सीतामढ़ी। पीएम आवास योजना में घूसखोरी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। बेलसंड, डुमरा और परिहार प्रखंडों में आवास सहायकों और जनप्रतिनिधियों पर रिश्वत मांगने के आरोप साबित हुए हैं।
बेलसंड प्रखंड के जाफरपुर पंचायत के आवास सहायक लालबाबू प्रसाद पर बीडीओ की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। कई लाभार्थियों ने 5-5 हजार की अवैध वसूली की पुष्टि की है। डुमरा में एक मुखिया के रिश्वत मांगने का वीडियो वायरल हुआ था, जिसके बाद डीएम ने प्राथमिकी का आदेश दिया। परिहार में भी मुखिया व दो वार्ड सदस्यों पर मामला दर्ज हुआ है।
पीएम आवास योजना का लाभ पहले पति को और फिर पत्नी को देने का मामला भी सामने आया है। डीडीसी की जांच में पाया गया कि डुमरा के कमरूल और बदरूल को 2010-11 में आवास मिल चुका था, फिर भी उनकी पत्नियों को भी लाभ दे दिया गया, जो घूसखोरी से जुड़ा है।
जिम्मेदारों के खिलाफ कार्रवाई:
डीएम रिची पांडेय के आदेश पर जांच में दोषी पाए गए कर्मियों पर प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। रिश्वतखोरी की घटनाओं से आमजन में नाराजगी है।