दिल्ली आईआईटी ने दरभंगा एम्स का गजब का बनाया है नमूना
पटना/दरभंगा। दरभंगा एम्स के निर्माण के बाद बिहार देश का दूसरा राज्य बन गया है जिसके पास दो एम्स होंगे। यह एक ऐतिहासिक उपलब्धि है जो उत्तर बिहार के लाखों लोगों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं का द्वार खोलेगी।दरभंगा एम्स का बेजोड़ नक्शा बनाया गया है।दरभंगा एम्स के नमूने के निर्माण का दायित्व दिल्ली आईआईटी को सौंपा गया है। इसको तीन साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। दरभंगा में बनने वाला एम्स में 750 बेड का होगा। यहां मेडिकल और नर्सिंग पााठ्यक्रमों के लिए एक शिक्षण ब्लॉक और आवासीय कैंपस का निर्णाम किया जाएगा. यहां अद्यतन सुविधाएं और सेवाएं भी होंगी। दरभंगा एम्स 187 एकड़ में फैला होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 नवंबर को दरभंगा एम्स का शिलान्यास किया। यह एम्स, दरभंगा के एकमी-शोभन बाइपास पर 187 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैला होगा। इस महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए 1700 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
दरभंगा एम्स के निर्माण से मिथिलांचल सहित उत्तर बिहार के करोड़ों लोगों को लाभ होगा। इस क्षेत्र के लोगों को अब बेहतर चिकित्सा सुविधाओं के लिए दूर-दूर तक नहीं जाना पड़ेगा। एम्स में 750 बेड होंगे और इसमें मेडिकल और नर्सिंग पाठ्यक्रमों के लिए एक शिक्षण ब्लॉक और आवासीय कैंपस भी होगा।
दरभंगा एम्स की घोषणा साल 2015 में हुई थी और इसे 3 साल में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह परियोजना उत्तर बिहार के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और इस क्षेत्र को देश के अन्य विकसित क्षेत्रों के बराबर लाएगी।