बवाना किसान महापंचायत का फैसला – किसान विरोधी भाजपा को सजा देंगे

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बवाना में संयुक्त किसान मोर्चा की किसान महापंचायत संपन्न हुई

 

संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा दिल्ली के ग्राम बवाना के मौजान चौपाल पर भारतीय किसान यूनियन ( अराजनैतिक) के अध्यक्ष सतीश नंबरदार की अध्यक्षता में किसान महापंचायत संपन्न हुई। किसान महापंचायत का संचालन अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेमसिंह गहलावत ने करते हुए किसान आंदोलन की संक्षिप्त जानकारी प्रस्तुत की।
किसान महापंचायत को संबोधित करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा की कोर कमेटी के सदस्य, किसान संघर्ष समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व विधायक डॉ सुनीलम ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देश भर में भाजपा को बेनकाब करने, विरोध करने और सजा देने का अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत देश भर में सैकड़ों किसान पंचायतें की गई हैं। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा देशभर में की गई किसान पंचायतों का यह परिणाम हुआ कि पिछले चार चरणों में भाजपा पिछड़ती नजर आ रही है।
डॉ सुनीलम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 वर्ष के कार्यकाल में किसानों को लखीमपुर में कुचलने वालों को संरक्षण देकर, तीन किसान विरोधी कानून थोपकर, दिल्ली की सीमाओं पर 380 दिन तक चले किसान आन्दोलन में 732 किसानों को शहीद कर, लॉकडाउन के दौरान मजदूरों को पैदल लौटने को मजबूर कर, महिला पहलवानों के साथ ज्यादती करने वाले बृजभूषण सिंह को संरक्षण देकर, प्रज्वल रेवन्ना को जर्मनी भागने का इंतजाम कर, इलेक्टोरल बॉण्ड महा घोटाला कर, 2 करोड़ सालाना रोजगार देने की बजाय 30 लाख पद खाली रखकर और सेना की स्थाई भर्ती की बजाय अस्थाई अग्नि वीर योजना शुरू कर जो ट्रेलर दिखाया है, उसके बाद कोई भी मोदी जी की पिक्चर देखने को तैयार नहीं है।
डॉ सुनीलम ने कहा कि भाजपा सरकार ने 16 लाख करोड़ रुपए कॉर्पोरेट का कर्ज माफ किया है। उससे तीन बार देश भर के सभी किसानों को कर्ज मुक्त किया जा सकता था तथा 24 वर्षों तक मनरेगा के मजदूरों को काम दिया जा सकता था। महापंचायत को संबोधित करते हुए कर्नाटक विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष एवं विधायक बी आर पाटिल ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस ने जो गारंटियां दी थी, उन्हें पूरा किया है। इस कारण किसानों से समर्थन मूल्य पर खरीद की कानूनी गारंटी और कर्ज मुक्ति का जो वायदा किया है उस पर किसानों को भरोसा करना चाहिए।

चुनाव सुधार को लेकर कार्य करने वाली संस्था फैक्टर के संयोजक अरुण श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा ने इलेक्टोरल बॉन्ड से 8,500 करोड़ रुपए केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर वसूला है। सर्वोच्च न्यायालय ने इलेक्ट्रोल बॉन्ड को असंवैधानिक बताया है, तब यह पैसा जप्त किया जाना चाहिए।

किसान नेता प्रबल प्रताप शाही ने कहा कि भाजपा की नियत किसान, किसानी और गांव को खत्म करने की है। उन्होंने कहा कि यदि गांव को बचाना है तो भाजपा को हराना आवश्यक है। भाजपा को हराने का काम डॉ उदित राज ही कर सकते हैं।

किसान पंचायत को संबोधित करते हुए किसान कांग्रेस की राष्ट्रीय संयोजिका रवीना कुमारी ने कहा कि भाजपा के राज में बेटियां सुरक्षित नहीं है। किसानों की बेटियों के साथ प्रज्वल रेवन्ना, बृजभूषण सिंह, कुलदीप सेंगर ने सरेआम यौन हिंसा की है। ऐसे यौन हिंसा करने वालों को संरक्षण देने वाली भाजपा को हराने के लिए किसान परिवार की महिलाओं और किसानों को आगे आना चाहिए।

महाराष्ट्र के किसान नेता अविनाश काकड़े ने कहा कि चुनाव में वोट देते वक्त, हमारे साथ सरकारों द्वारा की गई ज्यादतियों को हम भूल जाते हैं। उन्होंने कहा कि किसान अपनी पहचान के साथ जब तक विरोध करना नहीं सीखेगा तब तक सरकारें उसके साथ न्याय नहीं करेगी। किसान महापंचायत को सतवीर शेहरावत, जयसिंह, महावीर शेहरावत एवं मध्यप्रदेश के किसान नेता निसार आलम अंसारी आदि ने संबोधित किया।

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