Category: Bihar

  • महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करते रहने की जरूरत 

    महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करते रहने की जरूरत 

    समस्तीपुर पूसा 08 मार्च  को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर नारी सम्मान के तहत बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर ने बिहार में गुरूवार को पहला प्रयोग किया है। 8 मार्च 2024 को अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के पावन अवसर पर महिलाओं के प्रति सम्मान प्रकट करने एवं प्रोत्साहित करने के उद्देशय से एक दिन का सभी विभागों का सुप्रीम बनाया गया। महिला दिवस को लकर बीएयू के कुलपति डा डी आर सिंह ने सभी विभागों में उस विभाग की वरीय महिला विज्ञान/शिक्षिका को एक दिन के लिए विभाग के अध्यक्ष पद से सुशोभित किया है। महिलाओं के महत्व को समझाने और जागरूकता लाने की दिशा में यह बहुत बड़ा कदम है।

    दुनिया भर की महिलाओं के योगदान को और सशक्त करने में सामाजिक भागीदारी और व्यक्तिगत प्रयासों को बढ़ावा देने की हम सभी को जरूरत है। इस अंतराष्ट्रीय महिला दिवस पर हम सभी को जितना हो सके, अपने जीवन से जुड़ीं महिलाओं के साथ ही देश-दुनिया की उन सभी स्त्रियों का सराहना करें। बिहार स्वाभिमान संघ के अध्यक्ष ग्राम-महमदा पूसा, समस्तीपुर के सुनिल कुमार राय ने अपने निवास पर प्रेस कॉफेंस बुलाकर कुलपति, बिहार कृषि विश्वविद्यालय, सबौर को आभार प्रकट किया साथ ही कुलपति को भविष्य में ऐसे ही लड़कियों / महिलाओं को आगे बढ़ाने की दिशा में कार्य करते रहने का आग्रह किया।

  • सरसों की कटनी एवं दौनी का कार्य यथाशीघ्र संपन्न करें किसान : डा ए सत्तार

    सरसों की कटनी एवं दौनी का कार्य यथाशीघ्र संपन्न करें किसान : डा ए सत्तार

    मौसम शुष्क रहने का अनुमान 

    समस्तीपुर पूसा डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केंद्र स्थित ग्रामीण कृषि मौसम सेवा एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग के सहयोग से जारी 09-13 मार्च, 2024 तक के मौसम पूर्वानुमान की अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में आसमान प्रायः साफ तथा मौसम के शुष्क रहने का अनुमान है।
    इस अवधि में अधिकतम तापमान 29 से 31 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 13-16 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। वहीं शुक्रवार की तापमान पर नजर डालें तो अधिकतम तापमानः 28.0 डिग्री सेल्सियस जो सामान्य से 1.3 डिग्री कम एवं न्यूनतम तापमानः 11.0 डिग्री सेल्सियस जो सामान्य से 3.1 डिग्री कम दर्ज किया गया। पूर्वानुमानित अवधि में औसतन 10 से 15 कि0मी0 प्रति घंटा की रफ्तार से मुख्यतः पछिया हवा चलने का अनुमान है। सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 90 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 60 प्रतिशत रहने की संभावना है।समसामयिक सुझाव देते हुए मौसम वैज्ञानिक डा ए सत्तार ने बताया कि
    मौसम की शुष्क रहने की संभावना को देखते हुए तैयार सरसों की कटनी, दौनी तथा सुखाने का काम प्राथमिकता देकर करें। तैयार आलू की खोदाई कर लें। शुष्क मौसम एवं तापमान में वृद्धि होना थ्रिप्स कीट के लिए अनुकुल वातावरण है। प्याज में चिप्स कीट की निगरानी करें। यह प्याज को नुकसान पहुँचानेवाला मुख्य कीट है। यह आकार में अतिसुक्ष्म होता है तथा पत्तियों की सतह पर चिपक कर रस चुसते है जिससे पत्तियों का ऊपरी हिस्सा टेढ़ा-मेढ़ा हो जाता है। पत्तियों पर दाग सा दिखाई देता है जो बाद में हल्के सफेद हो जाते है। जिससे उपज में काफी कमी आती है। थ्रीप्स की संख्या फसल में अधिक पाये जाने पर प्रोफेनोफॉस 50 ई0सी0 दवा का 1.0 मि.ली. प्रति लीटर पानी या इमिडाक्लोप्रिड दवा का 1.0 मि.ली. प्रति 4 लीटर पानी की दर से घोलकर छिड़काव करें। प्याज की फसल में खर-पतवार निकालें। फसल में 10 से 12 दिनों पर लगातार सिंचाई करें।
    बसंत ईख रोप के लिए उपयुक्त समय चल रहा है। मार्च के अन्तिम सप्ताह में यदि खेत में नमी की कमी होने पर रोप से पहले हल्की सिंचाई कर रोप करना चाहिए। ईख रोप हेतु दोमट मिट्टी तथा ऊँची जमीन का चुनाव कर गहरी जुताई करनी चाहिए। अनुशंसित प्रभेदो का चुनाव कर बीज मेड़ो की कवकनाशी (कार्बडाजीम) 1 ग्रा० प्रति लीटर के घोल में 15-20 मिनट उपचारित कर रोपनी करनी चाहिए। प्रभेदो के बीज रोग-व्याधि से मुक्त होना चाहिए एवं रोग मुक्त खेतों से लेना चाहिए और जहाँ तक संभव हो 8-10 महीने के फसल को ही बीज के रुप में प्रयोग करना चाहिए। गरमा फसल की बुआई से पूर्व मिट्टी में प्रयाप्त नमी की जाँच अवश्य कर लें। नमी के अभाव में बीजो का अंकुरण प्रभावित हो सकता है फलतः पौधों की संख्या में आयी कमी होने की वजह से उपज प्रभावित होगी। जो कृषक बन्धु गरमा सब्जी लगाना चाहते है वे अविलंब बुआई करें। लौकी की अर्का बहार, काशी कोमल, काशी गंगा, पूसा समर, प्रोलिफिक लॉग, पूसा मेद्यदूत, पूसा मंजरी, पूसा नवीन किस्मों की बुआई करें। तरबूज की अर्का मानिक, दुर्गापुर मधु, सुगरबेली, अर्का ज्योती (संकर) तथा खरबूज की अर्का जीत, अर्का राजहंस, पूसा शर्बती किस्में उत्तर बिहार के लिए अनुशंसित है। नेनुआ की पूसा चिकनी, स्वर्ण प्रभा, करेला की अर्का हरित, काशी उर्वषी, पूसा विशेष, कायमबटूर लॉग की बुआई करें। खेत की जुताई में 20-25 टन गोबर की खाद, 30 किलोग्राम नेत्रजन, 50 किलोग्राम फॉसफोरस, 40 किलोग्राम पोटास प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करें। सुर्यमुखी की बुआई के लिए मौसम अनुकूल है। इसकी बुआई 10 मार्च तक संपन्न कर लें। खेत की जुताई में 100 क्विंटल कम्पोस्ट, 30-40 किलोग्राम नेत्रजन, 80-90 किलोग्राम फॉस्फोरस एवं 40 किलोग्राम पोटास का व्यवहार करे। उत्तर बिहार के लिए सूर्यमुखी की उन्नत संकुल प्रभेद मोरडेन, सूर्या, सी0ओ0-1 एवं पैराडेविक तथा संकर प्रभेद के लिए बी०एस०एच०-1, के०बी०एस०एच०-1, के०बी०एस०एच०-44, एम०एस०एफ०एच०-1, एम०एस०एफ०एच०-8 एवं एम०एस०एफ०एच०-17 अनुशंसित है। संकर किस्मों के लिए बीज दर 5 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर तथा संकुल किस्मों के लिए 8 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर रखें। बुआई से पहले प्रति किलोग्राम बीज को 2 ग्राम थीरम या कैप्टाफ दवा से उपचारित कर बुआई करे। रबी मक्का की फसल में धनबाल व मोचा निकलने से दाना बनने एवं दुध भरने की अवस्था तक खेत में प्रयाप्त नमी बनाए रखने हेतु आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। गेहूं की फसल जो दुध भरने की अवस्था में है ध्यान दें कि खेत में नमी की कमी नही हो। अगात बोयी गई भिण्डी की फसल में लीफ हॉपर (जैसिड) कीट की निगरानी करें। यह हरे रंग का कीट दिखने में सुक्ष्म होता है। भिंडी की खेत में घुसते ही यह कीट भिंडी के पौधे के पास से समूह में उड़ते हुए देखा जा सकते है। इसके शिशु व प्रौढ दोनो भिण्डी की पत्तियों के निचले हिस्से में रहते हैं और पत्तों का रस घुसते है जिसके फलस्वरूप पत्तियों किनारे से पिली होकर सिकुड़ती है तथा प्यालानुमा आकार बनाकर धीरे धीरे सुखने लगती है। फलन प्रभावित होती है। इस कीट का प्रकोप दिखाई देने पर इमिडाक्लोप्रिड 0.5 मि.ली. प्रति लीटर पानी की दर से घोल बनाकर छिड़काव करें।

  • प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को धरातल पर उतारने की जरूरत : डा. स्वेता मिश्रा 

    प्रशिक्षण में प्राप्त ज्ञान को धरातल पर उतारने की जरूरत : डा. स्वेता मिश्रा 

    समस्तीपुर पूसा। डा राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविधालय के अधीनस्थ बीज प्रक्षेत्र निदेशालय के सभागार में चल रहे तीन दिवसीय प्रशिक्षण संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता करते हुए वैज्ञानिक सह परियोजना मुख्य अन्वेषक डा स्वेता मिश्रा ने कहा कि प्रतिभागी की ओर से प्रशिक्षण में प्राप्त किए गए तकनीकी ज्ञान को धरातल पर उतारने का प्रयास करने की जरूरत है। साथ ही डॉ मिश्रा द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्राप्त ज्ञान का उपयोग विश्वविद्यालय प्रक्षेत्र तथा कृषक समुदाय के बीच करने के लिए प्रेरित किया।

    निदेशक प्रसार शिक्षा डॉ. मधुसूदन कुंडू ने कहा कृषि विज्ञान केंद्रों के सभी बीज उत्पादन पदाधिकारी को अनुसंधान पत्र प्रकाशन हेतु भी प्रेरित किया। तिरहुत कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. पी.पी. सिंह ने श्रीअन्न के नए प्रभेदों को बीज श्रृंखला में समाहित करने के लिए सुझाव दिया। अधिष्ठाता मत्स्यकी महाविद्यालय, डॉ.पी.पी.श्रीवास्तव ने विश्वविद्यालय मिलेट्स परियोजना के मुख्य अन्वेषक डॉ. स्वेता मिश्रा को उनके श्रीअन्न पर किए गए सराहनीय एवं अच्छे कार्य हेतु अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर लेडीज मिलेट्स के रूप में संबोधन किया गया। निदेशक बीज डॉ. डी .के. राय ने श्रीअन्न फसलों में पाए जाने वाले पोषक तत्वों की जानकारी दी गई। सभी प्रतिभागियों के बीच प्रमाण पत्र वितरित की गई। मंच का संचालन डॉ. राजीव श्रीवास्तव तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजेश कुमार ने की। मौके पर वैज्ञानिक डॉ राजेंद्र प्रसाद, डॉ. के.प्रसाद, डॉ.शिवेंद्र कुमार एवं निदेशालय के कर्मी आशुतोष रंजन, नित्यानंद निराला तथा मत्स्यकी महाविद्यालय के सहायक राजेश कुमार आदि मौजूद थे.

  • अनशन के समर्थन में चौथा दिन प्रखंड मुख्यालय के समक्ष भाकपा-माले ने बीडीओ का किया पूतला दहन

    अनशन के समर्थन में चौथा दिन प्रखंड मुख्यालय के समक्ष भाकपा-माले ने बीडीओ का किया पूतला दहन

    प्रखंड प्रशासन का आज निकलेगा अर्थी जुलूस

    समस्तीपुर पूसा। भाकपा-माले प्रखंड कमिटी के झंडा-बैनर तले चौथा दिन प्रखंड मुख्यालय के समक्ष अनशन के समर्थन में बीडीओ का पूतला दहन किया गया। तत्पश्चात सभा का आयोजन किया गया सभा की अध्यक्षता माले प्रखंड सचिव अमित कुमार व संचालन माले प्रखंड कमिटी सदस्य केदार कुमार ने किया। मोरसंड एवं कुबौलीराम सहित अन्य पंचायत में पूर्व से प्राप्त वासगीत पर्चाधारियों को भूमि उपलब्ध कराने, प्रखंड के तमाम पंचायत में मनरेगा योजना में योजनाओं में लूट-खसोट रोक लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच कराने, जन वितरण प्रणाली में कम राशन देने वाले डीलरों पर करवाई हो, हरपुर निवासी बटेश्वर ठाकुर के घर जेसीबी से तोड़ने वाले अपराधी पर गिरफ्तारी करने, विभिन्न पंचायत में बंद पड़े नल-जल कार्य को सुदृढ़ करने, आंगनवाड़ी, पशु शेड अन्य तमाम योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार को रोक लगाने को लेकर प्रखंड प्रशासन के खिलाफ नारे लगाते हुए अनशन के समर्थन में चौथा दिन विरोध प्रदर्शन कर बीडीओ का पुतला दहन किया गया। वह सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि बिहार में सुशासन की सरकार में अफसर साही चरम सीमा पर बढ़ गए हैं चार दिन बीत जाने के बावजूद भी अनशनकारियों से अभी तक प्रखंड प्रशासन वार्ता नहीं किया इससे प्रतीत होता है कि प्रखंड प्रशासन की मिली भगत से योजना में लूट-खसोट किया गया है। वही आगे उन्होंने कहा कि अनशनकारियों से मांगों पर सकारात्मक वार्ता नहीं हुआ तो आज प्रखंड प्रशासन का अर्थी जुलूस निकाला जाएगा
    मौके पर जिला कमिटी सदस्य महेश कुमार सिंह, रौशन कुमार, प्रखंड कमिटी सदस्य सुनीता देवी, भागनारायण राय, अजय कुमार, बतहु महतो, भगवतीया देवी, विभा देवी, व भूपेन तिवारी, रंजीत कुमार, किरण देवी रंजीत कुमार पटेल आदि दर्जनों माले कार्यकर्ता मौजूद थे।

  • दिल्ली की तरह राजगीर से कोलकाता की रेलवे कनेक्टिविटी पर्यटनहित में जरुरी

    दिल्ली की तरह राजगीर से कोलकाता की रेलवे कनेक्टिविटी पर्यटनहित में जरुरी

    राजगीर। हावड़ा – मोकामा एक्सप्रेस रेलगाड़ी को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र राजगीर तक चलाने की मांग पर्यटकों, रेल यात्रियों और स्थानीय लोगों के द्वारा केन्द्र सरकार से की गयी है। 1329 हावड़ा – मोकामा एक्सप्रेस, 13030 बनकर मोकामा से हावड़ा जाती है। इस रेलगाड़ी को राजगीर तक विस्तार करने से राजगीर, नालंदा और पावापुरी में पर्यटकों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि होने की असीम गुंजाइश है। इससे व्यापारियों को व्यापार करने में सुविधा तो होगी ही, रेलवे को भी काफी राजस्व प्राप्त हो सकेगा। सूत्रों के अनुसार हावड़ा – मोकामा एक्सप्रेस 23:20 हावड़ा से मोकामा के लिए खुलती है। वह 10:30 बजे सुबह मोकामा पहुंचती है। इसी तरह 13030 मोकामा- हावड़ा एक्स्प्रेस मोकामा से 12:45 बजे हावड़ा के लिए खुलती है और 3:00 बजे सुबह हावड़ा पहुंचती है। इस तरह यह रेलगाड़ी करीब सवा दो घंटे तक मोकामा में बेकार खड़ी रहती है। उसे पर्यटक स्थल राजगीर तक विस्तार किया जाय तो बंगाली पर्यटकों, रेल यात्रियों और व्यापारियों को तो लाभ होगा ही रेलवे को राजस्व भी बढ़ेगा। इसमें कोई दो राय नहीं है। सूत्रों के अनुसार राजगीर के स्टेशन सुपरिटेंडेंट चंद्रभूषण सिन्हा द्वारा पर्यटकों की डिमांड पर रेलवे के उच्चाधिकारियों को पत्राचार भी किया गया है। इस संबंध में रेलवे के प्रिंसिपल चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर डॉ मनोज कुमार सिन्हा द्वारा दानापुर रेल मंडल के मुख्य परिचालन प्रबंधक (सीनियर डीओएम) को आवश्यक निर्देश भी दिया गया है। लेकिन अबतक उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। जानकार बताते हैं कि पिछले सप्ताह पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक अनिल कुमार खंडेलवाल राजगीर दौरे पर आए थे। स्टेशन निरीक्षण के दौरान जीएम और डीआरएम की मौजूदगी में प्रिंसिपल चीफ ऑपरेटिंग मैनेजर द्वारा दानापुर के मुख्य परिचालन प्रबंधक से पूर्व में दिये गये आदेश के अनुपालन की जानकारी लेते हुए शीघ्र क्रियान्वित करने का आदेश दिया गया है। सूत्रों के अनुसार बंगाली टूरिस्टों द्वारा रेलवे बोर्ड से भी हावड़ा- मोकामा एक्सप्रेस रेलगाड़ी को राजगीर तक चलाने की मांग अपनी ओर से की गई है। बंगाली टूरिस्टों की माने तो वह हावड़ा से चलकर गया आते हैं। उसके बाद राजगीर, नालंदा और पावापुरी पर्यटन स्थल का भ्रमण करते हैं। उससे उनकी यात्रा खर्च काफी बढ़ जाती है। यदि हावड़ा- मोकामा एक्सप्रेस रेलगाड़ी को राजगीर तक चलाई जाय तो बंगाली टूरिस्ट को भी काफी सहुलियत होगी और रेलवे को राजस्व भी बढ़ेगा।

    — जनता बोली

    पर्यटन हित में हावड़ा – मोकामा एक्सप्रेस रेलगाड़ी को राजगीर तक विस्तार करनी चाहिए। इससे पर्यटकों और रेल यात्रियों के अलावे व्यापार से जुड़े हुए लोगों को भी लाभ होगा।

    महेन्द्र यादव, वरीय वार्ड पार्षद, नप राजगीर

    हावड़ा – मोकामा एक्सप्रेस रेलगाड़ी को राजगीर तक चलाने से पर्यटकों और आम लोगों को लाभ तो होगा ही रेलवे को राजस्व में भी काफी वृद्धि होगी।

    पंकज कुमार, मुखिया प्रतिनिधि, नीरपुर पंचायत

    पर्यटक शहर राजगीर और कोलकाता के बीच रेलवे कनेक्टिविटी नहीं होने से बंगाली टूरिस्ट पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। राजगीर- हावड़ा फास्ट पैसेंजर के बंद होने के बाद टूरिस्टों को बस से सफर करना खर्चिला हो गया है।

    डॉ अनिल कुमार, वरीय वार्ड पार्षद, नप राजगीर

    राजगीर से दिल्ली की तरह राजगीर से हावड़ा के बीच रेलवे कनेक्टिविटी जरुरी है। इससे पर्यटन और रेल यात्रियों को लाभ तो होगा ही नालंदा, नवादा, शेखपुरा आदि जिलों के व्यापारियों को कोलकाता से माल मंगाने में काफी सहूलियत होगी

    अरुण कुमार, पैक्स अध्यक्ष, मेयार पंचायत, राजगीर

    राजगीर से कोलकाता और मुंबई के लिए रेलवे कनेक्टिविटी के लिए सांसद कौशलेंद्र कुमार को भी खुद पहल करनी और लोकसभा में आवाज उठानी चाहिए। इससे पर्यटन के अलावे शिक्षा, चिकित्सा और व्यापार में भी सहूलियत होगी।

    जीरो देवी, मुख्य पार्षद, नगर परिषद, राजगीर

  • आठ महीने बाद भी नगर परिषद में नहीं हुआ विकास कार्यारंभ, वार्ड पार्षदों में निराशा

    आठ महीने बाद भी नगर परिषद में नहीं हुआ विकास कार्यारंभ, वार्ड पार्षदों में निराशा

    राजगीर। नगर परिषद, राजगीर की नई सरकार बनने के करीब आठ महीने से अधिक हो गये हैं, बावजूद विकास की नींव नहीं रखी जा रही है। विकास के रफ्तार पकड़ने की बात तो दूर की रही। नई सरकार गठन बाद विकास के काम शुरू नहीं होने के कारण नगर परिषद के वार्डों की समस्याएं जस की तस है। कहीं कहीं तो पहले से भी बदतर है। नई सरकार के गठन बाद लोगों की उम्मीद बढ़ी थी। तरह तरह के विकास के सपने नागरिक और वार्ड पार्षद बुने थे। लेकिन नगर परिषद के शासन और प्रशासन में तालमेल नहीं होने के कारण कहीं भी विकास के कोई काम नहीं हो रहे हैं। नतीजा है कि नगर के किसी भी वार्ड में विकास का एक भी काम अबतक शुरू नहीं किया गया है। न तो कहीं विभागीय और न कहीं निविदा द्वारा कार्यारंभ किया गया है। फलस्वरूप वार्डों की समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुश्री दिव्या शक्ति द्वारा विभागीय कार्यों पर रोक लगा दी गयी है। विकास कार्य निविदा द्वारा कराया जाना है। लेकिन निविदा की प्रक्रिया भी अबतक आरंभ नहीं की गयी है। नगर परिषद क्षेत्र में हर घर नल जल योजना का पानी लगभग सभी वार्डों में सड़कों पर अनायास ही बहता रहता है। नगर में सफाई कर्मियों की संख्या बढ़ाई गयी है, परंतु नली सफाई मुकम्मल नहीं हो रहा है। मुख्य सड़कों और गलियों को छोड़कर टोले – मोहल्ले के अंदर की गलियों में न तो नियमित झाड़ू पड़ता है और न ही नाली की व्यापक सफाई होती है।

     

    नहीं हुआ सड़क और नाली निर्माण काम शुरू

     

    नगर की अधिकांश सड़कें और गलियां जर्जर है। न तो उसकी मरम्मत की जा रही है और न ही सड़कों का जीर्णोद्धार कराया जा रहा है। सबसे बुरा हाल निचली बाजार की सड़क की है। इसके अलावे नौलखा मंदिर रोड, उपाध्याय टोला और तुलसी गली में नाला नहीं रहने के कारण घरों का पानी सड़कों पर बहता है। अनेकों जगह सड़कें टूटी हैं। नालियां जहां तहां टूटी हैं। निचली बाजार, नौलखा मंदिर रोड, मालीटोला, दांगी टोला, गांधी टोला, उपाध्याय टोला, बीचली कुआं एवं अन्य सड़कों की हालत बहुत खराब है। परंतु सरकार गठन के करीब आठ महीने बाद भी किसी भी वार्ड में काम शुरू नहीं किया गया है। जल जमाव की समस्याएं लगभग हर वार्ड में बना हुआ है। जिससे डेंगू भी पांव पसारने लगा है। नगर परिषद में पहले केवल 19 वार्ड हुआ करता था। विस्तार हुआ तो 32 वार्ड बन गया है। नगर परिषद में पहली बार जुड़े गांवों के वार्डों में विकास की काफी उम्मीद लगा रखी थी। परंतु अबतक विकास के काम आरंभ नहीं होने से उनके उम्मीदों पर पानी फिर रहा है। नगर परिषद और वार्ड पार्षदों के प्रति नागरिकों की नाराजगी का भाव देखा जा रहा है। नागरिक वार्ड पार्षदों से नाली गली का निर्माण और विकास की गुहार लगा रहे हैं। नगर परिषद की बोर्ड की बैठक में प्रत्येक वार्ड में दो-दो योजनाओं का चयन करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। योजनाओं के चयन बाद भी कार्यारंभ नहीं हुआ है। कार्यपालक पदाधिकारी द्वारा विभागीय कार्य कराने पर रोक लगाने के बाद टेंडर से भी काम नहीं कराने पर नगर में असंतोष बढ़ रहा है। करोड़ों की लागत से नगर में सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट का निर्माण कराया गया है। लेकिन आधे से अधिक घरों को सीवरेज कनेक्शन से नहीं जोड़ा गया है। इस सीवरेज ट्रिटमेंट प्लांट का निर्माण के करीब नौ साल बाद उद्घाटन तक नहीं कराया गया है। जरुरत है सीवरेज व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने और नगर परिषद के सभी घरों को सीवरेज से जोड़ने की। नगर परिषद की कोई भी पारंपरिक जलस्रोत पइन ऐसा नहीं है, जो अतिक्रमण का शिकार नहीं है। अतिक्रमण के कारण उन पारंपरिक जलस्रोतों के अस्तित्व खतरे में है। लचर ट्रैफिक व्यवस्था रहने के कारण शहर में आये दिन जाम का झाम लगा रहता है। बिना चहारदीवारी के बस स्टैंड की जमीन का भी आपाधापी से अतिक्रमण किया जा रहा है। लेकिन स्थानीय प्रशासन के अनदेखी के कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं।

     

    मुख्य पार्षद बोलीं

     

    नगर परिषद के सामान्य बोर्ड की बैठक में वार्ड पार्षदों द्वारा अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं की सूची दी गयी है। सभी वार्डों में दो-दो योजनाओं पर बोर्ड की बैठक में मुहर लगाई गई है। उन योजनाओं का डीपीआर तैयार कर निविदा की प्रक्रिया के माध्यम से योजनाओं का निर्माण पारदर्शी तरीके से कराया जायेगा।

    जीरो देवी, मुख्य पार्षद, नगर परिषद, राजगीर

  • अनुसूचित जाति बालिका विद्यालय में पहली कक्षा में लाॅटरी से हुआ नामांकन

    अनुसूचित जाति बालिका विद्यालय में पहली कक्षा में लाॅटरी से हुआ नामांकन

    राजगीर। गुरुवार को राजकीय अम्बेदकर प्लस टू अनुसूचित जाति आवासीय बालिका विद्यालय, राजगीर में शैक्षणिक सत्र 2024 – 25 के लिए छात्राओं के नामांकन की प्रक्रिया अनुमंडल पदाधिकारी कुमार ओमकेश्वर, अनुमंडल कल्याण पदाधिकारीवर्ग राजीव रंजन कुमार और प्राचार्य डाॅ राजीव रंजन की मौजूदगी पूरा किया गया। पहली कक्षा में नामांकन की प्रक्रिया लौटरी पद्धति से किया गया। अनुमण्डल पदाधिकारी कुमार ओमकेश्वर की देखरेख में पारदर्शिता के साथ नामांकन करने का काम पूरा किया गया। नामांकन उत्सवी माहौल में संपन्न हुआ।

    पहली कक्षा में नामांकन के लिए आवेदन करने वाले 504 से अधिक अभिभावक उपस्थित रहे। वरीय पदाधिकारियों और अभिभावकों की मौजूदगी में पारदर्शी व्यवस्था के तहत नामांकन प्रक्रिया पहली बार किया गया। अभिभावकों द्वारा अपनी पाल्याओं के लिए कुल आवेदित 504 दिया गया है। सभी छात्राओं की लौटरी निकाली गयी जिसमें कोटिवार कुल 40 छात्राओं का चयन मेधा सूची के लिए एवं 15 छात्राओं का चयन प्रतीक्षा सूची के लिए किया गया है। इस अवसर पर राजीव रंजन कुमार, अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी, सुश्री आतिया अंजुम, प्रखंड कल्याण पदाधिकारी सह छात्रावास प्रबंधक , अम्बेदकर प्लस टू अनुसूचित जाति आवासीय बालिका विद्यालय राजगीर, अजय पासवान, प्रमुख प्रतिनिधि, मीरा कुमारी वार्ड पार्षद एवं अन्य उपस्थित रहे। विद्यालय के प्राचार्य डॉ राजीव रंजन प्राचार्य के द्वारा नामांकन उत्सव में आए पदाधिकारियों और अभिभावकों का स्वागत करते हुए बेटियों को पढ़ने के लिए प्रेरित किया गया। प्राचार्य ने कहा कि छठी और नवमी कक्षा में नामांकन के लिए विभागीय प्रक्रिया पूर्ण कर परीक्षा फल का प्रकाशन किया जाएगा।

  • केवल ज्ञान कल्याणक महोत्सव के आखिरी दिन नौलखा मंदिर परिसर में निकली बरघोड़ा शोभायात्रा

    केवल ज्ञान कल्याणक महोत्सव के आखिरी दिन नौलखा मंदिर परिसर में निकली बरघोड़ा शोभायात्रा

    राजगीर। जैन धर्म के बीसवें तीर्थकर भगवान श्री मुनिसुव्रत स्वामी जी के केवलज्ञान कल्याणक महोत्सव के अन्तिम दिन भगवान की बरघोड़ा शोभायात्रा नौलखा मन्दिर परिसर में निकाली गई। इसमें सभी श्रद्धालु ढोल नगाड़े की आवाज पर नाचते गाते शामिल हुये। इस अवसर पर मन्दिर जी में कषाय निवारण पूजा का भव्य आयोजन किया गया। इस पूजा में मुंबई सहित कई राज्यों से पधारे श्रद्धालु शामिल हुये। इस अवसर पर समीर भाई महेता ने कहा कि जैन धर्म का शास्वत मंत्र नवकार है। जिसकी आराधना करने से मनुष्य को काफी लाभ होता है।

    वह अपने जीवन का कल्याण कर सकता है। राजगीर तीर्थाधिपति भगवान मुनिसुव्रत स्वामी की चार कल्याणक की पावन भूमि पर यह आयोजन उल्लेखनीय है। मुंबई के कोमल भाई मेहता ने कहा की राजगीर नगरी में ऐसा आकर्षण है कि यहाँ भगवान मुनिसुब्रत स्वामी के साथ जैन धर्म के कई तीर्थंकरों के चरण पडे हैं। उन्होनें इस नगरी में काफी विचरण किया है। यहां का कण-कण पवित्र है। संस्था के ट्रस्ट रणवीर कुमार जैन ने कहा कि हमलोग अपने आप को भाग्यशाली समझते हैं कि हमारा जन्म बिहार में हुआ है जो जैन धर्म के कई तीर्थकरों की कर्मभूमि तथा निर्वाण भूमि रही है। विभिन्न प्रदेशो से जो तीर्थयात्री इस अवसर पर पधारे हैं हम उनकी अनुमोदना करते है वे लोग प्रत्येक वर्ष इसी तरह कल्याणक पूजा में शामिल हो। संस्था के सहायक प्रबंधक ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि राजगीर ही ऐसी नगरी है जहाँ कई धर्मों का समावेश एक साथ हुआ है। इस तरह का आयोजन राजगीर नगरी में होने से यहीं एक नई उर्जा का संचालन होता है। राजगीर के कण कण में प्रभु विराजमान है। इन कार्यकमों में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुये जिनमें दीपक भाई छेड़ा, सुभाष बोथरा, समीर मेहता, जिमी मेहता, प्रभुलाल संघवी, परेश संघवी, हनीष संघवी, भुपेन्द्र भाई, दीपेश भाई, राजु भाई, विजय भाई, नीलेश भाई, डा जयनन्दन पाण्डेय, रामकृष्ण प्रसाद सिंह, ज्ञानचन्द जैन, पारस शाह, ललीत शाह, कोमल मेहता, निपुन मेहता, रमेशचन्द भूरा, सुशील कुमार जैन, मिहीर माई, गुणवंती बेन, मधु बेन, नमीता जैन, गीता बेन, प्रिया बेन, वैशाली बेन, प्रेमलता बेन, पुनम बेन, सुखराज जैन, जयन्ती भाई मेहता, प्रियंका जैन्, भाविन मेहता, भावना मेहता, पूर्णीमा जैन, रेखा जैन, कंचन जैन, रूपा जैन्, सुधीर कुमार उपाध्याय, दीपीका जैन, रितिका जैन्, परी जैन, ब्रह्मदेव उपाध्याय, उपेन्द्र कुमार विभुति, विजय कुमार उपाध्याय, नमीता मेहता, संस्था के कैशियर संजीव कुमार जैन, सतेन्द्र कुमार, डॉ गणेश शंकर पाण्डेय सहित काफी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।

  • वार्षिक खेल उत्सव में बच्चों ने दिखाया दम

    वार्षिक खेल उत्सव में बच्चों ने दिखाया दम

    टीम के साथ काम करने के गुणों में निखार लाता है खेलकूद : सुनील

    खेलकूद में भी कैरियर की असीम संभावनाएं : सुनील

    राजगीर। खेलकूद न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का आधार भी है। खेल खिलाड़ी भाईचारा और एकता की नसीहत भी सिखाता हैं। खेल बच्चों को जीवन में अनुशासित होकर बेहतर इंसान बनने में मदद करता है। खेलकूद विद्यार्थियों में नेतृत्व भावना और टीम के साथ काम करने के गुणों को निखारता है। नालन्दा पब्लिक स्कूल के निदेशक सुनील कुमार ने वार्षिक खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान यह कहा। उन्होंने कहा कि एक स्वस्थ्य शरीर में स्वच्छ मन का बास होता है। शिक्षा के साथ जीवन में खेलकूद की अहम भूमिका होती है। खेलकूद को अतिरिक्त या मनोरंजक गतिविधियों के रूप में नहीं देखा जाना चाहिए।

    खेलकूद में भी कैरियर बनाने की असीम संभावनाएं हैं। बच्चों को बचपन से ही खेलकूद के लिए प्रेरित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चों को किसी भी प्रकार के खेलों के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। ताकि वह अपनी रुचि के अनुसार पसंदीदा खेल में अपना करियर बना सकें। खेल विद्यार्थियों के जीवन की शुरुआत है। सफलता और असफलता से साझा करने की कला, सामूहिक रूप से किसी समस्या से निपटने, बैक अप लेने तथा महत्वपूर्ण परिस्थितियों में एक दूसरे की मदद करना सिखाता हैं।

    इस दौरान बच्चों ने अपने बेहतरीन खेलकूद का प्रदर्शन किया। वार्षिक खेलकूद के दौरान बालक और बालिकाओं के लिए अलग अलग दौड़, फुटबॉल, क्रिकेट, गोला फेंक, ऊंची कूद, लम्बी कूद, कबड्डी, थ्री लेग दौड़, चम्मच दौड़, कुर्सी दौड़, म्यूजिक शो आदि का आकर्षक आयोजन किया गया। सभी खेलों के विजयी प्रतिभागियों को स्कूल द्वारा पुरस्कृत किया गया। सिद्धी कुमार, हैप्पी, स्तुति, रूचि, खुश्बू, सेजल, केशव, आर्यन, रश्मि, संजना उर्फ संजू एवं शिवम् द्वारा उत्कृष्ट प्रदर्शन किया गया।
    इस आयोजन में शिक्षकों में गौरव कुमार, अतुल कुमार, लव कुमार, मन्नु कुमार, गायत्री कुमारी, सुलेखा कुमारी, विभा कुमारी, पूजा कुमारी, रोजी कुमारी एवं अन्य की भूमिका प्रशंसनीय रही।

  • खेग्रामस सदस्यों ने प्रतिरोध मार्च निकाल किया प्रदर्शन, तीसरे दिन भी अनशन रहा जारी

    खेग्रामस सदस्यों ने प्रतिरोध मार्च निकाल किया प्रदर्शन, तीसरे दिन भी अनशन रहा जारी

    अनशनकारियों के समर्थन में आज बीडीओ का होगा पुतला दहन

    समस्तीपुर पूसा भाकपा-माले प्रखंड कमिटी के झंडा-बैनर तले मानस मंदिर से प्रतिरोध मार्च निकालकर प्रखंड मुख्यालय पर खेग्रामस द्वारा चल रहे 21 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन आमरण अनशन के समर्थन में सभा का आयोजन किया गया। सभा की अध्यक्षता माले प्रखंड सचिव अमित कुमार व संचालन भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य रौशन कुमार ने किया। अनशन के समर्थन में सभा की संबोधित भाकपा-माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार, खेग्रामस जिला सचिव जीवछ पासवान, खेग्रामस जिला अध्यक्ष उपेन्द्र राय भाकपा-माले जिला कमिटी सदस्य किशोर कुमार किशोर कुमार राय, रौशन कुमार, महेश कुमार, माले प्रखंड कमिटी सदस्य रविंद्र सिंह, उषा साहनी सुनीता देवी अमृता देवी, भागनारायण राय, केदार कुमार राजकुमार, मो. याकूब, भूपेन तिवारी, रंजीत राय, बटेश्वर ठाकुर सहित दर्जनों माले कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया। वहीं अनशनकारियों के मांग के अनुसार मोरसंड को कुबौलीराम सहित अन्य पंचायत में पूर्व से प्राप्त वासगीत पर्चाधारियों को भूमि उपलब्ध कराने, प्रखंड के मोरसंड, कुबौलीराम, महमदपुर देवपार पंचायत सहित तमाम पंचायत में मनरेगा योजना में ट्रैक्टर, जेसीबी से चल रहे योजनाओं में लूट-खसोट रोक लगाते हुए उच्च स्तरीय जांच कराई जाए, जन वितरण प्रणाली में कम राशन देने वाले डीलरों पर करवाई हो, प्रधानमंत्री आवास, आंगनवाड़ी, पशु शेड अन्य तमाम योजनाओं में हो रहे भ्रष्टाचार को रोक लगाया जाए, दक्षिणी हरपुर पंचायत वार्ड- 9 एवं मोरसंड पंचायत बिरौली चौक पर अतिक्रमण मुक्त कराने, प्रखंड के सभी पंचायतों में नल-जल कार्य को सुदृढ़ करने तथा प्रखंड के विभिन्न ज्वलंत मुद्दे सहित 21 सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन आज तीसरे दिन भी जारी में उपस्थिति माले कार्यकर्ताओं ने प्रखंड प्रशासन के ख़िलाफ़ नारे लगा रहे थे।

    सभा को संबोधित करते हुए भाकपा-माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार ने कहा कि दलाल-बिचौलिया से मुक्त कराने, मनरेगा-राशन किरासन सहित अन्य सवालों को लेकर अनशन पर बैठे अनशनकारियों के साथ किसी तरह का घटना होता है तो उसका जिम्मेवार प्रखंड प्रशासन की होंगी आगे उन्होंने कहा कि अनशन के समर्थन में कल बीडीओ का पुतला दहन किया जाएगा जब तक मांगों पर सकारात्मक बात नहीं हुआ और करवाई नहीं हुआ तो माले कार्यकर्ता चक्का जाम करने का भी काम करेगा।
    मौके पर राजेश कुमार, रंजीत कुमार पटेल, किरण देवी, अंतू लाल राय, मुकेश कुमार, विजय प्रसाद, मनीष कुमार, लीला देवी, रेखा देवी, अनीता देवी, मंजू देवी, ममता देवी, संगीता देवी इनर देवी सहित सैकड़ो कार्यकर्ता मौजूद थे।