Category: ठगी पीड़ित

  • आईएमएस में कवि सम्मेलन का आयोजन

    आईएमएस में कवि सम्मेलन का आयोजन

    ऋषि तिवारी
    नोएडा। इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज (आईएमएस) नोएडा में स्वतंत्रता दिवस के पूर्व साप्ताहिक बेला पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ। दूरदर्शन दिल्ली एवं आईएमएस नोएडा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्वाधीनता के गीत सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हुए। वहीं कवि सुरेश नीरव, दिनेश रघुवंशी, संजीव मुकेश एवं डॉ. ज्योति उपाध्याय ने स्वाधीनता के गीत से कार्यक्रम में चार चांद लगाए।

    कवयित्री डॉ. ज्योति उपाध्याय ने मां सरस्वती की वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए स्वाधीनता दिवस की शुभकामनाएं दी। वहीं कवि संजीव मुकेश ने “हिमगीरी के चोटी पर झंडा हम फहराएंगे, जय हो जय हो भारत मां की पर्व मानाएंगे” एवं “तिरंगा आन है मेरी तिरंगा शान है मेरी कभी मिट के भी नहीं मिटती वो अभिमान है मेरी” गाकर दर्शकों से तालियां बटोरी। कवि दिनेश रघुवंशी ने कहा कि अमर बलिदानियों की हर कहीं जय हो, अंधेरे से उजाले तक उत्कर्ष की जय हो, तिरंगा हर जगह फहरे की भारतवर्ष की जय हो। आज के कार्यक्रम के दौरान स्वाधीनता सेनानियों को अपने सुरों में बांधते हुए कवि सुरेश नीरव ने काव्य पाठ किया।

    स्वतंत्रता दिवस के पूर्व साप्ताहिक बेला संस्थान द्वारा आयोजित कवि सम्मेलन के दौरान आईएमएस के महानिदेशक प्रो.(डॉ.) विकास धवन, डीन डॉ. नीलम सक्सेना के साथ संस्थान के शिक्षक एवं छात्रों ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी। छात्रों को संबोधित करते हुए डॉ. धवन ने कहा कि कवि अपनी कल्पना से अंतरिक्ष में उड़ान भर सकता है।

  • दक्षिण दिल्ली एएटीएस टीम ने दो शातिर जेब कतरों को पकड़ा

    दक्षिण दिल्ली एएटीएस टीम ने दो शातिर जेब कतरों को पकड़ा

    ऋषि तिवारी
    नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली जिले की एएटीएस की टीम ने सार्वजनिक गाड़ियों में लोगों की जेबों पर हाथ साफ करने वाले दो शातिर जेबकतरों को गिरफ्तार कर लिया है, दोनों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस ने सात मामलों को सुलझाने का दावा कर रही है। बता दे कि गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों के कब्जे से 12 मोबाइल फोन बरामद हुए है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान गौरव निवासी संगम विहार उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई है।

    बता दे कि गौरव पहले 7 आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है और दूसरे आरोपी की पहचान अर्जुन उर्फ गत्वा निवासी जी ब्लॉक संगम विहार उम्र 21 वर्ष के रूप में हुई है। वह भी पहले पांच आपराधिक मामलों में शामिल पाया गया है। मामले की जानकारी देते हुए दक्षिण दिल्ली जिले के डीसीपी अंकित चौहान ने बताया कि दक्षिणी जिले में मोबाइल फोन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एएटीएस को विशेष रूप से कार्य सौंपा गया था, जिसके अनुसार एसीपी ऑपरेशंस और एएटीएस प्रभारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया।

    टीम के द्वारा हाल फिलहाल में हुई घटनाओं के सीसीटीवी फुटेजों की गहनता से विश्लेषण किया गया और अपराधियों का पता लगाने के लिए टीम ने क्षेत्र में गश्त तेज कर दी है, टीम की लगन और प्रयास तब सफल हुए जब मैन्युअल इंटेलिजेंस के आधार पर दो आरोपियों की पहचान हुई है। दोनों आरोपी संगम विहार नई दिल्ली के निवासी हैं, टीम के द्वारा तकनीकी और स्थानीय खुफिया जानकारी के आधार पर बत्रा अस्पताल के एमबी रोड पर एक जाल बिछाया गया और दोनों आरोपी को पकड़ लिया गया है, उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से कुल 12 मोबाइल फोन बरामद हुई है। पूछताछ करने पर दोनों आरोपी ने बताया कि वह इन मोबाइल फोनों को मेवात स्थित ग्रहों के साइबर धोखाधड़ी करने वालों को बेचते थे।

  • जॉब का लालच देकर 4 हजार लोगो से ठगे लाखों रूपये

    जॉब का लालच देकर 4 हजार लोगो से ठगे लाखों रूपये

    दरसअल दिल्ली पुलिस ने जिगोलो बनाने के नाम पर ठगी करने वाले एक गैंग का पर्दा फाश किया है। इस गैंग ने अब तक जॉब सर्च कर रहे कुल 4 हजार युवाओं से लाखों की ठगी की है। इनमें से अधिकांश वे लोग है जो समाज के डर से चुप बैठ जाते है,लेकिन कुछ लोगों ने ने पुलिस में शिकायत दी। जिसके बाद साइबर एसएचओ इंस्पेक्टर रमन कुमार व उनकी टीम की अगुवाई में इनवेस्टिगेशन करने के बाद दो लोगों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। आरोपियों के नाम जयपुर निवासी कुलदीप सिंह चरण व श्यामलाल है। इनमें कुलदीप फर्राटेदार इंग्लिश बोलने में एक्सपर्ट है। वह लोगों को जाल में फंसाने के लिए लेडी एनआरआई क्लाइंट बनकर महिला की आवाज में बात करता था। पुलिस ने इनसे चार स्मार्ट फोन, एक लैपटॉप, एक डैस्कटॉप, 21 एटीएम कार्ड व अन्य सामान बरामद किया है।

    पुलिस अधिकारी के मुताबिक, एक तहरीर में शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि वह ऑनलाइन नौकरी तलाश रहा था, तभी उसे ‘एसपी प्लेब्वाय सर्विसेज डॉट कॉम’ नामक एक वेबसाइट के बारे में पता चला और उसने वेबसाइट पर दिए गए नंबर पर संपर्क किया।

    पुलिस ने कहा कि नौकरी देने के बहाने आरोपी ने शुरुआती पंजीकरण शुल्क के रूप में 2,499 रुपये की मांग की और बाद में शिकायतकर्ता को व्हाट्सऐप पर एक पहचान पत्र जारी किया। इसके बाद आरोपी 40 फीसदी एडवांस कमीशन, मसाज किट, पास कोड शुल्क और होटल बुकिंग शुल्क के नाम पर पैसे की मांग करने लगा। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उससे कुल 39,190 रुपये की ठगी की गयी। आपको बता दे ये कोई पहला मामला नहीं है इससे पहले भी इस तरहके फर्जी एपलिकेशन और वेबसाइड के माध्यम से अब तक लाखों-करोड़ों लोगो से ठगी की जा चुकी है।

     

     

  • पति पैरालाइज है,इलाज के लिए पैंसे नहीं,ऊपर से घर तोड़ने का नोटिस… तुगलकाबाद

    पति पैरालाइज है,इलाज के लिए पैंसे नहीं,ऊपर से घर तोड़ने का नोटिस… तुगलकाबाद

    तुगलकाबाद गांव की गरीब झुग्गी बस्ती में रहने वाले लोगों की परेशानिया थमने का नाम नहीं ले रही। उन्हें हर वक्त ये डर सताता रहता है कि कही उनका आशियाना ना उनसे छीन जायें। दरसअल कुछ दिन पहले ASI ने इस इलाके को अवैध घोषित करते हुए 1 हजार परिवार के लोगों को नोटिस भेजा था। जिसमें पहले तो उन्हें 15 दिन का समय दिया गया था,लेकिन फिर इस समय काल को 3 माह का कर दिया गया। जिसके बाद वहां रहने वाले गरीब जनता की रातों की नींदे उड़ गई।

    इलाके में इस वक्त हर किसी की आंखे यहां नम है,वे बस किसी तरह अपना घर बचाना चाहते है। वो घर जहां उनका जन्म हुआ,वो घर जहां वे पले-बड़े,वो घर जहां उन्होंने अपनी जिंदगी की सारी जमा-पूंजी उस घर पर लगा दी। नोटिस आने के बाद हमने कई लोदों से बातचीत कि जिसमें जनता ने सरकार का पुरजोर विरोध किया। उन्होंने कहा कि वे इस जमीन पर पिछले 30-40 साल से रह रहे है,उनका आधार कार्ड,पेन कार्ड ,वोटर आईडी कार्ड सब यही का है जब इसी पते पर चीज़े बन रही थी और उनसे उनकी जमीन के बदले उनसे पैसे लिए गए थे इतना ही नहीं वहां की पुलिस और किले वाले उनसे पैसें खा रहें थे,तब ये चीजें सरकार को क्यों नहीं याद आई।

    क्या सिर्फ गरीब जनता वोट मात्र का एक जरिया है। इलाके केै लोगों का आरोप है कि जानबूझकर उन्हें सताया जा रहा है। जो सरकार बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं की बात करती है वो ही सरकार बच्चों के भविष्य को खतरे में डाल रही हैं। जहां झुग्गी वही मकान का जो वादा किया गया था वो वादे कहां धरे के धरे रह गए?

    DDA अवैध कब्ज़े के नाम पर जानबूझकर कर रही है तोड़-फोड़

    आपकों बतां दे पिछले साल से केंद्रीय शाखा DDA राजधानी के अलग-अलग इलाकों में घरों और दुकानों को अवैध कब्ज़े के नाम पर लगातार तोड़ कर रही है। अप्रैल 2022 में जहांगीरपुरी में डेमोलिशन सांप्रदायिक तनाव के चलते हुआ। मुस्लिम बहुसंख्यक क्षेत्र में डेमोलिशन का दौर चलता आ रहा है। बाबरपुर, मौजपुर, मदनपुर खादर, शाहीन बाग जैसे इलाकों में बुल्डोजर पहुंचा तो था लेकिन कुछ जगहों में जाति-धर्म के विभाजन को खारिज करते हुए एकताबद्ध तरीके से बुलडोज़र का सामना किया गया, बल्कि ऐसे टक्कर देने वाले कालिंदी कुंज के लोगों पर पुलिस ने दंगे करवाने का आरोप लगा केस भी डाला जो आज तक चल रहा है।

    टेंशन के कारण बॉडी पैरैलाइज

    नोटिस आने के बाद घर पर बुल्डोजर चलने की टेंशन के कारण एक परिवार के सदस्य के शरीर का एक हिस्सा पैरैलाइज हो गया। उस फैमली का कहना है कि उनके पास खाने के पैसे ही बड़ी मुश्किल से जमा हो पाते है। अब ऐसे में घर छिन जाने के डर से उनका सुख चैन सब छीन गया है। वो दूसरों के घरों में काम कर के अपना पेट पालते है अगर उनका घर छीन गया तो वह अपने अपंग पति को लेकर कहा जायेगी।

  • Lucknow: इनकम टैक्स के डिप्टी कमिश्नर को क्यों भेजा जेल, जाने वजह

    Lucknow: इनकम टैक्स के डिप्टी कमिश्नर को क्यों भेजा जेल, जाने वजह

    प्रियंका रॉय

    • इनकम टैक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर हरीश गिडवानी की मुसीबते बढ़ी
    • 7 दिनों तक रहेंगे जेल मे बंद

    इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने इनकम टैक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर हरीश गिडवानी को अवमानना के मामले में 7 दिन के लिए जेल भेजने की सजा सुना दी है। इतना ही नहीं कोर्ट ने हरीश गिडवानी पर 25 हजार का जुर्माना भी लगाया है। हाईकोर्ट के इस फैसले से आयकर विभाग में हड़कंप मच गया है। याची का कहना था कि उसे लखनऊ में इनकम टैक्ट विभाग ने साल 2011-12 के लिए करीब 52 लाख रुपये का मूल्यांकन नेाटिस भेज दिया था, जबकि उन्होंने अपना आयकर दिल्ली से भरा था। कोर्ट के आदेश के बावजूद इनकम टैक्स विभाग की वेबसाइट पर बकाया नोटिस सात महीने तक चलता रहा, जिससे उनके सम्मान पर काफी चेाट लगी। गिडवानी पर आरोप है कि उन्होंने परेशान करने की नीयत से जानबूझकर वेबसाइड से पोस्ट डिलीट नहीं किया। जिसकी भरपाई के लिए उन्हें जेल जाना जरूरी है।

    22 दिसंबर को कोर्ट के सामने होगी पेशी

    जुर्माना नही चुकाने पर डिप्टी कमिश्नर को जेल में एक दिन अतिरिक्त बिताना पड़ सकता है। कोर्ट ने अधिकारी को आदेश जारी किया है कि उन्हें 22 दिसंबर को दोपहर तीन बजे कोर्ट के सीनियर रजिस्ट्रार के सामने पेश हों, जहां से उन्हें जेल भेज दिया जायेगा।

    52 लाख रुपये का भेजा था नेाटिस

    लखनऊ में इनकम टैक्ट विभाग ने साल 2011-12 के लिए करीब 52 लाख रुपये का मूल्यांकन नेाटिस भेज दिया था, जबकि उन्होंने अपना आयकर दिल्ली से भरा था। उनकी याचिका पर हाईकोर्ट ने 31 मार्च 2015 को नेाटिस और अन्य आदेश रद कर दिए थे।

  • Mission Payment : ठगी पीड़ितों को पैसा दिलाने के लिए बड्स एक्ट के तहत मिशन भुगतान शुरू 

    Mission Payment : ठगी पीड़ितों को पैसा दिलाने के लिए बड्स एक्ट के तहत मिशन भुगतान शुरू 

    Mission Payment : ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार ने कोटद्वार में पर्ल्स कंपनी के खिलाफ किया प्रदर्शन, तहसीलदार को सौंपा ज्ञापन 

    चरण सिंह राजपूत 

    सहारा इंडिया के अलावा दूसरी ठगी कंपनियों के खिलाफ भी मोर्चा खुल चुका है। ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार संगठन के बैनर तले निवेशक उत्तरांचल में प्रदर्शन कर रहे रहे हैं। कोटद्वार जिले में निवेशकों ने रियल स्टेट कंपनी पर्ल्स एग्रोटेक कॉरपोरेशन लिमिटेड के खिलाफ प्रदर्शन किया। पर्ल्स कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारियों ने तहसीलदार विकास अवस्थी के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन भेजा।

    इस अवसर पर प्रदर्शनकारियों ने बड्स एक्ट लागू कर अपनी डूबी हुई रकम वापस करने की मांग की।आंदोलन की अगुआई कर रहे सुखदेव सिंह शास्त्री ने कहा कि उन लोगों की जिंदगी भर की कमाई पर्ल्स कंपनी में डूब गई है। अब जब वे अपना पैसा वापस मांग रहे हैं तो उनको धमकाया जा रहा है।पीएसीएल के ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के बैनर टेल निवेशक हिन्दू पंचायती धर्मशाला में जमा हुए। यहां से जुलूस के रूप में नारेबाजी करते हुए तहसील पहुंचे जहां पर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन तहसीलदार विकास अवस्थी को  सौंपा। प्रदर्शन करने वालों में सुखदेव सिंह शास्त्री के अलावा  इंदु देवी, नीमा भंडारी, अंजू असवाल, संतोषी देवी, उर्मिला प्रेमलाल, रीना आदि मौजूद रहे।

    उधर ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार ने कोटद्वार से मिशन भुगतान भारत यात्रा का शुभारंभ  कर दिया है। इस अभियान में बिजनौर और नजीबाबाद के साथी भी कार्यक्रम में सम्मिलित हुए।सुखदेव शास्त्री, मुकेश और लक्ष्मी बिष्ट के नेतृत्व में निवेशकों ने Buds एक्ट 2019 की अनुपालना सुनिश्चित कराने के लिए आंदोलन छेड़ दिया है। संगठन के लोग देहरादून में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भी मिलने पहुंचे। उनके न मिलने में मुख्यमंत्री के स्टाफ से मिले और बड्स एक्ट को लागू करने की मांग की। दरअसल ठगी पीड़ित जमाकर्ता परिवार के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदन लाल आज़ाद की अगुआई में ठगी कंपनियों के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन चल रहा है। यह संगठन बड्स एक्ट के तहत विभिन्न ठगी कंपनियों में फंसे निवेशकों के पैसे को दिलाने की मांग कर रहा है।

    इस बारे में मदन लाल आजाद ने बताया कि करीब 20 करोड़ परिवार का हजारों करोड़ रुपये इन इन ठग कंपनियों पर है। मदन लाल का कहना है कि जितने भी संगठन इन कंपनियों के खिलाफ लड़ रहे हैं वे भलीभांति समझ लें कि यह लड़ाई बड्स एक्ट 2019 के तहत लड़ी जाएगी।उन्होंने बताया कि सेबी एक्ट 1992, कॉपरेटिव सोसायटी एक्ट 2019, लॉ कंपनी एक्ट 2013, चिटफंड 2019 और अनियमित जमा योजनाएं पाबंद कानून 2019 का उल्लंघन करते हुए सहारा इंडिया पर्ल्स, बाइक बोट, हैलो टैक्सी, टाइपराइड, राधा माधव, ब्ल्यूफॉक्स, साइन सिटी, फ्यूचर, मेकर, कैची पिक्सल, स्ट्रीट हॉक्स, कर्मभूमि, अल्पतरू, सारईं प्रसाद, हीरा गोल्ड, पिनकोन, रामेल, प्रयाग, हैलोराड, गो वे गो बाइक, एनएनएम, एवरग्रीन, विश्वास ट्रेडिंग, कार सर्विस यात्रा, ग्लोबल स्टार, किसान एग्रो, विश्वामित्र जैसी हजारों कंपनियों ने करोड़ों नागरिकों को बारी-बारी से अपनी ठग स्कीम्स में फंसाकर ठगा है। उनका संगठन बड्स एक्ट के तहत पूरे देश में पैसा दिलवाएग, उन्होंने बताया कि वे उत्तराखंड से बड्स एक्ट को लागू कराने के लिए जनजागरुकता अभियान शुरू कर रहे हैं। यह अभियान पूरे देश में चलेगा। देश के विभिन्न राज्यों में बड्स एक्ट लागू कराकर ठगी पीड़ितों को उनका पैसा दिलवाया जाएगा।