बिहार की बल्ले-बल्ले, मोदी सरकार ने बिहटा के लिए खोला खजाना

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पटना वाले बम बम करेंगे

दीपक कुमार तिवारी

पटना। बिहार की राजधानी पटना में अब दो-दो एयरपोर्ट होंगे। पटना के बाद अब बिहटा में एयरपोर्ट का निर्माण होगा। इसको लेकर नरेंद्र मोदी की कैबिनेट ने लेकर मुहर भी लगा दिया है। अगर सब ठीक रहा तो नवंबर-दिसंबर में काम भी शुरू हो जाएगा। जानकारी के अनुसार, बिहटा एयरपोर्ट पर बनने वाले सिविल एनक्लेव का निर्माण नवंबर में शुरू होगा। राज्य सरकार अक्टूबर तक आठ एकड़ अतिरिक्त जमीन उपलब्ध कराएगी। पिछले शुक्रवार को केंद्रीय कैबिनेट से मिली मंजूरी के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है। रनवे को बढ़ाने के लिए 191 एकड़ और जमीन की जरूरत है।
बता दें कि बिहटा एयरपोर्ट के लिए पहले 108 एकड़ जमीन दी गई थी। लेकिन बाद में पता चला कि इतनी जमीन में पार्किंग नहीं बन पाएगी। इसलिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने 8 एकड़ जमीन और मांगी। इस देरी के कारण प्रोजेक्ट की लागत भी बढ़कर 1413 करोड़ रुपये हो गई है। पहले इसकी लागत 800 करोड़ रुपये आंकी गई थी। केंद्रीय कैबिनेट ने इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है और अब टेंडर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। नवंबर से काम शुरू होने के बाद उम्मीद है कि 2027 तक एयरपोर्ट का काम पूरा हो जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के लिए अभी तक 108 एकड़ जमीन पर 7 करोड़ रुपये की लागत से चारदीवारी का निर्माण किया जा चुका है। यह चारदीवारी आठ फुट ऊंची और 10 इंच मोटी है। बाकी बची हुई जमीन मिलने के बाद चारदीवारी का काम पूरा कर लिया जाएगा।
गौरतलब है कि बिहटा एयरफोर्स बेस स्टेशन पर सिविल एनक्लेव बनाने की जब योजना 2018 में बनी थी। उस समय राज्य सरकार ने इसके लिए 108 एकड़ जमीन देने की बता कही थी। लेकिन जब 50 लाख सालाना यात्री क्षमता के सिविल एनक्लेव का डीपीआर बना तो यह जगह अपर्याप्त साबित हुई और नये टर्मिनल भवन में आने जाने वाले हवाई यात्रियों के वाहनों को पार्क करने की जगह यहां नहीं निकल पा रही थी। इसके बाद यहां पार्किंग निर्माण के लिए पहले दी गयी जमीन के समीप ही आठ एकड़ और जमीन देने की मांग एयरपोर्ट अथॉरिटी ने राज्य सरकार से की।
बताया जा रहा है कि राज्य सरकार ने जमीन अधिग्रहण में आने वाली व्यावहारिक समस्याओं के कारण मामले में निर्णय लेने में लंबा समय लगाया, जिस कारण 2019 में शुरू होकर 2022 तक बिहटा एयरपोर्ट के सिविल एनक्लेव का निर्माण पूरा हो जाना था, यह शुरू भी नहीं हो सका। 2023 में राज्य सरकार ने आठ एकड़ अतिरिक्त जमीन देने को स्वीकृति प्रदान की। उसके बाद फिर से प्रोजेक्ट की राशि का मूल्यांकन किया गया, जिसमें यह 800 करोड़ बढ़कर 1413 करोड़ हो गयी। इसे केंद्रीय कैबिनेट ने मंजूरी दी है।
केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलते ही बिहटा एयरपोर्ट के निर्माण के लिए टेंडर निकालने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि अगले माह यह जारी कर दिया जायेगा और अक्तूबर में इसे ओपन कर टेंडर आवंटित कर दिया जाएगा। नवंबर अंत तक निर्माण की प्रक्रिया शुरू कर दी जायेगी और और अगले तीन वर्षों में वर्ष 2027 के अंत इसे पूरा भी कर लिया जाएगा।
बता दें कि बिहटा एयरपोर्ट का रनवे वर्तमान में 2700 मीटर है। इसके कारण यहां बड़े जंबो जेट नहीं उतर सकते हैं। इसके लिए रनवे 3500 मीटर या उससे अधिक होना चाहिए। बिहटा एयरपोर्ट के रनवे को एक हजार मीटर और बढ़ाने के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी ने 191 एकड़ अतिरिक्त जमीन की मांग भी की है। इससे यहां का रनवे बढ़कर 3700 मीटर हो जायेगा और यहां बड़े कार्गो प्लेन और जंबो जेट भी आसानी से उतर सकेंगे।

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