बिहार से एक घटना साने आई, जहां पर पुलिस ने क्रूरता की हद पार की है। दरअसल यह घटना बिहार के बक्सर जिले की है। जहां पुलिस ने किसानों को बुरी तरह से पीटा है। बिहार के बक्सर में दर्जनों पुलिसकर्मियों ने किसानों के घर धावा बोल दिया ओैर आधी रात को उन्हें डंडों से बुरी तहर पीटा। इसके बाद बुधवार सुबह किसानों ने पावर प्लांट पहुंचकर जमकर हंगामा किया और गाड़ियों में तोड़फोड़ भी की। इस दौरान किसानों ने एक पुलिस वैन को आग के हवाले कर दिया।
राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही हाइड्रो इलेक्ट्रिक कंपनी
बक्सर जिले के चौसा ब्लॉक में राज्य सरकार द्वारा हाइड्रो इले्ट्रिरक कंपनी संचालित की जा रही थी और यह कंपनी जमीन का अधिग्रहण कर रही थी। इसी अधिग्रहण को लेकर किसान अपनी जमीन का उचित मुआवजा मांग रहे थे। बक्सर के बनारपुर गांव के निवासियों ने कहा कि पुलिस की कार्रवाई किसानों के एक ग्रुप के खिलाफ थे, जो विरोध प्रदर्शन में शामिल थे।
किसानों ने पहले हमला किया : पुलिस
वहीं अपने ऊपर लग रहे आरोपों पर पुलिस ने कहा कि उन पर पहले किसानों ने हमला किया था, जबकि पुलिस इस दावे को किसानों ने खंडन किया है। किसानों द्वराा जारी सीसीटीवी फुटेज में पुलिसकर्मियों के समूह को मारपीट करने से पहले एक घर के बाहर घूमते हुए देखा जा सकता है।
पुलिसकर्मी वीडियो में महिलाओं को पीटते हुए दिखाई दिये
एक व्यक्ति द्वारा घर के अंदर हमला करने के दौरान रिकार्ड किये गये सेल फोन वीडियो में पुलिसकर्मी महिलाओं समेत लोगों को बेरहमी से पीटते और दरवाजे तोड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं। किसानों ने कहा कि हमले का नेतृत्व मुफस्सिल पुलिस स्टेशन के एक वरिष्ठ अधिकारी अमित कुमार ने किया, जो एसजीवीएन पावर प्लांट द्वारा दायर एक शिकायत का जवाब दे रहे थे। पुलिस अभी तक यह नहीं बता पाई है कि किसानों के घर चले जाने के बाद वे आधी रात के प्रदर्शन के खिलाफ शिकायत का जवाब देने क्यों गये थे। किसानों ने कहा कि लगभग 12 साल पहले तय की गई दरों पर परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण किया जा रहा है और इसके खिलाफ वे शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन कर रहे थे।