चरण सिंह
लोकसभा चुनाव में गच्चा खाई बीजेपी ने हरियाणा में हिन्दुत्व पर काम किया और पासा बदल दिया। बड़े से बड़े राजनीतिक पंडित नहीं समझ पाये कि आखिर यह कैसे हो गया। दरअसल भाजपा के चुनाव में जमीनी काम करने वाला आरएसएस हरियाणा चुनाव में पूरी तरह से सक्रिय था। आरएसएस कार्यकर्ताओं का अपने समझाने का अलग तरीका होता है। जिस तरह से आरएसएस मुस्लिमों के प्रति हिन्दुओं में माहौल बनाता है उसी तरह से हरियाणा में जाटों के प्रति गैर जाटों में माहौल बनाया गया। हरियाणा में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैली आरएसएस ने कराई। योगी आदित्यनाथ का बंटेंगे तो कटेंगे वाला फार्मूला हरियाणा में बीजेपी के काम आया।
गांधी परिवार पर हमला बोलने वाले प्रधानमंत्री ने अब कांग्रेस की नीतियों पर हमला बोला है। प्रधानमंत्री कांग्रेस पर सीधा आरोप लगाया है कि कांग्रेस हिन्दुओं को जाटियों में बांटती है पर उसे मुस्लिमों की जातियां नहीं दिखाई देती है। प्रधानमंत्री का सीधा-सीधा मतलब यह रहा है कि हिन्दुओं को किसी भी हालत में एकजुट रखना है। भाजपा ने अब एक सूत्रीय नीति यह अपनाई है कि उसे हिन्दुत्व के मुद्दे से बाहर नहीं निकलना है। हरियाणा में जिस तरह से कांग्रेस के पक्ष में माहौल था उससे ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस अपने दम पर सरकार बना लेगी। पर आरएसएस और बीजेपी ने कांग्रेस पर मुसलमानों को आगे बढ़ाने का आरोप लगाते हुए हरियाणा के हिन्दुओं को एकजुट किया। हरियाणा में जाटों को मुस्लिमों के साथ जोड़ते हुए यादव, पंजाबी, सैनी और दूसरे वर्गांे को एकजुट किया।
दरअसल भाजपा जब जब हिन्दुत्व पर अडिग रही तब तब उसे चुनाव में फायदा हुआ। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री कांग्रेस के घोषणापत्र में उलझकर रह गये तो बीजेपी को उतने वोट नहीं मिले जितनी उम्मीद उसने लगा रखी थी। उत्तर प्रदेश में गृहमंत्री अमित शाह ने योगी आदित्यनाथ को नीचा दिखाने के चक्कर में राजपूतों को नाराज कर दिया। उत्तर प्रदेश में जाट, राजपूत, गुर्जर और यादव ऐसी जातियां हैं भले ही उनकी संख्या किसी पार्टी को नुकसान न करने कर हो पर ये जातियां ऐसा माहौल जरूर बना देतेे हैं कि चुनाव प्रभावित कर सके। ऐसा ही उत्तर प्रदेश में राजपूतों ने किया। राजपूतों की नाराजगी ने बीजेपी के पक्ष में एक माहौल बना दिया।
अब आरएसएस ने बीजेपी की रणनीति में अपना हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है। हरियाणा में आरएसएस ने अपने को साबित किया है। हारा हुआ चुनाव बीजेपी को जितवाया है। क्योंकि झारखंड, महाराष्ट्र चुनाव सिर पर है। अगले साल दिल्ली, बिहार का विधानसभा चुनाव होना है। अभी हाल ही में उत्तर प्रदेश में विधानसभा उप चुनाव होना है। ऐसे में बीजेपी का प्रयास है कि किसी भी तरह से हिन्दुओं को एकजुट रखा जाए।