लखनऊ। उत्तर प्रदेश में शिक्षक भर्ती (69,000 सहायक शिक्षक भर्ती) को लेकर अभ्यर्थियों ने अनोखे तरीके से विरोध प्रदर्शन किया। हाथ में रोटी लेकर वे अपनी मांगों को रेखांकित कर रहे थे, जो मुख्य रूप से भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता, आरक्षण नियमों के उचित कार्यान्वयन, और नियुक्ति पत्र जारी करने की मांग से जुड़ी थीं। यह प्रदर्शन लखनऊ में हुआ, जहां अभ्यर्थी लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इस प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर शेयर किया, जिसमें अभ्यर्थियों को हाथ में रोटी लिए देखा जा सकता है। उन्होंने इस मुद्दे पर योगी सरकार की आलोचना की और अभ्यर्थियों के समर्थन में अपनी बात रखी। अखिलेश ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार ने भर्ती प्रक्रिया में अनियमितताएं कीं, खासकर आरक्षण नियमों का पालन न करने और नौकरियों को “डिलीट” करने का दावा किया।
यह आंदोलन 69,000 शिक्षक भर्ती से जुड़ा है, जिसमें इलाहाबाद हाई कोर्ट ने अगस्त 2024 में पुरानी चयन सूची को रद्द कर तीन महीने के भीतर नई सूची जारी करने का आदेश दिया था। अभ्यर्थी, खासकर ओबीसी और एससी/एसटी वर्ग के, का कहना है कि आरक्षित सीटों का आवंटन ठीक से नहीं हुआ और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।