कार्रवाई की मांग को लेकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा
नफरत फ़ैलाने वाले बयान देने वाले लोगों पर अंकुश लगाने की मांग
द न्यूज 15 ब्यूरो
नोएडा। भारतीय सोशलिस्ट मंच ने पैगंबर मोहम्मद साहब पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने पर डासना देवी के महंत व जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद के खिलाफ प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को संबोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इस अवसर पर मंच के प्रदेश प्रभारी देवेंद्र अवाना ने कहा कि पैगंबर मोहम्मद साहब पर दिये गये यति नरसिंहानंद बयान की भारतीय सोशलिस्ट मंच कड़े शब्दों में निंदा करता है। यति नरसिंहानंद का बयान भारतीय संविधान व भारतीय संस्कृति और तहजीब के खिलाफ है।
उन्होंने कहा कि भारत का स्वभाव माता का है । दुनिया का कोई भी देश या धर्म अपने अस्तित्व में आया है तो भारत में उसका स्वागत किया गया है, चाहे वह इस्लाम हो चाहे वह क्रिश्चियन हो चाहे वह यहूदी हो या फिर पारसी हो सभी को गले लगाया है । गले लगाने का किरदार माता का है । इसलिए भारत को भारत माता कहा जाता है । उन्होंने कहा कि भारत दुनिया का एक ऐसा अकेला मुल्क है, जहां मियां मीर स्वर्ण मंदिर की नींव रखते हैं । बाबा फरीद की वाणी गुरुद्वारे में गाई जाती है और जहां कबीर को मुस्लिम महिला द्वारा पालन पोषण किया जाता है और जहां नानक के शिष्य मर्दाना होते हैं जहां दादू के शिष्य संत रजब हुए जिन्हें दूल्हा संत भी कहा जाता है इसी देश में मलूक दास के शिष्य माधव मीर हुए। इसी देश में मलिक मोहम्मद जायसी ने महाकाव्य पद्मावत लिखा । इसी देश में रसखान ने कृष्ण पर भजन लिखे इसी देश में दारा शिकोह ने मजमा-उल-बहरीन(दो समुद्रों का संगम) लिखा।
जिलाध्यक्ष देवेंद्र गुर्जर ने कहा कि भारत में कोई भी धर्म बाहर से आया हो उसने प्यार के गीत गाये है। इस देश में दरवेश मीराबाई चैतन्य,पंजाब के संत बुल्ले शाह आदि लोग ईश्वर के प्रेम में नाचे हैं और गीत गाये है। भारत की धरती के महापुरुषों ने हमेशा अहिंसा प्रेम का संदेश दिया है। नफरत का संदेश नहीं दिया है यह कौन लोग हैं जो अपने आप को भारत की संत परंपरा का उत्तराधिकारी कहते हैं और नफरत की बात करते हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय सोशलिस्ट मंच सरकार से मांग करता है कि इस प्रकार के कथित मजहबी रहनुमाओं के बयानो पर प्रतिबंध लगाए और उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम में कैद किया जाए ताकि समाज में सद्भावना, भाईचारा बना रहे और समाज में भिन्न भिन्न समुदाय के बीच आपस में विश्वास कायम रह सकें। इस अवसर पर राष्ट्रीय प्रवक्ता चरण सिंह, मोहसिन सैफी, मुन्ना आलम गौरव मुखिया, दानिश अली आदि मौजूद थे।