Category: सहारा

  • Sahara Protest : ऑल इंडिया जनांदोलन संघर्ष मोर्चा ने रांची में निकाली बाइक रैली 

    Sahara Protest : ऑल इंडिया जनांदोलन संघर्ष मोर्चा ने रांची में निकाली बाइक रैली 

    Sahara Protest : सहारा निवेशकों और एजेंटों को भुगतान दिलाने के लिए मोर्चा ने कसी कमर 

    आल इंडिया जनांदोलन संघर्ष मोर्चा ने देशभर में सहारा इंडिया के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मंगलवार को झारखंड की राजधानी रांची में बाइक रैली का आयोजन किया। इस रैली का आयोजन झारखंड प्रदेश अध्यक्ष नागेंद्र कुशवाहा के नेतृत्व में किया गया। दरअसल निवेशकों और एजेंटों के भुगतान को लेकर रांची राजभवन पर 2 सितंबर महाधरने का कार्यक्रम है। इसी की तैयारी के लिए पूरे शहर में जन जागृति अभियान चलाया गया और आम जनता को समझाया गया कि  सहारा में पैसे किसी भी स्कीम में न जमा करें। सहारा इंडिया और केंद्र सरकार को चेतवानी दी गई कि सहारा में जमा पैसे जो पूरा होने के बाद भी कई बरसों से भुगतान नहीं कर रहा है। उसे जल्द भुगतान करवाएं।

    दरअसल भुगतान को लेकर सहारा इंडिया के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर लड़ाई लड़ रहे ऑल इंडिया जनांदोलन संघर्ष मोर्चा ने देशभर में आंदोलन करने की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। संगठन 2 सितम्बर को झारखंड की राजधानी रांची में 7 को धनबाद में और 10 को उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में धरना-प्रदर्शन करने जा रहा है। अगले महीने महाराष्ट्र विधानसभा का घेराव करने की योजना है। राजस्थान से भरतपुर से जयपुर तक रथ यात्रा के साथ जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। बिहार में प्रदेश अध्यक्ष मोहित कुमार, संतोष अग्रवाल और अनिल सिंह की अगुआई में 38 जिलों में रथ यात्रा एवं अंत में गांधी मैदान में एक बड़ी जनसभा का आयोजन होगा। छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा का घेराव करने की तैयारी है। पंजाब के पटियाला में तिरंगा यात्रा एवं जन जागरूकता अभियान की शुरुआत होने जा रही है। आसाम में अक्टूबर में विधानसभा का घेराव होगा। मध्य प्रदेश में विधानसभा का घेराव होगा। छह अक्टूबर को देश के हर  जिला मुख्यालय पर एक साथ क्रमिक आमरण अनशन एवं धरना प्रदर्शन होगा। 11 अक्टूबर को देश के हर जिला मुख्यालय पर एक साथ क्रमिक आमरण अनशन एवं धरना प्रदर्शन होगा।

    संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय देव शुक्ला ने कहा है कि ऑल इंडिया जनांदोलन संघर्ष मोर्चा अब आंदोलन के बल पर सहारा निवेशकों को उनका भुगतान कराएगा। देशभर में आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली गई है। उन्होंने कहा कि सहारा के चेयरमैन कितने भी हथकंडे अपना लें पर उनको निवेशकों और एजेंटों का भुगतान करना ही होगा। उन्होंने कहा कि देश में जितने भी संगठन सहारा इंडिया के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं सभी की लड़ाई और मंजिल के ही है। सबको मिलकर बस निवेशकों और एजेंटों का पैसा दिलवाना है।अभय देव शुक्ल ने कहा कि ऑल इंडिया जनांदोलन संघर्ष मोर्चा अब युद्धस्तर पर सहारा के खिलाफ मोर्चा खोलेगा। देशभर में सहारा निवेशकों और एजेंटों को एकजुट किया जाएगा। सहारा के खिलाफ इतना बड़ा आंदोलन होगा कि केंद्र सरकार को हस्तक्षेप कर सहारा निवेशकों को पैसा दिलवाना ही पड़ेगा। उन्होंने कहा कि 6,7 और 8 अगस्त को दिल्ली जंतर मंतर पर हुए आंदोलन के बाद देश में सहारा इंडिया के खिलाफ माहौल बन रहा है। हमें अब यह लड़ाई किसी भी हालत में जितनी है।

  • Sahara India : निवेशकों के पैसे लौटाने के लिए किडनी बेचने को मजबूर सहारा एजेंट

    Sahara India : निवेशकों के पैसे लौटाने के लिए किडनी बेचने को मजबूर सहारा एजेंट

    Sahara India : पर्चे बांटकर ढूंढ रहा 80 लाख का खरीदार

    सहारा इंडिया के प्रमुख सुब्रत राॅय पर सुप्रीम कोर्ट में निवेशकों का 20 हजार करोड़ लौटाने के मामले में केस चल रहा है, लेकिन निवेशक सहारा बैंक के एजेंटों को रुपए लौटाने का दबाव बना रहे हैं। ऐसे में राजस्थान विजयपुर के एजेंट सुदीप गुप्ता पर जब लोगों ने दबाव बनाया तो पहले उन्होंने आत्महत्या करने का फैसला लिया, लेकिन बाद में परिवार के भरण-पोषण की बात सोचते हुए अपना फैसला बदल लिया। अब सुदीप निवेशकों के 80 लाख रुपए लौटाने के लिए अपनी किडनी बेचना चाहते हैं। इसके लिए वे पर्चे बांटकर 80 लाख देने वाला खरीदार तलाश रहे हैं।

    दरअसल श्योपुर में सहारा बैंक संचालित है, जिसकी शाखा विजयपुर में भी है। श्योपुर और विजयपुर में सहारा बैंक के 10 हजार से ज्यादा ग्राहक हैं, जिनके बैंक में करोड़ों रुपए जमा हैं। पॉलिसी की समय-सीमा पूरी होने के बाद भी जब निवेशकों (ग्राहकों) को रुपए वापस नहीं मिले तो उन्होंने बैंक के लिए काम करने वाले एजेंटों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया। विजयपुर के सहारा एजेंट सुदीप गुप्ता (एजेंट कोड – 548810043) ने लोगों के बैंक में 80 लाख रुपए जमा कराए, लेकिन यह रुपए अब बैंक से वापस नहीं मिल पा रहे। नतीजा निवेशकों ने सुदीप गुप्ता पर पैसा लौटाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया। बढ़ते दबाव के चलते पहले तो सुदीप गुप्ता ने आत्महत्या का फैसला लिया और फिर परिवार के बारे में ख्याल आया तो यह कदम उन्होंने नहीं उठाया, पर अब वह निवेशकों के 80 लाख रुपए लौटाने के लिए अपनी किडनी बेचने को तैयार हैं। किडनी के लिए वे 80 लाख रुपए देने वाला ग्राहक तलाश रहे हैं। इसके लिए पर्चे भी बंटवा रहे हैं।

    2016 में होना था भुगतान : सुदीप 2011 से निवेशकों के रुपए पॉलिसी अनुसार सहारा बैंक में जमा करवा रहे थे, जिसका भुगतान बैंक को पॉलिसी की नियम व शर्तों के अनुसार 2016 में करना था, लेकिन दो साल बाद भी 300 से ज्यादा निवेशकों को उनका रुपया ब्याज सहित नहीं मिला।