Category: Bihar

  • परंपरागत श्रद्धा के साथ मनाया गया सतुआन पर्व

    उत्तर भारत में दिखी सांस्कृतिक एकता और आस्था की झलक

    पटना। दीपक तिवारी/शालिनी तिवारी।

    पटना सिटी के कंगन घाट सहित उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में सोमवार को सतुआन पर्व पारंपरिक श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया गया। यह पर्व विशेष रूप से बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश और पूर्वांचल क्षेत्र में धार्मिक आस्था और लोक संस्कृति का प्रतीक माना जाता है।

    वैशाख महीने की संक्रांति के दिन मनाया जाने वाला सतुआन पर्व गर्मी के आगमन और शुद्धता के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर लोगों ने सत्तू, गुड़, दही, आम की चटनी और नीम की पत्तियों से बनी सामग्री से पूजा-अर्चना की। सत्तू को पहले इष्ट देवता को अर्पित किया गया और फिर इसे प्रसाद के रूप में परिजनों व पड़ोसियों के साथ साझा किया गया।

    कंगन घाट सहित आसपास के क्षेत्रों में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर पूजा में सम्मिलित हुईं और परिवार की सुख-शांति की कामना की।

    सतुआन पर्व न केवल धार्मिक भावना से जुड़ा है, बल्कि यह स्वास्थ्य, प्रकृति से जुड़ाव और सामाजिक समरसता का भी संदेश देता है।

  • शादी से पहले वरमाला : फोन पर हुई बातों ने बदल दी कहानी

    शादी से पहले वरमाला : फोन पर हुई बातों ने बदल दी कहानी

    जमुई में प्रेमी ने रचा ली शादी

    -फोन में शुरू हुई ऐसी बातें, लड़के से रहा नहीं गया
    -शादी की तारीख से पहले ही पहना दी वरमाला
    -दुल्हन को ले आया घर

    जमुई। जिले के अम्मा गांव में एक अनोखा और फिल्मी अंदाज वाला मामला सामने आया है। गुरुवार देर रात जब गांव के अजीत कुमार ने अपनी मंगेतर अंजली कुमारी को लेकर अचानक मंदिर में शादी रचाई और दुल्हन बनाकर घर ले आया, तो गांव वालों की आंखें फटी की फटी रह गईं। यह नजारा देखने के लिए स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी और गांव में तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं।

    परिवार के सपनों पर फिरा पानी:

    सबसे बड़ी हैरानी की बात यह रही कि अजीत की शादी की तारीख पहले से तय थी और महज एक महीने बाद धूमधाम से शादी होनी थी। दोनों परिवार तैयारियों में जुटे थे, लेकिन अजीत और अंजली को इंतजार मंजूर नहीं था। उन्होंने फोन पर बातचीत करते-करते फैसला किया और बिना किसी को बताए मंदिर में शादी कर ली।

    ढोल-नगाड़ा और बारात सब हुआ रद्द:

    अजीत की इस हरकत से परिवार वाले हैरान और मायूस हैं। शादी के लिए जो तैयारियां हो रही थीं—ढोल, बाजा, बारात और अन्य रस्में—सबको रद्द करना पड़ा। शादी से पहले वरमाला और फेरे लेकर अजीत ने समाज के रिवाजों को चौंका दिया।

  • आईपीएल सट्टा कांड: ड्रीम 11 के नाम पर करोड़ों की ठगी

    आईपीएल सट्टा कांड: ड्रीम 11 के नाम पर करोड़ों की ठगी

    मुजफ्फरपुर से बड़ा साइबर गिरोह गिरफ्तार

    मुजफ्फरपुर। ड्रीम 11 के नाम पर सट्टा खिलाकर सैकड़ों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी करने वाले एक बड़े साइबर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। मुजफ्फरपुर साइबर पुलिस ने मझौलिया रोड स्थित एक मकान से गोपालगंज और सीवान जिले के तीन साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह वहां ऑफिस बनाकर ठगी का धंधा चला रहा था।

    छापेमारी के दौरान पुलिस ने आरोपियों के पास से 10 विभिन्न बैंकों के एटीएम कार्ड, बैंकिंग दस्तावेज, ठगी में इस्तेमाल किए जा रहे 8 मोबाइल फोन और 65 हजार रुपये नकद बरामद किए हैं। गिरोह का एक और सदस्य फरार है, जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम सीवान में छापेमारी कर रही है। इस मामले की जानकारी साइबर थाना अध्यक्ष सह डीएसपी हिमांशु कुमार ने प्रेस वार्ता में दी।

  • बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 134वी जयंती के अवसर पर भीम शक्ति संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया

    बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की 134वी जयंती के अवसर पर भीम शक्ति संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया

    पश्चिम चंपारण/बेतिया। कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भारतीय संविधान की रचयिता, महान समाज सुधारक एवं विधिवेत्ता बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती के अवसर पर स्थानीय केदार आश्रम तिलक मैदान में भीम शक्ति संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया। इस अवसर पर बाबा साहब के तैल चित्र पर पुष्प अर्पीत कर कोटि-कोटि नमन किया। इस कार्यक्रम के नियुक्त जिला प्रभारी अमित कुमार टुना ने कहा कि कांग्रेस हमेशा सभी लोगों को साथ लेकर चलने वाले पार्टी है। आगे उन्होंने कहा भारत के संविधान और लोकतंत्र अब आखिरी सांस ले रही है। मोदी सरकार किसानों के विरुद्ध 3 कोड और मजदूरों के तमाम कुर्बानियों से हासिल 44 श्रम कानून को एक झटके में खत्म कर 4 संहिता में बदल दिया है। आगे उन्होंने कहा कि मोदी सरकार द्वारा पिछले 11 वर्षों के कार्यकाल में विकास के नाम पर सिर्फ झूठा ढ़िढ़ोरा पीट रही है।

    कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व जिला अध्यक्ष भारत भूषण दुबे ने किया। वहीं जिला अध्यक्ष प्रमोद सिंह पटेल ने कहा कि मोदी सरकार 8 घंटे काम के बदले 12 घंटा काम करने का काला कानून बना दिया है। देश में सिर्फ मंदिर-मस्जिद, हिंदुस्तान-पाकिस्तान, हिंदू-मुस्लिम के बीच जहर घोला जा रहा है। वही अल्पसंख्यक के प्रदेश उपाध्यक्ष वसी अहमद ने कहा कि 2025 के बिहार विधानसभा के चुनाव नीतीश कुमार के तमाम काले कारनामे के विरुद्ध मुक्ति के लिए है। आगे उन्होंने कहा कि जन आंदोलन को तेज कर भाजपाई, सांप्रदायिक, फासीवाद के खिलाफ मुकाबला करने का दिन अब आ चुका है।

    पूर्व उपाध्यक्ष सह संगठन प्रभारी मोहम्मद हसन खान ने कहा कि बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर 6 दिसंबर 1956 को चिर निद्रा में सदा के लिए सो गए। लेकिन उनके संघर्षों और कुर्बानियों की ज्योति हमेशा इंसानों के दिलों में जलती रहेगी। मौके पर युवा प्रभारी शीशीर कुमार, अब्दुल कलाम जौहरी, शौकत अली, मोहम्मद एजाज, गौरव मिश्रा, दिलीप पटेल, विजय कुमार पटेल, विजय कुमार पुष्प, रामशंकर दूबे, विनय कुमार शाही, अर्जुन लाल इत्यादि कार्यकर्ता मौजूद थे।

  • विश्व भारती जनसेवा संस्थान, निरसा, धनबाद में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जयंती समारोह धूमधाम से सम्पन्न

    विश्व भारती जनसेवा संस्थान, निरसा, धनबाद में डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जयंती समारोह धूमधाम से सम्पन्न

    निरसा, धनबाद: विश्व भारती जनसेवा संस्थान (NGO) के प्रधान कार्यालय, निरसा, धनबाद में दिनांक 14 अप्रैल 2025 को भारत रत्न, संविधान निर्माता, सामाजिक न्याय के प्रणेता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जयंती समारोह बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर संस्थान के पदाधिकारियों, सदस्यों और स्थानीय लोगों ने बाबा साहेब के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके योगदान को याद किया और सामाजिक समानता व न्याय के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
    कार्यक्रम की शुरुआत नागेंद्र कुमार कुशवाहा, राष्ट्रीय सचिव, विश्व भारती जनसेवा संस्थान, के नेतृत्व में दीप प्रज्वलन और पुष्पांजलि के साथ हुई। अपने संबोधन में नागेंद्र कुमार कुशवाहा ने कहा, “डॉ. अम्बेडकर ने दलितों, वंचितों और शोषितों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। उनका जीवन और विचार आज भी हमें सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में कार्य करने की प्रेरणा देते हैं। विश्व भारती जनसेवा संस्थान उनके आदर्शों को जन-जन तक पहुँचाने के लिए कटिबद्ध है।”
    इस अवसर पर अशोक कुमार राम, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव, ने बाबा साहेब के शिक्षा, समानता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अम्बेडकर जी का संविधान आज भी भारत को एकजुट रखने और हर नागरिक को सम्मानजनक जीवन प्रदान करने का आधार है।
    कार्यालय के प्रधान प्रभारी दीपेश कुमार और कार्यालय प्रभारी प्रदीप कुमार रवानी ने कार्यक्रम के आयोजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। दीपेश कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा, “बाबा साहेब का सपना था कि समाज में कोई भेदभाव न रहे। हमें उनके इस सपने को साकार करने के लिए निरंतर प्रयास करना होगा।”
    कार्यक्रम में चेतन कुमार, कृष्ण सिंह, डॉ. लक्ष्मण सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी अपने विचार साझा किए। डॉ. लक्ष्मण सिंह ने अम्बेडकर जी के सामाजिक सुधारों और महिलाओं के अधिकारों के लिए किए गए कार्यों पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का जीवन हर व्यक्ति के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
    इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने बाबा साहेब के जीवन पर आधारित चर्चा में भाग लिया और उनके द्वारा स्थापित मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी ने सामूहिक रूप से संविधान की उद्देशिका का पाठ किया और सामाजिक एकता का संदेश दिया।
    विश्व भारती जनसेवा संस्थान ने इस जयंती समारोह के माध्यम से न केवल डॉ. अम्बेडकर के योगदान को याद किया, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का भी प्रयास किया। कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने इसे एक स्मरणीय और प्रेरणादायक अवसर बताया।

  • डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में 81 नये सहायक प्राध्यापक चयनित

    डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय में 81 नये सहायक प्राध्यापक चयनित

    रामजी कुमार

    समस्तीपुर। डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा में 81 सहायक प्रोफेसरों, 9 एसोसिएट प्रोफेसरों और 2 प्रोफेसरों का चयन किया गया है। चयनित उम्मीदवारों ने विश्वविद्यालय में अपना योगदान देना शुरू कर दिया है। जानकारी के मुताबिक लगभग 50 से अधिक उम्मीदवारों ने योगदान दे दिया है और आने वाले कुछ दिनों में बाकी लोगों के भी योगदान की संभावना है। सहायक प्राध्यापक के चयन के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी दिल्ली के द्वारा लिखित परीक्षा ली गई थी, जिसका भारांक 100 था जबकि विश्वविद्यालय और बाह्य विशेषज्ञों द्वारा साक्षात्कार लिया गया जिसका भारांंक 25 था। चयन के उपरांत उम्मीदवारों के योगदान के लिए चरित्र प्रमाण पत्र और मेडिकल जांच अनिवार्य रूप से कराया जा रहा है जिसमें लगभग दो से तीन दिन का समय लग रहा है। विश्वविद्यालय में लगभग पांच वर्षों के बाद सहायक प्राध्यापको् की नियुक्ति की गई है। नियुक्ति और योगदान की प्रक्रिया काफी गहन और व्यापक है। इससे पहले विश्वविद्यालय सहायक प्राध्यापक की लिखित परीक्षा स्वयं आयोजित करती थी, लेकिन वर्तमान कुलपति ने निर्णय लिया कि लिखित परीक्षा नेशनल टेस्टिंग एजेंसी दिल्ली से कराई जाये। विश्वविद्यालय में सहायक प्राध्यापक के पदों पर देश भर के तीस हजार से अधिक लोगों ने अप्लाई किया था, जिसमें से 22 राज्यों के 81 लोगों का चयन किया गया है। चयनित सहायक प्राध्यापकों में से लगभग तीस प्रतिशत बिहार राज्य के हैं। इसके अतिरिक्त नौ एसोसिएट प्रोफेसर और एक प्रोफेसर के पद पर भी उम्मीदवार का चयन किया गया है। नई नियुक्ति विश्वविद्यालय की अकादमिक उत्कृष्टता की दिशा में एक प्रमुख मील का पत्थर है।
    सहायक प्रोफेसरों के लिए चयन प्रक्रिया कड़ी और डेढ़ साल से अधिक समय तक चली, जिसमें राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) द्वारा आयोजित लिखित परीक्षा और उसके बाद साक्षात्कार शामिल थे। कुलपति डॉ. पुण्यव्रत सुविमलेंदु पांडेय ने चयन प्रक्रिया पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि नए संकाय सदस्यों के जुड़ने से शिक्षक-छात्र अनुपात में सुधार होगा और अकादमिक कार्यक्रमों, अनुसंधान पहलों और विस्तार गतिविधियों में ताजगी आएगी। उन्होंने कहा नए सहायक प्राध्यापक विश्वविद्यालय के मिशन में महत्वपूर्ण योगदान देंगे जिससे कृषि और संबद्ध विज्ञान में ज्ञान को आगे बढ़ाने, अगली पीढ़ी के कृषि पेशेवरों को आकार देने और अनुसंधान क्षमता को बढ़ाने में काफी सहयोग मिलेगा। उन्होंने कहा इन नियुक्तियों के साथ, विश्वविद्यालय अपने अकादमिक क्षमता को और मजबूत करने, किसानों के साथ जुड़ाव बढ़ाने और कृषि के क्षेत्र में सार्थक प्रभाव डालने का प्रयास करेगा।
    कुलसचिव डॉ मृत्यु्जय कुमार ने कहा कि विश्वविद्यालय में नई नियुक्ति अकादमिक उत्कृष्टता प्राप्त करने और कृषि शिक्षा और अनुसंधान में एक अग्रणी संस्थान बनने की दिशा में इसकी व्यापक रणनीति का हिस्सा हैं। उन्होंने कहा इन नई नियुक्तियों से विश्वविद्यालय में नया जोश और नए विचार आएंगे, जो कृषि शिक्षा और अनुसंधान के भविष्य को ऊंचाईयों तक ले जायेंगे। उन्होंने कहा कि कुलपति डॉ पी एस पांडेय मिशन मोड में विश्वविद्यालय के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर एक मुकाम देने के प्रयास में लगे हैं और जल्दी ही यह सपना साकार होगा।

  • अंबेडकर के काम और विचार सभी के लिए प्रेरणादायक : मुख्यमंत्री

    अंबेडकर के काम और विचार सभी के लिए प्रेरणादायक : मुख्यमंत्री

    पटना। ब्यूरो।

    मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती के अवसर पर जदयू द्वारा सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र स्थित बापू सभागार में आयोजित ‘भीम संवाद’ कार्यक्रम का दीप प्रज्ज्वलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर सबसे पहले मुख्यमंत्री ने बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर की तस्वीर पर माल्यार्पण कर अपनी श्रद्धांजलि दी। ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अशोक कुमार चौधरी द्वारा बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर के जीवन पर आधारित पुस्तक ‘डॉ. अंबेडकर की विरासत और दृष्टि’ का मुख्यमंत्री ने विमोचन किया। जदयू नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार को फूलों की बड़ी माला पहनाकर उनका भव्य स्वागत किया। ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अशोक कुमार चौधरी ने मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ एवं अंगवस्त्र भेंटकर उनका अभिनंदन किया।

    इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर जी को नमन करता हूं। बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर जी की जयंती के अवसर पर यहां आयोजित ‘भीम संवाद’ कार्यक्रम में उपस्थित आप सभी लोगों का मैं अभिनंदन एवं स्वागत करता हूं। आप सभी बड़ी संख्या में इस भीम संवाद कार्यक्रम में उपस्थित हुए हैं, यह देखकर मुझे बेहद प्रसन्नता हो रही है। बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर का व्यक्तित्व एवं कृतित्व प्रेरणादायक है। उनके द्वारा देशहित और राष्ट्र निर्माण में किए गए कार्य काफी सराहनीय है। उनके नेतृत्व में संविधान की रचना की गई, यह कोई मामूली बात नहीं है। उनके कामों को हम सभी को याद रखना चाहिए। जब हम केंद्रीय मंत्री थे तो बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर जी के घर पर जाकर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित करते थे तथा उनके परिजनों से मिलते थे।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पार्टी जनता दल यूनाइटेड पांच महापुरुषों को अपना प्रेरणास्रोत मानती है। इनमें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर, डॉ० राममनोहर लोहिया, लोकनायक जयप्रकाश नारायण तथा जननायक कर्पूरी ठाकुर के नाम शामिल हैं। इन पांच महापुरुषों द्वारा बताए गए रास्ते पर चलकर प्रारंभ से ही हमलोग बिहार के हर क्षेत्र में विकास का काम निरंतर कर रहे हैं। हमलोग सभी जाति-धर्म के लोगों के विकास के लिए हर प्रकार से काम कर रहे हैं। वह चाहे दलित हो, महादलित हो, पिछड़ा हो, अतिपिछड़ा हो, अपर कास्ट हो, अल्पसंख्यक हो या महिलाएं हों, सभी के उत्थान के लिए काम किया जा रहा है। किसी की उपेक्षा नहीं की गई है। वर्ष 2005 से पहले बिहार के लोगों ने जिन्हें मौका दिया उन्होंने कोई काम नहीं किया।

    मुख्यमंत्री ने कहा कि हम समय-समय पर हर जगह जाकर लोगों से मिलते रहते हैं। उनकी समस्याओं से अवगत होते हैं और उन समस्याओं के तत्काल निराकरण हेतु काम किया जाता है। पूरे बिहार में विकास का काम कराया जा रहा है, जहां कहीं भी कुछ कमियां दिखती हैं, उन्हें दूर करने की दिशा में त्वरित कार्रवाई की जाती है। हमलोग समाज के सभी तबकों को एकजुट रखते हुए सबके हित में काम कर रहे हैं। मैं आप सभी से आग्रह करूंगा कि हमलोगों ने बिहार के विकास के लिए अब तक जो काम किया है उससे लोगों को अवगत कराएं। बिहार के हर इलाके और हर तबके के विकास के लिए काम कराया जा रहा है। हमलोगों ने सबके हित में काम करने की कोशिश की है। बाबा साहब डॉ० भीमराव अंबेडकर जी के काम और विचार हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। मैं उनके चरणों में अपनी श्रद्धा सुमन अर्पित करता हूं। आप सभी को मैं पुनः अपनी बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं। आप सभी एकजुट होकर एक-दूसरे के साथ मिलकर रहें। हमलोग आप सभी के हित में काम करते रहेंगे और बिहार को आगे बढ़ायेंगे।

    कार्यक्रम को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर, जल संसाधन सह संसदीय कार्य मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी, ग्रामीण कार्य मंत्री श्री अशोक चौधरी, सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री श्री महेश्वर हजारी, शिक्षा मंत्री श्री सुनील कुमार एवं जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने संबोधित किया।

    जदयू के प्रदेश अध्यक्ष श्री उमेश सिंह कुशवाहा ने भीम संवाद कार्यक्रम की अध्यक्षता की जबकि जनता दल (यूनाइटेड) अनुसूचित जाति-जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष श्री राजेश त्यागी ने मंच संचालन किया। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री श्री संतोष कुमार निराला ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

    इस अवसर पर केंद्रीय पंचायती राज, मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष सह सांसद श्री संजय कुमार झा, मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन मंत्री श्री रत्नेश सादा, विज्ञान, प्रौद्योगिकी एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री सुमित कुमार सिंह, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री मो. जमा खान, सासंद श्री आलोक कुमार सुमन, सांसद श्री अजय कुमार मंडल, विधायक श्री अमन भूषण हजारी, विधायक श्री कौशल किशोर, विधान पार्षद श्री संजय कुमार सिंह उर्फ गांधी जी, विधान पार्षद श्री संजय सिंह, पूर्व मंत्री श्री श्याम रजक, जदयू के राष्ट्रीय महासचिव श्री मनीष कुमार वर्मा, पूर्व विधायक श्री अरुण मांझी, पूर्व विधायक श्री चंदन कुमार, पूर्व विधायक श्री प्रभुनाथ राम, पूर्व विधान पार्षद श्री सलीम परवेज, बिहार नागरिक परिषद के पूर्व महासचिव श्री अरविंद कुमार सिंह सहित पूर्व मंत्रीगण / विधायकगण/विधान पार्षदगण, जदयू के वरिष्ठ नेतागण, अन्य गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में जदयू कार्यकर्ता तथा बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर जी के समर्थक उपस्थित थे।

  • “मेरून – एक रिश्ता प्यार का” 25 अप्रैल से ओटीटी पर होगी स्ट्रीम

    “मेरून – एक रिश्ता प्यार का” 25 अप्रैल से ओटीटी पर होगी स्ट्रीम

     फिल्म की कहानी रिश्तों और प्यार की गहराइयों पर आधारित है

    अनुपनारायण सिंह।

    “मेरून – एक रिश्ता प्यार का” एक रोमांटिक ड्रामा फिल्म है, जो प्रेम, रिश्तों और उनके उतार-चढ़ाव को बड़ी खूबसूरती से दर्शाती है। यह फिल्म एक विधवा औरत की कहानी है जो उसके दैनिक जीवन के संघर्षों को सामने लाती है और समाज के एक अनछुए पहलू से दर्शकों को रूबरू कराती है। फिल्म का निर्देशन देवेंद्र कुमार सुपेकर ने किया है, जबकि निर्माता हैं दिलेन्द्र सोनी। सह-निर्माता के रूप में शंकर भाई वारली, आशीष ठक्कर, उत्पल पटेल और बसंत मेहता जुड़े हैं।

    फिल्म के प्रमुख कलाकारों में जयेश पाटकर, धीरेंद्र सिंह, विक्रम बाडू, असलम वाडकर और नीलेश्वरी राज शर्मा शामिल हैं।

    इस फिल्म का म्यूजिक और ट्रेलर लॉन्च मुंबई के होटल सहारा स्टार में भजन सम्राट अनूप जलोटा के कर-कमलों से किया गया था, जो अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि रही।

    दर्शकों को भावुक कर रहा है “तू ही तो मेरी आरजू है”

    फिल्म के रोमांटिक गाने “तू ही तो मेरी आरजू है” को दिवेश दर्शन ने अपनी दिल छू लेने वाली आवाज दी है। गीतकार हैं सुबीर सिन्हा और संगीत दिया है करण बारगे ने। इस गाने की खासियत इसकी स्वायल मेलोडी और दिल को छू जाने वाले बोल हैं। इस फिल्म में दिवेश दर्शन के अलावा कार्तिकी बारगे, किशन दुलगच और राजेश अहेर ने भी प्लेबैक किया है।

    अब 25 अप्रैल से ओटीटी पर भी होगी रिलीज:

    7 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने के बाद अब यह फिल्म 25 अप्रैल से स्क्रीनप्लीक्स ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी उपलब्ध होगी, जहां दर्शक इसे कभी भी देख सकेंगे।

  • किसान पेट्रोल पंप पर खड़ी बालू लदी ट्रक में लगी आग, मचीअफरा-तफरी

    किसान पेट्रोल पंप पर खड़ी बालू लदी ट्रक में लगी आग, मचीअफरा-तफरी

    भोजपुर/आरा: नारायणपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत आरा-अरवल मुख्य मार्ग पर स्थित किसान पेट्रोल पंप पर रविवार को उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब पेट्रोल पंप पर खड़ी एक बालू लदी ट्रक के इंजन में अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और पंप कर्मियों सहित स्थानीय लोग दहशत में आ गए।

    प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रक के इंजन के केबिन से पहले धुआं उठता दिखा, जिसके बाद आग की लपटें तेज हो गईं। पंप कर्मचारियों द्वारा तुरंत शोर मचाया गया और स्थानीय थाना को सूचना दी गई। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी और ग्रामीणों ने पंप पर उपलब्ध अग्निशमन गैस सिलेंडर और बालू की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया।

    हालांकि, तब तक ट्रक का इंजन पूरी तरह जल चुका था। बाद में प्रशासन की ओर से बुलाए गए दमकल वाहन द्वारा पानी डालकर आग पर काबू पाया गया। साथ ही, जेसीबी की सहायता से ट्रक को पेट्रोल पंप से खींचकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया, जिससे पेट्रोल पंप को बड़े हादसे से बचाया जा सका।

    सौभाग्यवश, इस घटना में कोई जानमाल की क्षति नहीं हुई।

  • बाबू कुंवर सिंह वीरता दिवस को लेकर क्षत्रिय समाज की बैठक आयोजित

    बाबू कुंवर सिंह वीरता दिवस को लेकर क्षत्रिय समाज की बैठक आयोजित

    घोड़ासहन: स्वतंत्रता संग्राम के महानायक बाबू कुंवर सिंह के वीरता दिवस को तेजोत्सव दिवस के रूप में भव्य तरीके से मनाने को लेकर रविवार को घोड़ासहन के जगदम्बा पैलेस में क्षत्रिय समाज की बैठक आयोजित हुई। आगामी 23 अप्रैल को इसी स्थान पर तेजोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

    बैठक की अध्यक्षता पूर्व पैक्स अध्यक्ष सह कांग्रेस अध्यक्ष बिंदेश्वर सिंह ने की। कार्यक्रम के प्रभारी धर्मेंद्र विद्रोही ने बताया कि 80 वर्ष की उम्र में भी अंग्रेजों के खिलाफ मोर्चा लेने वाले वीर कुंवर सिंह आज भी राष्ट्रभक्तों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।

    उन्होंने कहा कि तेजोत्सव में पकड़ीदयाल, सिकरहना और रक्सौल अनुमंडल के सभी क्षत्रिय गांवों से प्रतिनिधियों की उपस्थिति रहेगी। कार्यक्रम का उद्देश्य समाज को एकजुट कर अपने पूर्वजों के आदर्शों को आत्मसात करना है।

    इस अवसर पर प्रकाश सिंह काका, चुन्नू सिंह, चंद्रभान सिंह, धीरेंद्र सिंह, ललन सिंह, अभय सिंह, संतोष सिंह सहित कई प्रमुख सदस्य आयोजन की तैयारियों में जुटे हैं। बैठक में जिला परिषद, मोतिहारी सेन्ट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष अरुण सिंह समेत कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।