Category: व्यापार

  • Reliance Industries:  बाजार में कैंपा कोला की वापसी करेगी उलटफेर

    Reliance Industries: बाजार में कैंपा कोला की वापसी करेगी उलटफेर

    एक समय जब सोफ्ट ड्रिंक का ख्याल आते ही जुबान पर कैंपा कोला का नाम आता था वहीं दौर फिर से शुरू हो सकता है क्योंकि आपका पंसदीदा सोफ्ट ड्रिंक ब्रांड बाजार में फिर आने जा रहा हैं  सोफ्ट ड्रिंक ब्रांड  कैंपा जो कभी अपने कैंपा कोला के लिए बाजार में जाना जाता था. इस साल अक्टूबर में वापसी करने जा रहा है Reliance Industries फिर से बाजार में कैंपा कोला लॉंच करने जा रही है   कैंपा कोला बाजार में फिर से उतरने की तैयारियां कर रहा है.कैंपा कोला ब्रांड जो 70 के दशक में बाजार का टॉप ब्रांड हुआ करता था इस साल अक्टूबर में फिर से बाजार में वापसी करने जा रहा है. जो बाजार में मौजूदा सॉफ्ट ड्रिंकस  जैसे कोका-कोला, पेपसी, स्पराइट (SPRITE), thumSup, बनाने वाली कंपनियों को भारी टक्कर देने का काम कर सकता है

    मीडिया रिपोर्टस की मानें तो रिलांइस ने दिल्ली में स्थित प्योर ड्रिंक ग्रुप के साथ करीब 22 करोड़ रूपए के सौदे में इस ब्रांड का अधिग्रहण कर लिया है .इसी सौदे के साथ भारत में एक बार फिर से ब्रांड कैंपा के तीन फलेवर दीपावली के त्योहार पर लांच होने जा रहे है.आपको बता दें कि इसकी जिम्मेदारी रिलांयस के मुखिया मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी सभांल रही है.

    Reliance Industries:क्या है कैंपा कोला की कहानी 

    कैंपा की कहानी की शुरूआत करने से पहले हमें कोका- कोला के बारें में जानना जरूरी है.1949 का दौर जब भारत में पहली बार किसी विदेशी सॉफ्ट ड्रिंक कंपनी ने कदम रखा था.जिसका नाम था कोका कोला  ये वो ड्रिंक थी जिसे उस दौर में अमीर लोग पीना पंसद करते थे.

    समय के साथ साथ 1970 तक आम लोगो को भी इसका चस्का लग गया.फिर देश में इमरजेंसी लगी जिसके बाद देश में जनता दल की सरकार बनी जिसने विदेशी सॉफ्ट ड्रिंक कोका-कोला कंपनी को देश से बाहर का रास्ता दिखा दिया जिसके जाने के बाद लोगों को  सॉफ्ट ड्रिंक चाहिए थी, तो  सॉफ्ट ड्रिंक की मांग को देखते हुए भारत में एक सरकारी कंपनी ने मार्केट में उतारी कोला ड्रिंक  जिसको नाम दिया गया DOUBLE SEVEN (77). लेकिन लोगों को इसका स्वाद पसंद नहीं आया. फिर भारतीय बाजारों में एक और ड्रिंक दिखा जिसकी बोतलों पर लिखा था. कैंपा कोला.

    कैंपा कोला को लोगों ने अपनी पहली पसंद बना लिया  जिसका स्लोगन था. THE GREAT INDIAN TASTE. उस दौर में ये ड्रिंक इतनी डिमांडिंग हुआ  करती थी कि कई हफ्तों  पहले ही कंपनी को ऑडर दे दिए जाते थेकैंपा कोला लगभग 15 वर्षों तक लोगों की पंसद बनी रही

    कोका- कोला के भारत से जाने का कारण

    कोका- कोला सबसे पहले PURE DRINKS GROUP नाम की भारतीय कंपनी से मिलकर 1949 में भारत में आई. उस दौर में सॉफ्ट ड्रिंक का बाजार इतना विकसित नहीं होता था लेकिन कोका-कोला ने उस वक्त में भी अपना वर्चस्व बना लिया था 1959 आने तक कोका-कोला ने लगभग 4 लाख रूपए का मुनाफा कमाया था. लेकिन 1971 तक कंपनी प्रॉफिट में जाने लगी और इसे लोग कॉफी पसंद करने लगे.

    आपको बता दें कि उस वक्त कोका- कोला का स्वाद एक कांस्नट्रेटर (concentraor) से ही आता था. जो अमेरिका के प्लांट्स में ही बनता था.. इसके बनाने का तरीका एक सीक्रेट बन गया था..उस वक्त  भारत सरकार ने 1973 में एक एक्ट पास कर दिया The Foreign exchange Regulation Act यानि FERA (फिरा).

    इस एक्ट के तहत कंपनियों को RBI से हर तीन महीने में लाइसेंस रिन्यू कराना पड़ता था. जिसके तहत विदेशी कंपनियों को भारत में काम करने के लिए 2 शर्तों को पूरा करना पड़ता था, पहला कि 60% EQUITY  SHARE  किसी भारतीय कंपनी के नाम करना.. और दूसरा कि तकनीकी जानकारियों को भारतीय कंपनी को हस्तांतरित करना.इसका मतलब कोका-कोला को अपना सीक्रेट शेयर करना पड़ता. जोकि कोका-कोला नहीं करना चाहती थी.

    इसके बाद कंपनी को 1976 में अपना आखिरी इम्पोर्ट लाइसेंस मिला1977 के अप्रैल तक सरकार बदल चुकी थी और सरकार बन गई जनता पार्टी की जिसने इस कंपनी को लाइसेंस देने से मना कर दिया .जिसके बाद कोका कोला को भारत से अपने काम को समेटना पड़ा.

    कैंपा- कोला की हुई भारत में एंट्री

    कोका कोला के भारत से जाने के बाद भारतीय ब्रांड आया जिसने लॉच की Double seven 77 . जो लोगो के दिलों में अपनी वो जगह न बना पाई जो कोका-कोला की थी कोका कोला को लेकर सरकार द्वारा किए फैसले से PURE DRINKS GROUP के मालिक चरणजीत सिंह खुश नहीं थे साथ ही उन्हें 2800 कर्मचारियों की चिंता भी सताई हुई थी.इसलिए 77 के मुकाबले में भारतीय बाजारों में लाई गई कैंपा- कोला .कैंपा कोला ब्रॉड भारतीयों की एक अलग ही पसंद बन चुका था. 77 बाजारो सें गायब होने लगा जिसके बाद कैंपा ने बाजारों में जगह बनाई और तकरीबन 1992 तक कैंपा की मार्केट में मोनोपली बरकरार रही.

    Reliance Industries
    CAMPA COLA

    इसके बाद बाजारों में कैंपा के सामने कई और सॉफ्ट ड्रिंक ब्रॉड आ चुके थे…. लेकिन कोई भी कैंपा के क्रेज को कम नहीं कर पाया फिर बाजार में आया THUMSUP जिसनें कैंपा को टक्कर दी…..उस वक्त अभिनेता सलमान खान कैंपा का ADS में प्रचार करते दिखते थें. समय के साथ साथ सरकार भी बदलने लगी। 1991 में मनमोहन की सरकार बनने के बाद भारतीय इकनोमी को बनाए ऱखने के लिए मार्केट में 1992 में कोका- कोला सॉप्ट ड्रिंक को दोबारा लाया गया

    कोका कोला की वापसी ने कैंपा का वर्चस्व खत्म करना शुरू कर दिया था. उधर 1989 में   Pepsi भारतीय बाजारों में आ चुकी थी उसके बाद समय के साथ साथ कोका कोला और pepsi ने अपने स्वाद और मार्केटिंग नेटवर्क के कारण  बाजारों में  जगह बना ली थी। फिर क्या, कैंपा बाजारों से पिछड़ने लगी और 2001 में  दिल्ली में  स्थित बॉटलिंग कंपनी और ऑफिसीज़ बंद हो गए फिर कैंपा केवल हरियाण तक सिमट कर रह गया 2012 तक कपंनी का अंत हो गया

    अब रिलाइंस ( Reliance Industries ) दोबारा से कैंपा को रिलॉच करने जा रही है. जिसकी बागडोर रिलांइस के मुखिया मुकेश अंबानी की बेटी ईशा अंबानी के हाथों में है, हालांकि PURE DRINKS GROUP  लगभग बंद ही हो चुका है  अब (Reliance Industries) ने इस कंपनी को अक्वायर कर FMCG सेक्टर में अपनी एंट्री का ऐलान कर दिया है.अब देखना ये होगा कि कैंपा कोला के आने के बाद इसको भी नई जीवनी मिलेगी और कैंपा कोला फिर से बाजार में अपना पुराना वर्चस्व वापस ला पाएगा.

  • Delhi Iskcon Temple में जन्मोत्सव का धूम

    Delhi Iskcon Temple में जन्मोत्सव का धूम

    भगवान श्री कृष्ण का जन्म उत्सव पूरे देश में बड़े ही धूम धाम से मनाया जा रहा है.. इसी क्रम में दिल्ली के संत नगर स्थित इस्कॉन मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता देखने को मिला.. सभी लोग बड़े ही श्रद्धा भाव से दर्शन पूजन को इकट्ठा हुए.. जन्माष्टमी पर विशेष पूजन अर्चन किया जा रहा है..

  • Sahara India : तो क्या संघर्ष के दौर में सुब्रत राय को गिरवी रखने पड़ गए थे पत्नी के गहने ?

    Sahara India : तो क्या संघर्ष के दौर में सुब्रत राय को गिरवी रखने पड़ गए थे पत्नी के गहने ?

    Sahara India : यूनिवर्सिटी टॉपर से शादी करने के बाद बदल गई थी सहारा श्री के जिंदगी 

    चरण सिंह राजपूत 
    Sahara India : रंगीन मिजाज के माने जाने वाले सुब्रत राय ने भले ही कारोबार के क्षेत्र में बुलंदी छुई हो पर पढ़ने-लिखने में वह कमजोर रहे हैं। इसे सुब्रत राय का बढ़ता कारोबार कहें या फिर सुब्रत राय का बात करने का मनमोहक तरीका उन्होंने यूनिवर्सिटी टॉपर रहीं स्वप्ना रॉय से प्रेम विवाह किया है। सहारा में बड़ी भाभी के नाम से जाने जाने वाली स्वप्ना रॉय से सुब्रत राय की मुलाकात कोलकाता में एक कॉमन फ्रेंड के जरिए हुई थी। दिल फेंक सुब्रत राय का दिल स्वप्ना पर आया तो  उन्होंने अपने प्यार का इजहार करने  में ज्यादा देर नहीं लगाई। स्वप्ना की हामी होते ही दोनों ने शादी कर ली। यह वह दौर था कि जब सुब्रत राय अपने कारोबार को लेकर संघर्ष कर रहे थे।

    Also Read : फिर भी राजनीति से लेकर बॉलीवुड तक रुतबा रहा है सुब्रत राय का

    Sahara India, Subrata Roy, Royal Style, Peace Happiness Satisfaction, Rendezvous With Simi Garewal, White House, Sahara Sports Meet

    बताया जाता है कि शादी से पहले दोनों ने करीब छह साल तक एक दूसरे को डेट किया था। सहारा से जुड़े पुराने लोग बताते हैं कि सुब्रत राय और स्वप्ना राय दोनों का अफेयर करीब छह साल तक चला था। कहा तो यहां जाता है कि Swapna Roy ने ही सुब्रत राय की अंग्रेजी सुधारने में भी मदद की है। यह भी कह सकते हैं कि आज की  तारीख में सुब्रत राय जो फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते हैं वह स्वप्ना राय की ही देन है। खुद सुब्रत रॉय भी इस बात को स्वीकारते हैं।

     यहां क्लिक कर आप हमारे YouTube Channel पर जा सकते है

    जब गिरवी रखने पड़ गए थे पत्नी के गहने

    देश के बड़े उद्यमी जाने वाले सुब्रत राय के शुरुआती करियर में एक वक्त ऐसा भी आया था कि जब उन्हें अपनी पत्नी के गहने तक गिरवी रखने पड़ गए थे। ये बातें सुब्रत रॉय ने खुद सिमी गरेवाल के चैट शो Rendezvous With Simi Garewal में बताई थी। सुब्रत राय ने इस बारे में बात करते हुए कहा था कि उनसे वो बात कभी नहीं भूली जाती कि, ‘उन्हें स्वप्ना के गहने गिरवी रखने पड़े थे।’ शो में ही उन्होंने कहा था कि, ‘उस बात को भुलाने और पश्चाताप करने के लिए सुब्रत रॉय अपनी पत्नी के हर एक जन्मदिन पर उन्हें ढेर सारा सोना और गहने उपहार स्वरूप देते हैं।’ सुब्रत राय अब तक अपनी पत्नी को बहुत सारे गहने दे चुके हैं। शो में इस पर बात करते हुए सुब्रत राय ने कहा था कि, ”आज उनकी पत्नी स्वप्ना राय के पास इतने गहने हो गए हैं कि वह खुद मुझे मना करने लगी हैं  कि अब ये सब देना बंद करो।”

    Sahara India, Subrata Roy, Royal Style, Peace Happiness Satisfaction, Rendezvous With Simi Garewal, White House, Sahara Sports Meet

    ईश्वर में रखते हैं विश्वास

    बताया जाता है कि Subrata Roy बचपन से ही ईश्वर और किस्मत में गहरी आस्था रखते हैं। सुब्रत रॉय का मानना है कि उनके पास जो भी वह सब ईश्वर की कृपा से ही है।

    Sahara India, Subrata Roy, Royal Style, Peace Happiness Satisfaction, Rendezvous With Simi Garewal, White House, Sahara Sports Meet

    मिले चुके हैं ये अवॉर्ड

    सुब्रत रॉय ने साल 2013 में यूनिवर्सिटी ऑफ ईस्‍ट लंदन से डॉक्‍टरेट की मानद उपाधि भी प्राप्‍त की। इसके साथ उन्होंने बिजनेस आइकन ऑफ़ द ईयर अवॉर्ड 2011, टीवी आइकन ऑफ द ईयर 2007, Global Leadership Award 2002, बिजनेसमैन ऑफ द ईयर अवॉर्ड 2002, रोटरी इंटरनेशनल कर्मवीर अवॉर्ड 1995 जैसे कई अवॉर्ड अपने नाम किए। इतना ही नहीं वह 2003 से लगातार कई वर्षों तक इंडिया टुडे की 50 सबसे शक्तिशाली लोगों की सूची में रहे हैं।

    किताबें लिखने के भी हैं शौकीन

    सुब्रत रॉय सहारा किताबें लिखने का शौक रखते हैं। इन्होंने अब तक करीब 4 किताबें लिखी हैं। जिनका नाम ‘ peace happiness satisfaction’, ‘मान सम्‍मान आत्‍मसम्‍मान’, ‘लाइफ मंत्रा’ और ‘थिंक विद मी’ है। हालांकि उनकी इन किताबों को लिखने में राष्ट्रीय सहारा के संपादक रहे विभांशु दिव्याल ने उनकी मदद की थी।

    जब बेटे की शादी में शामिल हुए देश-दुनिया के फेमस लोग

    सुब्रत रॉय और स्वप्ना के दो बेटे हैं- सुशांतो औऱ सीमांतो राय। दोनों पिता के कारोबार से ही जुड़े हुए हैं। आज की तारीख में दोनों ही विदेश में जाकर बस गए हैं। सुब्रत राय ने साल 2004 में अपने दोनों बेटों की शादी एक ही दिन कराई थी। 2004 में हुई सुब्रत रॉय के बेटों की शादी बेहद Royal Style में हुई थीं और इस शाही इवेंट में लगभग 10,000 से ज्यादा मेहमान पहुंचे थे। इस शादी समारोह में बॉलीवुड सेलिब्रिटीज, क्रिकेट स्टार्स और देश-दुनिया के तमाम बड़े लोग सुब्रत रॉय के लखनऊ वाले घर सहारा शहर में चार्टर्ड प्लेन से पहुंचे थे।

    सुब्रत राय की राजनीति के क्षेत्र में इतना रुतबा था कि देश के लगभग सभी दलों के नेता इस शादी समारोह में पहुंचे थे। यहां तक कि तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी भी समारोह में शामिल हुए थे। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री Mulayam Singh Yadav, महासचिव अमर सिंह, सदी के महानायक अमिताभ बच्चन तो परिवार की तरह शादी समारोह में पधारे थे। दरअसल बॉलीवुड के महानायक कहे जाने वाले अमिताभ बच्चन से सुब्रत रॉय की बहुत अच्छी दोस्ती है, जोकि कई बार जगजाहिर भी हो चुकी है।

    सहारा के पास है ‘अपार संपत्ति’

    भले ही आज की तारीख में सहारा निवेशक सुब्रत राय पर दो लाख करोड़ की देनदारी बताकर उनके खिलाफ सड़कों पर हों पर सुब्रत रॉय की निजी जिंदगी बेहद लग्जरी रही है। एक समय उनके पास तमाम प्राइवेट जेट्स और हेलिकॉप्टर थे। यही नहीं सहारा का बंगला White House की तर्ज पर तैयार किया गया था। करीब दो दशकों तक भारतीय क्रिकेट टीम के स्पोन्सर्ड रही सहारा समूह की संपत्ति एक समय में 11 अरब डॉलर से भी ज्यादा की बताई जाती रही है। खुद सुब्रत राय अपनी संपत्ति तीन लाख करोड़ से अधिक की बताते रहे हैं।  फाइनेंस, हाउसिंग, मैन्युफैक्चरिंग, और मीडिया हाउस से लेकर एविएशन तक के क्षेत्र में सुब्रत राय का अपना जलवा था। यही नहीं बीबीसी की 2014 की एक रिपोर्ट के मुताबिक न्यूयॉर्क के प्लाजा होटल और लंदन के ग्रॉसवेनर हाउस पर भी उनका मालिकाना हक था। भारतीय हॉकी टीम को प्रायोजित करने से लेकर फॉर्म्युला वन रेसिंग टीम के भी वह मालिक थे।

    सहारा प्रमुख का उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आलीशान महल है। यही नहीं लखनऊ में ही इनकी करोड़ों की संपत्ति है। सहारा शहर के नाम से 310 एकड़ जमीन पर पूरा एक शहर है है। जब भी कोई इवेंट्स यहां पर होता है तो लगता है जैसे दूसरी दुनिया में आ गए हों। एक समय था कि सहारा के हर बड़े इवेंट्स यहां पर ही हुआ करते थे। राजनीति, बॉलीवुड और खेल क्षेत्र की एक से बढ़कर एक हस्ती यहां पर पधार चुकी हैं। Sahara Sports Meet
    का समापन भी यहां पर ही हुआ करता था। सुब्रत राय के पास रोल्स रॉयस, बेनटली और बीएमडब्लू जैसी महंगी कारों का भंडार माना जाता है। हालांकि सुब्रत रॉय निवेशकों के 20 हजार करोड़ रुपए न लौटाने के मामले में जेल की सजा भी काट चुके हैं। 2016 से वह पैरोल पर जेल से बाहर हैं। दरअसल 2016 में अपनी माता के निधन पर वह तिहाड़ जेल से बाहर आये थे।

  • WORRY ABOUT COAL SHORTAGE IN INDIA :- बिजली संकट और कोयला के कमी के बीच राज्य सरकारें केंद्र से लगा रही गुहार

    WORRY ABOUT COAL SHORTAGE IN INDIA :- बिजली संकट और कोयला के कमी के बीच राज्य सरकारें केंद्र से लगा रही गुहार

    COAL SHORTAGE IN INDIA :- देश के कई राज्यों में बिजली काटौती (COAL SHORTAGE IN INDIA) की समस्या बढ़ गई हैं। बाते कुछ दिनों सें कई राज्यों में कई घंटों बिजली कटौती (COAL SHORTAGE IN INDIA) की जा रही है, जिसके कारण उघोगों और कृषि पर खास़ा असर पड़ रहा हैं। इसके अलावा दूसरी ओर पावर प्लांट्स में कोयले की कमी (COAL SHORTAGE IN INDIA) की खबरें सरगरमी पकड़ रही हैं। इसी बीच राज्य सरकारें केंद्र सरकार से बिजली संकट को लेकर गुहारे लगा रही हैं।

    अब सवाल यह उठता हैं, कि आखिर बिजली कटौती और कोयला कमी क्यों हुई? तो आपको बता देते हैं, कि आखिर ऐसा क्यों हो रहा हैं। दरअसल, हर साल गर्मी के मौसम में देश में बिजली की मांग बढ़ जाती है। जिससे बिजली की पूर्ति करने के लिए कई घंटो बिजली कटौती (COAL POWER CRISIS) की जाती है।

     

    COAL SHORTAGE IN INDIA
    भारत में कोयले की कमी आखिर क्यों ?

    इस वर्ष गर्मी का मौसम मार्च के मध्य से ही शुरू हो गया था। जिससें बिजली की मांग एकदम से बढ़ी।  इसी बीच कोयले की कमी की किल्लत सें देश में  बिजली की कमी (COAL POWER CRISIS) हो गई हैं। अब बिजली की कमी के कारण 7 राज्यों में बिजली कटौती की समस्या उत्पन्न हो गई हैं। वें 7 राज्य पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक और गोवा हैं। जिनमें कोयले की कमी के कारण बिजली कटौती की समस्या (COAL POWER CRISIS) चरम पर आ पहुंची हैं। इन राज्यें को बिजली कटौती के कारण कृषि और उघोंगों में भारी दिक्कत का सामना कर पड़ रहा हैं।

      राज्य कर रहें केंद्र से मांग

    ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह ने रविवार को दिल्ली में सभी पदाधिकारियों की एक बैठक थी। जिसमें बिजली संकट और कोयले की कमी को निराधार ठहराया हैं। और कहा है, कि “दिल्ली में जितनी बिजली की आवश्यकता है, उतनी बिजली की आपूर्ति हो रही है और होती रहेगी।” उन्होंने कहा कि “संकट न तो कभी था और न आगे होगा।”

    जानकर हों जायेंगें हैरान IQOO Z6 pro 5G भारत में इतनी कम कीमत में हुआ लॉन्च

    ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि “ हमारे पास आज के दिन में कोयले का चार दिन से ज्याद़ा का औसतन स्टॉक है, हमारे पास प्रतिदिन स्टॉक आता है। कल जितनी खपत हुई, उतना कोयले का स्टॉक आया।” पहले की तरह कोयले का 17 दिन का स्टॉक नहीं हैं। लेकिन 4 दिन का स्टॉक हैं। कोयले की ये स्थिति इसलिए है क्योंकि हमारी मांग बढ़ी है और हमने आयात कम किया है। ऊर्जा मंत्री ने यह भी कहा कि “ हमें अभी कोयले की उत्पादन क्षमता बढ़ानी हैं हम इसके लिए कार्यवाही कर रहे हैं।”

    COAL POWER/ COAL SHORTAGE IN INDIA
    भारत में कोयले की कमी आखिर क्यों ?

     (COAL POWER CRISIS) भारत पर वैश्विक झड़प का असर!!!!!

    देश में गर्मी के मौसम में बिजली की मांग बढ़ जाती हैं। और यह 1,88,576 मेगावाट बताई जा रही हैं। जिसमें 3,002 मेगावाट की ही कमी बताई जा रही हैं। कमी के कारण कई राज्य ऐसें हैं, जिन्हें कटौती की मार झेलनी पड़ रही हैं। इसी कारण अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्री केंद्र सरकार से बिजली की मांग कर रहें हैं। एक तरफ बिजली की ज्यादा मांग और दूसरी ओर वैश्विक तनाव की वजह के कोयले का आयात न होना। दोनों ही कारणों से भारत के कई राज्यों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा हैं। कहीं न कहीं देखा जा सकता हैं कि यूक्रेन संकट के कारण भारत कोयले की कमी (COAL POWER CRISIS) को झेल रहा हैं।

    यहां क्लिक करके आप हमारे यूटयूब चैनल सें जुड़ सकते हैं। 

    मुख्यमंत्रियों ने चिठ्ठी भेजकर मांगी गुहार  (COAL SHORTAGE IN INDIA)

    भारत के कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने बिजली संकट की आंशका के कारण केंद्र सरकार को पत्र लिखे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री हो या पंजाब के ,सभी ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर बिजली संकट पर चिंता जताई हैं।

    आखिर क्यों अब 32 नहीं 28 ही होते हैं दांत!

    कोयले से बनने वाली बिजली कितनी जरूरी है?

    हम बचपन से ही सुनते आ रहे हैं कि कोयला जलाने से प्रदूषण होता हैं।,इसके अलावा बिजली पानी, हवा, धूप से बनती हैं, यहां तक कि जम़ीन के अंदर से निकलने वाली भाप से भी बनती हैं। य़े सब बातें अपनी-अपनी जगह सही हैं। परन्तु 2022 में अब तक हमें ज्यादातर बिजली कोयले से हीं मिलती हैं। तथा हमें  मिलनें वाली दो तिहाई बिजली फिलहाल कोयले से ही मिलती हैं। इसका मतलब ये हैं कि कोयले से मिलने वाली बिजली हमारे लिए बहुत-बहुत जरूरी हैं।

  • जानकर हों जायेंगें हैरान IQOO Z6 pro 5G भारत में इतनी कम कीमत में हुआ लॉन्च

    जानकर हों जायेंगें हैरान IQOO Z6 pro 5G भारत में इतनी कम कीमत में हुआ लॉन्च

    IQOO Z6 pro 5G के साथ IQOO Z6 pro 4G भी भारत(India) में लॉन्च किया गया हैं। जिसकी कीमत(Price)  जानकर आप हैरान हों जायेंगें, साथ ही इसमें स्नैपड्रैगन प्रोसेसर (Snapdragon Processor) भी दिया गया हैं। आइये जानते हैं, इसकी पूरी डिटेल्स।

    आई कू (IQ) ने भारत (INDIA) में दो फोन लॉन्च किये हैं। जिनका नाम है, IQOO Z6 Pro 5G ,और IQOO Z6 4G है। इन दोनों फोन (Phone) में ट्रिपल (Triple) रियर कैमरा दिया गया हैं। जो फिंगरप्रिंट सेंसर (Fingerprint Sensor) के साथ हैं। इसमें स्नैपड्रगन प्रोसेसर (Snapdragon Processor) दिया गया हैं। बात करें, IQOO Z 6 pro 5G कि तों इसमें 6.44 इंच की एमोलेड डिस्प्ले (Display) हैं। जिसमें 66W की Flash Charger का सपोर्ट  (support) है। और 4700mAh की बैटरी (Battery) हैं।

     

    IQOO Z6 pro 5G Phone भारत में हुआ लॉंच
    IQOO Z6 pro 5G Phone भारत में हुआ लॉंच

    Also Read :- प्रेरक महिलाओं पर संवाददाता कार्यक्रम कें दौरान जारी की लघु फिल्में

    IQOO Z6 pro 5G की कीमत

    इसमें 6GB (जीबी)रैम (RAM) के साथ 128 जीबी स्टोरेज (Storage) की कीमत 23,999 रूपये हैं, और 8 जीबी रैम (RAM) के साथ 128 जीबी की स्टोरेज(Storage) की कीमत 24,999 रूपये हैं। जबकि 12 जीबी रैम (RAM) के साथ 256 जीबी की स्टोरेज (Storage) कीमत 28,999 रूपये हैं।

      Click Here:-  अन्य खबरों की जानकारी के लिए हमारे यूटयूब चैनल सें जुड़ें

    IQOO Z6 4G के फिचर्स

    इस फोन में लेजियन स्काई और फैंटम डस्क कलर पेश किए गए हैं। इसमें एड्रॉयड (Android) 12 अधारित Fun Touch OS 12 है। इसमें 6.44 इंच की Full HD+  Display  दी गई हैं। जिसका रिफ्रेश रेट 90 Hz हैं। फोन (Phone) में स्नैपड्रैगन (Snapdragon) 778G प्रोसेसर (Processor) के साथ तीन कैमरा (camera) भी दिए गए हैं। जिसमें प्राइमरी लेंस 64 मेगापिक्सल, दूसरा लेंस 8 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड और तीसरा लेंस 2 मेगापिक्सल का मेक्रों हैं। इसमें 4700mAh की बैटरी हैं। इस फोन में सेल्फी कैमरा 16 मेगापिक्सल का दिया गया हैं।

    IQoo Z6 Pro 5G में 5G, 4G LTE, WI-FI 6, Bluetooth v5.2, GPS/A-GPS और चार्जर टाइप C सी पोर्ट के साथ फिंगरप्रिंट सेंसर (Fingerprint sensor) दिया गया हैं।

    IQOO Z6 pro 5G भारत में इतनी कम कीमत में हुआ लॉन्च
    IQOO Z6 pro 5G भारत में इतनी कम कीमत में हुआ लॉन्च

    अब बात करते हैं, IQOO Z6 4G की।, IQOO Z6 4G  में स्नैपड्रगन प्रोसेसर (snapdragon Processor) दिया गया हैं। इसमें 6.44 इंच की फुल HD डिस्प्ले (Display) हैं। जिसमें  44W की Flash Charger का सपोर्ट (support) हैं। और 5000mAh की बैटरी (Battery) हैं।

    IQOO Z6 4G की कीमत

    इसमें 4 जीबी रैम (RAM)के साथ 128 जीबी स्टोरेज (storage) की कीमत 14,999 हैं। 6 जीबी रैम (RAM)के साथ 128 जीबी स्टोरेज (Storage) की कीमत 15,999 रूपये हैं, और 8 जीबी रैम (RAM) के साथ 128 जीबी की स्टोरेज (Storage) की कीमत 16,999 रूपये हैं।

    Also Read:- आखिर क्यों अब 32 नहीं 28 ही होते हैं दांत!

    IQOO Z6 4G के फिचर्स

    इस फोन (Phone)  में “लुमिना ब्लू” और “रेवेन ब्लैक” कलर में खरीदा जा सकता हैं। इसमें एड्रॉयड (Android) 12 अधारित Fun Touch OS 12 हैं। इसमें 6.44 इंच की Full HD+ Display दी गई हैं। जिसका रिफ्रेश रेट 90 Hz हैं। फोन में स्नैपड्रैगन (snapdragon) 680 प्रोसेसर (processor) के साथ तीन कैमरा (Camera) भी दिए गए हैं। जिसमें प्राइमरी लेंस (Primary lenses) 50 मेगापिक्सल, दूसरा लेंस (Secondary lenses)  2 मेगापिक्सल का अल्ट्रावाइड और तीसरा लेंस 2 मेगापिक्सल का मेक्रों हैं। इसमें 5000mAh की बैटरी हैं। इस फोन में सेल्फी कैमरा 16 मेगापिक्सल का दिया गया हैं।

    IQOO Z6 4G  में 5G, 4G LTE , WI-FI 6,  Bluetooth v5.2, GPS/A-GPS और चार्जर टाइप C सी पोर्ट के साथ फिंगरप्रिंट सेंसर (fingerprint sensor) दिया गया हैं।

    IQOO Z6 4G भारत में इतनी कम कीमत में हुआ लॉन्च
    IQOO Z6 4G भारत में इतनी कम कीमत में हुआ लॉन्च

     

  • Xiaomi 12 PRO 5G लॉन्च-  Xiaomi नें इंडिया में मेगा इवेंट में किया शाओमी 12 PRO 5G लॉन्च

    Xiaomi 12 PRO 5G लॉन्च- Xiaomi नें इंडिया में मेगा इवेंट में किया शाओमी 12 PRO 5G लॉन्च

    Xiaomi 12 PRO 5G – Xiaomi नेंं इंडिया में शाओमी 12 PRO 5G को भारत में लॉन्च कर दिया है। शाओमी (Xiaomi) नें अपनी 12 सीरीज के तहत शाओमी (Xiaomi) के फोन नए टेबलेट और स्मार्ट टीवी को भी पेश किया हैं। शाओमी (Xiaomi) 12 प्रो 5G कें फोन में स्नैप ड्रैगन 8 Gen 1 प्रोसेसर और ट्रिपल रियल कैमरा सेटअप हैंं।

     Xiaomi नें इंडिया में मेगा इवेंट में किया शाओमी 12 PRO 5G लॉन्च
    Xiaomi नें इंडिया में मेगा इवेंट में किया शाओमी 12 PRO 5G लॉन्च

    (शाओमी) Xiaomi 12 pro 5G की कीमत 

    अब बात करते हैं, शाओमी (Xiaomi) 12 pro 5G की कीमत की शाओमी(Xiaomi) 12 pro 5G के 8GB रैम (Ram) के साथ 128GB स्टोरेज (Storage) की कीमत ₹62,999 और 12GB रैम (Ram) के साथ 256gb स्टोरेज (Storage) की कीमत ₹66,999 हैं।

     Also Read:- सीबीएसई  (CBSE) कें दसवीं और बाहरवीं की परीक्षाएँ शुरू

    इसमें 6.73 इंच की WQHD+ E5 अमोलेड डिस्पले हैं। जिसका रिवॉल्यूशन1440×3200 पिक्सेल है। इस पर भी प्रोटेक्शन के लिए गोरिल्ला ग्लास है। डिस्प्ले की ब्राइटनेस 1500 निट्स है।  जिस पर भी प्रोटेक्शन के लिए गोरिल्ला ग्लास विक्टर  हुआ है।

    इसमें लो टेंपरेचर पॉलीक्रिस्टलाइन ऑक्साइड (LTPO) बैकप्लेन टेक्नोलॉजी दी गई है। इसका इस्तेमाल एप्पल अपने प्रीमियम आईफोन में करता है।  इसका चारजर 120W की चार्जिंग देता है।

    Xiaomi 12 pro 5G की किमत देखें
    Xiaomi 12 pro 5G की किमत देखें

    (शाओमी) Xiaomi 12 Pro 5G की बैटरी

    शाओमी (Xiaomi)12 Pro 5G में 4600 mAh की बैटरी हैं। जिसके साथ 120w की फास्ट चार्जिंग का सपोर्ट है। इसके साथ भी 50W की वायरलेस और 10W की रिवर्स चार्जिंग का भी सपोर्ट है। इस फोन को बिना तार के भी चार्ज कर सकते हैं। और किसी अन्य डिवाइस को भी फोन के जरिए चार्ज किया जा सकता है।

    Also Read:- प्रेरक महिलाओं पर संवाददाता कार्यक्रम कें दौरान जारी की लघु फिल्में

    कनेक्टिविटी

    Xiaomi 12 pro 5g में कनेक्टिविटी के लिए 5G और 4G LTE, Wi-Fi v5.2, GPS/A-GPS, NFC, इंफ्रारेड(IR) और USB टाइप C पोर्ट है स्पीकर के साथ डॉल्बी एटमॉस और  हार्मन कार्डन का सपोर्ट है।

    Click Here:-  अन्य खबरों की जानकारी के लिए हमारे यूटयूब चैनल सें जुड़ें

    इसकी किमत की बात तो हमने कर ली लेकिन अब बात करते हैं। इसके ऑफर की तो आपको बता दें, कि लॉन्चिंग ऑफर के तहत 4,000 रुपये की छूट मिलेगी और ICICI बैंक के कार्ड के साथ 6,000 रुपये की अतिरिक्त छूट मिलेगी। इसकी बिक्री 2 मई से होगी।

    ये जानकारी आपके लिए लिखी है हमारे साथी पुल्कित शुक्ला नें.

  • Women Focused films:-प्रेरक महिलाओं पर संवाददाता कार्यक्रम कें दौरान जारी की लघु फिल्में

    Women Focused films:-प्रेरक महिलाओं पर संवाददाता कार्यक्रम कें दौरान जारी की लघु फिल्में

    Women Focused films:- 26 अप्रैल मंगलवार को सूचना मंत्रालय तथा नेटफ्लिक्स (Netflix) ने आज़ादी के 75 वें अमृत महोत्सव के उपल्क्ष में देश की सात प्रेरक महिलाओं (Women Focused films) पर लघु फिल्में जारी की। सूचना मंत्रालय और नेटफ्लिक्स नें लघु फिल्मों कें ज़रियें महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण (Environment) और सतत विकास जैसें विषयों पर “आज़ादी की अमृत कहानी” नामक एक श्रंखला की शुरुआत की।

    समाज (Society) में अलग-अलग क्षेत्र में अपने काम सें एक मिसाल पेश करनें वाली महिलायें “आज़ादी के अमृत महोत्सव” का हिस्सा बनेगीं। नेटफ्लिक्स(Netflix) और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर इनकी कहानियाँ लघु फिल्मों (short Films) के जरियें बताई जाएगी। कार्यक्रम के दौरान सात लघु फिल्मों(Inspiring women Films ) को जारी किया गया और 3 प्रेरक महिलाओं कों सम्मानित भी किया गया।

    Women Focused films बनेंगी 75वें आजादी के अमृत महोत्सव
    Women Focused films बनेंगी 75वें आजादी के अमृत महोत्सव

    केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि नेटफ्लिक्स मंत्रालय के लिए दो मिनट की 25 -30 लघु फिल्में बनाई जाएगी। जिनकों अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और दूरदर्शन पर भी प्रसारित किया जायेगा।

    इस कार्यक्रम में नेटफ्लिक्स (Netflix) की वैश्विक टीवी प्रमुख बेला बजारिया भी मौजूद थी। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर नें उनसें लघु फिल्मों (Netflix) की संख्या 25 -30 सें बढ़ा कर 75 करने का आग्रह भी किया।

    Also Read:- रायसीना डायलॉग के 7वें संस्करण का पीएम मोदी करेंगे आज उद्धघाटन

    सात प्रेरक महिलाओं पर बनेगी लघु फिल्में (Women Focused films)

     संवाददाता सम्मेलन के दौरान रिलीज़ हुई लघु फिल्में सात प्रेरक महिलाओं (Inspiring women Films) पर आधारित है। जिनमें उत्तराखंड (Uttarakhand) की “बसंती देवी” है जिन्होंने उत्तराखंड (Uttarakhand) की कोसी नदी (Kosi Nadi) कें पुनरुद्धार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई हैं। जो पर्यावरण पुरस्कार विजेता भी हैं। इसके अलावा माउंट एवरेस्ट (Mount Everest) को एक ही सीज़न में दो बार फ़तेह करने वाली “अंशु जानसेनपा” और भारत की पहली दमकलकर्मी “हर्षिनी कान्हेकर”, स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता “पूनम” जो बागेश्वर की रहने वाली है। जिन्होंने बागेश्वर में  कई मिलों पैदल चलकर सभी कों टीका लगाया हैं।

    भारत (India) में मिसाइल परियोजना का नेतृत्व करने वाली पहली महिला वैज्ञानिक “टेसी थॉमस”, भारत (India) की पहली स्टैंड-अप पैडलबोर्डर “तन्वी जगदीश” तथा एक हलके विमान कें जरियें अटलांटिका महासागर को अकेले पार करनें वाली पहली भारतीय महिला कम उम्र में बनी महिला पायलट “आरोही पंडित” भी शामिल हैं।

    हर्षिनी कांहेकर भारत की पहली महिला दमकलकर्मी
    हर्षिनी कांहेकर भारत की पहली महिला दमकलकर्मी

    केंद्रीय मंत्री (Central Minister) अनुराग ठाकुर नें संवाद सम्मलेन के दौरान कहा कि सूचना प्रसारण मंत्रालय देशभर में पोस्ट-प्रोडक्शन(Post Production),  एनीमेशन(Animation),  वीएफ़एक्स(VFX),  संगीत(Music) कार्यक्रम के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजन हेतु रचनात्मक पारिस्थितिक तंत्र विकसित करने के लिए नेटफ्लिक्स (Netflix) कें साथ मिलकर काम करेगा।

    झूठी खबरें फ़ैलानें वाले यूट्यूब चैनल पर कार्यवाही शुरू

    दिल्ली (Delhi) में हुए “संवाददाता सम्मलेन” में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि सरकार झूठी और भ्रामक खबरें फ़ैलानें वाले यूट्यूब (YouTube) चैनलों पर कार्यवाही करती रहेगी। उन्होंनें भ्रामक खबरें फ़ैलानें वाले यूट्यूब(YouTube) चेनलों कों चेतावनी देतें हुए कहा की देश में कानून व्यवस्था न बिगाड़े और सांप्रदायिक विद्वेष झूठी और असत्यापित खबरें न चालाये।

    हमारे यूटयूब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें

    आजकल आप देखते हैं कि सोशल मीडिया (Social Media) पर सबसे ज्यादा भ्रमक खबरें चलाई जाती हैं, जिससे असल खबर का पता नहीं चल पाता हैं और इससें सांप्रदायिक दंगे, भड़काव की स्थिति, आदि होता हैं। इन्हीं सबसे बचने के लिए ठाकुर ने यूटयूब (youTube) चैनलों को चेतावनी दी और कार्यवाही की बात कही।

    सोशल मीडिया(Social media) के फायदे और नुकसान दोनों होतें हैं, इसका इस्तेमाल भारत में “आज़ादी के अमृत महोत्सव” पर किया जा रहा हैं। जिसमें प्रेरक महिलाओं(Inspiring women Films) की कहानियां दुनिया के सामने लाया जाएगा।

     

     

     

     

     

     

  • NETFLIX : Netflix के घटे सब्स्क्राइबर, 35 फीसदी गिरे शेयर ?

    NETFLIX : Netflix के घटे सब्स्क्राइबर, 35 फीसदी गिरे शेयर ?

    NETFLIX : दुनिया के सबसे बड़े OTT प्लेटफार्म NETFLIX ने कुछ दिन पहले अपने 100 दिनों में 200000 सब्सक्राइबर कम होने की बात कही थी।कोरोना महामारी आने के बाद NETFLIX जैसे प्लेटफार्म के सब्स्क्रिप्शन (subscription) से लेकर Stock तक की कीमत आसमान छूने लगी। लेकिन

    कारण बताया जा रहा है कि NETFLIX ने अमेरिका और कनाडा में सब्स्क्रिप्शन (subscription) के दाम बढ़ा दिए जिससे सब्स्क्रिप्शन की संख्या कम हुई। कोरोना महामारी के बाद मार्केट में अन्य विकल्पों के सामने आ जाने से लोग उनमें चले गए।

    इसके साथ ही नेटफ्लिक्स ने लोगों द्वारा एक दुसरे को पासवर्ड शेयर करने को बताया जिसके चलते लोग एक सब्स्क्रिप्शन (subscription) का प्रयोग कर कई लोग आपस में पासवर्ड शेयर कर Netflix का प्रयोग करते हैं। जिससे कंपनी को मुनाफा कम हो गया। नेटफ्लिक्स ने बताया है कि अब वह इस पर लगाम लगाने जा रहा। जिसके चलते सब्सक्राइबर के और घटने के आसार है।  आमतौर डिजिटल कंपनियों से उम्मीद की जाती हैं कि वे अपने यूजर डेटा पर लगातार निगरानी रखते हैं। लोगों ने Netflix के इस प्रकार से नीचे आने की उम्मीद नहीं की थी।

    इसके अलावा रूस- यूक्रेन युद्ध के बाद NETFLIX ने रूस में अपनी सेवाएं बंद कर दी जिससे 7 लाख सब्सक्राइबर कम हो गए।

    NETFLIX के बचने का रास्ता –

    अब NETFLIX में भी दिखेगें विज्ञापन शेयर Price गिरने के बाद लिया फैसला
    अब NETFLIX में भी दिखेगें विज्ञापन शेयर Price गिरने के बाद लिया फैसला

    NETFLIX ने अपनी रणनीति साझा करते हुए बताया कि अब वे पासवर्ड शेयरिंग पर रोक लगाएगा उसकी जगह Netflix अपने सब्स्क्रिप्शन (subscription) को सस्ता बनाएगा जिससे लोगों को पासवर्ड शेयरिंग पर निर्भर न रहना पड़े वे खुद ही Netflix का खर्च उठा सकें। साथ ही अब आपको NETFLIX पर AD/ विज्ञापन देखने को भी मिल सकते हैं। जिससे कम्पनी अपने खर्च की भरपाई कर सकें और NETFLIX को सस्ता बना सकें।

    नेफ्लिक्स में विज्ञापन दिखाए जाने की बात से लोगों में इस बात से नाराज है अब उन्हें एक seamless experience यानी की बिना रुकावट के अपने पसंदीदा शो देखने के अनुभव में सेंध लगने से देखना होगा NETFLIX का भविष्य कैसा होगा।

    जानिए कैसे हुआ Elon का Twitter पढ़िए पूरा घटना क्रम –

    कोरोना महामारी में जहां सभी उद्योग ठप्प पर गए थे केवल कृषि पर ही लोगों की उम्मीद दिखी थी वहीं OTT प्लेटफार्म घरों में बन्द लोगों के टाइम पास और मनोरंजन का साधन बने बल्कि लोगों का सिनेमा घरो से अचानक से ध्यान हट कर OTT पर आ गया।

    OTT प्लेटफार्म में लोगो की भीड़ आने के बाद लोगों ने नए कलाकारों के काम को भी पहचाना कुल जमा बात OTT प्लेटफार्म का एक सकारात्मक प्रभाव दिखाई दिया। बढ़ते ट्रैफिक के चलते बड़े स्टार की फिल्में भी इन प्लेटफार्म में आने लगी।

    आखिर क्या हैं ये OTT प्लेटफार्म – 

    NETFLIX के यूजर के घटने के चलते अन्य प्लेटफार्म पर भी नजर
    NETFLIX के यूजर के घटने के चलते अन्य प्लेटफार्म पर भी नजर

    OTT प्लेटफार्म यानी की Over The Top जिसका मकसद यूजर को सीधा इंटरनेट की सहायता से पसंदीदा फिल्में, वेब सीरीज, Live Match, सीरियल इत्यादि बिना किसी बिचौलिए के आपको प्रदान करना होता है। क्योकि आप इसका आनन्द घर बैठे HIGH Quality में कर सकते है इसलिए ये आसान तथा सस्ते होते हैं। सामान्य तौर पर आप किसी सिनेमा के लिए 200 से 300 रुपये चुकाते हैं वही OTT  में आप इतने ही पैसों मे कभी भी किसी भी समय महीने भर फिल्मों का आनन्द ले सकते हैं।

    यहां क्लिक कर आप The News 15 के YouTube Channel पर जा सकते हैं

    इसके अलावा OTT प्लेटफार्म पर सरकार का किसी तरह का दबाव नहीं रहता इसलिए आसानी से 18 साल से अधिक उम्र के कंटेन्ट, सरकार की आलोचना करने वाले कंटेन्ट या फिर अति गाली गलौज वाले कंटेंट को सरकार के सेंसर से बचा कर आसानी से लोगों तक पहुंचा सकते हैं। इससे क्रिएटर के पैसे डूबने का खतरा कम हो जाता हैं। इसकी सहायता  से कई नए डायरेक्टर तथा क्रिएटर को पहचान मिली है तथा आसानी से लोग दुनिया के कोने-कोने से अच्छे कंटेंट देख पाते हैं।

    अब देखना होगा कि क्या NETFLIX जैसा बड़ा प्लेटफार्म अपनी नई रणनीति की सहायता से मार्केट में कमबैक कर पाएगा या नहीं क्योकि कोरोना महामारी के बाद मार्केट में USER के पास कई विकल्प आ चुके हैं ऐसे में USERs को वापस लाना एक कठिन काम हैं।

     

     

  • Why do i have only 28 teeth – आखिर क्यों अब 32 नहीं 28 ही  होते हैं दांत!

    Why do i have only 28 teeth – आखिर क्यों अब 32 नहीं 28 ही होते हैं दांत!

    Why do i have only 28 teeth :-जब हम जन्म लेतें हैं। तो हमारे मुँह (mouth) में दांत (teeth) नहीं होतें और धीरे धीरे उम्र के साथ ही दांत (teeth) आनें लगते हैं। पहले काटने कें दांत हमारे मुँह में आतें है। उसके बाद में बाकि दांत होतें हैं।आज का हमारा विषय ही दांत है। (Why do i have only 28 teeth) क्यों 20 वीं और 21 वीं पीढ़ी के युवाओं में 32 की जगह 28  दांत ही पाए जातें हैं। इस विषय पर बी एच यू (BHU) के प्रोफेसर ने काफी समय से रिसर्च (research) जारी रखी हैं।

    ऊपर पढ़कर तो आप समझ ही गए होंगे की ऐसा खान पान के बदलाव के कारण हो रहा है। परन्तु आज के इस आर्टिकल (article) में हम आपको बतायेंगें, की  खान पान में कैसें बदलावों के कारण ऐसा होता है। क्या है इसके उपाय, क्या करने से हमारे दांतो(teeth)  की समस्या दूर होगी।

    Why do i have only 28 teeth
    Why do i have only 28 teeth

    यूँ तो मुँह में 32 दांत होतें हैं और इसी पर आपनें काफी मुहावरे/कहावते भी सुनी होंगी जैसें बत्तीसी तोड़ दूंगा, बत्तीसी दिखाना, आदि लेकिन जिन पर यें कहावते बनी हैं। यानि कि युवावर्ग उनके ही 32 की जगह 28 दांत ही आ रहें हैं।(Why do i have only 28 teeth)

    कहनें कों तो 18 सें 25 साल की उम्र (age) में लोगों के पीछे के दांत यानि अकल दांत निकल जातें हैं। परन्तु चिंता इस बात की हैं कि 20 से 25 प्रतिशत युवाओं के 28 ही दांत आते हैं। ऐसा किस कारण से होता है? इसी विषय पर बीएचयू (BHU) के प्रोफेसर “टीपी चतुर्वेदी” ने रिसर्च की है, उनकी रिसर्च में पता चला है कि आजकल युवाओं के दांत टेढ़े-मेढे होने की समस्या ज्यादातर पायी जाती हैं। हालांकिं इस समस्या को उपचार करके ठीक किया जा सकता हैं।

     Also Read- “कश्मीर फाइल्स” के बाद अब बॉक्स ऑफिस पर दिखेगी “काशी टू कश्मीर”!

    दांत पर रिसर्च (Why do i have only 28 teeth)

    काशी विश्व हिन्दू विश्वविद्यालय(BHU) के प्रोफेसर टीपी चतुर्वेदी के अध्ययन में पता चला है, कि मसूड़ों(gums) में सूजन,  दांतों में दर्द,  सड़न,  टेढ़े-मेढ़े दांत की समस्या के  मरीज ज्यादातर ओपीडी (OPD) जाते हैं। इसमें कई ऐसे मरीज जो 28 दांत वाले युवा होते हैं,(i only have 28 teeth)  वे भी शामिल होते हैं। इसलिए उन्होंनें इस पर अध्ययन किया और जाँचा कि आजकल के दाँतों के मरीजों में मसूड़ों (GUMS) की भी समस्या पायी जाती हैं।

    उन्होंने बताया की इस समस्या (problem) में जबड़ों का साइज (size)भी नहीं बढ़ पता हैं। पहले के लोग भूना चना,  मक्का, गन्ना आदि कहते थें। जिससें उनकी चबाने की क्षमता बढ़ी रहती थी और अब के लोग फ़ास्ट फ़ूड(fast food) खानें सें अपनी चबानें की क्षमता को छोड़ते जा रहें हैं। जिससें उनके मसूड़ों का साइज भी नहीं बढ़ पर रहा हैं।

    Why do i have only 28 teeth कड़ी चीज नहीं खाने से जबड़े हो रहे छोटे
    Why do i have only 28 teeth कड़ी चीज नहीं खाने से जबड़े हो रहे छोटे

    जो लोग इस तरह के खाने का पालन कर रहें हैं। ऐसें लोगों का जबड़ा बढ़ जाता है पर जों लोग ऐसा खाना नहीं कहते उनकें मसूड़ें बढ़ नही पातें हैं। बीएचयू (BHU) कें प्रोफेसर टीपी चतुर्वेदी ने अपने ओपीडी में इस पर अध्ययन किया और बताया की वें अपने ओपीडी (OPD) में आनें वालें मरीजों को जाँचते थें। उनमें 150 में से 20 मरीज ऐसें होतें थें। जिनकों इस तरह की समस्या होती थी।

    उन्होंनें यह भी बताया कि यह समस्या 15 से 20 मरीजों में होती थी। उनमें 28 दांत ही पाए जा रहे थें।( i only have 28 teeth) और उनकी अकल दांत (Wisdom teeth) नहीं आती हैं। ऐसे मरीज की संख्या 150 में से 20 हो गयी हैं। जिनकी उम्र 18 से 25 साल हैं

    Click Here:-  अन्य खबरों की जानकारी के लिए हमारे यूटयूब चैनल सें जुड़ें

    अकल दांत लाने का उपाय (teeth problem and solution)

    इसका एक ही उपाय हैं। कि खाने को चबाकर खाए जिससें मसूड़ें भी बढ़ेंगें। और दांत टेढ़े-मेढ़े नहीं होंगे, अकल दांत यानि विस्डम टूथ (wisdom teeth) भी आने लगेंगें।

     

  • Raisina dialogue- रायसीना डायलॉग के 7वें संस्करण का पीएम मोदी करेंगे आज उद्धघाटन

    Raisina dialogue- रायसीना डायलॉग के 7वें संस्करण का पीएम मोदी करेंगे आज उद्धघाटन

    25 अप्रैल 2022 को शाम 6 बजे पीएम मोदी नयी दिल्ली में रायसीना डायलॉग raisina dialogue का उद्धघाटन करेंगे। तीन दिन यानि 27 अप्रैल तक यह कार्यक्रम चलेगा। इसमें यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन मुख्य अतिथि के रूप में रहेगी। इसमें 100 सत्रों में 90 देशों कें 210 से अधिक वक्ता शामिल होने जा रहे हैं।

    यूक्रैन और रूस कें बीच युद्ध कें कारण उत्पन्न वैश्विक तनाव के बीच भी यह कार्यक्रम raisina dialogue भारत मे होनें जा रहा हैं। यह डायलॉग raisina dialogue महत्वपूर्ण बन गया हैं। क्योकिं यह दुनिया के अलग अलग हिस्सों से वक्ता आएंगें और दुनिया के अहम मुद्दों पर क्या कहेंगें, यह चर्चा का विषय है। इस डायलॉग raisina dialogue  के लिए 90 देशों के बढ़े नेता, रानीतिज्ञ और विशेषज्ञ भारत पहुंच गए हैं। अंतर्राष्ट्रीय राजनीति, आर्थिक कुटनीति मुख्य चर्चा के विषय होनें वाले हैं। इसके अलावा कई ऐसें बिंदु  इसमें शामिल है जिस पर आज चर्चा होने वाली हैं।

    रायसीना डायलॉग raisina dialogue  में पीएम और उर्सुला वॉन 
    रायसीना डायलॉग raisina dialogue  में पीएम और उर्सुला वॉन

    Also Read- “कश्मीर फाइल्स” के बाद अब बॉक्स ऑफिस पर दिखेगी “काशी टू कश्मीर”!

    इस बार के रायसीना डायलॉग (raisina dialogue) के मुख्य 6 बिंदु

    रायसीना डायलॉग 2022 जो भारत में होने जा रहा हैं। इसका थीम “टेरा नोवा- इंपैसंड , इंपैसियस, इंपेरिल्ड हैं। इसमें छः बिंदुओं पर मुख्य रूप से चर्चा होगी।

    1. ट्रेड- टेक्नोलॉजी आइडियोलॉजी
    2. नेटवर्क ग्लोबल आर्डर
    3. हेल्थ डेवलपमेंट एंड प्लेनेट
    4. हिन्द-प्रशांत क्षेत्र की चुनोतियाँ
    5. हरित बदलाव हासिल करना
    6. तकनिकी युद्ध की चुनोतियाँ

    इन 6 बिंदुओं  में पूरी दुनिया की चिंताएँ मौजूद हैं। तीन दिन के डायलॉग कार्यक्रम में पता चलेगा, की भारत के लिए इन सभी में कोन-सा बिंदु महत्वपूर्ण होगा।

    2020 के रायसीन डॉयलॉग की फाइल फोटो
    2020 के रायसीन डॉयलॉग की फाइल फोटो

    रायसीना डायलॉग raisina dialogue क्या है ?

    अब आप यह सोच रहें होंगे की ये “रायसीना डायलॉग” क्या है? तो आपको बता दें, कि रायसीना डॉयलॉग एक ऐसा मंच हैं। जिसमें कई देश एक साथ मिलकर कई बिंदुओं पर चर्चा करते हैं।

    दरअसल, रायसीन डॉयलॉग की शुरुआत 2016 में की गयी थी। जिसके बाद प्रतिवर्ष इस कार्यक्रम को आयोजित किया जाता है। पिछले वर्ष कोविड -19 के चलते ये मीटिंग वर्चुअल हुई थी और 2022 में भारत इसका आयोजन किया जा रहा है।

    हमारे यूटयूब चैनल से जुड़ने के लिए यहां क्लिक करें।

    इस कार्यक्रम में कई देश हिस्सा लें रहे हैं और प्रतिवर्ष इसमें हिस्सा लेने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसका आयोजन विदेश मंत्रालय की ओर से ‘आब्जर्वर रिसर्च फॉउण्डेशन’ के सहयोग से होता हैं। इसमें 10 देशों कें विदेश मंत्री शामिल होंगें और रायसीना डायलॉग में अफगान  संकट इनफार्मेशन पर भी बातचीत होगी।