द न्यूज 15
जयपुर । राजस्थान के आठ और स्टूडेंट्स यूक्रेन से भारत पहुंच चुके हैं। राजस्थान की उद्योग मंत्री शकुंतला रावत और सीकर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद स्वामी सुमेधानंद ने गुरुवार को यूक्रेन से जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंचे राज्य के आठ विद्यार्थियों की अगवानी की। इन छात्रों ने अपनी स्वदेश वापसी को लेकर भारत सरकार और राज्य सरकार का आभार जताया। हालांकि, इन विद्यार्थियों ने दावा किया कि यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने उनकी किसी तरह से मदद नहीं की। साथ ही, उन्होंने यूक्रेन के सैनिकों पर उनके साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया।
यूक्रेन की सीमा पर हो रहा है मिसबिहैव : यूक्रेन से जयपुर हवाई अड्डे पर पहुंची एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा टीना कुमार ने कहाकि यूक्रेन के सैनिकों ने सीमा पर उनके साथ दुर्व्यवहार किया। सीमा पार करते समय उन्हें बहुत परेशानी हुई। उन्होंने लगातार तीन दिन सफर किया। उन्होंने बताया कि यूक्रेन की सेना ने हमारे साथ बहुत गंदा व्यवहार किया…वे लड़कियों को जाने दे रहे थे, लेकिन लड़कों को पीट रहे थे। उन्होंने हमारी ओर आंसू गैस के गोले भी छोड़े। इसके अलावा, गोलीबारी भी की जा रही थी। उन्होंने बताया कि सीमा पर द्वार केवल 10 मिनट के लिये खोला गया और कुछ ही छात्र प्रवेश कर सकें। उन्होंने दावा किया कि भारतीय दूतावास से उन्हें यूक्रेन में और सीमा पर कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने कहा कि यूक्रेन सीमा पर स्थिति बहुत खराब है और हजारों छात्र यूक्रेन के सैनिकों की दुव्यर्वहार के बीच रोमानिया सीमा में प्रवेश करने की जद्दोजहद कर रहे हैं।
अपने पैसे से किराए पर ली बस : यूक्रेन से लौटे एमबीबीएस द्वितीय वर्ष के छात्र अक्षय सोनी ने बताया कि वहां सैनिकों ने एक लड़की को धक्का दे दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। स्थिति बहुत भयावह है। भारतीय दूतावास के अधिकारियों ने हमारे लिये कुछ नहीं किया। सोनी ने कहाकि उन्होंने (भारतीय दूतावास ने) हमें हमारे भाग्य भरोसे छोड़ दिया। हम वॉट्सऐप के जरिये हेल्पलाइन नंबर पर उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन कोई जवाब नहीं मिल रहा था। हम अपने बूते सीमा पर पहुंचे। उन्होंने कहाकि हमने अपने पैसे से एक बस किराये पर ली और सीमा तक पहुंचे। विद्यार्थियों ने कहाकि हम रोमानिया के अधिकारियों को हमारे साथ अच्छा व्यवहार करने, हमें भोजन और अन्य सुविधाएं देने के लिये धन्यवाद देते हैं। हमारे पास सीमा पर तीन दिन तक खाने के लिए कुछ नहीं था। हम ज्यादातर समय खड़े रहें और यहां पहुंचना हमारे लिए दूसरे जन्म के समान है।
तीन हजार अभी भी फंसे हैं : यूक्रेन से जयपुर हवाईअड्डा पहुंचे एक छात्र ने बताया कि हमने कभी नहीं सोचा था कि हमें इस तरह की स्थिति का सामना करना पड़ेगा। इन विद्यार्थियों की स्वदेश वापसी पर उद्योग मंत्री शंकुतला रावत ने कहाकि आज बड़ी ही खुशी का दिन है कि हमारे अपने बच्चे सकुशल वापस लौटे हैं। रोमानिया और अन्य देशों ने बड़े सम्मान के साथ इन बच्चों को सीमा तक पहुंचाया, हम उनका आभार प्रकट करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार ने यूक्रेन से सौ लौटे राज्य के सभी विद्यार्थियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की है। सांसद स्वामी सुमेधानंद ने कहा कि यूक्रेन में अध्ययनरत पूरे राजस्थान से लगभग 800 छात्र हैं, वहीं उनके सीकर जिले से लगभग 100 छात्र हैं। उन्होंने बताया कि विदेश मंत्रालय से उन्हें जानकारी दी गई है कि करीब 17 हजार लोग वहां से स्वदेश आ गये हैं, जबकि लगभग तीन हजार लोग अभी भी वहां फंसे हुए हैं।