्मी सहित कई लोग घायल हुए हैं। वहां मौजूद लोगों के मुताबिक, “जुलूस शांतिपूर्ण तरीके से जा रही थी। जैसे ही जुलूस जहांगीरपुरी के सी-ब्लॉक मस्जिद के पास पहुंचा तो एक व्यक्ति अपने चार-पांच अन्य लोगों के साथ जुलूस में शामिल लोगों से बहस करने लगा।

    जिसके बाद दोनों गुटों के बीच पथराव शुरू हो गया। वहीं धार्मिक जुलूस की सुरक्षा में तैनात पुलिस ने दोनों गुटों को समझाते हुए अलग कर दिया और मामला शांत कर दिया लेकिन, कुछ देर के बाद दोनों पक्षों में फिर से झड़प शुरू हो गई। और हनुमान जयंती के मौके पर पथराव कर सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश की गई।”

    Delhi के अलावा और कहां हुई ऐसी घटनाएं –

    दरअसल दो समुदायों के बीच पथराव जैसी घटनाएं सबसे पहले गुड़ी पड़वा के दिन राजस्थान के करौली हुआ, उसके बाद राम नवमी के मौके पर अलग अलग राज्यों के कई जगहों से पथराव वाली घटनाएं सामने आई बता दें कि राजस्थान, गुजरात, बिहार, बंगाल, झारखण्ड और मध्य प्रदेश के खरगौन में दो दिन तक हिंसक झड़प हुआ।

    इस झड़प को मध्य प्रदेश सरकार ने आड़े हाथों लिए और तुरत कारवाई करते हुए दोषियों के घर पर बुलडोजर चलवा दिया गया। मगर इन पथरबाजों का हौसला फिर भी काम नहीं हुआ यही कारण है आज Delhi का नाम भी उस लिस्ट में शामिल हो गया है जो पथरबाजों के करतूत से बदनाम है, इसमें कोई दोराई नहीं अगर हम इस नफरत की आग को कर्णाटक के हिजाब विवाद से जोड़कर देखें। क्योकि जाती और धर्म की आग पर सबसे पहले वहीं रोटी सेकि गई थी।

    अगर आप इस खबर पर वीडियों देखना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें

    आपको याद होगा फरवरी, 2020 में उत्तर-पूर्वी Delhi में CAA के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा के बाद सांप्रदायिक दंगा भड़क गया था जिसमें कम से कम 53 लोगों की जान चली गई थी और 700 से अधिक घायल हुए थे। और कार्यवाही के नाम पर क्या हो रहा यह हम सभी भली भांति जानते हैं। उम्मीद है कि अब इस तरह के मामले थम जाए। हम नहीं चाहते हमारे देश में कोई ऐसी घटनाएं हो जिससे हमें और आपको पछताना पड़े बस जाते जाते इतना कहना चाहूंगी दोस्तों ये जाती-धर्म, मंदिर-मस्जिद सब एक मोह माया है, वहां नफरत भगाओ प्रेम फैलाओ जहां मनुष्य का साया है।

  • Bulldozer Mama: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने घर पर चला बुलडोजर

    Bulldozer Mama: प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने घर पर चला बुलडोजर

    Bulldozer Mama: योगी के बाद अब MP में शिवराज बने Bulldozer Mama

    इन दिनों सरकारों ने कोर्ट का काम आड़े हाथों ले लिया हैं। आपने सोशल मीडिया में Bulldozer Mama के बारे जरुर सुन लिया होगा। Bulldozer Mama हमारे मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के लिए किया जा रहा। शिवराज आम दिनों में खुद को महिलाओं का भाई बताते हैं वही Bulldozer की कार्रवाई के बाद अब उन्हें Bulldozer Mama कहा जानें लगा, लोग भी आनंद ले रहे प्रशासन के इस अनैतिक रवैये पर।

    रामनवमी के दिन मध्यप्रदेश के खरगोन में अलग-अलग इलाकों में जुलूस निकाले गए। जुलूस के चलते तनाव बना शाम 5 बजे से लेकर रात 3 बजे तक खरगोन में जगह-जगह पर दोनों समुदायों की ओर से पत्थर, ईट चले ऐसे में आप समझ सकते हैं कि प्रशासन की नाक के नीचे खरगोन में क्या माहौल रहा होगा। भीड़ पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया उसके बाद भी हिंसा चलती रही। इसके अलावा पुलिस के जवान भी घायल हुए। दूसरे दिन भी खरगोन में यही माहौल बना रहा।

    Riots : मध्यप्रदेश के खरगौन में हुए पथराव Bulldozer Mama
    Riots : मध्यप्रदेश के खरगौन में हुए पथराव Bulldozer Mama

    हिंसा के चलते दोनों तरफ के लोगों को भारी नुकसान उठाना पड़ा अब पुलिस प्रशासन सी.सी.टी.वी. खगाल रहा हैं और अब 90 से ज्यादा लोग गिरफ्तार हो चुके हैं पुलिस से कार्यवाही की उम्मीद की जाती है लेकिन कार्यवाही के नाम पर उत्तर-प्रदेश से प्रेरणा लेकर प्रशासन ने बुलडोजर उतारा। और बिना किसी पूर्व योजना के लोगों के घर, दुकानों को गिरा दिया जाता है सारे के सारे घर एक ही समुदाय के लोगों के निकले। प्रशासन ने सवाल उठने पर तर्क दिये कि सभी घर अवैध निर्माण के अंतर्गत आते हैं। कार्यवाही के तहत कुल 16 दुकानें और 29 घर गिराए जा चुके हैं।

    जानिए कितना कारगर है आपके मोबाइल का डार्क मोड ?

    प्रशासन की शक के आधार पर हुई कार्यवाही के चलते एक घर ऐसा भी गिरी दिया गया जो प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाया गया। ये घर हसीना फाखरू जी का था, हसीना जी के पति अब इस दुनिया में नहीं हैं । घटना के सामने आने के बाद पता चला कि घर को नोटिस रामनवमी के पहले जारी कर दिया गया था। अगर ऐसा है तब तो यह और चिंता की बात है कि सरकार ने एक अवैध घर बनाने में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पैसे खर्च किये? और इस प्रकार अवैध निर्माण कैसे होने दिया गया, प्रशासन द्वारा इस पर क्या कार्यवाही की गई।

    सवालों से घिरी मध्यप्रदेश के बचाव में प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा जी प्रतिक्रिया मे दिये बयान में पत्थर चलाने वाले घरों को पत्थर में बदल देने की बात कही थी। यह चिंता का विषय है कि प्रदेश में इतनी हिंसा होने के बाद गृह मंत्री इस तरह का बयान जारी करते हैं, बजाय इसके की वे जनता के बीच कानून व्यवस्था स्थापित करने का विश्वास दें। जिले में हिंसा के बाद लगातार चल रही हिंसा के चलते कर्फ्यू लगा दिया गया है, 14 अप्रैल से लोगों को कर्फ्यू में दो घंटे की छूट दी जा रही है।

    जानिए कहां कहां भड़की हिंसा –

    दक्षिण से शुरू हुआ धार्मिक विवाद त्योहारों के साथ पूरा भारत भ्रमण कर रहा है अगर आप घट रही धार्मिक घटनाओं के राज्यों को गिनना शुरू करेंगे तो शायद ही किसी राज्य का नाम बचे। गुड़ी पड़वा के दिन राजस्थान करौली, रामनवमी में गुजरात के हिम्मतनगर और खम्भात, बिहार में स्थित मुजफ्फरपुर नगर, बंगाल के सिलीगुड़ी, झारखंड के लोहरदगा,  और उम्मीद है कि यह अंत मे म.प्र. पर जाकर खत्म हो जाए।

    सभी जगह एक ही पैटर्न दिखा। शोभा यात्रा और जुलूस निकाले गए उन जगहों से जहां मुस्लिम आबादी ज्यादा थी, मस्जिदों के बाहर नारे, लाउडस्पीकर में उकसाने वाले गाने और इसके बाद दोनों जगहों से पत्थरबाजी होती है हिंसा हुई आगजनी हुई और दोनो तरफ के लोग घायल हुए। कोरडमा झारखण्ड के कोरडमा से सामने आए  वीडियो मे लोग समुदाय विशेष के प्रति खुलेआम गाली का प्रयोग करते नजर आए अब कर मामले में 8 लोगों के गिरफ्तारी की खबर आई हैं।

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    हम यह कह सकते है कि बात किसी को भड़काने या उकसाने से बढ़कर धार्मिक त्योहारों का प्रयोग कट्टरता फैलाने मे किया जाने लगे तो यह चिंताजनक हैं। हम किसी भी तरह के उकसाने की प्रतिक्रिया में पत्थर चलाने को जायज नहीं ठहरा सकते ठीक उसी प्रकार प्रशासन की 24 घण्टे के अन्दर बुलडोजर चलाने की कार्यवाही को भी। उम्मीद है कि सत्ता में बैठे लोग इस तरह की धार्मिक कट्टरता की आलोचना करेगे क्योकि उनके कहे का जनता के बीच एक महत्व होता हैं।

  • Delhi BIG 5: दिल्ली की 5 बड़ी खबरें

    Delhi BIG 5: दिल्ली की 5 बड़ी खबरें

    Delhi BIG 5: दिल्ली की 5 बड़ी खबरें

    ‘आप’ के खौफ में मिली फ्री बिजली- सीएम

    हिमाचल दिवस के मौके पर सीएम जयराम ठाकुर ने प्रदेशवासियों को बिजली में 125 यूनिट फ्री देने का ऐलान किया है, जिसके बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि बीजेपी अपने हर राज्य में फ्री बिजली लेकर आए नहीं तो जनता समझ जाएगी ये आम आदमी पार्टी का खौफ है।

    नॉनेवज के बाद अब ‘भगवा’ विवाद

    जेएनयू में नॉनवेज विवाद के बाद अब एक और विवाद खड़ा हो गया है। हिंदू सेना संगठन ने जेएनयू के आसपास के इलाकों में भगवा झंडा, भगवा गमछा, और पोस्टर लगाए हैं। जिसके बाद पुलिस प्रशासन ने अपनी मुस्तैदी को और बढ़ा दिया है।

    महंगा हो सकता है ऑटो यात्रा !

    दिल्ली में पब्लिक वाहन का इस्तेमाल करने वालों की जेब होगी और ढीली, दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ऑटो के किराया को बढ़ाने का दिया इशारा, गहलोत ने कहा कि ऑटो चालकों की मांग के लिए विभाग एक कमेटी बनाएगा और उसके हिसाब से सरकार को सिफारिशें देगा

    ‘समय के साथ प्रतिरोधक होता है कम’

    दिल्ली में बढ़ते कोरोना केस के बीच एम्स के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने प्रदेशवासियों ने बूस्टर डोज लगवाने के लिए की अपील, गुलेरिया ने कहा समय बीतने के साथ वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता होती है कम

    पति-पत्नी के झगड़े में मां ने बेटी को मारा

    Delhi BIG 5: दिल्ली के शालीमार बाग में पति-पत्नी में हुआ झगड़ा, तो गुस्से में मां ने अपनी मासूम बेटी की गला दबाकर कर दी हत्या।वहीं पुलिस ने सूचना पाकर मौके पर पहुंच कर आरोपी पत्नी को गिरफ्तार कर लिया

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  • ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना से भारत में लागत प्रभावी उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा: केंद्र

    ऑटोमोबाइल क्षेत्र के लिए पीएलआई योजना से भारत में लागत प्रभावी उत्पादन को मिलेगा बढ़ावा: केंद्र

    नई दिल्ली| भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि ऑटोमोबाइल क्षेत्र में उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) से भारत में लागत प्रभावी उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा।

    प्रश्नकाल के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए उन्होंने कहा कि पीएलआई योजना का उद्देश्य उन्नत प्रौद्योगिकी के साथ चार पहिया वाहनों के निर्माण की दिशा में काम करना है।

    राज्य मंत्री ने कहा, “हम अपने उद्योगों को प्रौद्योगिकी का आविष्कार करने के लिए प्रोत्साहित करेंगे ताकि हम कम लागत पर उन्नत तकनीक, ईंधन दक्षता और बेहतर सुरक्षा सुविधाओं वाली कारों सहित चार पहिया वाहनों का उत्पादन करने में सक्षम हों।”

    उन्होंने यह भी कहा, “हमें विदेशों से प्रौद्योगिकी का आयात करना पड़ता है और विदेशों से आयात किए जा रहे कंपोनेंट्स पर भारी कीमत चुकानी पड़ती है।”

    पाल ने कहा, “पीएलआई के तहत, हम ‘आत्मनिर्भर भारत’ मिशन के तहत प्रौद्योगिकी का विकास करेंगे और इससे न केवल प्रौद्योगिकी और कंपोनेंट्स के आयात पर अंकुश लगेगा, बल्कि देश में निवेश भी आएगा।”

    उन्होंने कहा कि कारों और अन्य चार पहिया वाहनों के निर्माण के लिए पुरानी तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जो उच्च कीमतों का प्रमुख कारण है।

    मंत्री ने कहा, “एक बार जब हम नवीनतम (लेटेस्ट) तकनीक को सामने ला देंगे, तो लागत कम हो जाएगी, क्योंकि हम स्थानीय तौर पर उत्पादन करने में सक्षम होंगे। वैश्विक ऑटोमोबाइल उद्योग 15 अरब अमेरिकी डॉलर का है, लेकिन इस सेगमेंट में भारत की हिस्सेदारी दो प्रतिशत से भी कम है। पीएलआई योजना से इसमें सुधार होगा।”

    उन्होंने कहा कि इससे ऑटोमोबाइल क्षेत्र में रोजगार के नए रास्ते भी खुलेंगे।

    कांग्रेस सांसद रवनीत सिंह ने कहा कि फिलहाल ऑटोमोबाइल सेक्टर को हर दिन घाटा हो रहा है और फोर्ड जैसी कंपनियों ने भारत में अपनी उत्पादन इकाइयां बंद कर दी हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसी ऑटोमोबाइल कंपनियों को बंद होने से रोकने के लिए कदम उठाने की जरूरत है।

  • कोविड के बाद हर भारतीय के लिए डिजिटल स्किल्स जरूरी : केंद्र

    कोविड के बाद हर भारतीय के लिए डिजिटल स्किल्स जरूरी : केंद्र

    नई दिल्ली| कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने सोमवार को कहा कि डिजिटल कौशल (स्किल) अब प्रत्येक भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है। लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान एक भाजपा सांसद के एक सवाल के जवाब में, मंत्री ने कहा, “कोविड युग ने इस तथ्य को सामने ला दिया है कि डिजिटल कौशल हर भारतीय के लिए एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है और तदनुसार कार्यक्रमों के नए सेट तैयार किए गए हैं और मौजूदा कार्यक्रमों के साथ हाइब्रिड मोड में पेश किए जा रहे हैं।”

    भाजपा सदस्य ने जानना चाहा कि चूंकि 80 प्रतिशत किसान ‘डिजिटल’ का अर्थ भी नहीं समझते हैं, तो उन्हें इसमें प्रशिक्षित कैसे किया जाएगा।

    इस पर चंद्रशेखर ने कहा कि सरकार कौशल विकास के माध्यम से रोजगारपरकता और आय में वृद्धि पर काम करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।

    जनजातीय युवाओं और आबादी के बीच कौशल विकास का जिक्र करते हुए मंत्री ने आगे कहा कि नई शिक्षा नीति के तहत व्यावसायिक प्रशिक्षण को शिक्षा में एकीकृत किया गया है। सरकार जल्द ही महाराष्ट्र की आदिवासी आबादी और देश के आदिवासी क्षेत्रों के अन्य हिस्सों में कौशल नेटवर्क पर एकलव्य स्कूलों के माध्यम से व्यावसायिक और कौशल कार्यक्रम वितरित करेगी।

    एक अन्य प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना’ के तहत, महाराष्ट्र में 15 लाख से अधिक युवाओं को कौशल विकास प्रशिक्षण दिया गया है, जिनमें से तीन लाख से अधिक आदिवासी युवाओं को पीएमकेवीवाई के तहत प्रशिक्षित किया गया है। इसके लिए महाराष्ट्र सरकार को 90 करोड़ रुपये से अधिक का अनुदान दिया गया है।

    एक प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने बताया, “रोजगार योग्यता हमारे द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का एक महत्वपूर्ण परिणाम है और विभिन्न योजनाएं अलग-अलग रोजगार के परिणाम प्रदान करती हैं। रोजगार और आय में वृद्धि एक ऐसी चीज है, जिसे हम हर योजना के लिए सुनिश्चित करना चाहते हैं।”

    भाजपा सदस्य एस. एस. अहलूवालिया के इस सवाल पर कि प्रशिक्षण स्थानीय भाषा में दिया गया है या नहीं, मंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण के लिए स्थानीय भाषाओं का इस्तेमाल किया जाता है।

  • केंद्र ने महिला शक्ति केंद्रों का कोविड काल में बजट किया कम

    केंद्र ने महिला शक्ति केंद्रों का कोविड काल में बजट किया कम

    नई दिल्ली| केंद्र सरकार ने महिला शक्ति केंद्रों पर कोविड महामारी के दौरान पिछले तीन सालों में सबसे कम खर्च किया है। साल 2020-21 के लिए 100 करोड़ रुपये खर्च किये गए, जबकि इसे पहले के सालों में 150 और 267 करोड़ रुपये खर्च किये गए थे। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी ने शुक्रवार को लोकसभा में इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए केंद्र प्रायोजित योजना के रूप में नवंबर, 2017 में महिला शक्ति केंद्र (एमएसके) योजना को मंजूरी दी गई थी। इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के लिए बनाई गई योजनाओं और कार्यक्रमों के अंतर-क्षेत्रीय अभिसरण की सुविधा प्रदान करना है।

    यह योजना राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासनों के माध्यम से केंद्र और राज्यों के बीच 60:40 के लागत साझाकरण अनुपात के साथ पूर्वोत्तर और विशेष श्रेणी के राज्यों को छोड़कर (जहां वित्त पोषण अनुपात 90:10 है) इस माध्यम से कार्यान्वित किया जाता है। केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 100 फीसदी केंद्रीय वित्त पोषण प्रदान किया जाता है।

    योजना के तहत भारत सरकार से बाद की किश्तों को जारी करने की मांग करने से पहले राज्य योजना के कार्यान्वयन के लिए अपने संबंधित शेयरों का योगदान करते हैं। पिछले वर्षों के दौरान, योजना के तहत सरकार द्वारा आवंटित बजट की राशि रुपये वित्त वर्ष 2018-19 के लिए 267.30 करोड़, वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 150.00 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 100.00 करोड़ रुपये किये गये।

    एमएसके योजना राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तरीय टास्क फोर्स को उनके संबंधित स्तरों पर समीक्षा, निगरानी और समन्वय के लिए प्रदान करती है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय योजना के कार्यान्वयन की समीक्षा के लिए राज्यों व जिलों के दौरे के साथ-साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस और बैठकें भी करता है।

    महिला उम्मीदवारों को जिला स्तरीय महिला केंद्रों में महिला कल्याण अधिकारी और जिला समन्वयक के रूप में कार्य करने के लिए महिला शक्ति केंद्र योजना कार्यान्वयन दिशानिर्देशों के अनुसार वरीयता दी जाती है।

  • तेज गति से हो रहा है भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण- केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

    तेज गति से हो रहा है भारतीय रेलवे का आधुनिकीकरण- केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

    नई दिल्ली । भारतीय रेलवे का तेजी से आधुनिकीकरण किया जा रहा है। इस अभियान के तहत नवंबर 2021 तक 575 जोड़ी ट्रेनों के डिब्बों को एलएचबी डिब्बों से बदल दिया गया है। इसके साथ ही अत्याधुनिक वंदे भारत कोच भी तैयार किए जा रहे हैं। हमसफर, तेजस, अंत्योदय, उत्कृष्ट डबल डेकर वातानुकूलित यात्री (उदय) , महामना, दीन दयालू और विस्टाडोम जैसी उन्नत सुविधाओं वाले कोचों को भी रेलवे में शामिल किया जा रहा है। केंद्रीय रेल, संचार और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक प्रश्न के लिखित जवाब में राज्य सभा को जानकारी देते हुए बताया कि अपने आधुनिकीकरण प्रयास के एक भाग के रूप में, भारतीय रेलवे ने पारंपरिक इंटीग्रल कोच फैक्ट्री के डिब्बों के साथ चलने वाली ट्रेनों को एलएचबी कोच द्वारा परिवर्तित करने का निर्णय लिया है, जो तकनीकी रूप से बेहतर हैं और बेहतर यात्रा अनुभव और सुरक्षा प्रदान करते हैं। इसके लिए, भारतीय रेलवे 2018 से केवल एलएचबी कोच का ही उत्पादन कर रहा है। नवंबर, 2021 तक, 575 जोड़ी ट्रेनों को एलएचबी डिब्बों से बदल दिया गया है। इंटीग्रल कोच फैक्ट्री कोचों को लिंके हॉफमैन बुश कोचों में बदलने का काम चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है।

    उन्होने बताया कि इसके अलावा, ट्रेन सेट के रूप में तैयार किए जा रहे अत्याधुनिक वंदे भारत कोच भी शामिल किए जा रहे हैं। हमसफर, तेजस, अंत्योदय, उत्कृष्ट डबल डेकर वातानुकूलित यात्री (उदय), महामना, दीन दयालू और विस्टाडोम जैसी उन्नत सुविधाओं वाले विभिन्न कोचों को भी भारतीय रेलवे में शामिल किया जा रहा है।