वीआईपी ने अभी बीजेपी के खिलाफ 7 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है। वीआईपी के इस ऐलान के बाद बीजेपी में मुकेश सहनी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग ने जोर पकड़ लिया है
द न्यूज 15
पटना। बिहार विधान परिषद चुनाव को लेकर NDA (National Democratic Alliance) में पिछले कई दिनों से चल रही खटपट अब बगावत का रूप लेने लगी है। बिहार सरकार में पशुपालन एवं मत्स्य विभाग के मंत्री और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बीजेपी के खिलाफ अपने 7 उम्मीदवार उतार दिए हैं।
मुकेश सहनी ने यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में भी अपनी पार्टी के 53 उम्मीदवार मैदान में उतार दिए थे। अब वह बिहार में बीजेपी को खुली चुनौती दे रहे हैं। मुकेश सहनी के बगावती तेवर देखते हुए बीजेपी नेताओं के तेवर भी अब तल्ख होते दिख रहे हैं। बीजेपी MLA हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व मुकेश सहनी से नाराज है और मुकेश सहनी को अब मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए। हरि भूषण ठाकुर ने कहा कि इस संबंध में गृह मंत्री अमित शाह जल्द ही कोई फैसला लेंगे।
बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर स्थानीय निकाय कोटे से चुनाव हो रहे हैं। वीआईपी ने एनडीए को 15 सीटों पर समर्थन देने का ऐलान किया है। जिन सीटों पर वीआईपी ने समर्थन का ऐलान किया है, उनमें 11 जदयू की हैं। वीआईपी ने तीन सीटों पर बीजेपी को भी समर्थन की घोषणा की है, जबकि एक सीट पर रालोजपा (लोक जनशक्ति पार्टी- रामविलास) को समर्थन देने का फैसला किया गया और नौ सीटों पर वीआईपी ने खुद चुनाव लड़ेगी।
वीआईपी ने इन सीटों में से 7 पर उम्मीदवार फाइनल कर उनके नाम की घोषणा कर दी है। घोषित उम्मीदवारों में, आदर्श कुमार को समस्तीपुर, जय राम सहनी को बेगूसराय-खगड़िया, चंदन कुमार को सहरसा- मधेपुरा-सुपौल, बालमुकुंद चौहान को सारण से उम्मीदवार बनाया गया है, जबकि गोविंद बिंद को रोहतास-कैमूर, श्यामानंद सिंह को पूर्णिया, अररिया और किशनगंज, बैद्यनाथ सहनी को दरभंगा से कैंडिडेट बनाया है। जिन 7 सीटों पर वीआईपी ने कैंडिडेट के नामों की घोषणा की, उन सभी पर बीजेपी ने पहले से ही उम्मीदवार उतारे हुए हैं।