तीन नामजद और एक अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज
मस्जिद के पैसों के हिसाब किताब को लेकर था विवाद
सौबान और हैदर ने चेयरमैन और उनके भाई शादान से भी बदतमीजी कर दी थी जान से मारने की धमकी दी
द न्यूज 15 ब्यूरो
किरतपुर। चेयरमैन अब्दुल मन्नान वे उनके भाइयों पर जानलेवा हमले के मामले में तीन नामजद व एक अज्ञात के खिलाफ हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस द्वारा आरोपियों को पकड़ने के लिये दबिशें दी जा रही हैं।
बता दें शनिवार को चेयरमैन अब्दुल मन्नान व उनके भाई शादान दोपहर में जौहर की नमाज पढ़ने के लिये मौहल्ले में स्थित मस्जिद में गये थे। मस्जिद के पैसों के हिसाब किताब को लेकर हैदर व सौबान पुत्रगण जीशान मस्जिद के मौअज्जन, ईमाम व मुतावल्ली से गाली गलौच कर हाथापाई पर उतर आये। जिसपर चेयरमैन ने उन्हें ऐसा करने से मना किया तो सौबान व हैदर ने चेयरमैन और उनके भाई शादान से भी बदतमीजी की और जान से मारने की धमकी दी। नमाजियों ने उन दोनों को मस्जिद से बाहर निकाला। मस्जिद से बाहर आने के बाद हैदर व सौबान ने घर पहुंच कर अपने भाइयों को इकठ्ठा किया तब सोनू, हैदर व सौबान एक राय होकर हाथों में धारदार चाकू व तमंचे लेकर जान से मारने की नियत से चेयरमैन अब्दुल मन्नान के घर में घुस गये। जहां उन्होंने शादान के सीने से चाकू से वार किया। हमले में पूर्व चेयरपर्सन रुबीना भी घायल हो गयीं। बाद में आरोपियों ने छतों पर चढ़कर पथराव किया। चेयरमैन अब्दुल मन्नान की बहन रिजवाना एडवोकेट द्वारा पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट में सोनू, हैदर व सौबान पुत्रगण जीशान व एक अज्ञात के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है। थाना प्रभारी उदय प्रताप ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये दबिश दी गई हैं। आरोपी पाताल में ही क्यों न हो उसे वहां से भी ढूंढ निकाला जायेगा।
अपराधियों पर कसते शिकंजे से बढ़ी दुश्मनी
चेयरमैन अब्दुल मन्नान व उनके भाई मुहम्मद फैजान मोहल्ले में अपराध की रोकथाम हेतु आपराधिक प्रवृत्तियों के युवाओं पर सख्ती बरतते हैं ताकि मोहल्ले की छवि शहर में अमन पसंद की बनी रहे। मगर कुछ को उनकी यह बात पसंद नहीं आती। कुछ लोग लुका छुप्पी से सट्टा, जुआ, मोबाइल चोरी एवं सुलफा, गांजा की तस्करी में लिप्त हैं। अनैतिक कार्यों में लिप्त लोगों की जानकारी होने पर चेयरमैन और उनके भाई कानून के पालन में सहयोग करते हैं और अनैतिक कार्यों में लिप्त लोगों को पुलिस के हवाले कर देते हैं। अनैतिक कार्यों को रोकने पर अपराधिक प्रवृति के लोगों से चेयरमैन व उनके भाईयों की आमने सामने की मुखालफत होती है। ऐसे आपराधिक प्रवृति के लोग चेयरमैन व उनके भाईयों के जान के दुश्मन बन गये हैं। शनिवार को मस्जिद में घटी घटना भी उसी का एक हिस्सा है।
सट्टा जूआ को बढ़ावा देते हैं कुछ युवा
कुछ अपराधिक प्रवृति के नौजवान हैं और वह मौहल्ले के अन्दर सट्टा-जूआ को बढ़ावा देते हैं, सुलफा बेचने व अवैध हथियारों की खरीद व फरोख्त में संलिप्त हैं। अपराधिक प्रवृति के लोगों से दोस्ती रखता है। उस पर मारपीट के मामले दर्ज हैं। वह मौहल्ले में अपना वर्चस्व चाहता है। जिस कारण युवाओं की टीम उसके इर्द गिर्द मंडराती रहती है। सट्टेबाजी के कारण मौहल्ले का मजदूर तबका भुखमरी का शिकार है। प्रतिपक्ष का कहना है कि सोनू, हैदर व सौबान पर हत्या के प्रयास में दर्ज मुकदमे के बाद से षडयंत्र रच रहे हैं और राजनीतिक विरोधियों से मिलकर चेयरमैन व उनके भाइयों पर झूठा आरोप लगा कर किसी झूठे आरोप में फंसाने के फिराक में हैं।
एहसान डबल मर्डर केस में मुख्य गवाह हैं चेयरमैन
गौरतलब है कि चेयरमैन अब्दुल मन्नान व उनके भाईयों की जान जान की बाजी लगी हुई है। चेयरमैन के बहनोई नजीबाबाद निवासी एहसान व एहसान के भांजे की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। एहसान डबल मर्डर केस की पैरवी चेयरमैन अब्दुल मन्नान कर रहे हैं। डबल मर्डर केस में चेयरमैन अब्दुल मन्नान मुख्य गवाह भी हैं। एहसान डबल मर्डर केस की पैरवी करने एंव मुख्य गवाह होने के कारण शाहनवाज गैंग उनके पीछे पड़ा है। डबल मर्डर केस की सुनवाई के दौरान डेढ़ वर्ष पूर्व जब चेयरमैन अदालत में पहुंचे तो शाहनवाज गैंग के बदमाशों ने फील्डिंग लगा कर हमले की योजना बनाई इससे पहले कि वह अपने मकसद में कामयाब होते पुलिस के हत्थे चढ़ गये थे। एहसान डबल मर्डर केस के मुख्य पैरोकार चेयरमैन अब्दुल मन्नान स्वयं हैं। जिसकी वजह से अब्दुल मन्नान पर कई बार हमले की कोशिश की गई, बदमाशों द्वारा फील्डिंग लगाई गई मगर हर बार चेयरमैन बच निकलते हैं। चेयरमैन, उनके भाईयों एवं परिजनों को जान का खतरा हर समय बना रहता है। मस्जिद में उनके साथ की गई बदतमीजी, हाथापाई एंव जान से मारने की धमकी किसी बड़े खतरे का संकेत तो नहीं।