रक्तदान शिविर में 60 ने किया रक्तदान
करनाल, (विसु)। रक्तदान महादान है। रक्त का कोई अन्य विकल्प नहीं है। ये शब्द एसआईटीई के निदेशक एवं प्राचार्य ले.डॉ. टी. आर. मुद्गल ने रक्तदाताओं को बैज लगाते हुए कहे। कार्यक्रम में नीलोखेड़ी नगरपालिक अध्यक्ष सनमीत कौर आहूजा मुख्यातिथि के रूप में पधारी हुई थी जबकि समाजसेवी सतनाम आहुजा विशेष रूप से उपस्थित रहे। शिविर के मुख्य संयोजक 175 बार रक्तदान और 85 बार प्लेटलेट्स दान कर चुके राष्ट्रपति पुलिस पदक से विभूषित, राष्ट्रीय स्वर्ण पदक विजेता, शतकवीर डायमंड रक्तदाता एवं पर्यावरण प्रहरी डॉ. अशोक कुमार वर्मा रहे। कार्यक्रम में एसआईटीई के निदेशक एवं प्राचार्य ले.डॉ. टी. आर. मुद्गल ने सभी अतिथियों को गमलों में सुसज्जित पौधे देकर उन्हें सम्मानित किया। समाजसेवी सतनाम आहूजा ने उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा हमें नियमित रक्तदान करना चाहिए ताकि हमारे देश में रक्त की कमी से किसी की भी मृत्यु ना हो और एक स्वस्थ व्यक्ति ही एक स्वस्थ समाज, परिवार और देश के विकास में अपना योगदान दे सकता है। कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे एसआईटीई के निदेशक एवं प्राचार्य ले.डॉ. टी. आर. मुद्गल ने रक्तदाताओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि रक्तदान सबसे महान और पुण्य का कार्य है। नागरिक अस्पताल करनाल के क्षेत्रीय रक्त संचरण अधिकारी डॉ. संजय वर्मा की अध्यक्षता में 60 इकाई रक्त संग्रहित किया गया। मंच का संचालन असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. हवा सिंह ने किया और रक्तदान की महिमा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रक्तदान के बारे भ्रांतियां हैं। रक्तदान स्वैच्छिक है। इस अवसर पर कॉलेज स्टाफ़ सदस्य परमिंदर मान, वेदप्रकाश , डॉ. मुकेश मान, डॉ. पवन नैन , विश्रुत मलिक, डॉ दीपक, नीलम, डॉ. संदीप खटकड़, साहिल गुप्ता, डॉ. अंजली, कुसुम, सपना, मोनिका,सीमा, डॉ. संदीप चौहान, एन सी सी कैडेट्स उपस्थित रहे।