नई दिल्ली| भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने अमेजन को 200 करोड़ रुपये का दंड देने और फ्यूचर डील को निलंबित करने का आदेश दिया है, जिसे कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने एक ऐतिहासिक कदम बताया है। कैट के मुताबिक अमेजन का कदाचार ,कानूनों और नियमों के निरंतर उल्लंघन और हर कदम पर झूठ का सहारा लेने की आदत अब पूरी तरह से उजागर हो गई है। इसके अलावा कैट ने केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से भारत में अमेजन पोर्टल को तत्काल निलंबित करने का आदेश देने की मांग की है।
कैट के महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने कहा कि, भारतीय कंपनियों को नियंत्रित करने के लिए अमेजन की शातिर मंशा को सीसीआई ने पूरी तरह विफल कर दिया है। वहीं भारत का व्यापारिक वर्ग के अमेजन के खिलाफ लगाए गया आरोप भी सही साबित हुआ है।
सीसीआई का आदेश अमेजन को सुर्खियों में लाने के लिए कैट के दो साल से अधिक के कठोर प्रयासों का पहला ठोस परिणाम है। अंत में कैट के प्रयास सही साबित हुए हैं। वहीं यह न केवल अमेजन बल्कि अन्य विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों के लिए भारत सरकार के कानून, नियमों और एफडीआई नीति का उल्लंघन बंद करने का स्पष्ट सन्देश है।
हालांकि, कैट यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि सभी ई-कॉमर्स कंपनियां चाहे बहुराष्ट्रीय कंपनियां हों या भारतीय, उन्हें कानून का पालन करना चाहिए। दरअसल सीसीआई ने अपने आदेश में कहा कि अब यह जरूरी है कि डील का फिर से आकलन किया जाए। वहीं अमेजन-फ्यूचर डील मामले में कुल 57 पन्नों का आदेश भी जारी किया है।